प्रोटॉन की खोज कौन किया है? - proton kee khoj kaun kiya hai?

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Punjab And Haryana High Court Clerk Full Test 1

70 Questions 70 Marks 70 Mins

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Last updated on Nov 15, 2022

Punjab and Haryana High Court Clerk Answer Key Notice Out on 24th November 2022. This is with reference to advt no 32C/SSSC/HR/2022. Earlier, the commission had released Punjab and Haryana High Court Clerk Result on 23rd November 2022. This is with reference to advt. no. 30C/SSSC/PB/2022 & 31C/SSSC/CHD/2022. The candidates who have cleared the written exam will be able to appear in CPT (Computer Proficiency Test), the schedule of which will be out in due course. The candidates must note that the multiple notifications of Punjab and Haryana High Court Clerk are in process. A total of 759 vacancies are released for advt no 30C and 12 Vacancies are released for advt no 31C. 

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प्रोटॉन की खोज किसने की थी? Proton ki khoj kisne ki thi

प्रोटॉन की खोज कौन किया है? - proton kee khoj kaun kiya hai?

प्रोटॉन की खोज किसने की थी? Proton ki khoj kisne ki thi goldstein ya rutherford

प्रोटॉन (Proton)

प्रोटॉन परमाणु के नाभिक में स्थित एक धन आवेशित कण होता है इसका द्रव्यमान 1.67×10−27 kg होता है जो इलेक्ट्रान के द्रव्यमान का 1847 गुना है और इस पर 1.602176634×10−19 कुलम्ब C का धन आवेश होता है

प्रोटॉन की खोज किसने की थी? Proton ki khoj kisne ki

प्रोटॉन की खोजकर्ता अर्नेस्ट रदरफोर्ड को माना जाता है लेकिन कई किताबों में प्रोटॉन का खोजकर्ता गोल्डस्टीन को भी दिया गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि 1886 में गोल्डस्टीन ने परमाणु के नाभिक में प्रोटीन के समान कण के उपस्थित होने का अनुमान लगाया था लेकिन 1920 में अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने प्रोटॉन के बारे में स्पष्ट जानकारी दी उन्होंने बताया की परमाणु के बीच में धनात्मक केंद्र पाया जाता है जिसमें धनात्मक कण पाए जाते हैं जिन्हे उन्होंने प्रोटॉन नाम दिया।
इस प्रकार अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने प्रोटॉन की खोज की थी और रदरफोर्ड को ही परमाणु का खोजकर्ता माना जाता है।

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प्रोटॉन की खोज कौन किया है? - proton kee khoj kaun kiya hai?

प्राणु (प्रोटॉन) एक धनात्मक विद्युत आवेशयुक्त मूलभूत कण है, जो परमाणु के नाभिक में न्यूट्रॉन के साथ पाया जाता हैं। इसे p प्रतीक चिन्ह द्वारा दर्शाया जाता है। इस पर 1.602E−19 कूलाम्ब का धनावेश होता है। इसका द्रव्यमान 1.6726E−27 किग्रा होता है जो इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान से लगभग 1845 गुना अधिक है। प्राणु तीन प्राथमिक कणो दो अप-क्वार्क और एक डाउन-क्वार्क से मिलकर बना होता है। स्वतंत्र रूप से यह उदजन आयन H+ के रूप में पाया जाता है। प्रोटोन की खोज रेडरफोर्ड

ने की

विवरण[संपादित करें]

प्राणुफर्मिऑन होते है, जिनकी प्रचक्रण १/२ होती है और यह तीन क्वार्क से मिलकर बने होते है अर्थात यह बेर्यॉन (हेड्रॉन का एक प्रकार) के रूप में होते है। इनके दो अप-क्वार्क एवं एक डाउन-क्वार्क आपस में सशक्त बल (strong force) से जुडे होते है जोग्लुऑन द्वारा लागू होते है। प्राणु और न्यूट्रॉन का जोडा न्युक्लिऑन कहलाता है जो किपरमाणु नाभिक में नाभकीय बल (nuclear force) से आपस में बंधे होते है। उदजन ही एक मात्र ऐसा तत्व है जिसके परमाणु नाभिक में प्राणु अकेला पाया जाता है अन्यथा अन्य सभी परमाणु के नाभिक में प्राणु न्यूट्रॉन के साथ पाया जाता है। उदजन परमाणु के नाभिक में केवल एक प्राणु होता हैन्यूट्रॉन नहीं होता है जबकि इसके दो भारी समस्थानिक ड्यूटेरियम में एक प्राणु व एक न्यूट्रॉन एवं ट्रिटियम में एक प्राणु व दो न्यूट्रॉन होते है।

स्थायित्व[संपादित करें]

प्राणु, इलेक्ट्रॉन (ऋणात्मक बीटा-क्षय) का अवशोषण कर न्यूट्रॉन में बदल जाता है।

p+ + e- → no + ve

जहॉ p प्राणु, e इलेक्ट्रॉन, n न्यूट्रॉन और ve इलेक्ट्रॉन न्यूट्रीनो है।

इसके विपरित न्यूट्रॉन इलेक्ट्रॉन (ऋणात्मक बीटा क्षय) का उत्सर्जन कर प्राणु में बदल जाता है।

no → p+ + e- + ve-

प्राणु की अर्ध-आयु बहुत लम्बी होती है (आज के ब्रह्माण्ड की आयु से भी अधिक)

इतिहास[संपादित करें]

प्रोटोन ग्रीक शब्द प्रोटोस protos से हुआ है जिसका अर्थ होता है। "प्रथम्"। १९२० में रदरफोर्ड ने इसका नामकरण किया।

प्रोटॉन के खोजकर्ता का नाम क्या है?

प्रोटॉन की खोज गोल्डस्टीन ने की थी। प्रोटॉन का नाम रदरफोर्ड ने रखा था। ऐनोड किरण प्रयोग से एक प्रोटॉन प्राप्त होता है। यह धन आवेशित है।

प्रोटॉन की खोज किसने और कैसे की?

प्रोटॉन की खोज वैज्ञानिक “अर्नेस्ट रदरफोर्ड” के द्वारा की गई थी, वैज्ञानिक अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने सन 1920 में प्रोटॉन की खोज की थी। अर्नेस्ट रदरफोर्ड परमाणु के नाभिक में भिन्न-भिन्न प्रकार के प्रोटॉन पाए जाते हैं हाइड्रोजन के नाभिक में प्रोटॉन की संख्या एक होती है।

प्रोटॉन की खोज कब की थी?

अत: प्रोटॉन की खोज अर्नेस्ट रदरफोर्ड द्वारा 1920 में की गयी। रदरफोर्ड ने बताया की हर परमाणु के नाभिक में भिन्न भिन्न संख्या में प्रोटोन पाये जाते है , हाइड्रोजन के नाभिक में प्रोटोन की संख्या एक पायी जाती है इसलिए हाइड्रोजन को प्राथमिक कण (एलेमेंट्री पार्टिकल) कहा गया।

रदरफोर्ड ने प्रोटॉन की खोज कब की थी?

अर्नेस्ट रदरफोर्ड को प्रोटॉन की खोज करने का श्रेय दिया जाता है जब उन्होंने 1917 में प्रदर्शित किया कि अन्य सभी परमाणुओं के नाभिक में एक प्रोटॉन, हाइड्रोजन परमाणु का नाभिक शामिल है।