Question 1. Answer: (c) भगवान के लिए Question 2. Answer: (d) प्रत्येक जीव की साँसों में Question 3. Answer: (c) वह
निरपेक्ष होकर ईश्वर का भजन करता है Question 4. Answer: (d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं Question 5. Answer: (a) अन्योक्ति Question 6. Answer: (b) हंस जीवात्मा का और मानसरोवर आनंदवृतित्त वाले मन का एवं शून्य विकार के अमृत कुंट का प्रतीक है Question 7. Answer: (c) जो सरल हृदय से निष्पक्ष होकर सम्प्रदायों से ऊपर उठकर प्रभु का ध्यान करता है Question 8. Answer: (d) जब उसके कर्म ऊंचे
होते हैं Question 9. Answer: (b) कबीर ग्रन्थावली में Question 10. Answer: (d) सभी कथन सत्य हैं Question 11. Answer: (a) समाज सुधार के कार्य Question 12. Answer: (d) निर्गुण के उपासक थे Question 13. Answer: (b) रामानंद Question 14. Answer: (c) नीरू और नीमा Question 15. Answer: (a) सन् 1999 में वाराणसी में काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न मोको कहाँ ढूँढे बंदे, मैं तो तेरे पास में। Question 1. Answer: (d) उपर्युक्त सभी जगह Question 2. Answer: (c) प्राणी के हृदय में Question 3. Answer: (a) क्योंकि हम अपने अंतःकरण को नहीं टटोलते Question 4. Answer: (d) ईश्वर का अपने हृदय में ध्यान करने पर Question 5. Answer: (d) उपर्युक्त सभी का खंडन किया है मानसरोवर से क्या तात्पर्य है?'मानसरोवर'से कवि का आशय हृदय रुपी तालाब से है। जो हमारे मन में स्थित है।
साखिय मानसरोवर से कवि का क्या आशय है?मानसरोवर से कवि का आशय है-मन रूपी पवित्र सरोवर, जिसमें मनुष्य को स्वच्छ विचाररूपी जल भरा है। इस स्वच्छ जल में जीवात्मा रूप हंस, प्रभु-भक्ति में लीन होकर स्वच्छंद रूप से मुक्तिरूपी मुक्ताफल चुगते हैं। वे मानसरोवर छोड़कर अन्यत्र जाना भी नहीं चाहते हैं।
मानसरोवर और हंस किसका प्रतीक है?हंस जीवात्मा के प्रतीक हैं। वे मानसरोवर अर्थात् मेन रूपी सरोवर को छोड़कर अन्यत्र इसलिए जाना चाहते हैं क्योंकि उसे प्रभु भक्ति का आनंद रूपी मोती चुगने को मिल रहे हैं। ऐसा आनंद उसे अन्यत्र दुर्लभ है।
मनुष्य के मन से धार्मिक भेदभाव मिटने से क्या परिवर्तन हुए?जब मनुष्य के मन से धार्मिक भेदभाव मिट गए तो उसकी धर्मांधता और धार्मिक संकीर्णता समाप्त हो गई। अब उसके लिए राम-रहीम और काबा-काशी में कोई अंतर नहीं रह गया। वह अब ईश्वर का सच्चा भक्त बन गया। दोहे में मोट चून धार्मिक संकीर्णताओं और धर्मांधता से ग्रस्त मनुष्य को कहा गया है।
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