अधोगति का संधि-विच्छेद क्या है?May 8, 2020 Show
(A) अध: + गति Question Asked : RAS 2003 Answer : अध: + गतिExplanation : 'अधोगति' का संधि-विच्छेद अध: + गतिहोगा। संधि की परिभाषा के अनुसार दो वर्णों के मेल से उत्पन्न विकार को व्याकरण में संधि कहते है। सरल शब्दों में कहे तो दो निर्दिष्ट अक्षरों के पास-पास आने के कारण, उनके संयोग से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे संधि कहते है। संधि तीन प्रकार की होती है–1 स्वर संधि 2. व्यंजन संधि 3. विसर्ग संधि। संधि विग्रह यानि संधि विच्छेद के अधिकतर सवाल लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे–संघ एवं राज्य लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, सब–इंस्पेक्टर्स, रेलवे भर्ती, समूह 'ग', टीईटी, बी.एड, वन विभाग भर्ती आदि में पूछे जाते है।....अगला सवाल पढ़े Tags : संधि विक्षेद संधि विग्रह संधि विच्छेद Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams Latest QuestionsI’m a freelance professional with over 10 years' experience writing and editing, as well as graphic design for print and web. सम+ धि – दो ऐसे शब्द हैं जो संधि बनाते हैं। संधि का मतलब मिलना, हिंदी भाषा में संधि को पूरे शब्दों के साथ नहीं लिखा जाता है। लेकिन संस्कृत में संधि के बिना कोई काम भी नहीं होता है। इसका मुख्य कारण है कि संस्कृत व्याकरण की एक पुरानी परंपरा है। जिसके लिए व्याकरण को पढ़ना जरूरी है। शब्द रचना के समय संधियां काम आती है। आप इस ब्लॉग में sandhi viched के बारे में विस्तार से जानेंगे। This Blog Includes:
संधि विच्छेद क्या है?दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार को संधि कहते हैं। इस मिलावट को समझकर वर्णों को अलग करते हुए पदों को अलग-अलग कर देना संधि-विच्छेद है। इसे इस तरह भी समझ सकते हैं- दो शब्दों के मेल से बने शब्द को पुनः अलग अलग करने को संधि विच्छेद कहते हैं। उदाहरण: उदाहरण: संधि के प्रकारSandhi Viched में संधि के तीन प्रकार होते हैं
स्वर संधिजब स्वर के साथ स्वर का मेल होता है तब जो परिवर्तन होता है वह स्वर संधि कहलाता है। हिंदी संख्या में 11 स्वर होती है, बाकी के अक्षर व्यंजन के होते हैं। जब दो स्वर मिलते हैं जब उसमें से जो तीसरा स्वर बनता है वह स्वर संधि कहलाता है। उदाहरण: विद्या+आलय -विद्यालय स्वर संधि के पांच प्रकार होते हैं
दीर्घ संधिदीर्घ संधि में दो स्वर्ण या सजातीय स्वरों के बीच संधि होकर उनके दीर्घ रूप हो जाते है। अर्थात दो स्वर्ण स्वर मिलकर दीर्घ हो जाते हैं।
उदाहरण
गुण संधियदि ‘अ’ या ‘आ’ के बाद इ/ई आए तो ‘ए’ ; ऊ/ऊ आए तो ‘ओ’ और ‘ऋ’ आए तो ‘अर’ हो जाता है |
उदाहरण
वृद्धि संधियदि ‘अ’ या ‘आ’ के बाद ए/ऐ रहे तो ‘ऐ’ और ओ/औ रहे तो ‘औ’ बन जाता है।
उदाहरण:
यण संधियदि इ/ई, उ/ऊ और ऋ के बाद भिन्न स्वर आए तो इ/ई का ‘य’ उ/ऊ का ‘व’ और ऋ का ‘र’ हो जाता है।
ऊपर दिए गए सभी यण संधि कहलाते हैं। संधि के तीन प्रकार के संधि युक्त पद होते हैं।
उदाहरण:
अयादि संधियदि ए, ऐ, ओं और औ के बाद भिन्न स्वर आये तो ‘ए’ का अय ‘ऐ’ का आय, ‘ओ’ का अव और ‘औ’ का आव हो जाता है। अय, आय, अव और आव के य और व आगे वाले भिन्न स्वर से मिल जाते है |
उदाहरण
व्यंजन संधिव्यंजन वर्ण के साथ स्वर वर्ण या व्यंजन वर्ण अथवा स्वर वर्ण के साथ व्यंजन वर्ण के मेल से जो विकार उत्पन हो, उसे ‘व्यंजन संधि’ कहते हैं। उदाहरण
संधि विच्छेद: व्यंजन संधि के 13 नियम होते हैं1. जब किसी वर्ग के पहले वर्ण क,च,ट,तो,पर का मिलन किसी वर्ग के तीसरे या चौथे से य ,र, ल ,व ,ह से हो या किसी स्वर के साथ हो जाए तो क को ग, च को ज, ट को ड , त को द , प को ब में बदल दिया जाता है। उदाहरण क को ग में बदलना
च को ज में बदलना
त को द में बदलना
प को ब में बदलना
2. यदि किसी वर्ग के पहले वर्ण का मिलन न या म वर्ण के साथ हो तो वह नीचे गए उदाहरण में बदल जाता है। उदहारण क् को ङ् में बदलना
ट् को ण् में बदलना
त् को न् में बदलना
प् को म् में बदलना
3. जब त का मिलन ग,घ, द ,ध, प, म, य ,र , या किसी स्वर से हो तो द बन जाता है।और अगर म के साथ क से म तक कि किसी भी वर्ण के मिलन पर म की जगह पर मिलन वाले वर्ण बन जाता है। उदहारण म् + क ख ग घ ङ :-
म् + च, छ, ज, झ, ञ
म् + ट, ठ, ड, ढ, ण
म् + त, थ, द, ध, न
म् + प, फ, ब, भ, म
त् + ग , घ , ध , द , ब , भ ,य , र , व्
4. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण म + य , र , ल , व् , श , ष , स , ह
त् + च , ज , झ , ट , ड , ल –
5. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण
त् + श्
6. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण
त् + ह
7. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण
अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, + छ
8. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण
म् + च् , क, त, ब , प
9. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण
म् + म
10. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण
म् + य, र, व्,श, ल, स,
11. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण
र् + न, म –
12. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण
भ् + स् के उदहारण :-
13. नीचे दिए गए वर्ण पर ध्यान दीजिए
उदहारण
व्यंजन संधि पहचानने की ट्रिकनियमः जब क् के पीछे ग, ज, ड, द, ब, घ, झ, ढ, ध, भ, य, र, ल, व अथवा कोई स्वर हो तो प्रायः क् के स्थान में म् हो जायेगा। उदाहरणः दिक्+गज अर्थात दिग्गज धिक्+याचना अर्थात धिग्याचना दिक्+दर्शन अर्थात दिग्दर्शन धिक्+जड अर्थात धिग्जड दिक्+अंबर अर्थात दिगम्बर वाक्+इश अर्थात वागीश। विसर्ग संधिजब विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन आ जाए तब जो परिवर्तन होता है ,वह विसर्गसंधि कहलाता है। उदाहरण
विसर्ग संधि पहचानने की ट्रिकनियमः जब इ या उ युक्त अक्षर के सामने विसर्ग और हो उसके पीछे क, ख या प, फ आये तो विसर्ग ष् में बदल जाता है। उदाहरणः निः+कृति अर्थात निष्कृति निः+खलु अर्थात निष्खलु निः+फल अर्थात निष्फल। संधि विच्छेद: विसर्ग संधि के 10 नियम होते हैं
उदहारण
विच्छेद
2. नीचे गई बातों पर ध्यान दीजिए
उदाहरण
विच्छेद
3. नीचे दी गई बातों पर ध्यान दीजिए
उदाहरण
4. संधि विच्छेद (Sandhi Viched) नीचे दी गई बातों पर ध्यान दीजिए
उदाहरण
विच्छेद
5.नीचे दी गई बातों पर ध्यान दीजिए
उदाहरण
विच्छेद
अपवाद
6. नीचे दी गई बातों पर ध्यान दीजिए
उदाहरण
विच्छेद
7. नीचे दी गई बातों पर ध्यान दीजिए
उदाहरण
विच्छेद
8. नीचे दी गई बातों पर ध्यान दीजिए
उदाहरण
विच्छेद
9. नीचे दी गई बातों पर ध्यान दीजिए
उदाहरण
10. संधि विच्छेद (Sandhi Viched) नीचे दी गई बातों पर ध्यान दीजिए
उदाहरण
विच्छेद
अपवाद
संधि विच्छेद ट्रिक- Source: Black Board Source: Pinterestहिंदी की स्वतंत्र संधियाँउपर्युक्त तीनों संधियाँ संस्कृत से हिंदी में ली गई हैं। हिंदी की निम्नलिखित छः प्रवृतियोवाली संधियाँ होती हैं-
इसे विस्तार से इस प्रकार समझा जा सकता है- 1 – पूर्ण स्वर लोपदो स्वरों के मिलने पर पूर्ण स्वर का लोप हो जाता है | इसके भी दो प्रकार है- 1 – अविकारी पूर्णस्वर लोप : जैसे – मिल + अन = मिलन लोप 2 – विकारी पूर्णस्वर लोप : जैसे – भूल + आवा = भुलावा लूट + एरा = लुटेरा 2 – हस्वकारी स्वर संधिदो स्वरों के मिलने पर प्रथम खंड का अंतिम स्वर हस्व हो जाता है। 1 – अविकारी हस्वकारी : जैसे – साधु + ओं = साधुओं 2 – विकारी हस्वकारी : जैसे – साधु + अक्कडी = सधुक्कडी 3 – आगम स्वर संधिइसकी दो स्थितियाँ है – 1 – अविकारी आगम स्वर : इसका अंतिम स्वर में कोई विकार नहीं होता | जैसे – तिथि + आँ = तिथियाँ 2 – विकारी आगम स्वर : इसका अंतिम स्वर विकृत हो जाता है| जैसे – नदी + आँ = नदियाँ 4 – पूर्णस्वर लोपी व्यंजन संधिइसमें प्रथम खंड के अंतिम स्वर का लोप हो जाता है | जैसे – तुम + ही = तुम्हीं 5 – स्वर व्यंजन लोपी व्यंजन संधिइसमें प्रथम खंड के स्वर तथा अंतिम खंड के व्यंजन का लोप हो जाता है | जैसे – कुछ + ही = कुछी 6 – मध्यवर्ण लोपी व्यंजन संधिइसमें प्रथम खंड के अंतिम वर्ण का लोप हो जाता है| जैसे – वह + ही = वही 7 – पूर्ण स्वर हस्वकारी व्यंजन संधिइसमें प्रथम खंड का प्रथम वर्ण हस्व हो जाता है | जैसे – अकन + कटा = कनकटा 8 – महाप्राणीकरण व्यंजन संधियदि प्रथम खंड का अंतिम वर्ण ‘ब’ हो तथा द्वितीय खंड का प्रथम वर्ण ‘ह’ हो तो ‘ह’ का ‘भ’ हो जाता है और ‘ब’ का लोप हो जाता है | जैसे – अब + ही = कभी 9 – सानुनासिक मध्यवर्णलोपी व्यंजन संधिइसमें प्रथम खंड के अनुनासिक सब्जयुक्त व्यंजन का लोप हो जाता है, उसकी केवल अनुनासिकता बची रहती है| जैसे – जहाँ + ही = जहीं 10 – आकारागम व्यंजन संधिइसमें संधि करने पर बीच में आकार का आगम हो जाता है| जैसे – सत्य + नाश = सत्यानाश WorksheetsSource – UP Board Guide Source – RBSE Guide Source – Learn CBSE Source – BrainlyFAQsचित्रोपम
में कौन सी संधि है ? चित्रोपम में गुण संधि है क्योंकि इसका संधि विच्छेद चित्र + उपम है। विच्छेद में कौन सी संधि है? व्यंजन संधि शब्दार्थ का संधि विच्छेद क्या होगा? शब्द + अर्थ संधि कितने प्रकार की होती है? संधि के तीन प्रकार होते हैं स्वर संधि के कितने भेद होते है? स्वर संधि के पांच प्रकार होते हैं 1. दीर्घ संधि मनोनुकूल का संधि विच्छेद क्या है? मनः + अनुकूल आशा करते हैं कि आपको इस ब्लॉग से Sandhi Viched के बारे में जानकारी प्राप्त हुई होगी। अगर आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट से दिए गए नंबर 1800 572 000 पर कॉल कर आज ही फ्री सेशन बुक कीजिए। |