Show दुनियाभर की सेनाओं पर नजर रखने वाली जानी-मानी एजेंसी ग्लोबल फायरपावर ने 2016 की दुनिया की सबसे पावरफुल सेनाओं की लिस्ट जारी कर दी है. आपको बता दें कि ग्लोबल फायरपावर विश्व की जानी-मानी एजेंसियों में शुमार है जो हर वर्ष विश्व के तमाम देशों की सेनाओं को उनकी क्षमता के आधार पर रैंक देती है. आज हम आपको ग्लोबल फायरपावर की लिस्ट के आधार पर विश्व की 10 सबसे स्ट्रॉन्ग आर्मी के बारे में बताने जा रहे हैं. इन देशों की लिस्ट में भारतीय आर्मी भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है. भारतीय आर्मी समेत जानें और किन देशों की आर्मी है टॉप 10 में शामिल. जापान को ग्लोबल फायरपावर ने अपनी लिस्ट में 7वें पायदान पर रखा है. जापान का कुल रक्षा बजट 40 अरब डॉलर का है. जापान के पास 678 टैंक, 287 लड़ाकू विमान, 3 युद्धपोत, 119 अटैक हैलिकॉप्टर और 7 पनडुब्बी हैं. जापानी सेना में लभगग 2 लाख 50 हजार सैनिक हैं. विश्व की जानी मानी सेनाओं में 9वां स्थान ग्लोबल फायरपावर ने जर्मनी को दिया है. जर्मनी का कुल रक्षा बजट लगभग 36 अरब डॉलर का है. जर्मनी के पास 408 टैंक, 169 लड़ाकू विमान, 44 अटैक हैलिकॉप्टर और 5 पनडुब्बी हैं. जर्मन सेना में लगभग 1 लाख 80 हजार सैनिक हैं. ग्रेट ब्रिटेन भी ताकतवर आर्मी वाले देशों की लिस्ट में ज्यादा पीछे नहीं है. ग्लोबल फायरपावर ने ब्रिटेन को अपनी लिस्ट में 6ठे पायदान पर रखा है. ब्रिटेन का कुल रक्षा बजट 55 अरब डॉलर का है. इस देश के पास 407 टैंक, 168 फाइटर प्लेन, 1 युद्धपोत, 49 अटैक हैलिकॉप्टर और 10 पनडुब्बी हैं. ब्रिटेन की सेना में लगभग 1 लाख 50 हजार सैनिक शामिल हैं. जर्मनी के बाद नंबर आता है तुर्की का, तुर्की इस लिस्ट में 8वें स्थान पर है. इस देश का कुल रक्षा बजट लगभग 18 अरब डॉलर का है. तुर्की के पास 3878 टैंक, 207 लड़ाकू जहाज, 64 अटैक हैलिकॉप्टर और 13 पनडुब्बी हैं. तु्र्की सेना में लगभग 4 लाख सैनिक शामिल हैं. इटली को ग्लोबल फायरपावर ने अपनी लिस्ट में 10वां स्थान दिया है. ग्लोबल फायरपावर एजेंसी के अनुसार इटली का रक्षा बजट 34 अरब डॉलर का है. इटली के पास 586 टैंक, 158 लड़ाकू जहाज, 2 युद्धपोत, 58 अटैक हैलिकॉप्टर और 8 पनडुब्बी हैं. इटली की सेना में कुल 3 लाख 20 हजार सैनिक शामिल हैं. ग्लोबल फायरपावर ने अपनी लिस्ट में चौथा स्थान भारत को दिया है. भारत का कुल रक्षा बजट 40 अरब डॉलर का है. भारत के पास 6464 टैंक, 809 लड़ाकू विमान, 2 युद्धपोत, 19 अटैक हैलिकॉप्टर और 14 पनडुब्बी हैं. भारतीय सेना में लगभग 14 लाख जवान शामिल हैं. भारत की यही सैन्य ताकत उसे विश्व की सबसे चौथी ताकतवर सेना बनाती है. रूस को इस सूची में दूसरा स्थान दिया गया है. रूस का कुल रक्षा बजट 46 अरब डॉलर का है. इस देश के पास 15398 टैंक, 1438 लड़ाकू विमान, 1 युद्धपोत, 478 अटैक हैलिकॉप्टर और 60 पनडुब्बी हैं. रूस की सेना 7 में लाख से अधिक सैनिक हैं. इस लिस्ट में तीसरा स्थान चीन को मिला है. चीन का कुल रक्षा बजट 155 अरब डॉलर है. चीन के पास 9185 टैंक, 3158 लड़ाकू विमान 1 युद्धपोत, 200 अटैक हैलिकॉप्टर और 68 पनडुब्बी हैं. चीनी सेना में 23 लाख सैनिक हैं. विश्व शक्ति अमेरिका को ग्लोबल फायरपावर ने अपनी लिस्ट में पहला स्थान दिया है. अमेरिका का कुल रक्षा बजट 581 अरब डॉलर का है. अमेरिका के पास 8848 टैंक, 2785 लड़ाकू विमान, 13 युद्धपोत, 957 अटैक हैलिकॉप्टर और 75 पनडुब्बी हैं. अमेरिका की सेना में 14 लाख सैनिक हैं. फ्रांस को ग्लोबल फायरपावर ने 5वां स्थान दिया है. इस देश का कुल रक्षा बजट 35 अरब डॉलर का है. फ्रांस के पास 423 टैंक, 284 लड़ाकू विमान, 4 युद्धपोत, 48 अटैक हैलिकॉप्टर और 10 पनडुब्बी हैं. फ्रांस की सेना में 2 लाख जवान शामिल हैं. Tags: Italy germany United Kingdom United States of America Turkey France Army Japan China हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi जापान का रक्षा कौन करता है?जापान की आत्मरक्षा सेना (जापानी : 自衛隊 Jieitai ; अंग्रेजी : Japan Self-Defense Forces या JSDF) जापान की एकीकृत सेना का नाम है। इसका गठन द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान के आत्मसमर्पण के बाद किया गया था।
क्या जापान की खुद की सेना है?थल आत्मरक्षा बल
इसे सैन्यवाद को रोकने के लिए क़ानून बनाया गया था। लेकिन १९४७ में सार्वजनिक सुरक्षा बल का गठन हुआ; और १९५४ में यह थल आत्मरक्षा बल का आधार बना। भले ही यह बल शाही जापानी सेना के छोटा है और केवल आत्मरक्षा के लिए है, यह आधुनिक जापान की सेना है।
वर्तमान में जापान की सेना कितनी है?जापान की सेना में 247173 सैनिक हैं. सेना के पास 678 टैंक है और 1613 एयरक्राफ्ट के साथ 15 सबमरीन है.
जापान के पास आर्मी क्यों नहीं है?इसे सैन्यवाद को रोकने के लिए क़ानून बनाया गया था। लेकिन १९४७ में सार्वजनिक सुरक्षा बल का गठन हुआ; और १९५४ में यह थल आत्मरक्षा बल का आधार बना। भले ही यह बल शाही जापानी सेना के छोटा है और केवल आत्मरक्षा के लिए है, यह आधुनिक जापान की सेना है।
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