Solution : .सूर्य का प्रकाश विभिन्न रंगों का सम्मिश्रण है..-प्रिज्म द्वारा सूर्य के प्रकाश का स्पेक्ट्रम प्राप्त होने के दो कारण सम्भव हैं वास्तव में, दूसरा कारण सत्य है। इसकी पुष्टि निम्नांकित प्रयोग से की जाती है- चित्र में प्रिज्म 1 तथा 2 अन्धेरे कमरे में रखे गए हैं। इन दोनों के बीच में परदा रखा, है, जिसमें एक बहुत छोटा-सा छिद्र बना हुआ है। एक पतले छिद्र H द्वारा प्रिज्म 1 पर सूर्य का प्रकाश डालते हैं। प्रिज्म 1 के दूसरी ओर रखे परदे पर स्पेक्ट्रम प्राप्त करते हैं। परदे के छिद्र द्वारा स्पेक्ट्रम के किसी एक रंग, जैसे-हरे रंग के प्रकाश को प्रिज्म 2 पर डालते हैं तथा प्रिज्म 2 से निर्गत प्रकाश को देखते हैं। प्रिज्म 2 से नए रंग का प्रकाश प्राप्त नहीं होता है। इस प्रकार, परदे के छिद्र के द्वारा क्रमश: प्रत्येक रंग का प्रकाश प्रिज्म 2 पर डालने से प्रिज्म 2 से निर्गत प्रकाश उसी रंग का प्राप्त होता है, जिस रंग का प्रिज्म 2 पर डाला गया था। इससे निष्कर्ष निकलता है कि प्रिज्म प्रकाश को रंग प्रदान नहीं करता है बल्कि सूर्य का प्रकाश विभिन्न रंगों के प्रकाश का सम्मिश्रण है तथा प्रिज्म इन सभी रंगों को अलग-अलग कर देता है। Show
कांच के प्रिज्म की मदद से हम दिखा सकते हैं की सूर्य के प्रकाश में 7 रंग होते हैं। इसके लिए हमें सबसे पहले कांच के प्रिज्म को इस प्रकार रखना है की खिड़की से आने वाली धूप प्रिज्म के एक तरफ और फिर सफेद दीवार पर पड़े। इससे आपको एक ऐसा नजारा देखने को मिलेगा जिसमें आपको प्रिज्म सफेद रोशनी को सात अलग-अलग रंगों में बटते देखोगे। Rjwala Rjwala is an educational platform, in which you get many information related to homework and studies. In this we also provide trending questions which come out of recent recent exams.सूर्य के प्रकाश में सात रंग क्यों होते हैं ?अक्तूबर 17, 2019
सूर्य ☀ के प्रकाश में सात रंग होते हैं यह लगभग हर शक्स जानता ही होगा। पर यह क्यों होता है यह बहुत कम लोग ही जानते होंगे। इस सवाल का जवाब जानने से पहले हमें एक और महत्वपूर्ण सवाल देखना अतिआवश्यक है और वो है सूर्य के प्रकाश के रंग का विशेष क्रम में होना - लाल (Red) , नारंगी(Orange, पीला(yellow) हरा(Green), आसमानी (Sky), नीला (Blue) तथा बैगनी( Violet) सूर्य के प्रकाशीय रंग विशेष क्रम में क्यों ?सूर्य के प्रकाश के सात रंग लाल, नारंगी, पीला, हरा, आसमानी, नीला और बैगनी इसी क्रम में ही क्यों होते हैं ? यह सवाल बहुत ही महत्वपूर्ण है। दरअसल प्रकाश के रंग और ऊष्मा दोनों में गहरा संबंध होता है। प्रकाश की जननी ( माँ ) ऊष्मा है क्योंकि बिना ऊष्मा के कोई भी प्रकाश उत्पन्न नहीं होता। इसलिए जैसी ऊष्मा वैसा रंग ( प्रकाशीय रंग ) होता है। इन सातों प्रकाशीय रंगों में सबसे कम ऊष्मा लाल रंग की और सबसे ज्यादा ऊष्मा बैगनी रंग की होती है। जब सूर्य से ऊष्मा निकलती तो यह प्रकाशीय रंगों के रूप में एक स्थान से दूसरे स्थान तक संचरित होती है। यहाँ पर एक सवाल उठ सकता है कि ऊष्मा प्रकाशीय रंगों के रूप में संचरित होती है तो हमें इसकी जानकारी कितााबों में पढ़ने को क्यों नहीं मिलती है ?
पर यह इतने पास - पास होतें हैं कि आँखें इनमें अन्तर नहीं कर पाती हैं पर जैसे ही ये प्रकाश किसी विचलन भरेे माध्यम से होकर गुजरतेे हैं तो इनके बीच की दूरी बढ़ जाती है और इनकी ऊष्मीय ऊर्जा में कमी भी हो जाती है। इसलिए हमें ये सातों रंग आसानी से दिखने लगते हैं। यही कारण है कि ये सभी सातों प्रकाशीय रंग लाल, नारंगी, पीला, हरा, आसमानी, नीला और बैगनी को इस क्रम में रखा या लिखा जाता है। इस तरह श्वेत (सफेद) प्रकाश की ऊष्मा इन सभी सातों रंगों से अधिक होती है या इन सभी के योग के लगभग बराबर होती है। क्योंकि हम जाानते हैं कि इन सातों प्रकाशीय रंगों से मिलकर ही श्वेत प्रकाश बना है। प्रकाशीय रंगों का व्यवहारिक जीवन में उपयोग। (Use of optical colors in practical life. )
प्रकाशीय रंगों के निम्नलिखित ऊपयोग देखिए -
इसे 👇 पढ़ने के लिए क्लिक करें। सूर्य सुबह और शाम लाल क्यूँ दिखाई देता है ? शेयर करें लेबलMathematics vision Possibilityplus Possibilityplus Science ScienceTags: Mathematics vision Possibilityplus Possibilityplus Science Science शेयर करें दिशा पता करने के बेस्ट तरीके | दिशा कैसे पता करेंनवंबर 30, 2022 दु नियाँ के किसी भी कोने में जाओ आप हर जगह पर दिशा पता कर सकते हैं। हमने यह आर्टिकल उपयोग करने के लिए बनाया है ऊम्मीद है आपके लिए उपयोगी साबित होगा। इस आर्टिकल को अन्त तक जरूर पढिएगा क्योंकि हमने इसमें लगभग सभी संभव तरिके बताएँ हैं जो आपको हर परिस्थितियों में दिशा पता करने के लिए काफी हो सकता है। दिशा का पता करने से पहले हम दिशा के बारे कुछ अहम / आवश्यक जानकारी देने जा रहें हैं ताकि दिशा पता करना और आसान हो जाये |इसमे सबसे पहले जानतें हैं दिशा क्या है और इसका महत्व क्या है | दिशा ( Direction ) एक ऐसा मैप या साधन जो हमें उत्तर - दक्षिण , पूरब - पश्चिम , उपर - निचे और आगे - पीछे इन सभी को प्रदर्शित करे दिशा कहलाता है | दिशा मुख्यतः चार प्रकार की हैं ( अगर उपर - निचे को छोड़दे तो ) लेकिन इनको अलग - अलग भागो मैं बाँटे तो ये दश प्रकार की हो जाती है | अगर हमें इन चारों के बीच की दिशाओं को बताना है तो चित्रानुसार बतायेंगे। जैसे हमें पश्चिम और उत्तर केे बीच की दिशा को बताना है तो हम उत्तर-पश्चिम कहेेंगे। इसी तरह से बाकि सभी दिशाओं के बारे में हम कहेेंगे। घर बन शेयर करें 19 टिप्पणियांऔर पढ़ें भिन्न का गुणा , भाग , जोड़ और घटना हल करनाअक्तूबर 09, 2021 ऊपर चित्र में एक वृत्त को तीन बराबर भागों में बाँटा गया है । अगर हम कहें कि इसमें से एक भाग किसी को दे दिया जाये तो कितना भाग बचेगा तो इसका जवाब है, 2/3 भाग जिसे शाब्दिक याा साधारण भाषा में दो तिहाई भाग कहेगें । इसी प्रकार ( एक बटा तीन ) 1 / 3 को एक तिहाई कहेंगे। चलिए अब जानते हैं इनको जोड़ने, घटाने, गुणा और भाग करने के तरीीकों के बारे में पुरी जानकारी। भिन्नों का जोड़ , घटाना , गुणा और भाग; इस पोस्ट में आपको सब सीखने को मिलेगा। अगर आपके पास कोई सवाल है भिन्नों को हल करने या किसी भी तरह की भिन्न हो तो हमें निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज दें । भिन्न क्या है ? What is the Fraction ? भिन्न एक आंशिक भाग होती है जो दो भागों से बनती है - अंश हर जैसे - 1 / 3 , जिसमें 1 अंश और 3 हर है । a / b में " a " अंश और " b " हर है। आज के दौर में बहुत - से लोग ऐसे हैं जो पढ़ - लिखकर भी भिन्न हल करना नहीं जानते हैं । इस कमी का आभास उन्हें तब होता है जब वो कोई काम करने लगते हैं और काम या कार्य में शेयर करें 9 टिप्पणियांऔर पढ़ें फोन हमेशा क्यों व्यस्त बताता है ? मोबाइल फोन का इस्तेमाल आज इतना बढ़ गया है कि लगभग हर घर में यह अनिवार्यरूप से मिल ही जायेगा। इसका मुख्य कारण है भाग - दौड़ भरी जिंदगी। इसीलिए मोबाईल तो अनिवार्य रूप से आज के समय में चाहिए ही चाहिए। ऐसे में मोबाइल का से बात न हो पाना मोबाईल के उपयोग का मतलब ही नहीं रह जाता है । अगर बार - बार यानी किसी भी समय जब काॅल करते हैं और हर बार व्यस्त बता रहा है तो संभव है कि आपका नंबर ब्लाॅक किया गया है। चलिए इसके बारे में जानते हैं कि विस्तार से । मोबाइल क्यों हमेशा व्यस्त बताता है इसके कई कारण होते हैं जो निम्नलिखित हैं - नम्बर ब्लाॅक किया गया हो सकता है। नेटवर्किंग समस्या नम्बर ब्लाॅक 🚫 होना क्या है ? मोबाइल नम्बर ब्लाॅक होने का मतलब यह है कि अगर आपका नम्बर किसी कारण से ब्लाॅक हो गया है या किसी ने जानबूझकर आपके नम्बर को ब्लॉक कर दिया है तो आप चाहे जितनी बार भी उस नम्बर पर कॉल ( call ) कर लो पर काॅल हमेशा व्यस्त 📞 ( Busy ) ही बतायेगा। आपको फोन पे Ring ( घण्टी ) बजते हुए सुनाई देगी पर जिस नम्बर पर आप फोन / आप कैसे पता लगा सकते हैं कि सूर्य के प्रकाश में 7 रंग होते हैं?सूर्य की किरणों में सात रंग होते हैं। प्रिज्म की सहायता से देखने पर पता चलता है कि सूर्य सात रंग ग्रहण करता है। ये रंग हैं- बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल।
सूर्य के प्रकाश में कितने रंग होते हैं और कौन कौन?Detailed Solution
सही उत्तर सात है। सूर्य के प्रकाश में सात रंग होते हैं। सूर्य का प्रकाश सात रंगों में विभाजित होता है, अर्थात् बैंगनी, इंडिगो, नीला, हरा, नारंगी और लाल।
सूर्य के प्रकाश में पाए जाने वाले 7 रंगों के ठीक मध्य में कौन सा रंग होता है?ये रंग बैंगनी (Violet), नीला (Indigo), हरा (Green), पीला (Yellow), नारंगी (Orange), तथा लाल (Red) हैं। जब ये सभी रंग एक साथ मिलती हैं, तब यह सफेद रंग बन जाता है। इसी कारण सूर्य की किरणों से निकलने वाला प्रकाश इन रंगों के आपस में मिलने के बाद सफेद बन जाता है।
सूर्य के प्रकाश का रंग क्या होता है?सूर्य द्वारा उत्सर्जित प्रकाश का सफेद रंग होता है। सूर्य का वास्तविक रंग सफेद है। सूर्य हमें चमकता दिखाई देता है इसका कारण यह है कि पृथ्वी का वायुमंडल लाल, नारंगी और बैंगनी जैसे उच्च तरंग दैर्ध्य रंगों को कम तेज़ी से फैलाता है।
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