क्षितिज शब्द किस प्रकार का शब्द है - kshitij shabd kis prakaar ka shabd hai

क्षितिज शब्द किस प्रकार का शब्द है - kshitij shabd kis prakaar ka shabd hai
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क्षितिज शब्द किस प्रकार का शब्द है - kshitij shabd kis prakaar ka shabd hai

क्षितिज शब्द किस प्रकार का शब्द है - kshitij shabd kis prakaar ka shabd hai

उस आभासी रेखा को क्षितिज (horizon) कहते हैं जो बहुत दूरी पर आकाश और धरती को जोड़ती हुई नज़र आती है।

   क्षितिज की परिभाषा-
           अनियमितताओं और अवरोधों को अनदेखा करते हुए, किसी विशेष बिंदु से दिखाई देने वाली पृथ्वी की सतह के हिस्से की गोलाकार सीमा।
 
            आकाशीय गोले का एक बड़ा वृत्त है, जिसका तल पृथ्वी के केंद्र से होकर गुजरता है और एक स्थान के स्पष्ट क्षितिज के समानांतर है।

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • Derivation of the distance to the horizon

हिन्दी शब्दकोश से क्षितिज शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

१. संज्ञा / निर्जीव / स्थान

अर्थ : दृष्टि की पहुँच की अन्तिम सीमा पर का वह गोलाकार स्थान जहाँ आकाश और पृथ्वी दोनों मिले हुए जान पड़ते हैं।

उदाहरण : क्षितिज में डूबता हुआ सूरज कितना सुन्दर लग रहा है।

पर्यायवाची : आकाश कक्षा, आकाश-कक्षा, आकाशकक्षा, दिगंत, दिगन्त

१. विशेषण / संबंधसूचक

अर्थ : जो भूमि या पृथ्वी से उत्पन्न हो या होता हो।

उदाहरण : धातु भूमिज खनिजों के शोधन से बनता है।

पर्यायवाची : पृथ्वीज, भूमिज, भौम

चौपाल

मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।

क्षितिज (kshitij) ka meaning, vilom shabd, paryayvachi aur samanarthi shabd in English. क्षितिज (kshitij) ka matlab kya hota hai? क्षितिज का मतलब क्या होता है?

October 20, 2018

(A) सुजन
(B) सज्जन
(C) ज्ञान
(D) साधु

Answer : ज्ञान

क्षितिज (Kshitij) का पर्यायवाची शब्द क्या होगा? - ज्ञान आदि की सीमा। किसी शब्द के समान अथवा लगभग समान अर्थ का बोध कराने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। चूंकि पर्यायवाची शब्दों के अर्थ में समानता होती है, लेकिन प्रत्येक शब्द की अपनी विशेषता होती है और भाव में एक-दूसरे से किंचित भिन्न होते हैं। जैसे पर्यायवाची शब्द फूल, पुष्प, सुमन, कुसुम, मंजरी, प्रसून इत्यादि। पर्यायवाची शब्दों को ‘प्रतिशब्द’या ‘समानार्थी शब्द भी कहते हैं। पर्यायवाची शब्द किसी भी भाषा की सबलता के प्रतीक हैं जिस भाषा में जितने ही अधिक पर्यायवाची शब्द होंगे वह भाषा उतनी ही अधिक समृद्ध होगी। इस दृष्टिकोण से हिन्दी सम्पन्न भाषा है।....अगला सवाल पढ़े

Tags : पर्यायवाची शब्द सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी

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Comprehension

निर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए।

सारा संसार नीले गगन के तले अनंत काल से रहता आया है। हम थोड़ी दूरी पर ही देखते हैं क्षितिज तक, जहाँ धरती और आकश हमें मिलते दिखाई देते हैं। लेकिन जब हम वहाँ पहुँचते हैं, तो यह नज़ारा आगे खिसकता चला जाता है। और इस नज़ारे का कोई ओर – छोर हमें नहीं दिखाई देता है। ठीक इसी तरह हमारा जीवन भी है।

जिंदगी की न जाने कितनी उपमाएँ दी जा चुकी हैं, लेकिन कोई भी उपमा पूर्ण नहीं मानी गई, क्योंकि जिंदगी के इतने पक्ष हैं कि कोई भी उपमा उस पर पूरी तरह फिट नहीं बैठती। बर्नार्ड शॉ जीवन को एक खुली किताब मानते थे, और यह भी मानते थे कि सभी जीवों को समान रूप से जीने का हक है। वह चाहते थे कि इंसान अपने स्वार्थ में अंधा होकर किसी दूसरे जीव के जीने का हक न मारे। यदि इंसान ऐसा करता हैं, तो यह बहुत बड़ा अन्याय है। हमारे विचार स्वाभाविक रूप से एक-दूसरे से मेल नहीं खाते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता कि हम दूसरों को उसके जीने के हक़ से वंचित कर दें।

यह खुला आसमान, यह प्रकृति और यह पूरा भू-मंडल हमें दरअसल यही बता रहा है कि हाथी से लेकर चींटी तक, सभी को समान रूप से जीवन बिताने का हक़ है। जिस तरह से खुले आसमान के नीचे हर प्राणी बिना किसी डर के जीने, साँस लेने का अधिकारी है, उसी तरह से मानव-मात्र का स्वभाव भी होना चाहिए कि वह अपने जीने के साथ दूसरों से उनके जीने का हक न छीने। यह आसमान हमें जिस तरह से भय से छुटकारा दिलाता है, उसी तरह से हमें भी मानव-जाति से इतर जीवों को डर से छुटकारा दिलाकर उन्हें जीने के लिए पूरा अवसर देना चाहिए। दूसरों के जीने के हक़ को छीनने से बड़ा अपराध या पाप कुछ नहीं हो सकता।

‘क्षितिज’ किसे कहते हैं?

This question was previously asked in

CTET Feb 2015 Paper 1 (L - I/II: Hindi/English/Sanskrit)

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  1. जहाँ धरती और आकाश पास-पास होते हैं
  2. जहाँ तक धरती दिखाई पड़ती है
  3. जहाँ से धरती और आकाश दिखाई पड़ते हैं
  4. जहाँ धरती और आसमान मिले हुए दिखाई देते हैं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : जहाँ धरती और आसमान मिले हुए दिखाई देते हैं

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  • 'जहाँ धरती और आसमान मिले हुए दिखाई देते हैं' ' क्षितिज' कहते हैं।
  • गद्यांश की पंक्ति "क्षितिज तक, जहाँ धरती और आकश हमें मिलते दिखाई देते हैं" से यह स्पष्ट होता है।
  • शेष विकल्प अनुचित हैं।

अतः सही विकल्प 'जहाँ धरती और आसमान मिले हुए दिखाई देते हैं' है।

Last updated on Oct 25, 2022

Detailed Notification for  CTET (Central Teacher Eligibility Test) December 2022 cycle released on 31st October 2022. The last date to apply is 24th November 2022. The CTET exam will be held between December 2022 and January 2023. The written exam will consist of Paper 1 (for Teachers of class 1-5) and Paper 2 (for Teachers of classes 6-8). Check out the CTET Selection Process here. Candidates willing to apply for Government Teaching Jobs must appear for this examination.