आक का फूल छोटा, सफेद और कटोरीनुमा आकार का होता है. साथ ही लाल व बैंगनी रंग की चित्तियां होती हैं. आक के पौधे की जड़ में मंडारएल्बन और फ्युएबिल नामक रसायन पाया जाता है. यह पौधा कई बीमारियों के इलाज के लिए कारगर है. myUpchar के अनुसार, मदार या आक औषधीय पौधा है, जो पूरे भारत में बंजर जमीन, खुले तथा शुष्क क्षेत्र में अपने-आप उगता है. यह कई शारीरिक परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है. Show दूर होती है चेहरे की झुर्रियां व दाग हल्दी के 3 ग्राम चूर्ण को आक के दो चम्मच दूध और गुलाब जल में अच्छी तरह से मिला लें. इसका लेप चेहरे पर लगाएं, इससे त्वचा मुलायम होती है. ध्यान रहे इसे आंख पर न लगने दें. जिनकी त्वचा पहले से मुलायम है और चेहरे पर निखार लाना चाहते हैं तो उन्हें आक के दूध के स्थान पर आक का रस इस्तेमाल करना चाहिए. सिर व कान दर्द में उपयोगी आक के फूल का उपयोग सिर व कान दर्द में उपयोग होता है. इसके दूध को सिर पर लगाने से माइग्रेन में फायदा मिलता है. आक के पत्तों का रस कान में डालने से कान से संबंधित रोग जैसे कान में मवाद आना, सांय-सांय की आवाज आना, दूर होते हैं. आंखों के लिए ऐसे करें इस्तेमाल आक की सूखी छाल को कूटकर इसमें 20 ग्राम गुलाब जल मिलाएं और इसे 5 मिनट के लिए रख दें. फिर इसे आंखों में 3 से 4 बूंद डालें. इससे आंखों का लाल होना, भारीपन, आंखों में दर्द या खुजली जैसी समस्या दूर हो जाती है. दाढ़ में दर्द को तुरंत करे दूर आक के दूध में रूई भिगोकर घी में अच्छी तरह से मसल लें और फिर इसे दाढ़ पर रख लें. इससे दांत या दाढ़ का दर्द तत्काल दूर हो सकता है. इसके अलावा अर्क के दूध में नमक मिलाकर दांत पर लगाने से दांत का दर्द दूर हो जाता है. वहीं, हिलते हुए दांत को अर्क का दूध लगाकर आसानी से निकाला जा सकता है. ऐसा करने से दांत निकालते समय दर्द कम होता है. सांस की समस्या ठीक करने में कारगर myUpchar के अनुसार, जिन लोगों को अक्सर सांस या खांसी से संबंधित समस्या रहती है, उनके लिए आक का पौधा रामबाण औषधि की तरह है. 50 ग्राम आक के फूल की लौंग को लेकर उसमें एक चुटकी मिर्च को अच्छी तरह पीस लें और इसकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें. इन बारीक गोलियों को रोज सुबह गर्म पानी के साथ सेवन करें. इससे सांस से संबंधित बीमारी दूर हो जाती है. इसके अलावा आक के पत्तों पर मौजूद सफेद परत को इकट्टा करके बाजरे जैसी गोलियां बनाकर रोज सुबह-शाम पान के साथ सेवन करने से लंबे समय से बनी खांसी की समस्या को दूर किया जा सकता है.अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, आक के फायदे और नुकसान पढ़ें. न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं. सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है. myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| FIRST PUBLISHED : November 06, 2020, 13:34 IST घर को काली शक्तियों और जादू-टोने से बचाती है ये वस्तुशास्त्रों के अनुसार जिस घर में आक का पौधा फलता-फूलता है और आक की पत्तियों को यदि घर के मुख्य द्वार के बाहर टांगा जाए तो वहां हमेशा बरकत बनी रहती है। उस घर पर कोई बुरी नजर नहीं लगती और शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ Aak Plant Will Save You From Evil Eye And Bring Good Luck: शास्त्रों के अनुसार जिस घर में आक का पौधा फलता-फूलता है और आक की पत्तियों को यदि घर के मुख्य द्वार के बाहर टांगा जाए तो वहां हमेशा बरकत बनी रहती है। उस घर पर कोई बुरी नजर नहीं लगती और वह काली शक्तियों से भी मुक्त रहता है। उस घर में रहने वाले लोगों पर जादू-टोने का असर नहीं होता। आक का पौधा मुख्य द्वार के सामने लगाना चाहिए। कई बार लोग मेहनत के बावजूद पैसों की बचत नहीं कर पाते। इसका कारण घर में किसी तरह का वास्तु दोष एवं कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव हो सकता है। इन सबसे छुटकारा पाने में आक का पौधा सहायक हो सकता है। जिनके पास पैसा नहीं टिकता और हमेशा धन की तंगी बनी रहती है, वे अपने घर के मुख्य दरवाजे पर आक की जड़ को काले कपड़े में लपेटकर लटकाएं। ऐसा करने से घर में नकारात्मक शक्तियां नहीं आएंगी तथा घर में सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी। बुरी नजर के चलते बच्चे की तबीयत अक्सर खराब रहती हो तो रवि पुष्य या गुरु पुष्य के दिन श्वेत आक के 11 फूलों की माला बना कर बच्चे को पहनाएं। आक की जड़ रविपुष्य नक्षत्र में लाल कपड़े में लपेटकर घर में रख लें, घर में सुख-शांति तथा समृद्धि बनी रहेगी। और ये भी पढ़े
श्वेतार्क की जड़, गोरोचन तथा गोघृत में घिस कर तिलक किया करें। श्वेतार्क के फल से निकलने वाली रुई की बत्ती तिल के तेल के दीपक में जलाकर लक्ष्मी साधना करें, मां की आप पर कृपा होगी। श्वेतार्क की जड़, मूंगा, फिटकरी, लहसुन तथा मोर का पंख एक थैली में सिल लें। यह एक नजरबट्टू बन जाएगा। बच्चे के सोते समय चौंकना, डरना, रोना आदि में यह बहुत लाभदायक सिद्ध होगा। श्वेतार्क की जड़ ‘ऊँ नमो अग्नि रूपाय ह्रीं नम:’ मंत्र जपकर पास रख लें, यात्रा में दुर्घटना का भय नहीं रहेगा।
BTC$ 17736.54 Thu, Dec 15, 2022 06.35 AM UTC ETH$ 1292.02 Thu, Dec 15, 2022 06.35 AM UTC USDT$ 1 Thu, Dec 15, 2022 06.35 AM UTC BNB$ 265.53 Thu, Dec 15, 2022 06.35 AM UTC usd-coin$ 1 Thu, Dec 15, 2022 06.35 AM UTC XRP$ 0.38 Thu, Dec 15, 2022 06.35 AM UTC terra-luna$ 2.51 Tue, Oct 18, 2022 03.06 PM UTC solana$ 14.26 Thu, Dec 15, 2022 06.35 AM UTC Trending TopicsEngland win by 5 wickets RR 6.85 Most Read Storiesसफेद आक की जड़ से क्या फायदा?श्वेत आक के पौधे को गणपति जी का स्वरुप माना जाता है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि अगर किसी पुराने श्वेत आक के पौधों की जड़ों को खोदा जाये और उसकी जड़ में से अगर गणेश जी की प्रतिमा प्राप्त होती है, तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है। कहते हैं इस प्रतिमा की पूजा करने से सारे दुखों का निवारण हो जाता है।
आंकड़े की जड़ बांधने से क्या होता है?धन प्राप्ति एवं सुख समृद्धि का सरल उपाय :-
माना जाता है कि यह आंकड़े की भस्म का तिलक घर-परिवार में सुख-समृद्धि लाता है। इस तरह आंकड़े की जड़ बहुत ही शुभ और पवित्र मानी जाती है। यह श्री यानी सुख-समृद्धि देती है, जिससे जीवन में असुरक्षा का भाव मिटता है और ईश्वर में आस्था बढ़ती है।
सफेद आक की जड़ को कमर में बांधने से क्या होता है?- रविवार को पुष्य नक्षत्र में आक (मदार ) की जड़ बंध्या स्त्री की कमर में बाँध दे इससे गर्भधारण करके वह संतान को जन्म अवश्य ही देगी। - पति-पत्नी दोनो अथवा दोनो में से की भी आस्था और श्रद्धाभाव से भगवान श्रीकृष्ण का एक बालरूपी चित्र अपने कक्ष में लगाकर प्रतिदिन 108 बार निम्न मन्त्र का जप पुरे एक वर्ष तक करें।
सफेद आंकड़े की जड़ को क्या कहते हैं?मदार (वानस्पतिक नाम:Calotropis gigantea) एक औषधीय पादप है। इसको मंदार', आक, 'अर्क' और अकौआ भी कहते हैं। इसका वृक्ष छोटा और छत्तादार होता है। पत्ते बरगद के पत्तों समान मोटे होते हैं।
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