राजस्थान में प्रथम-
- *वसुंधरा राजे (पहली महिला मुख्यमंत्री)राजस्थान कि प्रथम महिला राज्य मानवाअधिकार अध्यझ - कान्ता भटनागर - *कमला बेनीवाल (पहली महिला मंत्री और बाद में उप-मुख्यमंत्री/ गुजरात की राज्यपाल | वर्तमान में मिजोरम की राज्यपाल [1] [2] - * डॉ॰गिरिजा व्यास (राष्ट्रीय महिला आयोग की पहली राजस्थानी अध्यक्ष)[3] - *सुमित्रा सिंह (प्रथम महिला विधानसभा अध्यक्ष) - *यशोदा देवी (राजस्थान की पहली महिला विधायक) - *नगेन्द्र बाला(देश की पहली जिला प्रमुख) - *अरुणा राय (मेग्सेसे पुरस्कार विजेता पहली राजस्थानी महिला) [4] - *ओत्तिमा बोर्दिया (राजस्थान की पहली महिला जिला कलेक्टर) - *कुशल सिंह (पहली महिला मुख्य सचिव) - *कांता खतूरिया (राज्य महिला आयोग की पहली अध्यक्ष) राजस्थान की पहली महिला सांसद शारदा भार्गव
सुमित्रा सिंह (जन्म: 3 मई 1930) राजस्थान विधान सभा की प्रथम महिला अध्यक्षा है। वो भारतीय जनता पार्टी की नेत्री है। वे वर्ष 1957 में पिलानी से अखिल भारतीय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बनीं। उसके बाद वह सन् 1962 से लगातार चार बार झुन्झुनू से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची। वर्ष 1985 में इंडियन नेशनल लोकदल सन् 1990 में जनता दल प्रत्याशी के रूप में फिर पिलानी से तथा वर्ष 1998 में निर्दलीय एवं वर्ष 2003 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर झुन्झुनू से विधायक बनकर अब तक नौ बार विधायक बनने का गौरव हासिल कर चुकी हैं। वो 2004 में 12वीं विधानसभा की अध्यक्षा बनी।[1] सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
विधान सभा की प्रथम महिला अध्यक्ष कौन थी?शन्नो देवी एक भारतीय राजनीतिज्ञ थी जिनका जन्म 1 जून 1901 में हुआ था। वह पंजाब राज्य से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्य थीं। देवी भारत में किसी राज्य विधानसभा की पहली महिला स्पीकर थीं।
राजस्थान की प्रथम महिला प्रधान कौन थी?जयपुर राज घराने की महारानी गायत्री देवी वह पहली महिला थी जो राजस्थान से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुई थी ।
राजस्थान के प्रथम विधानसभा अध्यक्ष कौन बने?राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष. राजस्थान की प्रथम महिला मुख्यमंत्री कौन है?जो कि राजस्थान में भाजपा के लिए पहला स्पष्ट बहुमत था। 8 दिसंबर 2003 को वसुंधरा राजे ने प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा को 39.20 फीसदी वोट मिले थे, जो कांग्रेस 35.65 से 3.55 प्रतिशत ज्यादा थे।
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