These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 9 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 12 एक फूल की चाह. प्रश्न-अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से) प्रश्न 1. (ii) ऊँचे शैल-शिखर के ऊपर (iii) भूल गया उसका लेना झट (iv) बुझी पड़ी थी चिता वहाँ पर (ख) एक बच्ची थी सुखिया। उसे महामारी ने चपेट में ले लिया था। एक दिन उसे तेज़ ज्वर ने जकड़ लिया। ज्वर की तीव्रता के कारण वह बेहोशी की हालत में चली गई। उसी अवस्था में वह अपने पिता से बोली, “मुझे माता के चरणों का एक फूल लाकर दे दो। यही उसकी अंतिम इच्छा थी। (ग) सुखिया का पिता अछूत वर्ग का व्यक्ति था। मंदिर जैसे पवित्र स्थानों पर उसका जाना निषेध था। अछूतों के साथ समानता का व्यवहार नहीं किया जाता था। अछूत होकर भी सुखिया का पिता मंदिर में देवी का प्रसाद रूपी फूल लाने चला गया। लोगों के अनुसार उसने देवी माँ की पवित्रता नष्ट कर दी। एक प्रकार से यह देवी माँ का घोर अपमान था इसलिए न्यायालय ने देवी माँ का अपमान करने के आरोप में उसे सात दिन का कारावास दे दिया। (घ) जेल से छूटने के बाद उसने अपनी बच्ची को घर में नहीं पाया। लोगों के बताने के अनुसार वह श्मशान भागते हुए गया पर वहाँ उसके सगे-संबंधी पहले ही उस मृतक सुखिया का दाह-संस्कार कर चुके थे। वहाँ सुखिया की चिता बुझी पड़ी थी। उसकी फूल-सी कोमल बच्ची राख की ढेरी के रूप में परिवर्तित हो चुकी थी। (ङ) यह कविता छुआछूत की समस्या पर केंद्रित है। एक मरणासन्न अछूत कन्या के मन में
यह चाह उठती है। कि कोई उसे देवी माता के चरणों में अर्पित किया हुआ एक फूल लाकर दे दे। बेटी की मनोकामना को पूरी करने के लिए पिता ने मंदिर में जाकर देवी की पूजा और आराधना की। जिससे उच्च वर्ग के लोगों को अपना और अपनी देवी का अपमान प्रतीत हुआ तथा इस अपराध में समाज के उच्चवर्गीय लोगों ने कन्या के पिता को सात दिन के लिए दंडित करके उसे अपनी पुत्री के अंतिम दर्शन करने से भी दूर रखा। समाज में फैली छुआछूत की भावना किस प्रकार लोगों के मन में भेदभाव जगाती है और निम्न वर्ग के प्रति अन्याय कराती है, किस तरह
सुखिया के पिता को सामाजिक अन्याय का शिकार होना पड़ा, इन सबका वर्णन करते हुए कवि ने इस विषमता को मिटाने पर बल दिया है।
प्रश्न 2. (ख) प्रस्तुत पंक्ति का आशय है कि सात दिनों के बाद कारावास से छूटने के पश्चात् जब सुखिया का पिता वापस लौटा तो उसकी पुत्री की चिता जलकर बुझ भी चुकी थी अर्थात् उसकी मृत्यु हो जाने पर उनके संबंधियों ने सुखिया का अंतिम संस्कार कर दिया था। पुत्री की बुझी चिता को देखकर सुखिया के
पिता के हृदय में दुख और वेदना की चिता धधकने लगी अर्थात् उनका मन बहुत दुखी हो गया। (ग) प्रस्तुत पंक्ति का यह आशय है कि तीव्र ज्वर के कारण सुखिया चुपचाप निढाल होकर ऐसे बिस्तर पर लेटी हुई थी जैसे उसने मृत्यु से पहले की
अटल शांति को धारण कर लिया हो। (घ) प्रस्तुत पंक्ति का यह आशय है कि जब सुखिया का पिता अपनी बेटी की मनोकामना पूरी करने के लिए मंदिर से फूल लेने गया तब उच्च वर्ग के लोगों ने अछूत और पापी कहकर उसका घोर अपमान किया। उसका मंदिर में आना उन्हें अच्छा नहीं लगा और उन्होंने उसके इस प्रयास को अनर्थ बतलाया। योग्यता-विस्तार प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. Hope given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 12 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. कवि को जेल क्यों जाना पड़ा?उत्तर- 'जीवन पर अब दिन-रात कड़ा पहरा है'-ऐसा कवि ने कहा है क्योंकि कवि को स्वतंत्रता की माँग करने के कारण जेल में कैदकर दिया गया है। उसे वहाँ भरपेट भोजन नहीं दिया जाता है और मरने भी नहीं दिया जाता है। कवि एवं प्रसिद्ध क्रांतिकारियों की मृत्यु जेल में होने पर अंग्रेजों के विरुद्ध वातावरण बनने का भय था।
कैदी कवि को जेल में क्या क्या काम करने पड़ रहे हैं?पेट पर जूआ रखकर मोट खींचना पड़ा। उसे पत्थर के टुकड़े तथा गिट्टियाँ तोड़नी पड़ीं। बैलों की जगह कोल्हू में उसे जुतकर काम करना पड़ा।
कारागार में कवि को क्या क्या सहना पड़ा?कवि को लगता है कि वह किसी डाकू की कैद में है जोकि उसे पेट भर खाने को नहीं देता, उसे तरह-तरह की मानसिक तथा शारीरिक यातनाओं को सहना पड़ता है।
कवि को कोयल क्यों हो रही है?कवि को कोयल से ईर्ष्या हो रही है इसका सबसे बड़ा कारण कोयल की स्वतंत्रता तथा कवि की पराधीनता है। कवि अंग्रेज़ी सरकार की काल-कोठरी में कैद है परन्तु कोयल हरियाली डाली पर रहती है। वह पूरे आकाश में स्वतंत्र उड़ सकती है परन्तु कवि की दुनिया काल-कोठरी के अंधकारमय जीवन में सिमटकर रह गई है।
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