ध्यानचंद पुरस्कार, भारत का सर्वोत्त्म खेल पुरस्कार है जो किसी खिलाडी के जीवन भर के कार्य को गौरवान्वित करता है। आधिकारिक रूप से इसका नाम खेलों में जीवनगौरव ध्यानचंद पुरस्कार है। इस पुरस्कार का नाम भारत के प्रसिद्ध मैदानी हॉकी के खिलाडी ध्यानचंद सिंह (१९०५-१९७९) के नाम पर रखा गया है। खेल एवं युवा मंत्रालय सन् २००२ से ये पुरस्कार प्रतिवर्ष प्रदान करता है। प्राप्तकर्ताओं का चयन मंत्रालय द्वारा गठित एक समिति द्वारा किया जाता है और उनके सक्रिय खेल कार्यकाल के दौरान और सेवानिवृत्ति के बाद दोनों के लिए उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है। २०१६ के अनुसार इस पुरस्कार में एक प्रतिमा, प्रमाण पत्र, औपचारिक पोशाक और 7लाख से बदलकर 25 लाख का नकद पुरस्कार कर दिया है विजेताओं की सूची[संपादित करें]विजेताओं की सूची, वर्ष एवं उनके खेल के साथ[1]
सन्दर्भ[संपादित करें]
ध्यानचंद पुरस्कार की स्थापना कब हुई थी?ध्यानचंद पुरस्कार का इतिहास:
ध्यानचंद पुरस्कार की स्थापना साल 2002 में की गई थी। वर्ष 2002 से खेल एवं युवा मंत्रालय द्वारा यह पुरस्कार प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
खेलों के क्षेत्र में सबसे बड़ा पुरस्कार कौन सा है?राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार. यह युवा मामलों के मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।. इस पुरस्कार में एक पदक, एक प्रमाण पत्र और 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।. यह भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान है।. यह पहली बार 1991 में विश्वनाथन आनंद को शतरंज के लिए दिया गया था।. 2021 में इसे दिया गया था:. हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का उपनाम क्या है?सही उत्तर विकल्प 4 है, अर्थात जादूगर (जादूगर)। प्रसिद्ध मेजर ध्यानचंद एक भारतीय हॉकी खिलाड़ी थे। उन्हें अब तक का सबसे महान फील्ड हॉकी खिलाड़ी माना जाता है। मेजर ध्यानचंद को "द विजार्ड" के नाम से भी जाना जाता है।
9 भारत में सर्वोच्च खेल पुरस्कार कौन सा है?भारत का सबसे बड़ा खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार है । पहले इसका नाम राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार था । यह पुरस्कार पूरे सालभर अच्छा प्रदर्शन करने पर मिलता है । यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति के द्वारा दिया जाता है ।
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