Show दोस्तों, दोस्तो, दोनों ही जीवन में एक बहुत बड़ा अंतर है। लक्ष्य के साथ जीने वाला व्यक्ति जीवन में किसी भी मुकाम को हासिल करने के लिए उत्साह से लबरेज होकर लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन-रात कार्य करता है, जब तक कि वह लक्ष्य को हासिल ना कर ले। जबकि लक्ष्य विहीन व्यक्ति अपने जीवन के कीमती समय को व्यर्थ के कार्यों में लगा कर बर्बाद कर देता है। ऐसे व्यक्ति के जीवन में किसी भी प्रकार का उत्साह नहीं होता। साथ ही वह हमेशा दुखी और निराश रह्ता है। वहीं लक्ष्य के साथ जीने वाला व्यक्ति अपने सामाजिक और आर्थिक स्तर में लगातार वृद्धि करता रहता है, तथा सम्मान का पात्र बनता है। इस दौरान उसके व्यक्तित्व में भी अभूतपूर्व निखार आता है तथा वह सबका प्रिय भी बन जाता है। जबकि बिना लक्ष्य के जीने वाले व्यक्ति इन सभी चीजों से महरूम रह जाता है तथा उसका व्यक्तित्व भी दिन प्रतिदिन गिरता चला जाता है। इसलिए दोस्तों यदि आपके जीवन में एक लक्ष्य है तो यह आपके जीवन को संपूर्ण बना देता है लेकिन यदि आपके जीवन में लक्ष्य की कमी है, तो आप आज ही विचार करिए कि आप अपने जीवन में क्या हासिल करना चाहते है। हम अपने जीवन में मानसिक शांति एवं खुशियां तभी हासिल करते हैं जब हम किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तत्पर रहे। अतः अभी इसी वक्त खुद से आप पूछे कि आप अपने जीवन से क्या चाहते हैं और उसका जवाब ईमानदारी से अपने आप से मांगे, तो निश्चित ही आपकी अंतरात्मा आपको एक सटीक जवाब देगी कि आप अपने जीवन में क्या प्राप्त करना चाहते है। अथवा आपके जीवन का क्या प्रमुख लक्ष्य या उद्देश्य हो। और जैसे ही आपको आपके जीवन के लक्ष्य का ज्ञान हो जाएगा आप अपने भीतर एक असीमित ऊर्जा एवं स्फूर्ति को महसूस करेंगे। आइए समझते है एक व्यक्ति को अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए किन बाधाओ और प्रक्रियाओं से गुजरना होता है – निश्चित ध्येय: किसी भी इंसान के लिए सबसे जरूरी एवं बेहद महत्वपूर्ण चीज है लक्ष्य की निश्चितता। हम अपने जीवन से क्या चाहते है, अर्थात हमारा लक्ष्य क्या है यह हमारे मस्तिष्क में एकदम साफ होना चाहिए। क्योंकि जब आपका लक्ष्य स्पष्ट होगा तभी आप एक निश्चित उद्देश्य को सामने रखकर मेहनत कर पाएंगे। इसके लिए अपने लक्ष्य को एक कागज पर साफ-साफ लिख ले और उसके साथ ही आप वह समय एवं तारीख भी लिख लेना चाहिए जिस समय तक हम अपने लक्ष्य को हासिल कर लेना चाहते है। हमारा लक्ष्य प्राप्त की दिशा में यह पहला एवं बेहद महत्वपूर्ण कदम होगा, क्योंकि जब हमारा लक्ष्य हमारी आंखों के सामने होगा तो हमारा मस्तिष्क हर वक्त हमें लक्ष्य की दिशा में केंद्रित रखेगा। “एक कहावत है कि कोई चीज नजर से दूर चली जाए तो व्यक्ति उसे भूल जाता है” (OUT OF SIGHT IS OUT OF MIND) इसलिए अपने लक्ष्य को हमेशा अपनी आंखों के सामने रखे, आपका लक्ष्य ही आपके जीवन को बना सकता है, आप त्याग के लिए तैयार रहे, क्योंकि अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए बहुत सारे त्याग करने के लिए आपको तैयार रहना होगा। जैसे 1. आपको सुबह जल्दी उठना पड़ेगा। 2. कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। 3. एक निश्चित समय सारणी के अनुसार मेहनत करनी होगी। 4. अपने प्रिय एवं मनपसंद वस्तु से दूर होना पड़ सकता है। 5. अपने ज्ञान और कौशल को हर वक्त बढ़ाने के लिए तैयार रहे।
योजनानुसार
कार्य शुरू करे: जब एक बार आपने अपना लक्ष्य निश्चित कर लिया हो तो फिर जितनी जल्दी हो सके आप अपना कार्य अथवा प्रयास को शुरू कर दें। प्रत्येक दिन सकारात्मक शुरुआत करें : अपने लक्ष्य की प्राप्ति हेतु आपको प्रत्येक दिन
एक सकारात्मक शुरुआत के साथ लक्ष्य की दिशा में कार्य करना चाहिए भले ही आप छोटे छोटे प्रयास करे, लेकिन वही छोटे प्रयास आपको आपके बड़े लक्ष्य की तरफ आगे ले जाते है। कभी हार न माने: लक्ष्य प्राप्ति की शुरुआत करते समय आप स्वयं से यह वादा कर ले कि आप कभी भी किसी भी सूरत में हार नहीं मानेंगे चाहे कितनी भी मुश्किलें आए। और आप अपना प्रयास करते रहेंगे। यदि एक बार आपने स्वयं से यह वादा कर लिया तो मुश्किल वक्त में भी आप उत्साह से भरे रहेंगे। और अपने प्रयास को आगे बढ़ाते रहेंगे अतः आपको दृढ़ संकल्प के साथ प्रत्येक परिस्थिति में सकारात्मक सोच के साथ हार ना मानने का जज्बा रखना है, बस फिर आपको आपके लक्ष्य को प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता है।
अतः हर कामयाब इंसान इन पड़ावो से होकर ही गुजरा है, तभी सफल हो पाया है अतः जब आप भी इन्हे आत्मसात करेंगे तो सफलता की माला आपके गले में होगी। लेख अच्छा लगे तो अपने कमेंट जरूर दे। इसे भी पढ़े….सफलता का रहस्यहमारे जीवन में लक्ष्य का क्या महत्व है?लक्ष्य व्यक्ति को एक सही दिशा देता है. उसे बताता है कि कौन सा काम उसके लिए जरूरी है और कौन सा नहीं. यदि goals clear हों तो हम उसके मुताबिक अपने आप को तैयार करते हैं. हमारा subconscious mind हमें उसी के अनुसार act करने के लिए प्रेरित करता है.
जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य क्या है?इच्छाओं, आकांक्षाओ और आसक्ति से मुक्त होकर आत्मज्ञान प्राप्त करना, स्वयं को जानना, अपने कर्तव्यों को पहचानना , द्वंद्वों से मुक्त और आत्मस्थित होकर निष्काम कर्म करते हुए आनंदपूर्वक जीवन जीना ही मानव जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य है।
जीवन का उद्देश्य और लक्ष्य क्या है?उन विशिष्ट आत्माओं के लिए जिन्होंने ईश्वर की खोज की है और उन्हें प्राप्त कर लिया है, यह खोज समाप्त हो चुकी है: ईश्वर ही वह कुछ और हैं। बहुत से लोगों को यह संदेह हो सकता है कि ईश्वर की प्राप्ति ही जीवन का उद्देश्य है; परन्तु प्रत्येक इस विचार को स्वीकार कर सकता है कि जीवन का उद्देश्य प्रसन्नता प्राप्त करना है।
यह लक्ष्य कुछ ऐसा क्यों है जिसे आप महत्व देते हैं *?लक्ष्यों से मापा जाता है कि आपकी साइट या ऐप्लिकेशन, आपके टारगेट के मकसद को कितनी अच्छी तरह पूरा कर रहा है. लक्ष्य किसी पूरी हो चुकी गतिविधि को दिखाता है, जिसे कन्वर्ज़न कहते हैं. और यह गतिविधि आपके कारोबार की सफलता के लिए ज़रूरी होती है.
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