Show 01-Jun-2018 03:55 PM 14886 भाषा हमारे जीवन के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। यह मनुष्यों के बीच आपसी संवाद का मूलभूत माध्यम है। भाषा का वैज्ञानिक अध्ययन भाषा-विज्ञान कहलाता है। भाषा के उद्देश्य आंतरिक विचारों व भावनाओं को व्यक्त करना, जटिल व गूढ़ विषयों को समझना, दूसरों के साथ संवाद
स्थापित करना, अपनी इच्छाओं व आवश्यकताओं की पूर्ति करना आदि हैं। भाषा के मौखिक, शारीरिक, सांकेतिक आदि कई रूप हैं। अनुवाद की आवश्यकता क्यों होती है?दूसरे शब्दों में, अनुवाद विश्व-संस्कृति, विश्व-बंधुत्व, एकता और समरसता स्थापित करने का एक ऐसा सेतु है जिसके माध्यम से विश्व ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में क्षेत्रीयतावाद के संकुचित एवं सीमित दायरे से बाहर निकल कर मानवीय एवं भावात्मक एकता के केन्द्र बिन्दु तक पहुँच सकता है और यही अनुवाद की आवश्यकता और उपयोगिता का सशस्त ...
अनुवाद क्या है और इसका महत्व?किसी भाषा में अभिव्यक्त विचारों को दूसरी भाषा में यथावत् प्रस्तुत करना अनुवाद है। इस विशेष अर्थ में ही 'अनुवाद' शब्द का अभिप्राय सुनिश्चित है। जिस भाषा से अनुवाद किया जाता है, वह मूलभाषा या स्रोतभाषा है। उससे जिस नई भाषा में अनुवाद करना है, वह 'प्रस्तुत भाषा' या 'लक्ष्य भाषा' है।
अनुवाद का उद्देश्य क्या है?अनुवाद के उद्देश्य क्या है
दूसरी भाषा के साहित्य से अपनी भाषा के साहित्य को समृद्ध करना। दूसरी भाषाओं की शैलियों, मुहावरों, दार्शनिक तथ्यों वैज्ञानिक एवं तकनीकी ज्ञान को प्राप्त करना। विचारों का विनिमय करना।
अनुवाद की परिभाषा क्या है?एक भाषा में कही गई बात को दूसरी भाषा में व्यक्त करना ही अनुवाद है। अनुवाद एक भाषिक प्रक्रिया है। भाषा एक प्रतीकात्मक व्यवस्था है जिसका उद्देश्य है संप्रेषण या विचारों का आदान-प्रदान। अनुवाद में अनुवादक को दो प्रतीक व्यवस्थाओं से जूझना पड़ता है।
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