हमारा देश आज सफलता की ऊंचाइयों को छू रहा है। विभिन्न देश के लोगों में आज हमारे देश भारत के लिए अत्यंत सम्मान देखने को मिलता है। हम इस बात से अच्छे से वाकिफ है की यह बात सुनकर प्रत्येक भारतवासियों के हृदय में गर्भ व हर्ष उत्पन्न हो रहा होगा। Show
परंतु दोस्तों, अनेक खूबियों के होते हुए भी हमारे देश में आज भी विभिन्न प्रकार की समस्याएं हैं जो कि लगातार हमारे देश के विकास में बाधक बनती है। उनमें से एक है अस्वच्छता यानी की गंदगी (Gandgi). तो आज हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध जानेंगे। इस गंदगी के समापन हमारी भारत सरकार द्वारा अथक प्रयास भी किए गए हैं और उन्हीं में से एक है स्वच्छ भारत अभियान। तो दोस्तों आज हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध इन हिंदी में स्वच्छ भारत अभियान के प्रत्येक महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे और जानेंगे कि स्वच्छता अभियान की मदद से हमारे देश में किस प्रकार के सकारात्मक सुधार हुए है।
स्वच्छ भारत अभियान का परिचय (Introduction)हमारे देश को निर्मल, पावन एवं संपन्न बनाने हेतु स्वच्छ भारत अभियान का उद्घाटन हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी ने किया। इस अभियान के अंतर्गत भारत के प्रत्येक स्थान, गली, मोहल्ले, बस्ती की साफ-सफाई अनिवार्य होगी जिससे कि हमारे जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो। गंदगी के कारण हम सभी लोगों को जीवन में विभिन्न प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है जिसमें कि हर साल लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती है। पता स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य लक्ष्य हमारे देश का विकास करना एवं प्रत्येक नागरिकों को निरोग व स्वस्थ जीवन प्रदान करना है। Clean India Movement का आरंभस्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी के द्वारा श्री महात्मा गांधी जी की 145 वी जयंती अर्थात 02 अक्टूबर 2014 को हुआ। स्वच्छ भारत अभियान अधिकारिक रूप से 1999 में शुरू हुआ था और चला आ रहा था। उस समय आप ग्रामीण स्वच्छता अभियान नाम से चर्चित था। लेकिन 1 अप्रैल 2012 को हमारे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने इस अभियान का नाम निर्मल भारत अभियान रख दिया। इस योजना के जब सकारात्मक परिणाम नहीं मिले तब अंत में भारत सरकार ने इसका पुनर्गठन करके इसका नाम स्वच्छ भारत अभियान रख दिया। स्वच्छ भारत अभियान के रूप में इस योजना को 24 सितंबर सन 2014 में केंद्रीय मंत्रिमंडल से स्वीकृति मिली। इस योजना के परिणाम अत्यंत सफल, सकारत्मक, व आशावादी थे। स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकताहमारे देश में लगातार गंदगी के प्रसार से घर क्षेत्र बुरी तरह बेहाल है जिसके चलते एक व्यवस्थित व कठोर योजना की हमें जरूरत थी। गंदगी के साथ-साथ अन्य बहुत से कारण है जिसकी वजह से इस अभियान क लागू होना महत्वपूर्ण है- लापरवाह नागरिकनागरिकों की लापरवाही की वजह से आप जहां भी नजर उठा कर देखें आपको कचरा, गंदगी जरूर दिखेगी। इस स्वच्छ भारत अभियान की हमें आवश्यकता ही नहीं पड़ती यदि हम और आप अपने देश की स्वच्छता वह विकास के लिए जागरूक होते। हम आप अक्सर अपनी गलतियों को स्वीकारते नहीं है और लगातार दूसरो पर थोपते हैं पर हमें यह समझना ही होगा कि गलती थोपने से हमारा देश उन्नति नहीं कर सकता। इसके लिए हमें सबसे पहले अपने आप में ही बदलाव करना होगा। जैसे कि स्वयं महात्मा गांधी जी ने भी कहा है –
सुविधाओं का अभावहमारे राष्ट्र के विभिन्न गांवों एवं शहरों में पर्याप्त पिए सुविधा, साफ सफाई की सुविधाओं के अभाव के चलते कचरे-कूड़े का प्रसार लगातार बढ़ता जा रहा है। उचित सुविधा की मौजूदगी ही हमें इस संकट से बचा सकती है। हमारी भारत सरकार इस राह में लगातार नए एवं सुलभ प्रयास कर रही है। शिक्षा का अभावहमारे देश के नागरिकों का अशिक्षित होना हमारे देश के लिए एक अभिशाप के समान है। शिक्षा ही एक सशस्त्र है जिसकी सहायता से हम आप अपने कर्तव्य व देश के हित में काम कर सकते हैं। नागरिकों में इसके अभाव की वजह से हमारे देश की निर्मलता भंग हो रही है। अत्यधिक जनसंख्यालगातार बढ़ती जनसंख्या हमारे देश के विकास पर बहुत बुरा प्रभाव डाल रही है। यह जनसंख्या जब देश की अपर्याप्त सुविधाओं से मिलती है तो अनियंत्रित हो जाती है जिसके परिणामवश स्वच्छता का भूकंप आना तय है। जनसंख्या का नियंत्रण करना बहुत जरूरी हो गया है अन्यथा हमारा देश एक बहुत बड़ी परेशानी में आ जाएगा। उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थभारत में लगातार औद्योगिकरण का विस्तार हो रहा है। इन उद्योगों से भारी मात्रा में अपशिष्ट पदार्थ निकलता है और जब यह पदार्थ पूर्णतः समाप्त नहीं होता। तब देश में गंदगी व अस्वच्छता होना अनिवार्य है। सार्वजनिक शौचालयों का अभावहमारा भारत त्योहारों का देश है। यहां प्रत्येक वर्ष अनेक त्यौहार पड़ते हैं। मेले आदि कार्यक्रमों में सार्वजनिक शौचालय का अभाव प्रत्येक वर्ष देखने को मिलता है जिस वजह से जगह-जगह मल, गंदगी, और कूड़ा कचरा फैला रहता है। देशभक्ति की कमी
हम भारत के नागरिकों में देशभक्ति ना होने की वजह से हमारे देश को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। देश भक्ति ही हमें हमारे देश के गौरव के लिए कार्य करने के लिए बाध्य कर सकती है। अनुशासनहीनताअनुशासनहीनता के कारण ही हम देश के लिए कार्य करने में लापरवाही करते हैं स्वच्छ भारत अभियान का लक्ष्य भी यही है कि नागरिकों में जागरूकता फैलाएं कि वह अपने देश के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करें। खराब मानसिकताहमारे देश में नागरिकों की मानसिकता काफी बिगड़ गई है वह अपना कार्य को अनुशासन में नहीं करते और कई बार अनेकों लापरवाही भी करते हैं। इधर उधर कचरा डालना देश के प्रति अपना योगदान ना देना और ऐसी सब खराब मानसिकता बनाकर रखे हुए हैं। इसलिए हमारे जीवन में हमारी मानसिकता बहुत ही सरल और सुलभ होनी चाहिए। अंधाधुध प्रदूषणहम हमारे जीवन में अनेकों गलतियां तो कर ही रहे है और साथ ही साथ कई प्रकार के प्रदूषण भी हो रहे हैं।जिसके चलते हमारे देश में अनेकों प्रकार की समस्याएं केवल गंदगी और कूड़े कचरे से हो रही है जिसको हमें सुधार लेना चाहिए और प्रदूषण कम सेेेे कम करना चाहिए। क्योंकि कहीं ना कहीं यह प्रदूषण हमारी वजह से हो रहा है तो इसका निवारण करनेे क लिए हमें अथक प्रयास करने पड़ेंगे। स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य (Objectives)स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छता के लिए एक गंभीर एवं फलदाई अभियान है। इसके अनुसार प्रत्येक गांव, नगर, गली, मोहल्ले मैं सफाई करके अपने देश को 5 साल में उन्नति के शिखर पर पहुंचाना है। स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य कुछ इस प्रकार है- 1- स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक बस्ती, गांव, गली, नगर, मोहल्ले व देश के कोने कोने में सफाई करने का है। 2- प्रत्येक गांव के प्रत्येक घरों में शौचालय का निर्माण कराना। शौचालय ना होने के कारण लोगों के खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है जिसके कारण हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है। 3- नगर निगम की भागीदारी देश के विकास के लिए बढ़ाना। 4- गांव में साफ सफाई व स्वच्छता के लिए नागरिकों में जागरूकता फैलाना,प्रत्येक नागरिको को उनके कर्तव्यों का एहसास दिलाना व देश को स्वच्छता व निर्मलता से सशक्त बनाना। 5- गावो व शहरों में जगह-जगह पर कूड़ेदान की व्यवस्था करना। 6- सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाना। शौचालय में नियमित रूप से सफाई करवाना। 7- अपशिष्ट पदार्थों के समापन हेतु उचित विधि अपनाना व जहरीले पदार्थों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाना। 8- नदियों, नालो, व पेय पाइपलाइनों की नियमित रूप से सफाई करवाना। टूटी पाइपलाइनो, नालियों की मरम्मत करवाना। 9- पर्यावरण व प्रकृति की संपदा की रक्षा करना। प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करके देश के प्रतिष्ठा का विकास करना। 10- लापरवाही को जागरूकता में बदलना। ज्ञान के माध्यम से विवेक को प्राप्त करना। 11- गलत मानसिकता का पतन करके शिक्षा से देश की संपदा का महत्व बताना। 12- प्रदूषण का रोकथाम करना। पेड़ लगाना। अपने देश भारत को गंदगी मुक्त बनाना।
स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत बनाने का गांधीजी का सपना (Origin)श्री महात्मा गांधी जी ने अपने संपूर्ण जीवन देश की भलाई में लगा दिया। बापू का एक ही सपना था कि हमारा भारत देश स्वच्छ, स्वस्थ, व सर्वश्रेष्ठ हो। बापू जी ने सदैव एक निर्मल भारत की कामना की है। बापू स्वयं स्वच्छता के समर्थक थे। सुबह ब्रह्म मुहूर्त उठकर वह आश्रम की साफ सफाई किया करते थे।
महात्मा गांधी बहुत ही शांत, सरल व दयालु स्वभाव के थे। भारत देश के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया। ऐसी दिव्य आत्मा का हमारे देश में जन्म लेना सौभाग्य के समान है। महात्मा गांधी सदैव सत्य के पथ पर चलते थे। सत्य और अहिंसा उनका प्रबल शस्त्र था। उनके शांत स्वभाव व प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण ही आज हम लोग आजाद हैं। स्वच्छता को लेकर उनके विचार एक सफल भारत बनाने का रहस्य है। इस रहस्य पर अमल करके हम अपने जीवन को सफल हुआ भव्य बना सकते हैं। गांधी जी के सपनों को साकार कर के हम अपने देश की गरिमा व गौरव उन्नति पर ले जा सकते हैं। हम सभी भारत वासियों का यह कर्तव्य है कि हम अपने राष्ट्रपिता के सपने को साकार करने का हर संभव प्रयास करें। यही हमारे देश में हमारे स्वयं के विकास (volunteering) का एकमात्र साधन है। स्वच्छ भारत अभियान Logoस्वच्छ भारत अभियान का प्रतिनिधित्व करने के लिए भारत सरकार ने इस अभियान के लिए logo बनवाने का निश्चय किया था। स्वच्छ भारत अभियान logo सबसे अलग, प्रभावी व सटीक होना था। अतः इसके लिए भारत सरकार ने देश की जनता से ही सुझाव मांगे थे। देश की जनता ने इस अभियान में अपनी भूमिका बखूबी निभाई और एक से बढ़कर एक लोगो (logo) प्रस्तुत किए गए। विभिन्न प्रवृत्ति के logo में महाराष्ट्र के कोल्हापुर के अनंत खसबरदार के लोगों को फाइनल किया गया। स्वच्छ भारत अभियान के logo के लिए जनता को एक सशक्त नारा तैयार करने के लिए कहा गया था जिसमें से गुजरात के राजकोट की भाग्यश्री सेेठ द्वारा लिखा स्लोगन (स्वच्छ भारत अभियान Slogan) को फाइनल किया गया। स्वच्छ भारत अभियान लोगो में महात्मा गांधी के चश्मे को मुख्य आधार बनाया गया है। चश्मे के दोनों कोनों में “स्वच्छ” व “भारत” लिखा है। इसके ठीक पास एक स्लोगन (slogan) इस प्रकार है-
यह logo स्वच्छ भारत अभियान के प्रतिनिधित्व के लिए सफल साबित हुआ।
स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान देने वाले प्रभावशील व्यक्तिमाननीय श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान की प्रचार एवं प्रसार के लिए कुछ बहुचर्चित हस्तियों का चुनाव किया यह व्यक्ति अपने अपने क्षेत्र के चर्चित व प्रतिष्ठित है इनके नाम इस प्रकार है- (1) सचिन तेंदुलकर (क्रिकेटर) (2) महेन्द्र सिंह धोनी (क्रिकेटर) एवं (पूर्व कप्तान) (3) विराट कोहली (क्रिकेटर) एवं (भारतीय टीम के कप्तान।) (4) बाबा रामदेव (पतंजलि के प्रमुख) (5) सलमान खान (चर्चित अभिनेता) (6) शशि थरूर (संसद के सदस्य) (7) तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम (चर्चित कलाकार) (8) मृदुला सिन्हा (चर्चित लेखिका) (9) कमल हसन (चर्चित अभिनेता) (10) अनिल अंबानी (उद्योगपति) (11) प्रियंका चोपड़ा (बहुचर्चित अभिनेत्री) (12) ईआर दिलकेश्वर कुमार स्वच्छ भारत अभियान एप (App)हमारे देश में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने विभिन्न राज्यों के लिए विभिन्न ऐप बनाएं हैं जिसकी सहायता से लोगों में सफाई के प्रति जागरूकता बनी रहे। आप लोग भी ऐप का इस्तेमाल करके अपने देश को स्वच्छ व सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं स्वच्छ भारत अभियान एप स्वच्छ भारत अभियान official websiteस्वच्छ भारत अभियान से संबंधित सभी जानकारी प्रदान करने के लिए हमारी भारत सरकार ने एक ऑफिशियल वेबसाइट बनाई है जिसकी सहायता से प्रत्येक व्यक्ति स्वच्छ भारत अभियान से संबंधित कोई भी जानकारी मिनटों में प्राप्त कर सकता है। स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य व चर्चित नारे (Slogans)स्वच्छ भारत अभियान पर एक से एक बढ़कर चर्चित नारे हैं। जिसको सन कर हमारा मन प्रफुल्लित हो जाता है। और काफी चीज़े जानने को मिलती है। स्वच्छ भारत अभियान पर अनेकों नारे है – 1- स्वच्छता ही परम सेवा है, गन्दगी फैलाना जानलेवा है। 2- हर नागरिक का एक ही स्वप्न, स्वच्छ रहे पूरा भारत रूपी भवन। 3- गांधीजी के सपने को साकार करना है, स्वच्छ भारत के उनके सपने में रंग उभारना है। 4- शौचालय का प्रयोग, गंदगी का वियोग। 5- गन्दगी से बढ़ती बीमारी, स्वच्छता की कर रहे तैयारी। 9- गन्दगी से बढ़े बीमारी, स्वच्छता की अब हैं बारी। 10- चलो सफाई की आदत डालें, कूड़े को कूड़ेदान में ही डालें। 11- जब भारत स्वच्छ होगा, तभी हर सपना सत्य होगा। 12- देश तभी साफ होगा, जब सफाई में सबका हाथ होगा। 13- स्वच्छता को अपनाएंगे, धरा खूबसूरत बनाएंगे। 18- मन में रखो एक ही सपना, स्वच्छ करना है देश अपना। 19- मन में रखो एक ही आस, स्वच्छ बनाना है अपना वास। 20- स्वच्छता की करो तैयारी, देश को बनाना है सर्व शक्तिशाली। 21- चलो भूला के नींद को, धन्य बनाएं हिंदू को। 22- शौचालय बनवाएंगे, जीवन स्वच्छ बनाएंगे। 23- देश विश्वगुरु बनेगा, जब स्वच्छता की ओर बढ़ेगा। 24- हर नागरिक का एक ही सपना, स्वच्छ बने भारत अपना। 25- जीवन का एक ही aim, भारत का हो हर तरफ fame 26- बहाना बनाना बंद करो, स्वच्छता की आवाज बुलंद करो। 27- अपने जीवन के हर दिन, नहीं रहेंगे स्वच्छता बिन। 28- जब देश का कोना-कोना स्वच्छ रहेगा, तभी देश का हर एक नागरिक स्वस्थ्य रहेगा। 29- 2 अक्टूबर को हमने ठाना, भारत को हैं स्वच्छ बनाना। 30- अबकी बारी जनहित में संदेश जारी, स्वच्छ भारत की देश के लिए करनी है पूरी तैयारी। 31- स्वच्छता का कोई विकल्प नही, इस दो अक्टूबर को दूसरा कोई संकल्प नही। 32- स्वच्छ भारत के सपने को साकार करके ही हम बापू को सच्ची श्रद्धांजली प्रदान कर सकते है। 33- नदियों, गलियों और घरों को स्वच्छ बनायेंगे, स्वच्छ भारत अभियान में हाथ बटायेंगे। 34- अविरल गंगा अविरल यमुना, स्वच्छ रहे हमारा भारत यही है संकल्प अपना। 35- यदि हमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है तो सबसे पहले स्वच्छ भारत के सपने को साकर करना होगा। 36- 2 अक्टूबर की करें तैयारी, स्वच्छ भारत की है हम पे जिम्मेदारी। 37- देश की स्वच्छता का स्वाभिमान, हमारा स्वच्छ भारत अभियान। 38- स्वच्छता ही अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है। 39- ना फैलायेंगे कूड़ा कचड़ा, स्वच्छ बनायेंगे भारत अपना। 40- 2 अक्टूबर को स्वच्छता का यह बिगुल बजाएंगे, स्वच्छ भारत अभियान का यह संदेश घर-घर पहुंचाएंगे। 41- स्वच्छता के बिना अखंड विकास के लक्ष्य को प्राप्त करना असंभव है। 42- स्वच्छ भारत में हम सभी का एक छोटा सा योगदान हो, हमारे भारत में स्वच्छता का बदलाव हो। 43- देश के हर नागरिक का सपना, स्वच्छ बने भारत अपना। 44- पूरी करो स्वच्छ भारत की जिम्मेदारी, निभाओ स्वच्छ भारत निर्माण में अपनी जिम्मेदारी। 45- देश के लिए स्वच्छता उतनी जुरुरी है, जितनी की शिक्षा है। 46- देश की स्वच्छता हमारी जिम्मेदारी ही नही हमारा कर्तव्य भी है। 47- हर भारतवासी का यह सम्मान, स्वच्छ भारत हमारा अभियान। 48- बापू जी का एक था सपना, स्वच्छता की ओर अग्रसर हो भारत अपना। 49- आइये हम सभी मिलकर इस 2 अक्टूबर यह प्रतिज्ञा करे कि हम स्वच्छता से कोई समझौता नही करेंगे। 50- यदि हम वास्तव में देश का सम्मान करना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें इसकी स्वच्छता का प्रण लेना होगा। 51- इस बार नही चलेगा कोई बहाना, स्वच्छ भारत अभियान में सबको है हांथ बटाना। स्वछता अभियान में भाग लेने वाले प्रमुख मंत्रालय (Involved Ministry)स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए हमारे भारत के मंत्रालयों ने भी अहम भूमिका निभाई है इन मंत्रालयों का विवरण इस प्रकार है- (1) शहरी विकास मंत्रालय (2) राज्य सरकार (3) ग्रामीण विकास मंत्रालय (4) गैर सरकारी संगठन (5) पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय (6) सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम व निगम यह मंत्रालय अपने अपने स्तर पर स्वच्छता अभियान के उद्देश्यों को पाने में प्रयासरत है। स्वच्छ भारत अभियान (Clean India mission) के लाभ / महत्वस्वच्छ भारत अभियान ( Clean India Movement) 02 october 2014 से शुरू होकर 02 october 2019 तक चला। इस अभियान का महत्व स्वच्छता के दृष्टिकोण से बहुत ज्यादा है। यहां पर हम स्वच्छ भारत अभियान के लाभ के बारे में विस्तार से जानेंगे। घर घर शौचालयस्वच्छ भारत अभियान का मुख्य लक्ष्य घर-घर शौचालय का निर्माण करना और देश को गंदगी व बीमारी मुक्त बनाना था। स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत 62000 करोड़ रुपए इस पर खर्च किए गए। परिणाम वश, ग्रामीण इलाकों व कुछ शहरी इलाकों में भी हमने स्थिति को बेहतर पाया जो कि स्वच्छ व सफल भारत बनाने की राह की ओर इशारा करती है।
पदार्थों का सही निस्तारणअपने ज्ञान व शिक्षा का सही उपयोग करके मानव हर चीज पा सकता है और इसी शिक्षा से मनुष्य ने तकनीकी प्रयासों के कारण ही सबसे बड़ी समस्या (अपशिष्ट पदार्थों का निस्तारण) का भी समाधान पा लिया है। सार्वजनिक शौचालय बनवाने पर जोरस्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत सार्वजनिक शौचालय के निर्माण पर भी जोर दिया गया जो कि अंतिम आवश्यक पहलू है। जागरूकता का प्रसारकिसी भी देश की उन्नति या पतन वहां के नागरिकों पर पूर्णता निर्भर करती है। अपने देश को स्वच्छ, पवित्र, सफल व सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए यहां के नागरिकों में जागरुकता का प्रसार किया गया जिसमें की बहुत ही प्रभावशाली व्यक्तित्व ने अपना अमूल्य योगदान दिया। कठोर कानूनहम सब ने यह कहावत तो सुनी ही है
इसी कहावत के अनुसार हमारी भारत सरकार ने गंदगी फैलाने, पर्यावरण हानि एवं प्लास्टिक रोकने के लिए कई कठोर कानून बनाएं और इनके परिणाम भी सकारात्मक व आशावादी थे।इन कठोर कानूनों की सहायता से स्वच्छता अभियान के सफल होने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
स्वच्छता की लहरस्वच्छ भारत अभियान का परिणाम सबको हर्षित व गौरवान्वित करने वाला है।स्वच्छ भारत अभियान का प्रभावी कार्यप्रणाली के कारण ही लोगों में स्वच्छता, सजगता व देश के हित की भावना जागृत हुई है। क्या आपने इसे पढ़ा- हमारी अर्थव्यवस्था व देश के प्रतिनिधित्व इस अभियान का एक अहम योगदान है। पर्यावरण की देखभालक्लीन इंडिया मिशन के अंतर्गत लोगों ने अपने पर्यावरण के हित के लिए जो भावना जागृत की गई उसी का यह परिणाम है कि लोगों ने पेड़ लगाएं, जगह जगह सफाई की अपनी जिम्मेदारियों को समझा व उसे बखूबी निभाया।
स्वच्छ भारत अभियान का पर्यावरण पर प्रभाव (Effects)स्वच्छ भारत अभियान का हमारे देश के प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान रहा है। स्वच्छ भारत अभियान का पर्यावरण पर प्रभाव सकारात्मक व अत्यंत सुखमय है। स्वच्छ भारत अभियान से हमारे पर्यावरण को अत्यंत लाभ हुआ है जो इस प्रकार है- 1- पेड़ों की संख्या में वृद्धि होना। पेड़ों से जीवन का प्रसार व जानवरों के लिए लाभ पूर्ण। 2- जगह जगह साफ सफाई का होना। स्वच्छता से हरियाली का मार्ग प्रशस्त हो ना। 3- देश में हर घर शौचालय के निर्माण होने से जगह व देश का गंदगी मुक्त होना। 4- अपशिष्ट पदार्थ ओका तकनीकी द्वारा सही निस्तारण से मृदा प्रदूषण में कमी। 5- कूड़ा करकट मुक्ति की सहायता से मिट्टी के उपजाऊपन में वृद्धि। कृषि में अमूल्य योगदान।
6- चारों और स्वच्छता पर निर्मलता से पर्यावरण में हरियाली की वृद्धि। 7- पेड़ों की परिधि से पर्याप्त ऑक्सीजन (oxygen) की प्राप्ति जिसमें मानव जीवन का संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त होना। स्वच्छ भारत अभियान का हमारे दैनिक जीवन पर प्रभावहमने ऊपर की हेडिंग में जाना कि स्वच्छ भारत अभियान का पर्यावरण पर प्रभाव। अब हम जानेंगे कि स्वच्छ भारत अभियान का हमारे दैनिक जीवन पर क्या प्रभाव होता है। स्वच्छता हमारे जीवन व हमारे शरीर दोनों के लिए बहुत आवश्यक है। स्वच्छ भारत अभियान के कारण देश के देश के नागरिकों पर सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। अपने आसपास स्वच्छता रखने से हमारा आचरण व हमारा शरीर अपने आप स्वस्थ महसूस करने लगता है और हमारा यही एहसास हमें स्वच्छ व निर्मल होने के लिए प्रेरणा प्रदान करता है। स्वच्छ भारत अभियान पर वाद विवाद (Controversy)स्वच्छ भारत अभियान पर विभिन्न राज्यों में वाद विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिसमें की बच्चों के सोचने समझने की शक्ति में बढ़ोतरी हो सके। लोगों के विवेक को हमारे देश की स्वच्छता और उन्नति के लिए प्रयोग किया जा सके इसके लिए वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिसका परिणाम बहुत ही अच्छा, सकारात्मक व सुख देने वाला है। इस अभियान के फलस्वरुप नागरिकों में शिक्षा जागरूकता व देश प्रेम की भावना विकसित हुई। स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, सर्वश्रेष्ठ भारत (Initiative)दोस्तों आज हम ने स्वच्छ भारत अभियान के विषय में विस्तार से जाना परंतु दोस्तों केवल एक व्यक्ति के सफाई करने से हमारा देश स्वच्छ नहीं हो सकता हमारे देश को स्वच्छ सुंदर व सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर इस राह में इस राह में अग्रसर होना पड़ेगा। हमारा देश तभी सही मायने में निर्मल जाना जाएगा जब यहां का प्रत्येक नागरिक अपने कर्तव्य को समझेगा और उसका पालन करेगा। स्वच्छता हमारे खुद के शरीर के लिए भी बहुत जरूरी है क्योंकि हम सब इस कहावत से वाकिफ है की “स्वच्छ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है।” तो इसके लिए स्वच्छता हर पैमाने पर अनिवार्य है फिर चाहे वह हमारा देशों यह हमारा खुद का शरीर। हम सभी को मिलकर स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य को पूरा करना है तभी हमारा देश विकसित देशों की सूची में शामिल हो पाएगा। सड़क स्वच्छता का भी खास ख्याल रखना पड़ेगा। सड़क स्वच्छता पर निबंध वाली पोस्ट भी आप पढ़ सकतेे हैं। स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध आपको कैसा लगा नीचे कॉमेंट कर के जरूर बताएगा। तो चलिए आज प्रण लेते हैं की हम अपने देश को स्वच्छ रखने में पूरा योगदान करेंगे क्योंकि हम नागरिक ही हमारे देश के स्तंभ हैं। हम नागरिक ही हमारे देश की अमूल्य धरोहर हैं और हमें ही हमारे देश को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए लगातार प्रयासरत होना पड़ेगा। और हम किस प्रकार ऐसा कर सकते हैं और कैसे सड़क स्वच्छता रख सकते हैं उसके लिए आप हमारी सड़क स्वच्छता वाली पोस्ट भी पढ़ सकते हैं। स्वच्छता का महत्व क्या है?स्वच्छता एक क्रिया है जिससे हमारा शरीर, दिमाग, कपड़े, घर, आसपास और कार्यक्षेत्र साफ और शुद्ध रहते है। हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिये साफ-सफाई बेहद जरुरी है। अपने आसपास के क्षेत्रों और पर्यावरण की सफाई सामाजिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के लिये बहुत जरुरी है।
स्वच्छ भारत का अर्थ क्या है?स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा आरम्भ किया गया राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों तथा अधोसंरचना को साफ-सुथरा करना और कूड़ा साफ रखना है।
भारत को स्वच्छ कैसे बनाया जाए?देश को स्वच्छ रखने के उपाय (Points)
(1) हमें देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे। (2) हर शहर, हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे। (3) लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी। (4) हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
स्वच्छता से हमें क्या क्या प्राप्त होता है?सफाई हमारी सकारात्मक सार्वजनिक छवि बनाने में मदद करती है तथा स्वस्थ और धनी रहने में हमारी सहायता करती है। स्वच्छता को बनाए रख कर हम रोगों और अस्वास्थ्यकर सामाजिक, शारीरिक व मानसिक आंतरिक असुरक्षा से खुद को बचा सकते हैं। हमारी दिनचर्या में नियमित रूप से सफाई को शामिल करना बहुत सरल है।
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