स्वतंत्रता से पहले और स्वतंत्रता के बाद भारत देश में क्या क्या परिवर्तन आए?स्वतंत्रता से पहले और स्वतंत्रता के बाद भारत देश में क्या क्या परिवर्तन आए? Show
इसे सुनेंरोकेंऔपनिवेशिक शासन का मुख्य उद्देश्य इंग्लैंड में तेज़ी से विकसित हो रहे औद्योगिक आधार के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था को केवल एक कच्चा माल प्रदायक तक ही सीमित रखना था। उस शासन की अधीनता के शोषक स्वरूप को समझे बिना स्वतंत्रता के बाद के पिछले छह दशकों में, भारत में हुए विकास का सही मूल्यांकन कर पाना संभव नहीं । आजादी के बाद भारत की क्या उपलब्धियां हैं?इसे सुनेंरोकें15 अगस्त 1947 तक हैदराबाद, कश्मीर और जूनागढ़ को छोड़कर 560 रियासतें भारत संघ में शामिल हो गईं। यह भारतीय इतिहास की एक बड़ी उपलब्धि थी। महत्व- भारत मजबूत संघ बना, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बना, आक्रमणकारियों से बचाव हुआ। क्या- भारत ने 15 अगस्त 1947 यानी आजादी के पहले ही दिन से प्रत्येक वयस्क को मतदान का अधिकार दिया।15-Aug-2022 आजादी के बाद भारत में क्या क्या विकास हुआ? इसे सुनेंरोकेंआजादी के बाद से अब तक हमारी जीडीपी 50 गुना बढ़ी है. 1950-51 में हमारी जीडीपी 2.93 लाख करोड़ रुपये थी, जो 2020-21 में 147 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा होने का अनुमान है.15-Aug-2022 स्वतंत्रता के बाद भारत का क्या योगदान है?इसे सुनेंरोकेंदेश का अपना संविधान आजादी के बाद भारत ने स्वतंत्र भारत में अपनी सबसे पहली उपलब्धि तब हासिल की जब 26 जनवरी, 1950 को हमारा अपना संविधान लागू हुआ। इसके साथ ही अंग्रेजों के जमाने का गवर्मेंट ऑफ इंडिया ऐक्ट, 1935 समाप्त हो गया और भारत एक गणराज्य बना। भारत में संविधान ही सर्वोच्च है और संविधान ही संप्रभु।09-Aug-2022 स्वतंत्रता के बाद भारत की सबसे कठिन चुनौती क्या है? इसे सुनेंरोकेंस्वतंत्रता के बाद से आर्थिक मोर्चे पर भारत ने लंबी यात्रा तय की है। वह नामिनल जीडीपी के लिहाज से दुनिया की पांचवीं क्रय शक्ति समानता यानी पीपीपी के आधार पर तीसरी और दुनिया की सबसे तेजी से वृद्धि करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।30-Aug-2022 स्वतंत्रता के बाद भारत ने कौन सी शासन व्यवस्था को अपनाया?इसे सुनेंरोकेंभारतीय संविधान ने भारत को राज्यों का संघ घोषित किया । इसमें संघ शब्द नहीं आया पर भारतीय संघ का गठन संघीय शासन व्यवस्था के सिद्धांत पर हुआ है। आजादी के बाद भारत में कौन सा मार्ग चुना? इसे सुनेंरोकें1857 में आजादी की लड़ाई की शुरुआत हुई और भारतीय राष्ट्रवाद का उदय भी.15-Aug-2021 आजादी के बाद हमने क्या खोया क्या पाया?इस वक्त देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है.75 Years Of Independence: रुपये-सोने से पेट्रोल के दाम तक, जानिए 75 सालों में हमने क्या खोया क्या पाया
आजादी के अमृत महोत्सव का उद्देश्य क्या है? इसे सुनेंरोकेंआजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहचान के बारे में प्रगतिशील है। “आज़ादी का अमृत महोत्सव” की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च, 2021 को शुरू होती है, जो हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75 सप्ताह की उलटी गिनती शुरू करती है और 15 अगस्त, 2023 को एक वर्ष के बाद समाप्त होगी। देश में आजादी के बाद कौन सा मॉडल अपनाया?इसे सुनेंरोकेंआजादी के वक्त हिंदुस्तान के सामने विकास के दो मॉडल थे। पहला उदारवादी-पूंजीवादी मॉडल था। यूरोप के अधिकतर हिस्सों और संयुक्त राज्य अमरीका में यही मॉडल अपनाया गया था और वहाँ यह मॉडल कारगर साबित हुआ। इस मॉडल एक मुख्य विशेषता यह होती हैं की आर्थिक क्रियाओं में सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होता। स्वतंत्रता के पश्चात भारत देश के विकास के लिए क्या योजनाएं बनाई गई? इसे सुनेंरोकेंस्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारत सरकार देश में औद्योगिकीकरण के तीव्र संवर्द्धन की दृष्टि से विभिन्न नीतिगत उपाय करती रही है । इस दिशा में प्रमुख कदम के रूप में औद्योगिक नीति संकल्प की उदघोषणा करना है जो 1948 में पारित हुआ और उसके अनुसार 1956 और 1991 में पारित हुआ । 1947 में भारत की जीडीपी कितनी थी?इसे सुनेंरोकें1947 में आजादी के समय भारत का सकल घरेलु उत्पाद (जीडीपी) 2.7 लाख करोड़ था। 75 वर्ष बाद वित्त वर्ष 2022 के लिए स्थिर कीमतों पर भारत का जीडीपी 147.36 लाख करोड़ रुपये अनुमानित रही। भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और बैंक ऑफ अमेरिका के मुताबिक 2031 तक यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।11-Aug-2022 आजादी के समय सबसे बड़ी समस्या क्या है? इसे सुनेंरोकेंशरणार्थियों की समस्या और नए संविधान के निर्माण की समस्या | विभाजन के बाद शरणार्थियों की समस्या और नए संविधान के निर्माण की समस्याएं दो बहुत प्रमुख समस्याएं थी। जिस समय भारत आजाद हुआ उस समय भारत में लगभग साढे 500 से अधिक देशी रियासतें थी जिनका भारतीय संघ में एकीकरण करना भी एक बहुत बड़ी बाधा और समस्या थी।19-Mar-2019 स्वतंत्रता के बाद भारत की शिक्षा नीति में क्या विसंगतियां पाई गई?इसे सुनेंरोकेंपूरे भारत में 10-14 वर्ष की ग्रामीण लड़कियों में से आधी निरक्षर हैं। उत्तर प्रदेश में तो यह निरक्षरता अनुपात दो तिहाई बनता है । आधुनिक भारत की शिक्षा व्यवस्था का सबसे दुखद पक्ष युवापीढ़ी को यह चिरंतन निरक्षरता ही है । स्वतंत्रता के बाद से भारत की शिक्षा नीति में विसंगतियाँ और विभ्रम भरे रहे हैं । भारत का वह कौन सा प्रदेश है जहां पर आजादी के बाद से कोई हत्या नहीं हुई? इसे सुनेंरोकेंभारत का वह कौन सा राज्य है, जहां आजादी के बाद एक भी हत्या नहीं हुई है? उत्तर प्रदेश के बहेरा गांव में नक्सल प्रभावित सोनभद्र जिले मे आजादी के बाद से आज तक यहां मारपीट, फौजदारी, चोरी, लूट, अपहरण या हत्या जैसी कोई अपराधिक घटना नहीं घटी। स्वतंत्रता के बाद भारत की विफलताएं क्या हैं?इसे सुनेंरोकेंविफलताएं सांप्रदायिकता, जातिवाद, आरक्षण को कायम रखने, बड़ी आबादी, गरीबी, अशिक्षा, बालिकाओं पर अत्याचार, भूख, अवैध प्रवास, राजनीतिक अपराधीकरण, राजनीतिक दलों में वंशवाद शासन और पाकिस्तान के साथ कश्मीर के अनसुलझे मुद्दे तक सीमित हैं।02-Aug-2021 आजादी के बाद भारत को कौन कौन सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इसे सुनेंरोकेंनोआखली (अब बांग्लादेश में) की यात्रा पर गाँधी, 1947 2022-23 Page 10 राष्ट्र निर्माण की चुनौतियाँ परिसंपत्तियों का ही बँटवारा नहीं हुआ। भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्या है?What are the current major issues in India?
भारत पहली बार कब आजाद हुआ था? इसे सुनेंरोकेंअंग्रेजों का सबसे पहले आगमन भारत के सूरत बंदरगाह पर 24 अगस्त 1608 को हुआ.11-Aug-2022 आजादी के समय भारत में कौन कौन सी समस्या आई थी?इसे सुनेंरोकेंअप्रैल, 1917 में नील कृषकों द्वारा बिहार के चम्पारण जिले में गांधी जी के नेतृत्व में चलाया गया किसान संघर्ष देश का राजनीतिक दृष्टि से पहला संगठित आंदोलन था। अंग्रेजी शासन ने किसानों के संघर्षों को दंगों और न्याय तथा कानून से संबंधित प्रशासनिक समस्या के रूप में देखा था। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत में कौन कौन सी तत्कालीन समस्याएं थी? 1 Answer
स्वतंत्रता से पहले और स्वतंत्रता के बाद भारत देश में क्या क्या परिवर्तन आए? स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत का मुख्य उद्देश्य क्या था?स्वतंत्रता प्राप्ति के उपरांत राजनैतिक नेतृत्व के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती देश का सामाजिक एवं आर्थिक पुनर्निर्माण एवं विकास करने की थी। भारत की 80 प्रतिशत से भी अधिक जनसंख्या की आजीविका कृषि पर निर्भर होने के कारण कृषि को आर्थिक विकास से घनिष्ठ रूप से सम्बद्ध पाया गया।
भारतीय स्वतंत्रता प्राप्ति में कौन से तत्व सहायक थे?ब्रिटिश राज और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
यद्यपि उसने जान-बूझकर ऐसा प्रयास नहीं किया, फिर भी उसके कुछ कार्य भारतीय स्वतंत्रता के लिए उत्तरदायी हैं, जैसे-प्रशासकीय एकता, आवागमन तथा यातायात के साधनों का विकास और शिक्षा के माध्यम में अंग्रेजी की मान्यता. इन सब तत्वों ने भारतीयों में एकता को भावना का विकास किया.
आजादी के बाद भारत में विकास का कौन सा मॉडल अपनाया?Answer: फलस्वरूप भारत में मिश्रित अर्थव्यवस्था के मॉडल को अपनाया गया है जिसमें निजी व सार्वजनिक क्षेत्र दोनों आते हैं। औद्योगीकरण और कृषि दोनों को समान रूप से महत्त्व देने का निर्णय लिया गया।
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारतीय कृषि का तेजी से विकास हुआ क्यों?कृषि क्षेत्र का विकास
स्वतंत्रता के बाद के युग के दौरान, विकास दर में प्रति वर्ष 2.6 प्रतिशत की कमी आई थी। भारत में कृषि उत्पादन के लिए, कृषि उत्पादन में वृद्धि और अच्छी उपज वाली फसल की किस्मों की शुरूआत की गई। इस क्षेत्र में आयातित अनाज पर निर्भरता समाप्त करने का प्रबंध किया गया।
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