समाजशास्त्र अर्थ एवं परिभाषा; समाजशास्त्र दो शब्दों से मिलकर बना है | पहला लैटिन शब्द ‘Socius’ जिसका अर्थ है – समाज तथा दूसरा ग्रीक शब्द ‘Logos‘ जिसका अर्थ है – अध्ययन या विज्ञान | इस प्रकार समाजशास्त्र का शाब्दिक अर्थ समाज का विज्ञान है|Webstory Practice Set-1#समाजशास्त्र की परिभाषा (Definition of Sociology in Hindi)(1) समाजशास्त्र समाज के अध्ययन के रूप में(2) समाजशास्त्र सामाजिक संबंधों के अध्ययन के रूप में –(3) समाजशास्त्र समूहों के अध्ययन के रूप में –(4) समाजशास्त्र सामाजिक अंतःक्रिया के रूप में –समाजशास्त्र की अन्य परिभाषाएँसमाजशास्त्र की विशेषताएँGoogle Questions-समाजशास्त्र की सबसे अच्छी परिभाषा क्या है ?समाजशास्त्र का क्या महत्त्व है ?समाजशास्त्र का अध्ययन क्या है ?समाजशास्त्र अर्थ एवं परिभाषा; समाजशास्त्र दो शब्दों से मिलकर बना है | पहला लैटिन शब्द ‘Socius’ जिसका अर्थ है – समाज तथा दूसरा ग्रीक शब्द ‘Logos‘ जिसका अर्थ है – अध्ययन या विज्ञान | इस प्रकार समाजशास्त्र का शाब्दिक अर्थ समाज का विज्ञान है| Show
Webstory Practice Set-1https://www.rsedublog.in/web-stories/sociology-practice-set-1/ #समाजशास्त्र की परिभाषा (Definition of Sociology in Hindi)समाजशास्त्र की परिभाषा के द्वारा हम इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि समाजशास्त्र क्या है ,इसकी प्रकृति एवं विषय क्षेत्र क्या है, जिसका यह अध्ययन करता है |
फिर भी हम देखते हैं कि समाजशास्त्र अपने अध्ययन को आधुनिक समाज के अध्ययन तक सीमित नहीं रखता; क्योंकि जिस औद्योगिक समाज का यह अध्ययन करता है; उसका अतीत भी रहा है | इसलिए यह अपने अध्ययन में परंपरागत समाज(कृषक एवं जनजातीय) को भी सम्मिलित करता है | परंपरागत समाज का अध्ययन आधुनिक समाज के अध्ययन को पूर्णता प्रदान करता है, साथ ही समाजशास्त्रीयों को सामाजिक परिवर्तन (Social Change) की दिशा एवं दशा को रेखांकित करने का आधार प्रदान करता है| विद्वानों द्वारा दी गई समाजशास्त्र की परिभाषा को हम चार भागों में बांट सकते हैं | (1) समाजशास्त्र समाज के अध्ययन के रूप में
(2) समाजशास्त्र सामाजिक संबंधों के अध्ययन के रूप में –
(3) समाजशास्त्र समूहों के अध्ययन के रूप में –
(4) समाजशास्त्र सामाजिक अंतःक्रिया के रूप में –
समाजशास्त्र की अन्य परिभाषाएँ
समाजशास्त्र की विशेषताएँ
Google Questions-समाजशास्त्र की सबसे अच्छी परिभाषा क्या है ?समाजशास्त्र की सबसे अच्छी परिभाषा एन्थोनी गिडेंस की है | एन्थोनी गिडेंसके अनुसार एंथोनी गिडेंस समाजशास्त्र आधुनिक समाज का विज्ञान है |समाजशास्त्र का मुख्य रुझान (concern) उन संस्थाओं का अध्ययन करना है; जो पिछले दो शताब्दियों में हुए दो महान क्रांतियों के परिणाम स्वरुप अस्तित्व में आया | समाजशास्त्र का क्या महत्त्व है ?समाजशास्त्र की वैज्ञानिक अध्ययन पद्धति के द्वारा जब हम किसी सामाजिक समस्या का सटीक एवं यथार्थ अध्ययन कर लेते है; तब उस समस्या का समाधान आसान हो जाता है | जैसे – भारत में अथक प्रयास के बाद भी जब जन्म दर नियंत्रित नहीं हुआ; तब समाजशास्त्रियों ने अध्ययन में पाया कि यह एक सांस्कृतिक प्रक्रिया है; साथ ही जब तक बच्चों का मृत्यु दर नहीं नियंत्रित होता; जन्म दर को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है | समाजशास्त्र का अध्ययन क्या है ?समाजशास्त्र के अध्ययन के द्वारा एक व्यक्ति समाज से सम्बंधित अवधारणाओं, सिद्धांतों एवं पद्धतियों को समझकर समाज में प्रयोग करता है | समस्याओं का समाधान करने में मदद मिलती है | समाजशास्त्र के अध्ययन से व्यक्ति एवं समाज के संबंधों को बेहतर तरीके से समझा जा सकता है | समाजशास्त्र क्या है इसके दायरे का वर्णन करें?के अनुसार, “समाजशास्त्र मानवीय अन्तर्सम्बन्धों के स्वरूपों का विज्ञान है । " मनुष्यों के व्यवहार का अध्ययन करता है।" इसी भाँति, सोरोकिन के अनुसार, “समाजशास्त्र सामाजिक-सांस्कृतिक घटनाओं के सामान्य स्वरूपों, प्ररूपों और विभिन्न प्रकार के अन्तः सम्बन्धों का सामान्य विज्ञान है ।
समाजशास्त्र क्या है समाजशास्त्र की प्रकृति पर चर्चा कीजिए?समाजशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान है, प्राकृतिक विज्ञान नहीं - समाजशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान है क्योंकि इसकी विषयवस्तु मौलिक रूप से सामाजिक है अर्थात् इनमें समाज, सामाजिक घटनाओं सामाजिक प्रक्रियाओं, सामाजिक संबंधों तथा अन्य सामाजिक पहलुओं एवं तथ्यों का अध्ययन किया जाता है।
प्रश्न 1 समाजशास्त्र क्या है?अन्य शब्दों में, समाजशास्त्र वह विज्ञान है जो समाज व्यवस्था से सम्बन्धित विभिन्न पक्षों का अध्ययन करता है। उपर्युक्त सभी परिभाषाओं के आधार पर यह कहा जा सकता है कि समाजशास्त्र सम्पूर्ण समाज का एक समग्र इकाई के रूप में अध्ययन करने वाला विज्ञान है। इसमें सामाजिक सम्बन्धों का व्यवस्थित अध्ययन किया जाता है।
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