थायराइड को जड़ से खत्म करने के चमत्कारी घरेलू तरीकेटीम डिजिटल/अमर उजाला, दिल्ली Updated Mon, 26 Mar 2018 04:12 PM IST Show
थायराइड की समस्या से निजात पाने के लिए कई प्राचीन आयुवेर्दिक उपाय ऐसे हैं जिनके जरिए हम अपने में घर में ही मौजूद चीजों से रोकथाम के उपाय कर सकते हैं। देखिए लिस्ट क्या हैं ये चीजें? थायराइड को जड़ से खत्म करने के चमत्कारी घरेलू तरीकेअदरक थायराइड को जड़ से खत्म करने के चमत्कारी घरेलू तरीकेदही और दूध का सेवन थायराइड को जड़ से खत्म करने के चमत्कारी घरेलू तरीकेमुलेठी का सेवन थायराइड को जड़ से खत्म करने के चमत्कारी घरेलू तरीकेगेहूं और ज्वार का इस्तेमाल थायरॉइड से सम्बन्धित बीमारी अस्वस्थ खान-पान और तनावपूर्ण जीवन जीने के कारण होती है। आयुर्वेद के अनुसार, वात, पित्त व कफ के कारण थायरॉइड संबंधित रोग होता है। जब शरीर में वात एवं कफ दोष हो जाता है तब व्यक्ति को थायरॉइड होता है। आप थायराइड का इलाज करने के लिये आयुर्वेदिक तरीकों को आजमा सकते हैं। आयुर्वेदीय उपचार द्वारा वात और कफ दोषों को सन्तुलित किया जाता है। अच्छी बात तो यह है कि आप थायरॉइड का घरेलू उपचार भी कर सकते हैं। एलोपैथिक चिकित्सा में थॉयराइड विकार के लिये स्टीरॉइड्स का सेवन कराया जाता है, जो हानिकारक होता है। इसलिए थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा सबसे अच्छा माना जाता है। Contents
थायरॉइड क्या है? (What is Thyroid in Hindi?)थायरॉइड ग्रन्थि में आई गड़बड़ी के कारण थायरॉइड से संबंधित रोग जैसे Hyperthyroidism या Hypothyroidism होते है। Thyroid gland को अवटु ग्रन्थि भी कहा जाता है। अवटु या Thyroid ग्रन्थियाँ मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे बड़ी अतस्रावी ग्रंथियों में से एक है। यह द्विपिंडक रचना हमारे गले में स्वरयंत्र के नीचे Cricoid Cartilage के लगभग समान स्तर पर स्थित होती है। शरीर की चयापचय क्रिया में थायरॉइड ग्रंथि का विशेष योगदान होता है। यह Thyroid ग्रन्थि Tri–iodothyronin (T3) और Thyrocalcitonin नामक हार्मोन स्रावित करती है। ये हार्मोन शरीर के चयापचय दर और अन्य विकास तंत्रों को प्रभावित करते हैं। Thyroid harmone हमारे शरीर की सभी प्रक्रियाओं की गति को नियंत्रित करता है। आपका शरीर थायरॉइड से ये फायदा होता हैः-
थायरॉइड रोग के प्रकार (Thyroid Types in Hindi)थायरॉइड ग्रंथि विकार दो प्रकार के होते हैं-
थायरॉइड ग्रंथि की अतिसक्रियता (Hyperthyrodism)थायरॉइड ग्रंथि की अतिसक्रियता के कारण T4 और T3 harmone का आवश्यकता से अधिक उत्पादन होने लगता है। जब इन हार्मोन्स का उत्पादन अधिक मात्रा में होने लगता है तो शरीर ऊर्जा का उपयोग अधिक मात्रा में करने लगता है। इसे ही हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) कहते हैं। पुरुषों की तुलना महिलाओं में यह समस्या अधिक देखी जाती है। इसकी पहचान के ये लक्षणों हैंः-
अल्पसक्रियता (Hypothyrodism)थायराइड की अल्प सक्रियता के कारण हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) हो जाता है। इसकी पहचान इन परेशानियों से की जा सकती हैः-
थायरॉइड रोग होने के कारण (Thyroid Causes in Hindi)थायरॉइड होने के ये कारण हो सकते हैंः-
थायरॉइड होने के अन्य कारण (Other Causes of Thyroid)इन रोगों के कारण भी थायरॉइड की बीमारी हो सकती हैः- हाशिमोटो रोग (Hashimoto’s disease) यह रोग थायरॉइड ग्रंथि के किसी एक भाग को निक्रिय बना देता है। थायरॉइड ग्रंथि में सूजन (Thyroiditis) यह थायरॉइड ग्रंथि में सूजन आने के कारण होता है। शुरुआत में इसमें थाइरॉइड हार्मोन का अधिक उत्पादन होता है, और बाद में इसमें कमी आ जाती है। इस कारण हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyrodism) हो जाता है। कईं बार यह महिलाओं में गर्भावस्था के बाद देखा जाता है। आयोडीन की कमी आहार में आयोडिन की कमी के कारण हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyrodism) हो जाता है, इसलिए आयोडिन युक्त नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। ग्रेव्स रोग (Graves–disease) ग्रेव्स रोग व्यस्क लोगों में हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyrodism) होने का मुख्य कारण है। इस रोग में शरीर की रोग प्रतिक्षा प्रणाली ऐसे एंटीबायोडिट्स (Antibodies) का उत्पादन करने लगती है जो TSH को बढ़ाती है। यह अनुवांशिक बीमारी है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलती है। गण्डमाला रोग (Goitre) यह बीमारी घेंघा रोग के कारण भी हो सकती है। विटामिन बी12 (Vitamin B12) विटामिन बी12 के कारण भी हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyrodism) हो सकता है। थायरॉइड रोग का घरेलू इलाज करने के उपाय (Home Remedies for Thyroid Disease in Hindi)आप थायरॉइड को ठीक करने के लिए ये घरेलू उपचार आजमा सकते हैंः- मुलेठी से थायरॉइड का इलाज (Mulethi: Home Remedies for Thyroid Treatment in Hindi)मुलेठी का सेवन करें। मुलेठी में पाया जाने वाला प्रमुख घटक ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड थायरॉइड कैंसर सेल्स (Thyroid Cancer Cells) को बढ़ने से रोकता है। और पढ़ें: मुलेठी के फायदे अश्वगंधा चूर्ण के सेवन से थायरॉइड का इलाज (Ashwagandha Churna: Home Remedy for Thyroid in Hindi)रात को सोते समय एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण गाय के गुनगुने दूध के साथ लें। इसकी पत्तियों या जड़ को भी पानी में उबालकर पी सकते हैं। अश्वगंधा हार्मोन्स के असंतुलन को दूर करता है। और पढ़ें: अश्वगंधा के फायदे थायरॉइड का घरेलू उपचार तुलसी से (Tulsi: Home Remedies to Treat Thyroid in Hindi)दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिला कर सेवन करें। इससे थायरॉइड रोग ठीक होता है। और पढ़ेंः तुलसी के अनेक फायदे थायरॉइड का घरेलू इलाज हरी धनिया से (Dhaniya: Home Remedy for Thyroid Treatment in Hindi)हरी धनिया को पीसकर एक गिलास पानी में घोल कर पिएं। इससे थायरॉइड रोग से आराम मिलेगा। और पढ़ेंः धनिया के फायदे और नुकसान त्रिफला चूर्ण से थायरॉइड से लाभ (Triphala: Home Remedies to Thyroid Treatment in Hindi)प्रतिदिन एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करें। यह बहुत फायदेमंद होता है। हल्दी और दूध से थायरॉइड की बीमारी का इलाज (Turmeric and Milk: Home Remedies for Thyroid Treatment in Hindi)प्रतिदिन दूध में हल्दी पका कर पीने से भी थायराइड का उपचार (thyroid ka gharelu ilaj) होता है। लौकी के उपयोग से थायरॉइड में फायदा (Gourd: Home Remedy to Treat Thyroid Disease in Hindi)खाली पेट लौकी का जूस पीने से थायराइड रोग में उत्तम काम करता है। यह रोग को शांत करता है। और पढ़ेंः लौकी के फायदे काली मिर्च के सेवन से थायरॉइड का उपचार (Black Pepper: Home Remedy for Thyroid Treatment in Hindi)थायराइड के घरेलू उपचार (thyroid ka gharelu ilaj) में नियमित रूप से भोजन में थोड़ी मात्रा में काली मिर्च का सेवन करें।
थायरॉइड के इलाज में उपयोगी है शिग्रु पत्र, कांचनार और पुनर्नवा का काढ़ा (Shignu Patra, Kanchnar and Punarnva decoction helps in Treatment of Thyroid)आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार कांचनार, शिग्रु पत्र और पुनर्नवा इन सभी हर्ब में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है जो थायरॉइड की सूजन में आराम देती है. इसलिए अगर आप थायरॉइड से परेशान हैं तो कांचनार, शिग्रु पत्र और पुनर्नवा के काढ़े का उपयोग कर सकते हैं। थायरॉइड की समस्या में आराम पहुंचाता है अलसी का चूर्ण (Benefits of Flaxseed Powder for Thyroid in Hindi)अलसी के चूर्ण का उपयोग थायरॉइड की समस्या में आराम पहुंचाता है क्योंकि अलसी में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा -3 पाया जाता है। ओमेगा-3 थायरॉइड के कार्य को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए थायरॉइड के रोगियों को नियमित रूप से अलसी के चूर्ण का उपयोग करना चाहिए। और पढ़ेंः पाचनतंत्र विकार में अलसी के फायदे थायरॉइड के इलाज में सहायक है नारियल का तेल (Benefits of Coconut Oil in Treatment of Thyroid in Hindi)नारियल के तेल का उपयोग थायरॉइड की क्रिया शीलता को बनाये रखने में मदद करता है। इसलिए थायरॉइड के रोगियों को कुकिंग ऑयल के रूप में नारियल तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। थायरॉइड के दौरान आपका खान-पान (Your Diet in Thyroid Disease)थायरॉइड की परेशानी के दौरान आपका खान-पान ऐसा होना चाहिएः-
थायरॉइड के दौरान जीवनशैली (Your Lifestyle for Thyroid Disease)थायराइड के दौरान जीवनशैली में ये सब बदलाव करना चाहिएः-
थायरॉइड के लिए परहेज (Avoid These in Thyroid)
योगासन से थायरॉइड का उपचार (Yoga for Thyroid Disease)आप थायराइड का उपचार (thyroid ka gharelu ilaj) करने के लिए योग भी कर सकते हैं, यह लाभ पहुंचाता हैः-
और पढ़ेंः जानिए क्या है योग अधिक लाभ के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर सलाह लें। थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए क्या खाएं?एैसे में मुलेठी का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। मुलेठी में मौजूद तत्व थायराइड ग्रंथी को संतुलित बनाते हैं और थकान को उर्जा में बदल देते हैं और थायराइड की समस्या से निजात मिलती है। फलों और सब्जियों का सेवन : थायराइड के रोगियों को फलों और सब्जियों का इस्तेमाल अधिक करना चाहिए.
बड़े हुए थायराइड को कैसे कम करें?फाइबर कम करेगा थाइराइड का मोटापा फाइबर युक्त सामग्री पाचन में सुधार करने में मदद करती है और खराब विषाक्त पदार्थों को भी खत्म करती है। ... . आयोडीन युक्त पदार्थों का करें सेवन ... . सेलेनियम से भरपूर आहार लें ... . ग्लूटेन फ्री फूड है फायदेमंद ... . बॉडी को रखें हाइड्रेड. घर पर थायराइड का इलाज कैसे करें?थायराइड का घरेलु इलाज- Thyroid Ka Gharelu ilaj in Hindi. अदरक अदरक में मौजूद गुण जैसे पोटेशियम, मैग्नीश्यिम आदि थायराइड की समस्या से निजात दिलवाते हैं। ... . दही और दूध का सेवन ... . मुलेठी लें ... . गेहूं और ज्वार खाएं ... . साबुत अनाज ... . लौकी ... . विटामिन ए ... . थायराइड कम करने के लिए क्या चीज खाएं?ब्रोकली-फूलगोभी जैसी सब्जियां-
दरअसल, ये सभी क्रुसिफेरस सब्जियां( ब्रोकली, फूलगोभी, पत्तागोभी) फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरी होती हैं। बावजूद इसके आयोडीन की कमी होने पर ये थायराइड हार्मोन के उत्पादन को कम कर सकती हैं।
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