प्रत्येक जीव को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। यही ऑक्सीजन कोशिकाओं तक पहुँच कर भोज्य पदार्थों का ऑक्सीकरण कर ऊर्जा पैदा करती है। ऑक्सीजन हम साँस के साथ अन्दर लेते हैं तथा कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालते हें। ऑक्सीजन द्वारा भोज्य पदार्थों के ऑक्सीकरण के फलस्वरूप जल व CO2 का निर्माण होता है तथा ऊर्जा मुक्त होती है यही श्वसन कहलाता है। चलिए जानते हैं Respiratory System in Hindi के बारे में। This Blog Includes:
श्वसन क्या है?Yogendra कहते हैं: दिसम्बर 11, 2021 को 10:59 पूर्वाह्न पर Good प्रतिक्रिया
Shekh Sadoon कहते हैं: दिसम्बर 11, 2021 को 11:32 पूर्वाह्न पर This is excellent for read in hindi प्रतिक्रिया
Naina कहते हैं: दिसम्बर 31, 2021 को 10:20 अपराह्न पर Thank you for sharing it…. प्रतिक्रिया
Pratibha yadav कहते हैं: जनवरी 5, 2022 को 1:38 अपराह्न पर Apki jankari kafi helpful rahi प्रतिक्रिया
View Comments (8) 11. डायाफ्राम के कार्य- यह डायाफ्राम वक्ष एवं उदर को विभजित करने का कार्य करता है। फेफड़ों का इस डायाफ्राम के साथ जुड़ने के कारण जब फेफड़ों में श्वास भरता हैं तब इसका प्रभाव उदर (पेट) पर पड़ता है तथा डायाफ्राम का दबाव नाचे की ओर होने के कारण उदर का विस्तार होता है जबकि इसके विपरित फेफड़ों से श्वास बाहर निकलने पर जब फेफड़ें संकुचित होते हैं तब डायाफ्राम का खिचाव ऊपर की ओर होने के कारण उदर का संकुचन होता है। इस प्रकार श्वसन क्रिया का प्रभाव उदर प्रदेष पर पडता है।Solution : श्वसन तंत्र-मनुष्य में श्वसन क्रिया एक पूर्ण विकसित तंत्र द्वारा होती है। जिसे श्वसन तंत्र कहते हैं। मनुष्य में यह तंत्र कई अंगों का बना होता है। इन अंगों को श्वसनांग कहते हैं। कार्य के अनुसार श्वसन अंगों को दो समूहों में बाँटा जा सकता है (i) मुख्य या आवश्यक अंग-श्वसन तंत्र में फेफडा आवश्यक अंग है जिसमें रक्त तथा वायु के मध्य `O_2` एवं `CO_2` का परस्पर विनिमय होता है। |