रेगिस्तान में क्या क्या पाया जाता है? - registaan mein kya kya paaya jaata hai?

विषयसूची

  • 1 रेगिस्तान में क्या पाया जाता है?
  • 2 रेगिस्तान कैसे बनता है?
  • 3 रेगिस्तान में कौन से पेड़ पाए जाते हैं?
  • 4 रेगिस्तान में कौन सी फसल होती है?
  • 5 दुनिया का सबसे बड़ा डेजर्ट कौन है?
  • 6 रेगिस्तान कौन से राज्य में पड़ता है?

रेगिस्तान में क्या पाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंसहारा रेगिस्तान की वनस्पतियों में कैक्टस, खजूर के पेड़ एवं ऐकेशिया पाए जाते हैं। यहाँ कुछ स्थानों पर मरूद्यान – खजूर के पेड़ों से घिरे हरित द्वीप पाए जाते हैं। ऊँट, लकड़बग्घा, सियार, लोमड़ी, बिच्छू, साँपों की विभिन्न जातियाँ एवं छिपकलियाँ यहाँ के प्रमुख जीव-जंतु हैं ।

रेगिस्तान कैसे बनता है?

इसे सुनेंरोकेंरेगिस्तान कैसे बनते हैं? पृथ्वी पर रेगिस्तान का निर्माण जलवायु के परिवर्तन के कारण होता है। उच्च दाब के क्षेत्र, ठंडी महासागरीय जल धाराएं आदि अनेक प्राकृतिक घटनाओं की क्रिया के फलस्वरूप सैकड़ों वर्षों के बाद रेगिस्तान बनते हैं।

रेगिस्तान कितने किलोमीटर है?

इसे सुनेंरोकेंयह रेगिस्तान 90,00,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है जो लगभग संयुक्त राज्य अमेरिका के क्षेत्रफल के बराबर है। पृथ्वी का सबसे विशाल रेगिस्तान सहारा ही है जो उत्तरी अफ्रीका के अधिकांश क्षेत्र में फैला हुआ है। यह अटलांटिक महासागर से नील नदी या लाल सागर तक विस्तृत है।

रेगिस्तान में हरे भरे क्षेत्र को क्या कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंसहारा नाम रेगिस्तान के लिए अरबी शब्द सहरा (صحراء) से लिया गया है जिसका अर्थ है मरुस्थल। यह अफ़्रीका के उत्तरी भाग में अटलांटिक महासागर से लाल सागर तक ५,६०० किलोमीटर की लम्बाई तक सूडान के उत्तर तथा एटलस पर्वत के दक्षिण १,३०० किलोमीटर की चौड़ाई में फैला हुआ है।

रेगिस्तान में कौन से पेड़ पाए जाते हैं?

रेगिस्तान में पाए जाने वाले पेड़ पौधों के नाम

  • बबूल (Acacia)
  • पलाश
  • झरबेला
  • मदार
  • गोरख इमली
  • खेजड़ी
  • अमलतास
  • छोटी दुद्धी

रेगिस्तान में कौन सी फसल होती है?

इसे सुनेंरोकेंचावल उन चीजों में से एक है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हम कॉफी और गेहूं के लिए परियोजनाएं शुरू कर सकते हैं. हालांकि, रेगिस्तानी वातावरण में बड़े पैमाने पर खाद्य फसलों की खेती करने आसान काम नहीं है. चावल, गेहूं और कॉफी की फसलों को काफी मात्रा में पानी की जरूरत पड़ती है.

राजस्थान का रेगिस्तान कैसे बना?

इसे सुनेंरोकेंगरमियों में मरुस्थल की तेज गर्म हवाएं चलती है जिन्हें “लू” कहते हैं तथा रेत के टीलों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाती हैं और टीलों को नई आकृतियां प्रदान करती हैं। गर्मी ऋतु में यहां पर तेज आंधियां चलती है जो रेत के बड़े-बड़े टीलों को दूसरे स्थानों पर धकेल देती है जिससे यहां मरुस्थलीकरण की समस्या बढ़ती जाती है।

मरुस्थल का निर्माण क्यों होता है?

इसे सुनेंरोकेंवृष्टिछाया (Rain-shadow) का कारण रेगिस्तान (मरुस्थल) का निर्माण: जब एक विशाल पर्वत वर्षा के बादलों को आगे की दिशा में बढ़ने में बाधा उत्पन्न करता है तब उसके आगे का प्रदेश वृष्टिहीन हो जाता है और इसे वृष्टिछाया क्षेत्र (Rain-shadow Zone) कहते हैं।

दुनिया का सबसे बड़ा डेजर्ट कौन है?

इसे सुनेंरोकेंसहारा मरुस्थल (रेगिस्तान) का नाम तो आपने सुना ही होगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है। दरअसल, सहारा नाम रेगिस्तान के लिए अरबी शब्द ‘सहरा’ से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है मरुस्थल। उत्तरी अफ्रीका पूरी तरह से इस रेगिस्तान से ढंका हुआ है जबकि इसका थोड़ा सा भाग एशिया महाद्वीप में भी पड़ता है।

रेगिस्तान कौन से राज्य में पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंरेगिस्तान का 60% से अधिक हिस्सा राजस्थान राज्य में है, और कुछ गुजरात, पंजाब और हरियाणा में फैला हुआ है। 9. थार मरुस्थल लहरदार रेतीले पहाड़ों का विस्तार है, जो विशाल भारतीय मरुस्थल भी कहलाता है।

भारतीय रेगिस्तान में पाए जाने वाले बालू के अर्धचंद्राकार टीले को क्या कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: पवन द्वारा रेत एवं बालू के निक्षेप से निर्मित टीलों को बालुका स्तूप अथवा टिब्बा कहते हैं।

नखलिस्तान क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविस्तृत मरुस्थल के बीच में स्थित किसी जलाशय के चारों ओर का हरा-भरा क्षेत्र जो वनस्पतिविहीन रेगिस्तानी भूमि पर जल की उपस्थिति के कारण ही संभव हो पाता है। ये जलाशय प्रायः नदियों के अवशिष्ट रूप होते हैं जो छोटे-बड़े विभिन्न आकार के हो सकते हैं।

रेगिस्तान में क्या क्या पाया जाता है? - registaan mein kya kya paaya jaata hai?

मरुस्थल एक अनुर्वर क्षेत्र का भूदृश्य है जहाँ कम वर्षण होती है और इसके परिणाम स्वरूप, रहने की स्थिति पौधे और पशु जीवन के लिए प्रतिकूल होती है। वनस्पति की कमी के कारण भूमि की असुरक्षित सतह अनाच्छादन की स्थिति में आ जाती है। पृथ्वी की सतह का लगभग एक तिहाई भाग शुष्क या अर्ध-शुष्क है। इसमें अधिकांश पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्र शामिल हैं, जहां कम वर्षा होती है, और जिन्हें कभी-कभी ध्रुवीय मरुस्थल या "शीतल मरुस्थल" कहा जाता है। मरुस्थलों को गिरने वाली वर्षा की मात्रा, प्रचलित तापमान, मरुस्थलीकरण के कारणों या उनकी भौगोलिक स्थिति के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है।

मरुस्थल का निर्माण अपक्षय प्रक्रियाओं द्वारा किया जाता है क्योंकि दिन और रात के बीच तापमान में बड़े बदलाव चट्टानों पर तनाव डालते हैं, जिसके परिणामस्वरूप टुकड़े-टुकड़े हो जाते हैं। यद्यपि मरुस्थल में प्रायः ही कभी वर्षा होती है, कभी-कभी मूसलाधार वर्षा होती है जिसके परिणामस्वरूप अचानक बाढ़ आ सकती है। गर्म चट्टानों पर गिरने वाली वर्षा उन्हें चकनाचूर कर सकती है, और परिणामी टुकड़े और मलबे जो मरुस्थल पर बिखरे हुए हैं, हवा से और अधिक नष्ट हो जाते हैं। यह रेत और धूल के कणों को उठाता है, जो लंबे समय तक हवा में रह सकते हैं - कभी-कभी रेत के तूफ़ान या धूल के तूफान का कारण बनते हैं। हवा में उड़ने वाले रेत के दाने अपने रास्ते में किसी भी ठोस वस्तु से टकराकर सतह को तोड़ सकते हैं। चट्टानों को चिकना कर दिया जाता है, और हवा रेत को एक समान जमा में बदल देती है। दाने रेत की समतल चादर के रूप में समाप्त हो जाते हैं या लहराते रेत के टीलों में ऊंचे ढेर हो जाते हैं। अन्य मरुस्थल समतल, पथरीले मैदान हैं जहाँ सभी महीन सामग्री को उड़ा दिया गया है और सतह में चिकने पत्थरों की मोज़ेक है। इन क्षेत्रों को मरुस्थलीय पथ के रूप में जाना जाता है, और थोड़ा और क्षरण होता है। अन्य मरुस्थलीय विशेषताओं में उजागर बेडरॉक और एक बार बहते पानी द्वारा जमा की गई मिट्टी शामिल हैं। अस्थायी झीलें बन सकती हैं और पानी के वाष्पित होने पर नमक के मैदान छोड़े जा सकते हैं। जल के भूमिगत स्रोत, झरनों के रूप में और जलभृतों से रिसने के रूप में हो सकते हैं। जहाँ ये पाए जाते हैं, वहाँ मरूद्यान हो सकते हैं।

प्रकार[संपादित करें]

मरुस्थलों को वर्षा, औसत तापमान, साल में बिना वर्षा (या हिमपात) के दिनों की संख्या इत्यादि के आधार पर बांटा जा सकता है। भारत का थार मरुस्थल एक ऊष्ण कटिबंधीय मरुस्थल है जिसके कारण ही यह रेतीला भी है।

जलपात की दृष्टि से[संपादित करें]

वर्षा तथा हिमपात के कुल को जलपात कहते हैं। यदि किसी क्षेत्र का जलपात 200 मिलिमीटर से भी कम हो तो वह एक प्रकार का प्रदेश है। इसी प्रकार 250-500 मिलिमीटर तक के क्षेत्र को अलग वर्ग में रखा जा सकता है। इसी प्रकार अन्य क्षेत्र भी वर्गीकृत किए जा सकते हैं।

तापमान की दृष्टि से[संपादित करें]

इन क्षेत्रों को तापमान की दृष्टि से भी वर्गीकृत किया जा सकता है।

  • उष्ण कटिबंधीय मरुस्थल
  • उपोष्ण कटिबेधीय मरुस्थल
  • शीत कटिबंधीय मरुस्थल

वृष्टिछाया क्षेत्र[संपादित करें]

जब एक विशाल पर्वत वर्षा के बादलों को आगे की दिशा में बढ़ने में बाधा उत्पन्न करता है तब उसके आगे का प्रदेश वृष्टिहीन हो जाता है और इसे वृष्टिछाया क्षेत्र कहते हैं।

पर्वतीय क्षेत्र[संपादित करें]

अधिक ऊंचे पर्वतों (जैसे कि हिमालय) पर वर्षा नहीं होती इसलिए इन्हें भी मरुस्थल का श्रेणी में रखा जाता है।

सामान्य दशा[संपादित करें]

मरुस्थल का सामान्य गुण तो यह है कि इसमें वर्षा कम होती है। ये क्षेत्र प्रायः विरल आबादी, नगण्य वनस्पति, पतो की जगह काटें, जल के स्त्रोतों की कमी, जलापूर्ति से अधिक वाष्पीकरण हैं। विश्व के केवल 20% मरुस्थल रेतीले हैं। रेत प्रायः परतों में बिछी होती है। रेतीले क्षेत्रों के दैनिक तापमान में बहुत विविधता होती है। लगभग सभी मरुस्थल समतल हैं। कुछ में टीले भी बनते है परंतु रेत के होने के साथ वो बनते व नष्ट होते रहते है ।

प्रसिद्ध मरुस्थल[संपादित करें]

मुख्य लेख - विश्व के मरुस्थल

  • कोलेरेडो मरुस्थल USA
  • आटाकामा मरुस्थल
  • पेन्टागोनिया मरुस्थल
  • थार मरुस्थल भारत
  • सहारा मरुस्थल अफ्रीका
  • गोबी मरुस्थल मंगोलिया
  • कालाहारी मरुस्थल
  • विक्टोरियन मरुस्थल
  • हमादा मरुस्थल चट्टान युक्त मरुस्थल
  • रेग मरूस्थल कंकड़ पत्थर युक्त भाग
  • अर्ग मरुस्थल बालू मिट्टी युक्त भाग

रेगिस्तान में क्या क्या पाए जाते हैं?

वनस्पतिजात एवं प्राणिजात सहारा रेगिस्तान की वनस्पतियों में कैक्टस, खजूर के पेड़ एवं ऐकेशिया पाए जाते हैं। यहाँ कुछ स्थानों पर मरूद्यान - खजूर के पेड़ों से घिरे हरित द्वीप पाए जाते हैं। ऊँट, लकड़बग्घा, सियार, लोमड़ी, बिच्छू, साँपों की विभिन्न जातियाँ एवं छिपकलियाँ यहाँ के प्रमुख जीव-जंतु हैं

रेगिस्तान में कौन सा फल होता है?

रेगिस्तान में रहने वाले लोग कांटेदार नागफनी (नागफनी का एक प्रकार) के फल को 'टुना' कहते हैं, यह खाने योग्य होता है।

रेगिस्तान में पाए जाने वाले पौधे क्या कहलाते हैं?

रेगिस्तान में उगने वाले पौधे को मरूद्भिद कहा जाता है। ये पौधे लंबे समय तक पानी रहित स्थान में रहने में सक्षम होते हैं। वे मोमयुक्त पत्तों के लिए जाने जाते हैं जिनके सतहों से पानी का बहुत कम नुकसान होता है।

रेगिस्तान में कौन सा पत्थर पाया जाता है?

दुनिया के सबसे बड़े रेगिस्तानों में से एक, थार मरुस्थल उत्तर पश्चिम भारत में स्थित है। यह सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला दुनिया के प्रमुख गर्म रेगिस्तानों में से एक है। इस विशाल रेगिस्तान में फेल्डस्पार, फॉस्फराइट, जिप्सम और काओलिन जैसे खनिजों के मूल्यवान भंडार पाए जाते हैं।