Answer: (c) हारे हुए बच्चे को अपनी मुट्ठी बंद करके ज़मीन पर रखनी पड़ती थी। वह बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था Show (3) कर्मठ मास्टर जी उस लड़के का चेहरा देखकर समझ गए कि उसके मन में और कुछ है। शायद उसने पाठ पर ध्यान दिया भी हो। अगर दिया है तो उसका जवाब उसके मन से बाहर ले आना है। इसी में उनकी सफलता है। Question 1. Answer: (c) मन अन्यत्र होने का Question 2. Answer: (c) प्रश्न का उत्तर मन से निकलवाने में Question 3. Answer: (c) क्योंकि पाठ पर उसका ध्यान नहीं था Question 4. Answer: (d) जवाब में कंचा शब्द सुनकर Question 5. Answer: (c) मास्टर जी के लिए (4) एकाएक उसे शक हुआ। क्या सब कंचों में लकीर होगी? Question 1. Answer: (c) क्या सभी कंचों में लकीर है Question 2. Answer: (d) अप्पू ने Question 3. Answer: (b) वह कंचे देखना चाहता था Question 4. Answer: (a) कंचे इधर-उधर बिखर गए Question 5. Answer: (d) सड़क के बीचोंबीच (5) पूरे ज़ार में कंचे हैं। हरी लकीरवाले बढ़िया सफ़ेद गोल कंचे। बड़े आँवले जैसे। कितने खूबसूरत हैं! अब तक ये कहाँ थे? शायद दुकान के अंदर। अब दुकानदार ने दिखाने के लिए बाहर रखा होगा। Question 1. Answer: ज़ार में आँवले के आकार के हरी लकीरवाले बढ़िया सफ़ेद गोल कंचे थे। कंचे इतने खूबसूरत थे कि अप्पू उन्हें देखते ही उनकी ओर आकर्षित हो गया। Question 2. Answer: ‘उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया’ का अभिप्राय है अप्पू कल्पना की दुनिया में खो गया। Question 3. Answer: उसकी छोटी बहन की मृत्यु हो गई थी, इसलिए वह अकेला खेलता था। Question 4. Answer: अप्पू ने जब कंचों से भरे ज़ार को देखा तो उसी दुनिया में खो गया। उसे लगने लगा कि देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया इतना बड़ा कि वह भी ज़ार के अंदर आ गया और कोई खेलनेवाला भी उसके साथ नहीं था लेकिन फिर भी वह खुश था। (6) अरे हाँ! जॉर्ज को बुखार है न! उसे रामन ने यह सूचना दी थी। उसने मल्लिका को सब बताया था। जॉर्ज का घर रामन के घर के रास्ते में पड़ता है। Question 1. Answer: जॉर्ज अप्पू की कक्षा में पढ़ने वाला छात्र है, वह लड़कों के बीच सबसे अच्छा कंचे का खिलाड़ी है। उसे आज बुखार है इसलिए वह स्कूल नहीं आया। Question 2. Answer: मास्टर जी ‘रेलगाड़ी’ का पाठ पढ़ा रहे थे। Question 3. Answer: मास्टर जी के हाथ में बेंत थी। उस बेंत से वे मेज़ को ठोककर ऊँची आवाज़ में ज़ोर-ज़ोर से पढ़ा रहे थे। वे कह रहे थे बच्चो! तुममे से कइयों ने रेलगाड़ी देखी होगी। इसे भाप गाड़ी भी कहते हैं। Question 4. Answer: मास्टर जी रेलगाड़ी के बारे में बता रहे थे कि इसे भाप की गाड़ी भी कहते हैं, क्योंकि इसका इंजन भाप की शक्ति से चलता है। भाप पानी से निकलती है। यह घरों के चूल्हों पर भी निकलती है। (7) रोकने की पूरी कोशिश करने पर भी वह अपना दुख रोक नहीं सका। सुबकता रहा। Question 1. Answer: अप्पू इसलिए सुबक रहा था क्योंकि कक्षा में पाठ पर ध्यान न देने के कारण मास्टर जी ने उसे डाँटकर बेंच पर खड़ा कर दिया था, इसलिए अप्पू सुबक रहा था। Question 2. Answer: अप्पू रो रहा था। उसका सहपाठी उसकी ओर देखते हुए मुंसकरा रहे थे और उसकी हँसी उड़ा रहे थे, इसलिए अप्पू का दुख बढ़ता जा रहा था। Question 3. Answer: बेंच पर खड़ा-खड़ा अप्पू सोच रहा था कि जॉर्ज के आने के बाद वह कंचा खरीदेगा। इनमें वह किसी को खेलने नहीं बुलाएगा। कंचे को देखकर ये सभी ललचाएँगे। यह इतना खूबसूरत कंचा है। Question 4. Answer: अप्पू के अनुसार, कंचों को देख सभी ललचेंगे, क्योंकि वह जो कंचे खरीदने वाला था, वे बहुत खूबसूरत थे। आँवले जैसे थे। वे हरी लकीरवाले सफ़ेद कंचे थे। Question 5. Answer: ‘इतना खूबसूरत कंचा है’ में ‘इतना’ शब्द प्रविशेषण है। (8) उसका जी चाहता था-काश! पूरा ज़ार उसे मिल जाता। ज़ार मिलता तो उसके छूने से ही कंचे को छूने का अहसास होता। एकाएक उसे शक हुआ। क्या सब कंचों में लकीर होगी? Question 1. Answer: अप्पू का जी चाह रहा था कि उसे कंचों का पूरा ज़ार मिल जाता तो कितना अच्छा होता। वह ज़ार को छूना चाहता था। Question 2. Answer: पोटली खुलने पर सारे कंचे बिखर गए और सड़क के बीचोंबीच फैल गए। Question 3. Answer: पोटली खोलकर देखने की कोशिश अप्पू कर रहा था। Question 4. Answer: अप्पू बार-बार कंचे को इसलिए देख रहा था क्योंकि कंचे देखने की चाहत को वह छिपा नहीं पा रहा था। Question 5. Answer: कंचा सड़क के बीचोंबीच तक फैल गया था। प्रश्न अभ्यास कहानी से प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. कहानी से आगे प्रश्न 1. प्रश्न 2. यदि वह खिलाड़ी साँस टूटने से पहले, बीच की लाइन नहीं छू पाता है, तो उसे मरा हुआ मान लेते हैं और यदि ‘कबड्डी-कबड्डी’ कहता हुआ लाइन को छू लेता है, तो दूसरी ओर के खिलाड़ी को मरा मान लेते हैं। ऐसा ही दूसरी ओर का खिलाड़ी करता है। मरा खिलाड़ी बाहर बैठ जाता है। जिस पक्ष के ज़्यादा खिलाड़ी मैदान में बच जाते हैं, उसी समूह को विजयी घोषित कर दिया जाता है। कभी-कभी यह खेल मरे खिलाड़ी को बाहर न बिठाकर विपक्ष को अंक प्रदान करके खेला जाता है। निश्चित समय में ज्यादा अंक अर्जित करने वाले समूह को विजयी घोषित किया जाता है। जॉर्ज स्कूल क्यों नहीं आया था वह किस खेल में माहिर था?जॉर्ज स्कूल क्यों नहीं आया ? क्योंकि वह कंचे खेल रहा था। क्योंकि उसे बुखार था।
अप्पू देर से क्यों आया था?Answer: अप्पू ने जब कंचों से भरे ज़ार को देखा तो उसी दुनिया में खो गया। उसे लगने लगा कि देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया इतना बड़ा कि वह भी ज़ार के अंदर आ गया और कोई खेलनेवाला भी उसके साथ नहीं था लेकिन फिर भी वह खुश था।
अप्पू जॉर्ज को क्यों याद कर रहा था?अप्पू सोचता है कि जॉर्ज के आते ही वह उसे लेकर कंचे खरीदने जाएगा और उसके साथ खेलेगा। अप्पू की इस सोच के पीछे शायद यह कारण था कि जॉर्ज के साथ रहने से उसे हार का सामना नहीं करना पडेगा। इतना ही नहीं, वह सोचता है कि जॉर्ज के साथ रहने पर कक्षा में उसका कोई हँसी नहीं उड़ाएगा।
अप्पू ने पहले क्या नही देखा था?वह सामने खड़ा होकर टुकुर टुकुर उसे ताकता रहा। वह एक नया ज़ार था। उससे पहले अप्पू ने वह चीज़ यहाँ नहीं देखी थी। उस ज़ार में कंचे थे।
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