Famous Tourist Places of Amarkantak in Hindi : अमरकंटक मध्य प्रदेश में विंध्य और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है। अमरकंटक भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है, जिसकी वजह से इसे “तीर्थराज” (तीर्थों का राजा) के रूप में भी जाना जाता है। यह भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक नर्मदा का उद्गम स्थल है, जो अमरकंटक धाम की यात्रा को बेहद खास और पवित्र बनाता है और हर साल हजारों तीर्थ यात्रियों और टूरिस्टों को अपनी और अट्रेक्ट करता है। नर्मदा का उद्गम स्थल होने के साथ साथ अमरकंटक सोन और जोहिला नदियों के संगम स्थल के रूप में भी कार्य करता है। Show
बता दें कि अमरकंटक 1065 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मध्यप्रदेश का एक खुबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपने कुछ अति सुंदर मंदिरों के लिए फेमस है। अमरकंटक के घने जंगलों में औषधीय गुणों से भरपूर पौधे हैं, जो इसे पारिस्थितिक रूप से महत्वपूर्ण बनाते हैं। यदि आप अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ अमरकंटक धाम की यात्रा का प्लान बना रहे है या फिर इस प्लेस के बारे में जनाने के लिए एक्साईटेड है, तो इसके लिए आपको हमारा ये आर्टिकल अवश्य पढ़ना चाहिये, जहाँ पर्यटक अमरकंटक यात्रा और अमरकंटक के प्रमुख पर्यटक स्थल (Places To Visit In Amarkantak in Hindi) के बारे में डिटेल से जान सकेगें –
History of Amarkantak in Hindi : अमरकंटक का इतिहास में पवित्र और आध्यात्मिक का स्पर्श है। अमरकंटक पर 1800 के दशक में नागपुर के राजा का शासन था जो बाद में ब्रिटिश शासन के हाथों में चला गया था। जबकि यह पवित्र धाम धार्मिक महाकाव्य महाभारत में भी महत्वपूर्ण संबंध रखता है जहाँ माना जाता है कि पांडवों ने अपने निर्वासन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा यहाँ बिताया था। अमरकंटक के रहस्य और पोराणिक कथायें – Marakantak Ke Rahasy Aur Poraanik Kathaayen in Hindiमहान विंध्य और सतपुड़ा श्रेणी के बीच में स्थित अमरकंटक मध्य भारत का प्रमुख तीर्थस्थल है जो प्रसिद्ध रूप से नर्मदा नदी, सोना और जोहिला नदी की उत्पत्ति के लिए भी जाना जाता है। किंवदंतियों के अनुसार, भारत की सभी पवित्र नदियों में से एक नर्मदा का एक अद्वितीय महत्व है, माना जाता है कि भगवान शिव ने नर्मदा को अद्वितीय पवित्र शक्तियों के साथ आशीर्वाद दिया था। इसीलिए भक्तों का दृढ़ विश्वास है कि इसके पवित्र जल में डुबकी लगाने से वे सभी पापों से मुक्त हो जाते हैं और उनकी सभी मनोकामनायें पूर्ण होती हैं। और पढ़े : मध्य प्रदेश के सभी प्रमुख मंदिरों की सूची अमरकंटक के प्रमुख पर्यटक स्थल – Places To Visit In Amarkantak in Hindiअमरकंटक एक सुंदर तीर्थ स्थल है जो हर साल हजारों पर्यटकों को अट्रेक्ट करता है। जहाँ टूरिस्ट और तीर्थ यात्री अमरकंटक के प्राचीन मंदिर के दर्शन और यहाँ के शांत और मनमोहक वातावरण का आनंद लेने के लिए आते है। यदि आप भी अमरकंटक दर्शन और इसके पवित्र स्थलों की यात्रा पर जाने वाले है, तो अमरकंटक धाम की यात्रा पर जाने से पहले अमरकंटक के फेमस पर्यटक स्थल को अवश्य जान लें – नर्मदा कुंड अमरकंटक – Narmada Kund & Temples Amarkantak in HindiImage Credit : Shyaamaasutaa Nandanaनर्मदा कुंड अमरकंटक यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, जिसे नर्मदा नदी की उत्पत्ति का संकेत देने के लिए बनाया गया है। प्राचीन शहर अमरकंटक के केंद्र में स्थित, नर्मदा कुंड नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है, जो 16 प्राचीन पत्थर के मंदिरों जैसे नर्मदा मंदिर, भगवान शिव मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, गुरु गोरखनाथ मंदिर, श्री राम जानकी मंदिर और श्री राधा कृष्ण मंदिर से घिरा हुआ है। नर्मदा कुंड अमरकंटक के प्रमुख पर्यटक स्थल (Places To Visit In Amarkantak in Hindi) में से एक है जिसके बिना अमरकंटक धाम की यात्रा कभी पूरी नही होती है। इस पवित्र स्थल के बारे में माना जाता है आने से तीर्थ यात्रियों और टूरिस्टों को अद्भुद शांति और सुकून महसूस होता है। कपिल धारा अमरकंटक – Kapil Dhara Amarkantak in HindiImage Credit : Saurabh Dubeyकपिल धारा अमरकंटक यात्रा में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें (Famous Tourist Places of Amarkantak in Hindi) में से एक है। नर्मदाकुंड मंदिरों के उत्तर-पश्चिम की ओर सिर्फ 6 किमी दूर स्थित कपिल धारा को नर्मदा नदी का पहला झरना माना जाता है। यह वाटरफाल 100 फीट की ऊँचाई से गिरता है और हरे भरे वातावरण से घिरा हुआ है, जो अपने इन्ही अट्रैक्टिव आकर्षणों से अमरकंटक आने वाले टूरिस्टों के लिए अट्रेक्शन का केंद्र बना हुआ है। बता दे इस वाटर फॉल का नाम कपिल मुनि के नाम पर पड़ा है, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने इस स्थान पर ध्यान लगाया था। जब भी आप अपनी फैमली या दोस्तों के साथ अमरकंटक की यात्रा पर जायें तो कपिल धारा को अपने टूरिस्ट प्लेसेस की लिस्ट में अवश्य शामिल अवश्य करें। त्रिमुखी मंदिर अमरकंटक – Trimukhi Temple Amarkantak in Hindiअमरकंटक में एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित, त्रिमुखी मंदिर भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से है। त्रिमुखी मंदिर का निर्माण कलचुरियों के शासनकाल में राजा कर्णदेव महाचंद्र द्वारा किया गया था, इसीलिए इस मंदिर को ‘कर्ण मंदिर’ के रूप में भी जाना जाता है। भगवान शिव को समर्पित त्रिमुखी मंदिर अमरकंटक के प्रमुख तीर्थ स्थल (Famous Tourist Places of Amarkantak in Hindi) में से एक है, जो अमरकंटक यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुयों और टूरिस्टों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। त्रिमुखी मंदिर का शीर्ष भगवान शिव के मुख से गढ़ा गया है, जो कलचुरी शिल्पकारों द्वारा की गई गहन पेचीदगियों को दर्शाता है। सोनाक्षी शक्तिपीठ मंदिर अमरकंटक – Sonakshi Shaktipeeth Temple Amarkantak in Hindiसोनाक्षी शक्तिपीठ मंदिर अमरकंटक के प्रसिद्ध मंदिर में से एक है जिसका निर्माण देवी सोनाक्षी के सम्मान में किया गया था। सोनाक्षी शक्तिपीठ मंदिर घूमने के लिए अमरकंटक के प्रमुख तीर्थ स्थल (Famous Tourist Places of Amarkantak in Hindi) में है जो हर साल हजारों पर्यटकों और श्र्धालुयों की मेजबानी करता है। इस मंदिर में प्रतिदिन के साथ साथ नवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुयों की विशाल भीड़ एकत्रित होती है जो सोनाक्षी देवी का आश्रीबाद लेने के लिए इकट्टा होते है। सोनाक्षी शक्तिपीठ मंदिर के आसपास के सुंदर परिदृश्य भी टूरिस्टों के लिया अट्रेक्शन का केंद्र बने हुए है, जहाँ अक्सर अमरकंटक यात्रा पर आने वाले यात्री एकांत में समय व्यतीत करने के लिए यहाँ आते है। और पढ़े : माँ शारदा मंदिर मैहर माता से जुड़ी पूरी जानकारी कलचुरी काल के प्राचीन मंदिर अमरकंटक – Ancient Temples of Kalachuri Period Amarkantak in HindiImage Credit : Ranadip Ganguly1042 – 1072 ई में कलचुरि महाराजा कर्णदेव की देखरेख में निर्मित कलचुरी काल के प्राचीन मंदिर अमरकंटक के प्रमुख पर्यटक स्थल (Places To Visit In Amarkantak in Hindi) में से एक है। ये प्राचीन मंदिर कलचुरी वास्तुकला की विशाल चमक को दर्शाते हैं जो कि पालेश्वर महादेव मंदिर और मछेंद्रनाथ मंदिर जैसे मंदिरों में देखी जा सकती है। नर्मदा मंदिर के ठीक पीछे स्थित इन मंदिरों का संरक्षण वर्तमान में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की देखरेख में हैं। यदि आप इतिहास के शौकीन और प्राचीन वास्तुकला के प्रेमी है, तो आपको अमरकंटक यात्रा में कलचुरी काल के इस प्राचीन मंदिर घूमने अवश्य जाना चाहिये। दूध धारा अमरकंटक – Dudh Dhara Falls Amarkantak in HindiImage Credit : Saptarshi Sarkarदूध धारा वाटर फाल अमरकंटक के साथ साथ भारत के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है। दूध धारा वाटर फाल नर्मदा नदी पर पड़ने वाला दूसरा झरना है जिसे अपना नाम दुधिया रंग की धारा के कारण मिला है। बता दे दूध धारा अमरकंटक यात्रा में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें में से एक है जो टूरिस्ट के लिए अट्रेक्शन का केंद्र बना हुआ है। यदि आप अपने फ्रेंड्स या फैमली के साथ अमरकंटक के प्रमुख पर्यटक स्थल (Places To Visit In Amarkantak in Hindi)की यात्रा पर जाने वाले है तो आपको अपनी अमरकंटक की यात्रा में दूध धारा वाटर फाल अवश्य जाना चाहिये, जहाँ आप अपने फैमली के साथ मस्ती करते हुए मेमोरिबल टाइम स्पेंड कर सकते है। माई की बगिया अमरकंटक – Mai ki Bagiya Amarkantak in HindiImage Credit : Lokesh chirmadeनर्मदाकुंड से लगभग 5 किमी की दूरी पर स्थित माई की बगिया देवी नर्मदा को समर्पित पेड़ों का एक प्राकृतिक ग्रोव है जो आसपास के जंगलों को कवर करता है। माई की बगिया प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर एक शांत जगह है जहाँ अक्सर पर्यटक और तीर्थ यात्री शांति की तलाश में आते है। इस उद्यान में आम के पेड़, केले के पेड़ और अन्य फलों के पेड़ के साथ-साथ गुलबकावली, गुलाब और अन्य फूलों के पौधे हैं, जो इस उद्यान की सुन्दरता में चार चाँद लगाने के कार्य करते है। माई की बगिया पर्यटकों के साथ साथ नियमित रूप से तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है जो नर्मदा नदी की परिक्रमा लगाते है। ध्यान से यदि आप आप माई की बगिया घूमने जायें तो यहाँ बंदरों से सावधान रहें क्योंकि अक्सर यहाँ बंदर तीर्थ पर्यटकों को परेशान करते हुए देखे जाते है। जलेश्वर महादेव मंदिर अमरकंटक – Shri Jwaleshwar Mahadev Amarkantak in HindiImage Credit : Pryanka Dwivediअमरकंटक शहर से 10 किलोमीटर दूर और नर्मदा मंदिर के उत्तर-पूर्व की ओर स्थित जलेश्वर महादेव मंदिर अमरकंटक के प्रमुख मंदिर (Famous Tourist Places of Amarkantak in Hindi) में से एक है। बता दे जलेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, और मंदिर में एक काला शिव लिंग स्थापित है, जिसे जलेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है। जलेश्वर महादेव मंदिर अमरकंटक धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है जहाँ हर साल हजारों श्रद्धालु भोले नाथ के दर्शन और उनका आश्रीबाद लेने के लिए यहाँ आते है। कबीर चबूतरा अमरकंटक – Kabir Chabutra, Amarkantak in HindiImage Credit : Deepak Kumarअमरकंटक से 5 किमी की दूरी पर बिलासपुर के रास्ते पर स्थित, कबीर चबूतरा अमरकंटक के प्रमुख पर्यटक स्थल (Famous Tourist Places of Amarkantak in Hindi) में से एक है। माना जाता है की यह वह स्थान है जहाँ संत कबीर ने आत्मज्ञान और उद्धार प्राप्त किया था। तब से यह दुनिया भर के तीर्थयात्रियों के लिए अमरकंटक यात्रा का एक श्रद्धेय स्थल बन गया है। अन्य अट्रेक्शन के रूप में एक छोटा पानी का कुंड और कबीर चबूतरा से थोड़ी दूरी पर स्थित एक ट्रेकिंग ट्रेल है जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच भी काफी लोकप्रिय है। सोनमुडा अमरकंटक – Sonemuda, Amarkantak in HindiImage Credit : Sunetra Biswasसोनमुडा सोन नदी की उत्पत्ति का बिंदु है, जो नर्मदाकुंड से 1.5 किमी दूर स्थित है। यहाँ शानदार जगह सोन नदी, मैकल पर्वत से सैकड़ों फीट नीचे के मनोरम दृश्यों के लिए जानी जाती है। यदि आप अमरकंटक यात्रा पर जाने वाले है तो आपको अपना कुछ टाइम निकालकर इस आकर्षक जगह घूमने जरूर जाना चाहिये। और पढ़े : भेड़ाघाट धुआंधार जबलपुर घूमने की जानकारी अमरकंटक घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Amarkantak in HindiImage Credit : Shivani Mahobiaअमरकंटक की यात्रा पर जाने के लिए बेस्ट टाइम सर्च करने वाले पर्यटकों को बता दे, अमरकंटक की यात्रा का सबसे अच्छा समय सर्दियों के महीनों में अक्टूबर से शुरू होकर फरवरी तक रहता है। मानसून के बाद, बारिश की बौछारें इस क्षेत्र में वनस्पतियों के लिए एक निश्चित आकर्षण जोड़ देती हैं। अमरकंटक धाम की यात्रा के लिए सर्दियों का टाइम ऐसा टाइम होता है जब आप सुखद माहौल में अमरकंटक के प्रमुख पर्यटक स्थल की यात्रा कर सकते है, साथ ही इस समय नर्मदा जयंती, मकर संक्रांति और शिव चतुर्दशी जैसे त्यौहार भी पड़ते है जिन्हें अमरकंटक में बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। अमरकंटक में रुकने के होटल्स – Hotels in Amarkantak in Hindiअक्सर हम कही घूमने जाने से पहले उस स्थान पर रुकने के लिए होटल्स के बारे में सर्च करने लगते है। इसी प्रकार यदि आप भी अमरकंटक की यात्रा में रुकने के लिए होटल्स को सर्च कर रहे है, तो हम आपको आपकी इन्फोर्मेशन के लिए बता दे अमरकंटक में रुकने के लिए लिमेटेड ऑप्शन एवेलेवल है, इसीलिए अपनी यात्रा पर जाने से पहले होटल्स अवश्य बुक कर लें।
अमरकंटक केसे जायें – How to Reach Amarkantak in Hindiयदि आप अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ अमरकंटक धाम की यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे है, और सर्च कर रहे है की हम अमरकंटक केसे जाएँ ? तो हम आपकी इन्फोर्मेशन के लिए बता दे आप अमरकंटक जाने के लिए फ्लाइट, ट्रेन या रोडवे में किसी भी ऑप्शन को सिलेक्ट कर सकते है। तो आइये हम नीचे डिटेल में जानते की हम फ्लाइट, ट्रेन या बस से अमरकंटक केसे जायें- फ्लाइट से अमरकंटक केसे पहुचें – How To Reach Amarkantak By Flight in Hindiजिन पर्यटकों ने अमरकंटक की ट्रिप के लिए फ्लाइट के ऑप्शन को सिलेक्ट किया है, उनकी इन्फोर्मेशन के लिए बता दे अमरकंटक का सबसे नियरेस्ट एयरपोर्ट जबलपुर में स्थित है, जो अमरकंटक से 254 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। फ्लाइट से सफ़र करके जबलपुर एयरपोर्ट पहुचने के बाद आपको यहाँ से बस, टेक्सी या केब बुक करके अमरकंटक जाना होगा। ट्रेन से अमरकंटक केसे जायें – How To Reach Amarkantak By Train in Hindiयदि आप ट्रेन से ट्रेवल करके अमरकंटक जाना चाहते है, तो हम आपकी इन्फोर्मेशन के लिए बता दे अमरकंटक का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन शहर से 17 किमी की दूरी पर स्थित है। लेकिन यह रेलवे स्टेशन सिर्फ छोटे रेल रूटों से जुड़ा है। इसीलिए यदि आप किसी फ़ास्ट ट्रेन से आने वाले है तो इसके लिए आपको पहले जबलपुर आना होगा। जबलपुर रेलवे स्टेशन पहुचने के बाद बस, केब या टेक्सी से अमरकंटक पहुच सकते है। सड़क मार्ग से अमरकंटक केसे जायें – How To Reach Amarkantak By Road in Hindiअमरकंटक जबलपुर से सड़कों के माध्यम से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। कई राज्य संचालित और निजी बसें हैं जो अमरकंटक और जबलपुर के बीच चलती हैं। अच्छी तरह से निर्मित सड़कों के कारण अमरकंटक की यात्रा करना बहुत आरामदायक है। और पढ़े : मध्य प्रदेश पर्यटन में घूमने के लिए बेस्ट 35 जगहें इस लेख में आपने अमरकंटक धाम की यात्रा और अमरकंटक के प्रमुख पर्यटक स्थल (Famous Tourist Places of Amarkantak in Hindi) के बारे में जाना है आपको हमारा ये लेख केसा लगा हमे कमेन्ट करके जरूर बतायें। इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं। अमरकंटक का मेप – Map of Amarkantak in Hindiऔर पढ़े :
अमरकंटक का पुराना नाम क्या है?अमरकंटक में नर्मदा के उद्गम स्थान के पर्वत को सोम भी कहा गया है।
अमरकंटक में भगवान शिव को क्या कहते हैं?यहां कई प्राचीन शिव मंदिर हैं. इन्हीं में से एक है अमरकंटक से 10 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित ज्वालेश्वर महादेव मंदिर. कहा जाता है कि भगवान शिव ने स्वयं इस मंदिर को स्थापित किया था. पुराणों में इस स्थान को महा रूद्र मेरु कहा गया है.
नर्मदा जी किसकी बेटी है?नर्मदा नदी के बारे में कहा जाता है कि यह राजा मैखल की पुत्री थीं। नर्मदा के विवाह योग्य होने पर मैखल ने उनके विवाह की घोषणा करवाई। साथ ही यह भी कहा कि जो भी व्यक्ति गुलबकावली का पुष्प लेकर आएगा राजकुमारी का विवाह उसी के साथ होगा।
अमरकंटक से निकलने वाली नदी का नाम क्या है?अमरकंटक नर्मदा नदी, सोन नदी और जोहिला नदी का उदगम स्थान है। यह हिंदुओं का पवित्र स्थल है। मैकाल की पहाडि़यों में स्थित अमरकंटक मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले का लोकप्रिय हिन्दू तीर्थस्थल है। समुद्र तल से 1065 मीटर ऊंचे इस स्थान पर ही मध्य भारत के विंध्य और सतपुड़ा की पहाडि़यों का मेल होता है।
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