सांप खुद को काट ले तो क्या होगा? - saamp khud ko kaat le to kya hoga?

सांप काट ले तो तुरंत करें उसका उपचार, दुर्घटना के दौरान कुछ बातों का जरूर रखें ध्यान

सांप का काटना एक ऐसी दुर्घटना है अगर इसका तुरंत इलाज नहीं किया जाए तो उससे जान भी जा सकती है। सांप काटने पर सबसे जरूरी है कि उसके लक्षणों की पहचान की जाए और उसका तुरंत उपचार किया जाए।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। जानवरों में सांप सबसे खतरनाक और ज़हरीला जानवर माना जाता है। शहरीकरण ने सांपों का ठिकाना बदल दिया है अब वो जंगलों से निकलकर शहरों तक पहुंचने लगे हैं। सांप का नाम सुनते ही रोमटे खड़े होने लगते हैं और अगर वहीं सांप सामने आ जाएं तो होश उड़ जाते हैं। हाल ही में सलमान खान को सांप ने काट लिया और उनका तुरंत इलाज करने के बाद वो ठीक भी हो गए।

सांप का काटना घातक हो सकता है। हर साल लाखों मौतें सांप के काटने से होती हैं। कुछ सांप ज्यादा ज़हरीले होते हैं तो कुछ कम जहरीले होते हैं। कम ज़हरीले सांप के काटने से भी स्थिति गंभीर हो सकती है।

जहरीले सांप के काटने पर बॉडी में दिखने वाले लक्षण:

जहरीले सांप के काटने से बॉडी में कई तरह के लक्षण पैदा हो सकते हैं जैसे काटने वाली जगह पर दर्द और सूजन, ऐंठन, मतली,उल्टी, अकड़न या कपकपी, एलर्जी, पलकों का गिरना,घाव के चारों ओर सूजन, जलन, लाल होना, त्वचा के रंग में बदलाव, दस्त, बुखार, पेट दर्द, सिरदर्द, जी मिचलाना, मांसपेशियों की कमजोरी, प्यास लगना, लो बीपी, घाव से खून बहना, बहुत पसीना आना और अंगों के आसपास के हिस्से का सुन्न पड़ना शामिल है।

सांप का काटना एक ऐसी दुर्घटना है अगर इसका तुरंत इलाज नहीं किया जाए तो उससे जान भी जा सकती है। सांप काटने पर सबसे जरूरी है कि उसके लक्षणों की पहचान की जाए और उसका तुरंत उपचार किया जाए। आज हम आपको बताएंगे कि यदि किसी को सांप काट ले तो क्या काम तुरंत करने चाहिए और किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।

सांप के काटने पर क्या करें:

  • सांप के काटने पर पीड़ित इनसान को थोड़ा ज्यादा घी खिलाकर उसे उल्टी करवा दें ताकि जहर अंदर नहीं फैल सके।
  • पीड़ित इनसान को 10-15 बार गुनगुना पानी पीलाएं और उसे उल्टी करने को कहें। इससे सांप के जहर का असर कम होगा।
  • कंटोला की सब्जी अगर आसानी से मिल जाए तो उसे पीसकर उस जगह लगाएं जहां सांप ने काटा है। इससे जहर का असर कम होगा साथ ही इंफेक्शन का खतरा भी नहीं होगा।
  • आप लहसुन को पीसकर उसमें शहद मिलाकर प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं।

सांप के काटने पर तुरंत करें यह काम

  • सांप काटने पर तबियत बिगड़ने का इंतजार नहीं करें बल्कि इमरजेंसी ट्रीटमेंट के लिए मरीज को अस्पताल लेजाएं।
  • जिस जगह सांप ने काटा है उस स्थान को बिल्कुल नहीं हिलाएं।
  • ब्लीडिंग होने पर खून को बहने दें। खून रोकने के लिए बीटाडीन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • पीड़ित व्यक्ति को शांत रखें और जितना संभव हो व्यक्ति को स्थिर रखें।
  • घाव को ढीली और साफ पट्टी से कवर करें।
  • सांप के काटने के समय का ध्यान रखें। 

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Edited By: Shahina Noor

सांप कटने से दुनियाभर में होने वाली मौतों की संख्या में भारत सबसे आगे है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक हर साल 83,000 लोग सांप के दंश का शिकार होते हैं और उनमें से 11,000 की मौत हो जाती है। मौत का सबसे बड़ा कारण है तुरंत प्राथमिक उपचार न होना।

भारत में सांपों की लगभग 236 प्रजातियां हैं। इनमें से ज्यादातर सांप जहरीले नहीं होते। आम धारणा है कि सभी सांप खतरनाक होते हैं, लेकिन ऐसे सांपों के काटने से सिर्फ जख्म होता है, मौत दहशत के कारण हो जाती है।

देश में जहरीले सांपों की 13 प्रजातियां हैं, जिनमें से चार बेहद जहरीले होते हैं- कोबरा (नाग), रस्सेल वाइपर, स्केल्ड वाइपर और करैत। देश में सबसे ज्यादा मौतें नाग या गेहुंवन व करैत के काटने से होती हैं।

हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के ऑनरेरी सेक्रेटरी जनरल डॉ. के.के. अग्रवाल बताते हैं, ‘‘हम सभी को सांप के काटने पर प्राथमिक उपचार की जानकारी होनी चाहिए। उचित समय पर सही इलाज सांप से होने वाली मौत को टाल सकता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें याद रखना चाहिए कि सभी सांप खतरनाक नहीं होते, इसलिए सांप के काटने पर घबराना नहीं चाहिए। प्राथमिक उपचार के तौर पर सबसे पहले जहर को फैलने से रोकना चाहिए और मरीज को जल्दी से जल्दी किसी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाना चाहिए।’’

बकौल डॉ. अग्रवाल, इन बातों को हमेशा याद रखें :

-पीड़ित को सांप से दूर ले जाएं और घबराहट दूर करने में उसकी मदद करें
-खुद को सुरक्षित रखते हुए सांप की प्रजाति का पता करें
-सांप के काटने वाली जगह पर कोई गहना पहने हों तो उसे उतार दें
-मरीज जूते पहना हो तो उतार दें, कपड़े सुविधाजनक हों तो न उतारें
-जख्म पर पप्ती बांध दें। पप्ती के लिए पेड़ की छाल, अखबार का टुकड़ा, स्लीपिंग बैग या बैकपैक फ्रेम का इस्तेमाल करें
-जख्म से छेड़छाड़ न करें, पप्ती बांधने के बाद नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएं
-मरीज को बिल्कुल चलने न दें, क्योंकि मांसपेशियों की रगड़ से जहर तेजी से फैल सकता है
-मरीज को अपने मन से एस्प्रिन या कोई दर्द निवारक दवा बिल्कुल न दें

डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आमतौर पर यह मिथक है कि सांप काटी जगह पर रक्त संचार बंद करने के लिए खूब कसकर पप्ती बांध देनी चाहिए और मुंह से खींचकर जहर निकाल देना चाहिए, लेकिन इन चीजों से परहेज करना चाहिए। दरअसल, इनसे नसों और रक्त धमनियों को नुकसान पहुंचने और संक्रमण होने का खतरा रहता है।

उन्होंने बताया कि मुंह से खींचने पर जहर बहुत कम निकलता है। दबाव वाली पप्ती बांधने से रक्त धमनियां फट सकती हैं और मरीज को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं।

सांप ने मुझे काट लिया तो क्या करना चाहिए?

जिस व्यक्ति को सांप ने काटा है उसे तुरंत अस्पताल पहुँचाएं।.
डंक की जगह काटना, चूसना, दबाना बिल्कुल न करे।.
डोरी कसकर बांधना बिल्कुल न करे। ईससे जादा खून बहकर खतरा संभव है।.
प्रेशर पट्टी बांधना जरुरी या उपयोगी नही।.

सांप के काटने के कितनी देर बाद मौत होती है?

विषैले जंतुओं के दंश में सर्पदंश सबसे अधिक भंयकर होता है। इसके दंश से कुछ ही मिनटों में मृत्यु तक हो सकती है। कुछ साँप विषैले नहीं होते और कुछ विषैले होते हैं।

सांप काटने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?

अगर कोई सांप के काटने के बाद बच जाता है तो उसे सारी उम्र खीर नहीं खानी चाहिए