सरकार ने अगले दो साल में पेट्रोल में 20% एथेनॉल ब्लेंडिंग (सम्मिश्रण) का लक्ष्य रखा है इससे देश को महंगे तेल आयात पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी। इससे पहले सरकार ने 2025 तक इसे हासिल करने का लक्ष्य रखा था जिसे अब 2023 कर दिया है। पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुसार तेल कंपनियां भारतीय मानक ब्यूरो के मानकों के अनुरूप 20% एथेनॉल के मिश्रण वाला पेट्रोल बेचेंगी। यह नियम 1 अप्रैल, 2023 से लागू होगा। Show
इसे सुनेंरोकेंएथेनॉल एक प्रकार का फ्यूल है, जिसके इस्तेमाल से प्रदूषण कम होता है, इसे पेट्रोल में मिलाया जा सकता है और वाहन संचालित किए जा सकते हैं। दरअसल, इसके पीछे सरकार का उदेश्य है कि पेट्रोल की निर्भरता को कम किया जाए। भारत बाहरी देशों से पेट्रोल का आयात करता है, ऐसे में एथेनॉल का इस्तेमाल पेट्रोल पर हमारी निर्भरता कम होगी। पेट्रोल में कितना इथेनॉल मिलाया जा सकता है?इसे सुनेंरोकेंहाल में सरकार ने पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिलाने की समयसीमा को 2030 से घटाकर 2025 कर दिया. अभी देश में प्रति लीटर पेट्रोल में 8.5% इथेनॉल मिलता है. एथेनॉल कितने रुपए लीटर है?इसे सुनेंरोकेंक्या होगी नई कीमत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने दिसंबर 2021 से शुरू होने वाले सप्लाई ईयर के लिए गन्ने के रस से निकाले गए एथेनॉल की कीमत मौजूदा 62.65 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 63.45 रुपये प्रति लीटर कर दिया है. पढ़ना: ढकी हुई नालियों के क्या क्या लाभ है? इसे सुनेंरोकेंएथेनॉल के इस्तेमाल से 35 फीसदी कम कार्बन मोनोऑक्साइड निकलता है। इतना ही नहीं यह कार्बन मोनोऑक्साइड उत्सर्जन और सल्फर डाइऑक्साइड को भी कम करता है। इसके अलावा एथेनॉल हाइड्रोकार्बन के उत्सर्जन को भी कम करता है। पेट्रोल में क्या क्या मिला होता है? इसे सुनेंरोकेंपेट्रोल और डीजल में एथेनॉल की ब्लेंडिंग का मतलब है कि इन तेलों में एथेनॉल मिलाया जाता है। 2022 तक पेट्रोल-डीजल में 10 फीसदी एथेनॉल मिलाने का टारगेट रखा गया था, जो 2021 तक करीब 8.5 फीसदी था। 2014 में सिर्फ 1-1.5 फीसदी एथेनॉल ही पेट्रोल-डीजल में मिलाया जाता था। एथेनॉल का मतलब क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंइथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है जिसे पेट्रोल में मिलाकर गाड़ियों में फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इथेनॉल का उत्पादन यूं तो मुख्य रूप से गन्ने की फसल से होता है लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है। इससे खेती और पर्यावरण दोनों को फायदा होता है। पढ़ना: गौतम बुद्ध की मृत्यु क्या खाने से हुई थी? पेट्रोल किसका किसका मिश्रण है?इसे सुनेंरोकेंपेट्रोल (Petrol) इसको अमरीका में ‘गैसोलीन’ कहते हैं। पेट्रोल हाइड्रोकार्बनों का मिश्रण होता है, जो 380 से 240 सें. के बीच उबलता है। यह पेट्रोलियम, अथवा अन्या हाइड्रोकार्बन, के स्रोत से प्राप्त होता है। इथेनॉल कैसे तैयार किया जाता है?इसे सुनेंरोकेंकैसे बनता है इथेनॉल? इथेनॉल दो विधियों से तैयार किया जाता है। इसमें पहली संश्लेषण विधि व दूसरी किण्वीकरण विधि है। संश्लेषण विधि-एथिलीन गैस को सांद्र सल्फ्य़ूरिक अम्ल में शोषित कराने से एथिल हाइड्रोजन सल्फ़ेट बनता है जो जल के साथ उबालने पर उद्धिघटित (हाइड्रोलाइज़) होकर एथिल ऐल्कोहल देता है। इथेनॉल क्या है UPSC?इसे सुनेंरोकेंइथेनॉल एक इको फ्रेंडली ईंधन है जिसका निर्माण गन्ने के रस से किया जाता है। इथेनॉल का निर्माण चीनी मिलों में किया जाता है। यह नॉनटॉक्सिक, बायोडिग्रेडेबल है साथ ही सँभालने में आसान, स्टोर के ट्रांसपोर्टर के लिए सुरक्षित है। यह एक ऑक्सीजनयुक्त ईंधन है जिसमें 35 फीसदी ऑक्सीजन होती है। पढ़ना: सहजन का गोंद कैसे निकाला जाता है? पेट्रोल में क्या क्या मिलाया जाता है? इसे सुनेंरोकेंजब भी आप गाड़ी में पेट्रोल भरवाते हैं तो इसमें 10 फीसदी एथेनॉल होता है, जो पेट्रोल पंप की ओर से मिलाया जाता है. माना जा रहा है कि इस एथेनॉल से आपकी गाड़ी के इंजन पर असर पड़ सकता है. जब भी आप पेट्रोल पंप से गाड़ी में पेट्रोल डलवाते हैं तो इसका मतलब ये नहीं है कि आपकी गाड़ी में 100 फीसदी शुद्ध पेट्रोल ही डला है. एथेनॉल का सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि यह ब्लेंडिंग में इस्तेमाल होगा, जिससे आपकी गाड़ी में पड़ने वाला तेल तुलनात्मक रूप से सस्ता हो जाएगा। वहीं अगर 100 फीसदी एथेनॉल पर चलने वाला इंजन बना लिया जाता है तो ईंधन बेहद सस्ता पड़ेगा। इसके अलावा एथेनॉल से करीब 35 फीसदी कम मोनोऑक्साइड निकलता है। यह कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर डाईऑक्साइड के उत्सर्जन को भी कम करता है। इससे हाइड्रोकार्बन का उत्सर्जन भी कम होता है। एथेनॉल में 35 फीसदी ऑक्सीजन होता है। सबसे बड़ी बात एथेनॉल का इस्तेमाल बढ़ेगा तो इससे किसानों को भी फायदा होगा, क्योंकि एथेनॉल गन्ने से बनता है। सरकार क्यों दे रही एथेनॉल पर जोर?भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है, जो अपनी 85 प्रतिशत से अधिक मांग को पूरा करने के लिए विदेशों से आयात पर निर्भर है। एथेनॉल पर ध्यान केंद्रित करने से पर्यावरण के साथ-साथ किसानों के जीवन पर भी बेहतर प्रभाव पड़ रहा है, क्योंकि यह किसानों को आय का एक और स्रोत उपलब्ध कराता है। एथेनॉल खरीद में आठ गुना वृद्धि के एक बड़े हिस्से से देश के गन्ना किसानों को फायदा मिला है। एथेनॉल के मामले में ब्राजील को टक्कर देगा भारतभारत पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने वाला ब्राजील के बाद दूसरा देश बन जाएगा। हालांकि, सरकार का माना है कि निरपेक्ष रूप से हम ब्राजील से आगे होंगे। ब्राजील में करीब 40 फीसदी गाड़ियां 100 फीसदी एथेनॉल पर चल रही हैं और बाकी गाड़ियों के ईंधन में भी करीब 24 फीसदी तक एथेनॉल मिलाया जाता है। भारत में भी अब 100 फीसदी एथेनॉल पर चलने वाली गाड़ियां भी बनाने की दिशा में काम हो रहा है, जिससे कच्चे तेल पर भारत की निर्भरता घटेगी और ईंधन सस्ता होगा। वहीं इस कदम से पर्यावरण को भी फायदा होगा। स्वीडन और कनाडा में भी एथेनॉल पर गाड़ियां चलाई जा रही हैं और इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ा जा रहा है। फ्लेक्स फ्यूल में भी होगा एथेनॉल का इस्तेमालफ्लेक्स-फ्यूल, गैसोलीन और मेथेनॉल या एथेनॉल के मिश्रण से तैयार एक वैकल्पिक ईंधन है। नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा था कि आने वाले दिनों में ‘फ्लेक्स-फ्यूल इंजन’ (Flex-Fuel Engine) अनिवार्य कर दिए जाएंगे। टीवीएस मोटर और बजाज ऑटो जैसी कंपनियों ने पहले ही दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए फ्लेक्स-फ्यूल इंजन का विनिर्माण शुरू कर दिया है। सिर्फ 62 रुपये में मिलेगा 1 लीटर तेलनितिन गडकरी बोल चुके हैं वह फ्लेक्स इंजन वाली कारों पर काम कर रहे हैं, जिसमें 100 फीसदी पेट्रोल या एथेनॉल का इस्तेमाल हो सकेगा। फ्लेक्स इंजन का मतलब है, जिसमें 100 प्रतिशत पेट्रोल या एथेनॉल का उपयोग किया जा सके। गडकरी तो हल्के-फुल्के अंदाज में यह भी कह चुके हैं- 'पेट्रोल का इस्तेमाल न करें... ईंधन की बढ़ती कीमतों पर आपको आंदोलन करने की जरूरत नहीं है... (एथेनॉल की) कीमत 62 रुपये होगी और यह आयात का एक विकल्प होगा और यह लागत प्रभावी और प्रदूषण मुक्त है।' पेट्रोल-डीजल सस्ता करने के लिए घटाई एथेनॉल पर जीएसटीएथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल प्रोग्राम (Ethanol Blended Petrol programme) के तहत प्रयोग किए जाने वाले एथेनॉल पर अब 18 फीसदी की जगह 5 फीसदी जीएसटी (5 pc gst on ethanol) लगेगी। पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर काबू पाने के लिए ही पिछले दिनों एथेनॉल पर जीएसटी की दरें घटाने का फैसला किया गया था। इससे आम जनता को बड़ा फायदा होगा, क्योंकि लागत घटेगी। दूसरे विश्व युद्ध के वक्त से हो रहा है एथेनॉल पर कामबजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड (Bajaj Hindhusthan Sugar Limited) ने दूसरे विश्व युद्ध के बाद 1944 से ही एथेनॉल पर काम शुरू कर दिया था। उस दौर में एथेनॉल बहुत ही कम मात्रा में मिलता था, जिसे पावर एल्कोहल भी कहा जाता था। तब बजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड ने एल्कोहल मिला पेट्रोल सेना को भी सप्लाई किया था। यानी एथेनॉल कितने काम की चीज है, इसका पता करीब 8 दशक पहले ही चल गया था और इसके इस्तेमाल पर काम भी शुरू हो गया था। जानिए क्या होती है ब्लेंडिंगपेट्रोल और डीजल में एथेनॉल की ब्लेंडिंग का मतलब है कि इन तेलों में एथेनॉल मिलाया जाता है। 2022 तक पेट्रोल-डीजल में 10 फीसदी एथेनॉल मिलाने का टारगेट रखा गया था, जो 2021 तक करीब 8.5 फीसदी था। 2014 में सिर्फ 1-1.5 फीसदी एथेनॉल ही पेट्रोल-डीजल में मिलाया जाता था। एथेनॉल की खरीद सालाना 38 करोड़ लीटर से बढ़कर अब 320 करोड़ लीटर हो गई है। कितना महंगा हो गया पेट्रोल-डीजलहफ्ते भर से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। 28 मार्च सोमवार को पेट्रोल 30 पैसे और डीजल 35 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया। 22 मार्च से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ना शुरू हुए हैं और तब से लेकर अब तक सिर्फ एक दिन छोड़कर हर रोज कीमतों में कुछ ना कुछ बढ़ोतरी हुई है। पिछले 7 दिनों में पेट्रोल 4 रुपये और डीजल 4.10 रुपये महंगा हो गया है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 99.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 90.77 रुपये प्रति लीटर हो गई है। पेट्रोल में किसका मिश्रण होता है?पेट्रोलियम विभिन्न हाइड्रोकार्बन का मिश्रण है। हाइड्रोकार्बन एक कार्बनिक रासायनिक यौगिक है जिसमें हाइड्रोजन और कार्बन परमाणु होते हैं। पेट्रोलियम उत्पादों में मौजूद हाइड्रोकार्बन ज्यादातर अल्केन्स, नेफ्थेन और विभिन्न सुगंधित हाइड्रोकार्बन होते हैं।
पेट्रोल में कौन सा केमिकल मिलाया जाता है?सरकार ने पेट्रोल में10 प्रतिशत तक एथेनॉल मिलाने की अनुमति दी है। एथेनॉल गन्ने से प्राप्त होता है।
पेट्रोल क्या चीज से बनता है?पेट्रोल और डीजल को पेट्रोलियम से निकाला जाता है जिसे कच्चा तेल कहा जाता है. कच्चे तेल को अच्छा ईंधन नहीं माना जाता है, क्योंकि यह तरल नहीं है और इसे जलाने के लिए बहुत उच्च तापमान की आवश्यकता होती है.
पेट्रोल में क्या मिलाया?मौजूदा वक्त में पेट्रोल में 8.5% एथेनॉल मिलाया जाता है। एथेनॉल को गन्ने से निकाला जाता है। ऐसे में इससे कच्चे तेल का आयात घटाने और किसानों को अतिरिक्त आय देने में भी मदद मिल सकती है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है और अपनी मांग के 85% हिस्से के लिए विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भर है।
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