मंडल और अनुमंडल में क्या फर्क है? - mandal aur anumandal mein kya phark hai?

नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको “तहसील और ब्लॉक क्या होता है और इनमे क्या अंतर होता है” बताने जा रहे हैं. जैसा कि हम सब जानते है कि ये दोनों प्रशासनिक इकाई होती हैं. लेकिन दोनों में अंतर क्या पाया जाता है इस्पे आज हम बात करेंगे। इससे पहले हम आपको बताना चाहेंगे कि तहसील और ब्लॉक आखिर होता क्या है.

दोस्तों हम अपने ब्लॉग में जितने भी जबाब लेके आते हैं वो कहीं न कहीं लोगों के मन में उठने वाले प्रश्नो के जबाब हैं. जो हमे तब पता चल पाते हैं जब हमारे पाठक हमे वेबसाइट के कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के इनके जबाब पूछते हैं. हम उन सवाल का जबाब अवश्य लेके आते हैं. लेकिन कभी कभी हमे थोड़ा विलम्ब हो जाता है लेकिन आप लोगों द्वारा पूछे गए सवाल के उत्तर हम आपको देने की पूरी कोशिश करते हैं. तो यदि आप लोगों के मन में कोई सवाल हो तो आप भी कमेंट बॉक्स के जरिये हमसे पूछ सकते हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

सूची

  • तहसील क्या है | What is Tehsil in Hindi !!
  • पंचायत समिति (ब्लॉक) क्या है | What is Block in Hindi !!
  • Difference between Tehsil and Block in Hindi | तहसील और ब्लॉक में क्या अंतर है !!

तहसील क्या है | What is Tehsil in Hindi !!

तहसील भारत की एक प्रशासनिक इकाई है. एक देश में कई राज्य होते हैं और एक राज्य में कई जिले होते हैं. और एक जिले में कई तहसील होती हैं. तहसील का एक प्रभावी अधिकारी होता है जिसे तहसीलदार कहते हैं. ये कस्बो, और गांव के जुड़े जमीनों का कार्य संभालने के लिए रखी गयी इकाई है. एक कस्बे में एक तहसील होती है जो एक सीमित क्षेत्र को संभालती है.

पंचायत समिति (ब्लॉक) क्या है | What is Block in Hindi !!

ब्लॉक जिसे हिंदी में पंचायत समिति भी कहते हैं ये भी तहसील की तरह एक भारत में सरकार की स्थानीय प्रशासनिक इकाई होती है. ये तहसील के अंतर्गत आने वाले सभी गांव में सामान रूप से कार्य करता है. इसे मुख्य रूप से ग्राम पंचायत और जिला परिषद को एक दूसरे से जोड़ने की कड़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है. इसे आंध्र प्रदेश में इसे मंडल प्रजा परिषद्, गुजरात में तालुका पंचायत और कर्नाटक में मंडल पंचायत के रूप से जाना जाता है.

Difference between Tehsil and Block in Hindi | तहसील और ब्लॉक में क्या अंतर है !!

# ब्लॉक ग्रामीण विकास के लिए एक भौगोलिक इकाई के रूप में कार्य करता है, जबकि तहसील राजस्व संग्रह के लिए एक भौगोलिक इकाई के रूप में कार्यरत होता है.

# ब्लॉक का कार्य मुख्य रूप से कल्याण कार्यक्रमों को संभालना है जैसे कि: (जैसे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मनरेगा आदि). जबकि तहसील का कार्य मुख्य रूप से राजस्व एकत्र करने के लिए होता है . इन दोनों में ये कार्य अधिकारी की देखरेख में होते हैं.

# ब्लॉक का कानूनी नाम “सामुदायिक विकास ब्लॉक” है जो ब्लॉक की विकास की प्रकृति को व्यक्त करता है. जबकि तहसील को तहसील ही कहा जाता है.

# यदि भौगोलिक क्षेत्र की बात की जाये तो ब्लॉक और तहसील दोनों समान क्षेत्र संभालते है कभी कभी ये दोनों एक दूसरे से छोटे बड़े हो सकते हैं.

# ब्लॉक का मुख्य अधिकारी BDO (block development office) होता है जबकि तहसील का मुख्य अधिकारी तहसीलदार होता है.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

  • अनुमण्डल की संख्या :- 1
  • अनुमण्डल का नाम :- सिमडेगा
  • अंचलों की संख्या :- 10
  • प्रखण्डो की संख्या :- 10
  • पंचायतों की संख्या :- 94
  • गावों की संख्या :- 451
  • पंचायत समिति प्रमुख की संख्या :- 10
  • मुखिया की संख्या :- 94
  • शहरी स्थानीय निकायों की संख्या :- 1

अनुमण्डल अधिकारी (नागरिक)/अनुमण्डल दंडाधिकारी:

अनुमण्डल अधिकारी (नागरिक) अपने अनुमण्डल में एक प्रकार से एक उपायुक्त है। वास्तव में, अपने अधिकार क्षेत्र में अनेक राजस्व मामलों में उनके पास एक कलेक्टर के सामान शक्तियां निहित होती हैं| वे अनुमण्डल के कलेक्टर के रूप में अपील सुनते है। वे या तो भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक कनिष्ठ सदस्य या राज्य सिविल सेवा के एक वरिष्ठ सदस्य होते हैं, जिन्होंने अधीनस्थ पदों पर रहते हुए व्यापक अनुभव अर्जित किया होता है| वे अंचल अधिकारियों एवं अनुमण्डल में कार्यरत कर्मियों के नियन्त्रि पदाधिकारी होते हैं| अनुमण्डल अधिकारी उपायुक्त और सम्बंधित अनुमण्डल में पदस्थापित अंचल अधिकारियों के बीच पत्राचार का सामान्य माध्यम हैं|
अपने अधिकार क्षेत्र में अनुमण्डल अधिकारी के पास राजस्व, मजिस्ट्रेट, कार्यकारी पदाधिकारी और विकास के मामलों से संबंधित शक्तियां और दायित्व उसी प्रकार की होती हैं जैसी उपायुक्त के पास होती हैं| राजस्व से सम्बंधित कर्तव्यों में पर्यवेक्षण, निरिक्षण और भू-राजस्व का संग्रहण करना सम्मिलित हैं| अनुमण्डल में पदस्थापित सभी अधिकारियों, विशेष रूप से अनुमण्डल के अंतर्गत राजस्व, कृषि, पशुपालन और सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के काम का समन्वय; दंडाधिकारी के रूप में- अनुमण्डल में पुलिस के साथ समन्वय; विभिन्न समुदायों और वर्गों के बीच बीच सौहार्द्र बनाए रखना; आपात स्थिति में विशेष सावधानियों बरतना और उचित कार्रवाई करना, विशेष रूप से पर्व त्योहारों में; और जिलाधिकारी को सिफारिश, जब वह खुद सक्षम नहीं है जैसे हथियारों के लाइसेंस देने के मामलों में। उनके पास अपने क्षेत्र में क़ानून व्यवस्था से सम्बंधित मामलों के लिए अपराध प्रक्रिया संहिता, झारखण्ड पुलिस रूल्स, और अन्य कानूनों के तहत पर्याप्त शक्तियां प्राप्त हैं|
एक दंडाधिकारी के रूप में वह एक पुलिस स्टेशन से, किसी भी रिकॉर्ड और रजिस्टर जो अपराध से निपटने के लिए मायने रखती है की मांग कर सकते हैं तथा मामले को समझने के लिए सम्बंधित पुलिस अधिकारी को बुला सकते हैं| एक खास अवधि के लिए किसी असामाजिक तत्व को बंधक बना सकते हैं| स्थानीय निकायों और बाजार समितियों के साथ आम लोगों के बीच और अधिक घनिष्ठ सहयोग स्थापित करते हैं|
वे ग्रामीण विकास कार्यक्रमों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अनुमण्डल में प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने और विकास योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए उन्हें अन्य सरकारी अधिकारियों से सहयोग और मदद की आवश्यकता होती है| यद्यपि महत्वपूर्ण नीतिगत मामलों पर, उन्हें उपायुक्त के मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है| विधान सभा चुनाव में, उन्हें आम तौर पर “रिटर्निंग ऑफिसर” के रूप में नियुक्त किया जाता है।

मंडल और अनुमंडल में क्या अंतर है?

मंडल जिला होता है। एक जिले के अंदर कई अनुमंडल होते है। अनुमंडल भारत की प्रशासनिक इकाई है। एक अनुमंडल कई प्रखंडों से मिलकर बनता है।

अनुमंडल का क्या मतलब होता है?

अनुमंडल भारत की एक प्रशासनिक इकाई है। एक राज्य कई जिलों से मिलकर बना होता है। एक जिले के अन्दर कई अनुमंडल होते हैं।

बिहार में कुल कितने मंडल है?

बिहार में (२००५ की सूचना के अनुसार) 9 प्रमंडल (कमिशनरी) ,३८ जिले (मंडल), 101 अनुमंडल ,534 प्रखंड , 8,47 1 पंचायत और 45,103 गांव हैं।

बिहार में 9 प्रमंडल का नाम क्या है?

9 प्रमंडलबिहार में कुल 9 प्रमंडल है, जिनके नाम भागलपुर, मुंगेर, तिरहुत, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पटना, कोसी (सहरसा), मगध (गया) और पूर्णिया है।