Show प्रिज्म द्वारा वर्ण विक्षेपण प्रकाश के तरंगदैर्घ्य के परिवर्तन के साथ विभिन्न प्रकार के काचों के अपवर्तनांक का परिवर्तन (निर्वात के सापेक्ष) प्रकाश के प्रिज्म (या किसी अन्य माध्यम ) से होकर गुजरने पर विभिन्न रंगों के प्रकाश में बँट जाने को परिक्षेपण (अंग्रेज़ी: Dispersion) कहा जाता है। सूर्य के प्रकाश से प्राप्त रंगों में बैंगनी रंग का विक्षेपण सबसे अधिक एवं लाल रंग का विक्षेपण सबसे कम होता है। न्यूटन ने 1666 ई. में पाया कि भिन्न-भिन्न रंग भिन्न-भिन्न कोणों से विक्षेपित होते हैं। पारदर्शी पदार्थ में भिन्न-भिन्न रंगों के प्रकाश के भिन्न-भिन्न वेग होने के कारण वर्ण-विक्षेपण होता है। इसी को दूसरे शब्दों में कहते हैं कि भिन्न-भिन्न रंगों के लिये किसी पदार्थ का अपवर्तनांक भिन्न-भिन्न होता है। सन्दर्भ[संपादित करें]इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सब्सक्राइब करे youtube चैनल dispersion of light in hindi प्रकाश का विक्षेपण क्या होता है , परिभाषा , प्रकाश का वर्ण विक्षेपण किसे कहते हैं ? उदाहरण , परिभाषा : श्वेत प्रकाश का अपने अवयवी रंगो के क्रम में वियोजित होने की घटना को प्रकाश का वर्ण विक्षेपण कहते है। माना बैंगनी रंग का विचलन कोण δV हैं। तथा लाल रंग का विचलन कोण δR हैं
तो बैंगनी व लाल रंग के कोणीय विचलन के अंतर को कोणीय विक्षेपण कहते है। प्रकाश का वर्ण विक्षेपण जब सूर्य का प्रकाश प्रिज्म से होकर गुजरता है, तो वह अपवर्तन के पश्चात प्रिज्म के आधार की ओर झुकने के साथ-साथ विभिन्न रंगों के प्रकाश में बँट जाता है। इस प्रकाश से प्राप्त रंगों के समूह को वर्णक्रम कहते है तथा श्वेत प्रकाश को अपने अवयवी रंगों में विभक्त होने की क्रिया को वर्ण विक्षेपण कहते हैं। सूर्य के प्रकाश से प्राप्त रंगों में बैंगनी रंग का विक्षेपण सबसे अधिक एवं लाल रंग का विक्षेपण सबसे कम होता हैं। विभिन्न रंगों का आधार से ऊपर की ओर क्रम इस प्रकार है- बैंगनी, नील या जामुनी, आसमानी या नीला, हरा, पीला, नारंगी तथा लाल।
बैनीआहपीनाला- न्यूटन ने सन् 1666 ई. में पाया कि भिन्न-भिन्न रंग भिन्न-भिन्न कोणों से विक्षेपित होते हैं। वर्ण विक्षेपण किसी पारदर्शी पदार्थ में भिन्न-भिन्न रंगों के प्रकाश के भिन्न-भिन्न चाल होने के कारण होता है। अतः किसी पदार्थ का अपवर्तनांक भिन्न-भिन्न रंगों के प्रकाश के लिए भिन्न-भिन्न होता हैं पारदर्शी पदार्थ में जैसे-जैसे प्रकाश के रंगों का अपवर्तनांक बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे उस पदार्थ में उसकी चाल कम होती जाती है, जैसे-काँच में बैंगनी रंग क प्रकाश की चाल सबसे कम तथा अपवर्तनांक सबसे अधिक होता है तथा लाल रंग की चाल सबसे अधिक एवं अपवर्तनांक सबसे कम होता है। शेष रंगों की चाल इन दोनों रंगों के बीच होता है। बैंगनी रंग के प्रकाश की तरंगदैर्ध्य सबसे कम व लाल रंग की तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक होती है। प्रकाश की तरंगदैर्ध्य को एंगस्ट्राम मे मापते है तथा इस ।° से व्यक्त करते है। (1 । ° = 10-10उ)
वर्ण विक्षेपण से क्या तात्पर्य है उदाहरण?जब सूर्य का प्रिज़्म से होकर गुजरता है तो वह अपवर्तन के पश्चात् प्रिज़्म के आधार की ओर झुकने के साथ-साथ विभिन्न रंगों के प्रकाश में बँट जाता है। इस प्रकार से प्राप्त रंगों के समूह को वर्णक्रम कहते हैं तथा श्वेत प्रकाश का अपने अवयवी रंगों में विभक्त होना वर्ण विक्षेपण कहलाता है।
विक्षेपण क्या है समझाइए?प्रकाश के प्रिज्म (या किसी अन्य माध्यम ) से होकर गुजरने पर विभिन्न रंगों के प्रकाश में बँट जाने को परिक्षेपण (अंग्रेज़ी: Dispersion) कहा जाता है।
वर्ण विक्षेपण का कारण क्या है?वर्ण विक्षेपण का कारण भिन्न-भिन्न रंगो के लिए प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक भिन्न-भिन्न होना है
वर्ण से क्या तात्पर्य है उदाहरण देकर समझाइए?ध्वनियों के वे मौलिक और सूक्ष्मतम रूप जिन्हें और विभाजित नहीं किया जा सकता है, उन्हें वर्ण कहा जाता है। वर्ण के मौखिक रूप को ध्वनि एवं लिखित रूप को अक्षर कहते हैं। जैसे – क् , ख्, ग् , अ, ए इत्यादि।
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