मोहनजोदड़ो को क्या कहा जाता है? - mohanajodado ko kya kaha jaata hai?

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आपका पूछा गया प्रश्न है मोहनजोदारो का स्थल किसे कहा जाता है तो बता दो तुम मोहनजोदारो जो कि सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है जबकि खोजा गया था 1922 में राखल दास बनर्जी के द्वारा और बहुत सारे मंजार प्राप्त हुआ

aapka poocha gaya prashna hai mohenjadaro ka sthal kise kaha jata hai toh bata do tum mohenjadaro jo ki sindhu ghati sabhyata ka ek pramukh sthal hai jabki khoja gaya tha 1922 me rakhal das banerjee ke dwara aur bahut saare manzar prapt hua

आपका पूछा गया प्रश्न है मोहनजोदारो का स्थल किसे कहा जाता है तो बता दो तुम मोहनजोदारो जो कि

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मोहनजोदड़ो को क्या कहा जाता है? - mohanajodado ko kya kaha jaata hai?
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मोहनजोदड़ो को क्या कहा जाता है? - mohanajodado ko kya kaha jaata hai?

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दुनिया की सबसे पुरानी नगरीय व्यवस्था माने जाने वाले प्राचीन शहर मोहनजोदड़ो पर नष्ट होने का ख़तरा मंडरा रहा है.

पाकिस्तान के सिंध प्रात में सिंधु नदी के किनारे बसे क़रीब चार हज़ार साल पुराने इस शहर की खोज अभी महज़ 100 साल पहले ही हुई थी.

यह दुनिया के प्रचीनतम सभ्यताओं में से एक सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख शहर रहा है. मोहनजोदड़ो का मतलब होता है 'मुर्दों का टीला.'

मोहनजोदड़ो योजनाबद्ध तरीके से बनाया गया एक शानदार शहर था जिसमें अविश्वसनीय तरीके से सारी सुख-सुविधाएं मौजूद थीं. यहां बने घरों में पक्की ईंटों से बने स्नानघर और शौचालय थे.

इसमें जल निकासी के लिए नाले बने हुए थे जिसे ईंटो से ढका गया था. ये नाले सड़क के बीच से गुज़रते थे.

मोहनजोदड़ो से मिली कई बहुमूल्य चीज़ों में जो एक चीज मेरे दिमाग में रह जाती है वो है 10 सेंटीमीटर ऊंची एक लड़की की कांसे की मूर्ति.

बनी-संवरी, कमर पर हाथ रखी लड़की की यह मूर्ति सिर्फ सिंधु सभ्यता घाटी के लोगों का धातुकर्म ही नहीं दर्शाती है बल्कि उस वक़्त के कला, समाज और साथ ही साथ महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती है.

मोहनजोदड़ो के पुरातात्विक महत्व को देखते हुए यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर की सूची में भी रखा है.

लेकिन मैं इसकी हालात देखकर काफ़ी निराश हुई. पर्यटन बढ़ाने की ओर सरकार का ध्यान नहीं है. अधिकारी सुरक्षा और चरमपंथ को लेकर अधिक चिंतित हैं.

मैं जब यहां घूम रही थी तो उस वक्त मुश्किल से 20-30 पर्यटक ही यहां रहे होंगे.

हम यहां स्थित छोटे से संग्राहलय में गए जिसमें काफी कम रोशनी थी.

संग्रहालय के बाहर नाचती हुई लड़की की मूर्ति रखी थी लेकिन वो असली नहीं थी. असली अब दिल्ली में रखी हुई है.

इस शहर में घूमना कई मायनों में एक अद्भुत अहसास था. ईंट की बनी हुई विशाल संरचना और साफ तौर पर सड़कों को पहचाना जा सकता था.

माना जाता है कि सिंधु घाटी सभ्यता के इस शहर में 35,000 लोग रहा करते थे. गौरतलब है कि इसके छोटे से हिस्से की ही खुदाई की गई है.

इसके बड़े हिस्से को अब आप नष्ट होते हुए देख सकते हैं. दीवारें अपने आधार से खिसक रही हैं.

भूमिगत जल में खारापन होने की वजह से ईंटों को नुकसान हो रहा है जिसकी वजह से दिवारे गिर रही हैं.

गिरने से पहले हज़ारों साल से ये ईंटे बची हुई थी. लेकिन आज भी यह एक असाधारण स्थल है.

इमेज कैप्शन,

मुअनजोदड़ो के सम्मान में पाकिस्तान सरकार ने 20 रुपए का नोट जारी किया हुआ है.

जिस दिन मैं मोहनजोदड़ो गई थी उस दिन कोई गाइड वहां मौजूद नहीं था. वहां इस स्थल से जुड़ा ना कोई पोस्टकार्ड था, ना कोई स्मारिका और ना ही कोई किताब ही बिक रही थी.

बस दो बंदूकधारी सुरक्षा अधिकारी मौजूद थे जिन्हें लगता था सिर्फ विदेशी पर्यटकों के पासपोर्ट से मतलब था.

मैंने अपने साथ वालों को कहते सुना कि कुछ पुरातत्वविदों का मानना है कि दो दशक में यह जगह अस्तित्व में नहीं रहेगी.

मैंने सिंधु सभ्यता घाटी से नष्ट होने के बारे में नरसंहार, बाढ़ और बीमारी जैसे कई कारण सुने हैं लेकिन आज यह लापरवाही और ध्यान नहीं देने जैसे साधारण कारणों से बर्बाद हो रही है.

अगले साल मोहनजोदड़ो पर एक फ़िल्म रिलीज़ होने वाली है तो शायद इस बहाने ही कही इस प्राचीन शहर की तरफ कुछ ध्यान जाए.

मोहनजोदड़ो का क्या नाम है?

मोहनजोदड़ो सिंधी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब है मुर्दों का टीला। इसे मुअन जो दाड़ो भी कहा जाता है। हालांकि शहर का असली नाम अब भी किसी को नहीं पता लेकिन मोहनजोदाड़ो की पुरानी सील को देखकर पुरातत्वविदों ने एक द्रविड़ियन नाम पता लगाया जो है कुकूतर्मा। यह सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे पुराना और नियोजित शहर था।

मोहनजोदड़ो का नाम मोहनजोदड़ो क्यों पड़ा?

मोहनजोदड़ो का मतलब है मुर्दों का टीला, दक्षिण एशिया में बसे इस शहर को सबसे पुराना शहर माना जाता है, यह बहुत ही व्यवस्थित ढंग से बनाया गया था। पाकिस्तान के सिंध में 2600 BC के आस पास इसका निर्माण हुआ था।

हड़प्पा और मोहनजोदड़ो क्या है?

मोहनजोदाड़ो सिंधु घाटी सभ्यता का एक नगर है जो विशालकाय टीलों से पटा हुआ है। यह नगर सिंधु घाटी के प्रमुख नगर हड़प्पा के अंतरगत आता है। सिंधु नदी के किनारे के दो स्थानों हड़प्पा और मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान) में की गई खुदाई में सबसे प्राचीन और पूरी तरह विकसित नगर और सभ्यता के अवशेष मिले।

मोहनजोदड़ो कहाँ स्थित है Nadi?

मोहन जोदड़ो सभ्यता यह सिंघु घाटी सभ्यता का सबसे परिपक्व शहर है। यह नगर अवशेष सिन्धु नदी के किनारे सक्खर ज़िले में स्थित है। मोहन जोदड़ो शब्द का सही उच्चारण है 'मुअन जो दड़ो'।