SEBI के पास 24,000 करोड़ रुपये निष्क्रिय पड़े हैं, और राशि जमा करने को कहना उचित नहीं :सहारा एजेंसी के मुताबिक निवेशकों को मैच्योरिटी का पैसा नहीं दिया गया और उन्हें ग्रुप की दूसरी कंपनियों की स्कीमों में यह पैसा कन्वर्ट करने के लिए मजबूर किया गया। एजेंसी के मुताबिक इन छह कंपनियों के अलावा ग्रुप की तीन अन्य कंपनियां एंबी वैली लिमिटेड, किंग एंबी सिटी डेवेलपर्स कॉरपोरेशन लिमिटेड और सहारा प्राइम सिटी लिमिटेड भी इस धोखाधड़ी में शामिल थीं। Subrata Roy Surgery: सहाराश्री सुब्रत रॉय की हुई ब्रेन सर्जरी, जानिए अब कैसी है हालत एसएफआईओ ने कहा कि हाई कोर्ट ने कंपनी कानून की धारा 212 (3) के तरह जांच पर रोक लगाई है जो गलत है। इस धारा के तहत जांच तीन महीने में पूरी होनी चाहिए। एसएफआईओ ने सुप्रीम कोर्ट के 2019 के एक फैसले का हवाला दिया और कहा कि मंत्रालय ने इस जांच की समयसीमा बढ़ाकर 31 मार्च, 2022 कर दी है। इस पर मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वह दस्तावेजों को देखेंगे और उसके बाद सुनवाई की डेट देंगे। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें सहारा इंडिया भुगतान कब तक करेगी?लेकिन कंपनी ने अप्रैल 2022 में निवेशकों का भुगतान करने का भरोसा दिलाया था। सहारा इंडिया परिवार पिछले करीब 40 साल से इस क्षेत्र में काम कर रहा है। उनकी कंपनियों ने आम जनता से जमा कराये रूपयों का समय से भुगतान भी किया है। सहारा का इतिहास यदि हम उठा कर देखें तो इस कंपनी ने अपने निवेशकों को समय से पैसा लौटाया है।
सहारा सेबी का फैसला क्या हुआ?सहारा सेबी मामला केस नंबर 000412 को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर सुनवाई हुई। जहां पर सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय अवमानना मामले में कोर्ट ने सुनवाई की वही कोर्ट ने इस दौरान अगली तारीख देते हुए सुनवाई 15/11/2022 तक टाल दी है ।
सहारा कंपनी क्यों बंद हो गई?जिसके बाद आरबीआई ने सहारा इंडिया के नॉन बैंकिंग का लाइसेंस 2015 में रद्द कर दिया। जिसकी जानकारी हमने सर्वप्रथम पटोरी आंदोलन की शुरुआत करते हुए दी थी। जिसका पुरे देश में काफी असर हुआ और जमाकर्ताओं ने सहारा इंडिया के नाम पर पैसे जमा करवाना बंद किया। अब इसका सीधा मतलब यह हुआ कि “सहारा इंडिया” बंद हो चुका है।
सहारा इंडिया को सुप्रीम कोर्ट ने क्या आदेश दिया?सुप्रीम कोर्ट के 2012 के आदेश के मुताबिक सहारा इंडिया ने निवेशकों से जमा की गई 25,781.37 करोड़ की मूल राशि के बदले 31 दिसंबर, 2021 तक 'सेबी-सहारा रिफंड' खाते में 15,503.69 करोड़ रुपये जमा किए थे। दरअसल, 25 दिसंबर 2009 और 4 जनवरी 2010 को सेबी को दो शिकायतें मिलीं।
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