केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं का विरोध प्रदर्शन बढ़ता ही जा रहा है। सेना में भर्ती की नई प्रक्रिया के खिलाफ बिहार से उठी असंतोष की आँधी ने अब हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश समेत देश के कई राज्यों को चपेट में ले लिया है। युवाओं को नौकरी की ये शॉर्ट टर्म योजना रास नहीं आ रही। सवाल उठता है कि क्या भारत दुनिया का पहला ऐसा देश है जो इस तरह की योजना लेकर आया है? जवाब है – नहीं। Show कौन हैं वो देश? अमेरिका जैसे विकसित देश में इस तरह की एक योजना पहले से लागू है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, U.S. Army Recruiting Command इसी साल फरवरी में दो साल के लिए सेना में भर्ती होने का विकल्प लाया है। इसके तहत योजना के तहत बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग के बाद एक्टिव ड्यूटी पर केवल दो साल के लिए ही रहना होगा। वहां की सरकार का मानना है कि इससे उन लोगों को सहूलियत मिलेगी जो लम्बे समय के लिए सेना की नौकरी नहीं करना चाहते। अमेरिका के इस नए शॉर्ट टर्म सेना भर्ती प्लान के तहत दो साल की एक्टिव ड्यूटी के बाद आर्मी रिजर्व में अतिरिक्त दो साल की सेवा देनी होगी। लोकप्रिय खबरें Grah Gochar 2023: साल 2023 के पहले दिन वक्री अवस्था में बुध देव करेंगे गोचर, इन 3 राशियों की बदल सकती है किस्मत! Yearly Horoscope 2023: सभी 12 राशि वालों के लिए साल 2023 कैसा रहेगा? पढ़ें यहां वार्षिक राशिफल 2023 में इन 3 राशि वालों की गोचर कुंडली में बनेगा ‘मालव्य राजयोग’, मिल सकता है अपार पैसा और पद- प्रतिष्ठा Aquarius Yearly Horoscope 2023: कुंभ राशि वालों के लिए साल 2023 कैसा रहेगा; जानें करियर- कारोबार, आर्थिक स्थिति और वैवाहिक जीवन का हाल अपनी हाईटेक सुरक्षा तकनीक और श्रेष्ठ खुफीया एजेंसी मोसाद के लिए चर्चित इजराइल भी सेना में शॉर्ट टर्म के लिए भर्ती करता है। इजराइल के प्रत्येक यहूदी, ड्रूज या सर्कसियन नागरिक को सेना में अपनी सेवा देना आवश्यक है। जैसे ही इन नागरिकों की उम्र 18 वर्ष से अधिक होती है, उन्हें सेना में भर्ती के लिए भेज दिया जाता है। इजराइल की सेना में पुरुषों को कम से कम 32 महीने और महिलाओं को कम से कम 24 महीने की सेवा देनी होती है। कुछ अपवादों को छोड़कर ये कायदा सभी पर लागू होता है। Also Read Agnipath Recruitment Scheme कैसे केंद्र के बढ़ते वेतन-पेंशन के खर्च को काबू करने में करेगी मदद? समझें यूरोप के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित देश ‘यूनाइटेड किंगडम’ जिसके लिए ब्रिटेन या ग्रेट ब्रिटेन शब्द का भी इस्तेमाल किया जाता है, उस देश में भी युवा 4 साल के लिए सेना में भर्ती होते हैं। इस देश में नियमित रूप से 18 वर्ष से कम उम्र के युवाओं को सेना में शामिल किया जाता है। यूके की सेना भर्ती होने के लिए कम से कम 16 वर्ष का होना अनिवार्य है। ऐसे में जो नाबालिग 16 या 17 वर्ष की आयु में भर्ती होते हैं, उन्हें 22 साल की उम्र तक सेवा देनी होती है। जो 18 की उम्र में भर्ती होते हैं, उन्हें कम से कम चार साल सेना में रहना होता है। कुछ इसी तरह का नियम यूके की नेवी और एयर फोर्स में भी है। अग्निपथ से पहले भी भारत में शॉर्ट टर्म कमिशन के तहत होती है भर्ती अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती करने का प्लान है। चार साल बाद इनमें सिर्फ 25 प्रतिशत सैनिकों को रखा जाएगा, बाकी को सेवामुक्त कर दिया जाएगा। सेवामुक्त किए गए सैनिकों को पेंशन या ग्रेच्युटी नहीं दी जाएगी। जो 25 प्रतिशत बच जाएंगे उन्हें 15 साल सेवा देने का मौका मिलेगा। हालांकि भारतीय सेना में अग्निपथ योजना से ही शॉर्ट टर्म सर्विस की शुरुआत नहीं हो रही है। अग्निपथ के पहले से एक शॉर्ट सर्विस कमिशन सक्रिय है, जिसके तहत 10 साल के शुरुआती कार्यकाल के लिए भर्ती की जाती है। इसकी सीमा बढ़ाकर 14 साल तक किया जा सकता है। ये परमानेंट कमीशन के तहत हुई भर्तियों से अलग होता है। दुनिया में 16 देश ऐसे हैं जहां पर अनिवार्य सैन्य सेवा (Mandatory Military Service) लागू है. ये कुछ महीनों से लेकर कुछ सालों तक की हो सकती है. अगर किसी युवा या नागरिक ने सैन्य सेवा से मना किया तो उसे उस देश के नियमों के अनुसार सजा भुगतनी पड़ती है. भारत इस मामले में आज़ादी देता है. कोई चाहे तो सेना में भर्ती हो या न हो. अब सामान्य रूप से भर्ती हो या फिर अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) के तहत अग्निवीर (Agniveer) बने. आइए जानते हैं ये 16 देश कौन से हैं, जहां पर अनिवार्य सैन्य सेवा लागू है. इजरायल (Israel) : इजरायल में पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए ही अनिवार्य सैन्य सेवा जरूरी है. यहां पुरुषों को ढाई साल सेना में रहना होता है. कुछ सैनिकों को अलग-अलग जिम्मेदारियों के तहत अतिरिक्त चार महीने भी रुकना होता है. महिलाओं को दो साल सैन्य सेवा करनी होती है. जरूरत पड़ने पर कुछ पदों के लिए अतिरिक्त 8 महीने सर्विस करनी होती है. सिर्फ मेडिकल ग्राउंड पर ही किसी को सेना छोड़ने की अनुमति मिलती है. विशेष परिस्थितियों में एथलीट्स को कम समय में सेना छोड़ने की अनुमति मिलती है. बरमूडा (Bermuda) : बरमूडा इंग्लैंड की समुद्री टेरिटरी में आता है. लेकिन इसके बावजूद इसकी अलग सेना है. जिसमें पुरुषों को सेना में भर्ती होने के लिए सरकार लॉटरी निकालती है. इसमें 18 से 32 साल के पुरुषों की भर्ती की जाती है. लॉटरी में जिसका नाम आता है उसे बरमूडा रेजिमेंट में अनिवार्य तौर से 38 महीनों के लिए सेवा करनी होती है. रूस में लागू है अनिवार्य सैन्य सेवा का नियम. ट्रेनिंग करते रूसी फौजी. (फोटोः एपी)रूस (Russia) : रूस में 18 से 27 साल तक के युवाओं अनिवार्य सैन्य सेवा करनी होती है. 1980 के बाद से सैन्य सेवा की अवधि दो साल से घटाकर 18 महीने कर दी गई थी. लेकिन 1995 के बाद इसे वापस दो साल कर दिया गया था. साल 2006 में नया नियम आया. साल 2007 में भर्ती हुए लोगों को 18 महीने और 2008 में भर्ती हुए लोगों को एक साल ही काम करना था. डॉक्टरों, टीचरों और उन पुरुषों को छूट है, जिनके तीन साल या उससे छोटे बच्चे हों. ब्राजील (Brazil) : ब्राजील में पुरुषों को 12 महीने तक मिलिट्री सर्विस करनी होती है. ये नियम उनके 18 साल के होते ही लागू हो जाता है. सेहत के आधार पर छूट मिल सकती है. अगर आप यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं तो सैन्य सेवा टाली जा सकती है, लेकिन इसे रद्द नहीं किया जा सकता. हर युवा पुरुष को ब्राजील की सेना में नौकरी करनी ही होती है. साइप्रस (Cyprus) : साइप्रस में सभी ग्रीक साइप्रियट पुरुषों को अनिवार्य तौर से सेना में काम करना होता है. साइप्रस की सेना में 17 साल से लेकर 50 साल तक के पुरुषों की भर्ती होती है. साल 2008 के बाद से आर्मेनियंस, लैटिन्स और मेरोनाइट्स को भी सर्विस देनी होती है. यहां पर 24 महीने के लिए सेना में रहना होता है. ग्रीस (Greece) : ग्रीस के युवा जैसे ही 19 साल के होते हैं उन्हें सैन्य सेवा में भर्ती होना ही होता है. 45 साल के उम्र तक के लोग सेना में भर्ती हो सकते हैं. ग्रीस की सेना में भर्ती होने का बेहद रोचक नियम है. अगर आप विदेशी नागरिक भी हैं, लेकिन आपको अगर ग्रीस की सरकार ने ग्रीक मान लिया तो आपको वहां की सेना में काम करना पड़ेगा. या फिर वह ग्रीस की नागरिकता ले चुका हो. या फिर उसके पास किसी अन्य देश की भी नागरिकता क्यों न हो. नॉर्वे जैसे बर्फीले इलाके वाले देश में भी सैन्य सेवा जरूरी है. (फोटोः रॉयटर्स)ईरान (Iran) : ईरान में भी अनिवार्य सैन्य सेवा लागू है. यह 18 की उम्र से शुरु हो जाता है. अगर किसी को शारीरिक या मानसिक रूप से कोई बीमारी या अक्षमता है, तभी उसे छूट मिलती है. छात्रों की पढ़ाई की वजह से सैन्य सेवा में देरी की जा सकती है, लेकिन टाली नहीं जा सकती. 24 महीने तक सेना की सेवा करनी होती है. खराब इलाकों में तैनाती के दौरान सर्विस 22 महीने और सीमा पर तैनाती के समय 20 महीने कर दी जाती है. उत्तर कोरिया (North Korea) : उत्तर कोरियाई सेना में भर्ती अनिवार्य है. हालांकि इसके संवैधानिक नियमों को लेकर संशय है. सेना में महिलाओं की भर्ती सेलेक्टिव होती है. ये 14 साल की उम्र में शुरु हो जाती है. सर्विस 17 की उम्र में शुरु होती है. 30 साल की उम्र में खत्म हो जाती है. इसकी शुरुआत कोरियन युद्ध के समय हुई थी. दक्षिण कोरिया (South Korea) : दक्षिण कोरिया में 18 से 28 साल के युवाओं को अनिवार्य तौर पर सैन्य सेवा करनी होती है. उन्हें दो साल तक सेना में रहता होता है. पिछले साल दक्षिण कोरियाई संसद ने K-Pop स्टार्स को 30 साल की उम्र तक सेना में शामिल होने की छूट दी है. लेकिन वो मिलिट्री सर्विस से भाग नहीं सकते. मेक्सिको (Mexico) : साल 2000 के बाद से मेक्सिको की सेना में महिलाओं की भर्ती भी होने लगी है. मेक्सिको की सेना में 18 वर्ष की आयु से भर्ती शुरु हो जाती है. एक्टिव ड्यूटी के लिए 18 से 21 साल के युवाओं की भर्ती होती है, जिनका सेकेंडरी एजुकेशन पूरा हो चुका हो. 22 साल उनके लिए है, जिनका हाई स्कूल पूरा हुआ हो. सिंगापुर (Singapore) : सिंगापुर में नेशनल सर्विस अनिवार्य है. हर पुरुष को 18 साल की उम्र होते ही सिंगापुर आर्म्ड फोर्सेस में शामिल होना होता है. इसके अलावा वह सिंगापुर सिविल डिफेंस फोर्स या फिर सिंगापुर पुलिस फोर्स में शामिल हो सकता है. इस नियम को तोड़ने वालों को 10 हजार सिंगापुरियन डॉलर्स यानी 5.61 लाख रुपये का जुर्माना, तीन साल की सजा या फिर दोनों भुगतना पड़ सकता है. स्विट्जरलैंड (Switzerland) : स्विट्जरलैंड में अनिवार्य सैन्य सेवा लागू है. सभी सेहतमंद पुरुषों को वयस्क होते ही मिलिट्री में शामिल होना होता है. महिलाएं खुद चाहें तो सेना में शामिल हो सकती हैं. यह करीब 21 हफ्ते की होती है. इसके बाद जरूरी ट्रेनिंग के अनुसार इसे बढ़ाया जा सकता है. आमतौर पर इसमें 6 ट्रेनिंग पीरियड होते हैं. हर ट्रेनिंग 19 दिन की होती है. थाईलैंड (Thailand) : थाईलैंड में अनिवार्य सैन्य सेवा 1905 से लागू है. सभी थाईलैंड निवासियों (पुरुष) को सेना में भर्ती होना जरूरी है. पुरुषों 21 साल की उम्र में पहुंचते ही सेना में भर्ती होना होता है. तुर्की (Turkey) : तुर्की में भी सेना भर्ती जरूरी है. सभी पुरुष जिनकी उम्र 20 से 41 साल के बीच है, उन्हें तुर्की की सेना में शामिल होना ही होगा. जिनका हायर एजुकेशन या वोकेशनल ट्रेनिंग चल रहा होता है, वो कुछ दिन के लिए अपनी मिलिट्री ट्रेनिंग टाल सकते हैं. संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) : संयुक्त अरब अमीरात में नेशनल सर्विस जरूरी है. सभी अमीराती पुरुष जिनकी उम्र 17 से 30 साल के बीच है, उन्हें संयुक्त अरब अमीरात की फौज में शामिल होना होता है. सेना में 16 महीने नौकरी करनी होती है. नॉर्वे (Norway) : नार्वे में 19 साल से लेकर 44 साल के नागरिकों को अनिवार्य रूप से सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करनी होती है. अमेरिका में फौज की नौकरी कितने साल की होती है?अमेरिका में लोग अपनी मर्जी से सेना में भर्ती हो सकते हैं
सैनिक 4 साल के लिए भर्ती होते हैं। जरूरत पड़ने पर उन्हें 4 साल का एक्सटेंशन दिया जाता है।
अमेरिका में सेना का कार्यकाल कितना होता है?अमेरिका के पास 14 लाख सैनिकों की फौज है और यहां भर्तियां एच्छिक आधार पर होती हैं। ज्यादातर सैनिक चार साल के लिए भर्ती होते हैं और अगर जरूरत होती है तो सैनिकों को चार साल का एक्सटेंशन दे दिया जाता है।
अमेरिका में सेना की भर्ती कैसे होती है?अमेरिकी सेना में भर्ती के लिए आवेदक को सबसे नजदीकी मिलिट्री भर्ती सेन्टर से पहले बात कर के तारिख लेनी परती है । तय दिन अपने कागजातों के साथ वहां पहुंचना होता है …जन्म प्रमाण पत्र , सोशल सिक्योरिटी कार्ड, ड्राईविग लाइसेंस, शैक्षणिक योग्यता आदि । सबसे पहले कागजातों के जांच के बाद एक 3 घंटे का एपटीट्यूड टेस्ट होता है ।
2022 में आर्मी की नौकरी कितने साल की है?4 साल की ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद उम्मीदवारों को आर्मी में परमानेंट किया जाएगा. लेफ्टिनेंट - लेवल-10 के तहत 56,100 रुपये से 1,77,500 रुपये तक वेतन दिया जाएगा.
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