फैशन दिया हुआ है कि फेसबुक इसे कहते हैं तो फ्रीज में एक समान पारदर्शी माध्यम है हम लिख सकते हैं कि एक समान पारदर्शी माध्यम है पारदर्शी माध्यम है जोकि जोकि तो समतल प्रश्नों से मिलकर बना होता है तो समतल पैसों से बना होता है बना होता है और देखिए जो संतुष्ट होते हैं तो इस देश में अभिषेक भी होता है क्या यह पार्टिसिपेंट होते हैं तो इसमें तीन आयताकार और दो त्रिभुजाकार पस्त होते हैं देखिए दो हम कैसे किसी नेता का जो एक ही अलग होगा ऐसा करो जो प्रेस होते-होते बचा कर होते हैं एक के सामने पैसे लेकर आपको यह त्रिभुजाकार है और इसके पीछे एक बन रहा Show
होगा फर्स्ट मूवी क्या वह त्रिभुजाकार होगा तो हम कह सकते हैं कि इसमें तीन आयताकार यह वाला था कल आयताकार और जो नीचे बेसन का जो आधार मूवी कैसा होगा आयताकार होगा जबकि दो पैसे होते तो त्रिभुजाकार होते हैं ठीक है यह सामने जो दिख रहा हूं त्रिभुजाकार है और इसके पीछे भी एक बेस्ट होगा वह भी कैसा होगा कि मुझे कारी होगा और जीगोते कहीं दूर से जो होते हैं वह आपस में एक दूसरे पर चुके होते कि एक दूसरे पर झुके हुए तुम कह सकते हैं कि प्रेस एक पारदर्शी समान माध्यम में प्रकाश होता हमारा ख्याल पर निकल जाता है अभी प्रयोग करते क्यों है तो प्रकाश को इसकी इन रंगों में तोड़ने के लिए अगर हम प्रकाश को फ्रिज में से होकर गुजारेंगे तो हुआ क्या जो प्रकाश है वह साथ है गुरुदेव कैसे इंद्रधनुषी रंगों में हो जाएगा तोड़ने के लिए क्या-क्या की माध्यम परिवर्तन होने कारण इसमें क्या होता है बार-बार प्रकाश का अपवर्तन होता है और अपूर्व प्रकाश में जो और बाकी तो तुरंत दर्द होती है वह कैसे उतरती है अलग अलग हो जाती यही कारण है कि जैसे ही प्रकाश से बाहर निकलता है तो उसमें में सात रंग दिखाई देते हैं ठीक है और तुम और हम कह सकते हैं कि इन दंगों में थोड़ी ना होता है प्रकाश को तो हम पिक अप करते हैं और उनको जानती भी कहा जाता है क्या कहते हैं फेसबुक को ज्यामिति भी कहा जाता है और यही हमारे प्रश्न का उत्तर है ठीक है तो दर्शन दे उसे करके फेसबुक इसे कहते हैं तो फिर समाज पार्टी माध्यम जो कि 2 शब्दों से मिलकर बना होता है और कुछ जानती भी कहते होने पर इसका प्रयोग भी देख लिया प्रिज्म क्या है ?प्रिज्म द्वारा प्रकाश का अपवर्तन कैसे होता है तथा वर्ण-विक्षेपण क्या है?:आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे प्रिज्म क्या होता है,प्रिज्म से प्रकाश का अपवर्तन कैसे होता है ?,वर्ण-विक्षेपण क्या होता है तथा सूर्य के श्वेत प्रकाश का प्रिज्म द्वारा वर्ण-विक्षेपण कैसे होता है ?इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे। दैनिक जीवन में विभिन्न प्रकार की घटनाएं घटित होती हैं,जिनके बारे में जानकारी केवल भौतिक विज्ञान के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।इनमे से कुछ घटनाये जैसे-आकाश का नीला दिखाई देना,बदलो का श्वेत दिखाई देना,आकाश में इंद्रधनुष दिखाई देना ऐसी घटनाओ का मुख्य कारण प्रकाश का वर्ण-विक्षेपण और प्रकीर्णन है,तो आज के इस पोस्ट में हम उन्ही के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। मूलबिंदु:
प्रिज्म क्या है?What Is Prism|Definition Of Prismपरस्पर किसी कोण पर झुके दो समतल पृष्ठों से घिरा हुआ समांगी पारदर्शी माध्यम,प्रिज्म कहलाता है.जिन पृष्ठों से प्रिज्म घिरा होता है,प्रिज्म के अपवर्तक पृष्ठ तथा इन दोनों पृष्ठों के बीच के कोण को प्रिज्म का अपवर्तक कोण कहते हैं। इन अपवर्तक पृष्ठों के अभिलंबवत किसी भी तल द्वारा काटे गए प्रिज्म के परिच्छेद को प्रिज्म का मुख्य परिच्छेद कहते हैं। प्रिज्म द्वारा प्रकाश का अपवर्तन(Refraction Of Light Through Prism):निम्न चित्र में कांच का एक प्रिज्म,जिसका मुख्य परिच्छेद ABC से दिखाई गई है। BA और CA इसके दो अपवर्तक पृष्ठ हैं तथा कोण BAC =A इसका अपवर्तक कोण है और BC इसका आधार है। माना इस प्रकाश किरण PQ पृष्ठ BA के बिंदु Q पर तिरछी आपतित होता है। LM बिंदु Q पर अभिलम्ब है। चूकि प्रकाश विरल से सघन माध्यम में रही है अतः यह QT मार्ग पर अपवर्तित होकर दूसरे अपवर्तक पृष्ठ CA के बिंदु T पर आपतित होती है। यहाँ MN बिंदु T पर अभिलम्ब है। सघन से विरल माध्यम में जाने पर यह अभिलम्ब MN से दूर हट जाती है और TU मार्ग और चली जाती है। आपतित किरण PQ को आगे और निर्गत किरण TU को पीछे बढ़ाने पर दोनों बिंदु R पर मिलती है। वर्ण-विक्षेपण क्या है?Dispersionसूर्य का श्वेत प्रकाश अनेक रंगो के प्रकाश का एक मिश्रण होता है। जब सूर्य की श्वेत प्रकाश किरण किसी प्रिज्म पर डाली जाती है तो ये अपने अवयवी रंगो में विभाजित हो जाती है,इस घटना को प्रकाश का वर्ण-विक्षेपण कहते हैं। वर्ण-विक्षेपण का कारण विभिन्न प्रकार के रंगों का अलग-अलग माध्यम में अलग-अलग होना। कांच में बैगनी रंग के प्रकाश की चाल सबसे कम और लाल रंग के प्रकाश की चाल सबसे अधिक होती है,अतः बैंगनी रंग के प्रकाश के लिए अपवर्तनांक सबसे अधिक और लाल रंग के प्रकाश के लिए अपवर्तनांक सबसे कम होता है। इन्द्रधनुष(Rainbow)जब आकाश के किसी एक भाग में सूर्य चमक रहा हो और उसके विपरीत भाग में बारिश हो रहा हो तब यदि कोई व्यक्ति सूर्य की ओर पीठ करके खड़ा हो तो उसे आकाश में सूर्य के स्पेक्ट्रम रंगों वाली एक वृत्ताकार चाप दिखाई देता है,जिसे इंद्रधनुष कहा जाता है। इंद्रधनुष में सूर्य की किरणे VIBGYOR के क्रम में व्यवस्थित होती है. आकाश में इंद्रधनुष बनने का कारण आकाश में उपस्थित जल की गोलीय सूक्ष्म बूंदो द्वारा अपवर्तन,वर्ण-विक्षेपण तथा आंतरिक परावर्तन होता है। निष्कर्ष (Conclusion)आशा करता हूँ कि इस पोस्ट में दिया गया सभी जानकारी आपको पसंद आया होगा। इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले। प्रिज्म की परिभाषा क्या है?प्रकाशिकी में, प्रिज़्म (Prism / संक्षेत्र या क्रकच आयत) एक सपाट चिकनी सतहों वाला एक पारदर्शी प्रकाशीय अवयव है जो, प्रकाश का अपवर्तन करता है। कम से कम दो सपाट सतहों के मध्य एक कोण का होना अनिवार्य है। सतहों के मध्य के कोण की सटीकता उसके अनुप्रयोग पर निर्भर करती हैं।
प्रिज्म में कितने कौन होते हैं?एक त्रिभुजाकार प्रिज्म में कुल 5 फलक होते हैं। दो त्रिभुजाकार फलक एक दूसरे के समानांतर हैं। तीन आयताकार फलक ।
प्रिज्म किसका बना होता है?प्रिज्मं के पारंपरिक ज्यामितीय आकार में त्रिकोणीय आधार और दो आयताकार भुजाएं होती हैं। इसे त्रिकोणीय प्रिज्म कहा जाता है। कांच, प्लास्टिक और फ्लोराइट जैसी पदार्थ से प्रिज्म् बनाया जा सकता है। प्रकाश को उसके घटकों में विभाजित करने के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है।
प्रिज्म क्या है और उसका सूत्र?μ=A + B/ λ² , जहां A और B नियतांक हैं। इस सूत्र से स्पष्ट है कि तरंगदैर्ध्य के बढ़ने पर अपवर्तनांक कम हो जाता है।
|