ईश्वर कण कण में व्याप्त है पर हम उसे देख क्यों नहीं पाते mcq - eeshvar kan kan mein vyaapt hai par ham use dekh kyon nahin paate mchq

                                                                      साखी 

ईश्वर कण कण में व्याप्त है पर हम उसे देख क्यों नहीं पाते mcq - eeshvar kan kan mein vyaapt hai par ham use dekh kyon nahin paate mchq
MCQ, साखी -कबीर

                                                                   कबीर 

विडीओ एम सी क्यू – साखी

प्रश्न 1 – मृग कस्तूरी को जंगल में क्यों ढूँढता फिरता है ?

(क) कस्तूरी जंगल में पेड़ों पर उगती है।

(ख) कस्तूरी पर्वतों पर पाई जाती है।

(ग) उसे पता नहीं कि वह उसकी नाभि में है।

(घ) तीनों सही हैं।

प्रश्न 2 – मीठी वाणी बोलने से क्या मिलता है ?

(क) औरों को दुःख और अपने तन को शीतलता

(ख) औरों को सुख और अपने तन को शीतलता

(ग) औरों को सुख और अपने तन को दुःख

(घ) सभी को कष्ट

प्रश्न 3 मीठी वाणी बोलने से औरों को सुख और अपने तन को शीतलता कैसे प्राप्त

होती है?        

(क) अहंकार रहित मीठे बोल सबके ह्रदय को छूते हैं
(ख) मिश्री गलती है
(ग) मिश्री घुलती है
(घ) मीठे बोल अच्छे नहीं लगते

प्रश्न 4 – यहाँ आपका आशय है ?

(क) आप
(ख) अहंकार
(ग) नियंत्रण
(घ) सुध – बुध

प्रश्न 5 – साखी शब्द किस से बना है ?

(क) सखा
(ख) साक्ष्य
(ग) सखि
(घ) साखी

प्रश्न 6 – साक्ष्य का क्या अर्थ है ?

(क) प्रत्यक्ष ज्ञान
(ख) साक्ष्य ज्ञान
(ग) सांसारिक ज्ञान
(घ) अप्रत्यक्ष ज्ञान

प्रश्न 7 – कस्तूरी क्या है और कहाँ मिलती है?

(क) सुगंधित पदार्थ, घर में

(ख) मृग की जाति, वन में

(ग) सुगंधित पदार्थ, मृग की नाभि में

(घ) मृग की जाति, कुंडली में

प्रश्न 8 – ऐसैं घटि -घटि राम हैंका क्या अर्थ है –

(क) राम सबको दूसरे घाट पर पहुँचा देते हैं।

(ख) कण-कण में राम बसते हैं।

(ग) राम हर घाट में मौज़ूद हैं।

(घ) राम अयोध्या में हैं।

प्रश्न 9 – कण-कण में व्याप्त ईश्वर को हम देख क्यों नहीं पाते?

(क) मन में छुपे अहंकार के कारण
(ख) आँखें बंद होने के कारण
(ग) आँखों पर चश्मा होने के कारण
(घ) मन के कारण

प्रश्न 10 – कबीर की साखियों में किन भाषाओं का स्पष्ट प्रभाव दिखाई देता है ?                         

(क) अवधी
(ख) राजस्थानी
(ग) भोजपुरी और पंजाबी
(घ) सभी

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प्रश्न 11 – कबीर का जन्म कब और कहाँ हुआ ?
(क) १३९८ में काशी में

(ख) १३२१ में बोधगया में
(ग) १३५४ में उत्तराखंड में
(घ) १३९५ में काशी में

प्रश्न 12 – कबीर के गुरु कौन थे ?

(क) स्वामी चरितानन्द
(ख) रामानंद सागर
(ग) गुरु रामानंद
(घ) गुरु मानंद

प्रश्न 13 – स्वभाव को निर्मल रखने के लिए क्या करना चाहिए?

(क) निंदक को नमस्ते करनी चाहिए
(ख) निंदक को दूर रखना चाहिए

(ग) निंदक को पास रखना चाहिए
(घ) निंदा से दूर रहना चाहिए

प्रश्न 14 जब मैं थामें मैंकौन है?

(क) छोटा बच्चा

(ख) कबीर

(ग) रहीम

(घ) अहम् भाव

प्रश्न 15 – हरि के आने पर क्या हुआ?

(क) दोनों मिल गए

(ख) अहंकार मिट गया

(ग) सब मिल गया

(घ) हरि के दर्शन हो गए

प्रश्न 16 – कबीर के अनुसार सुखी कौन है ?

(क) सांसारिक लोग जो सोते और खाते हैं
(ख) आध्यात्मिक लोग
(ग) लालची लोग
(घ) सांसारिक लोग जो खाते हैं

प्रश्न 17 – कबीर के अनुसार दुखी कौन है ?

(क) आध्यात्मिक लोग
(ख) लालची लोग
(ग) जो ज्ञानी है
(घ) जो अज्ञानी है

प्रश्न 18 – दीपक दिखाई देने से अँधेरा कैसे मिट जाता है ?

(क) बादल दूर होते हैं
(ख) अहंकार रुपी माया दूर होती है जब ज्ञान रुपी दीपक दिखाई देता है

(ग) माया दूर होती है जब ज्ञान रुपी दीपक दिखाई देता है

(घ) कोई भी नहीं

प्रश्न 19 – कबीर में और संसार में क्या अंतर है?

(क) जागने और सोने का

(ख) दुखी और खुश होने का

(ग) ज्ञान और अज्ञान का

(घ) असुविधा और सुविधा का

प्रश्न 20 – ‘ मंत्र न लागै कोइका भाव है –

(क) साँप के काटने पर मंत्र काम नहीं करता।

(ख) साँप के काटने पर इलाज मंत्रों से ही होता हैं।

(ग) कोई मंत्र ऐसा नहीं जो ईश्वर के विरह को दूर कर सके।

(घ) मंत्र को भूल जाते हैं।

प्रश्न 21 – पंडित से किसकी ओर संकेत है ?

(क) कर्म- कांड कराने वाला पंडित

(ख) अधिक जानने वाला

(ग) ज्ञानी , विद्वान

(घ) आम लोगों से

प्रश्न 22 – कबीर की साखियों का मुख्य उद्देश्य क्या है ?

(क) जीवन जीने के सही ढंग का ज्ञान देना
(ख) क्षत्रिय ज्ञान
(ग) शास्त्रीय ज्ञान
(घ) सही ढंग का ज्ञान

प्रश्न 23 – बिरह भुवंगम तन बसै मन्त्र न लागे कोय – का भाव स्पष्ट कीजिए |      

(क) किसी से बिछुड़ने का दुःख हो तो कोई दवा या मन्त्र काम नहीं करती
(ख) मन्त्र जपने से सेहत अच्छी होती है
(ग) जब दुःख हो तो मन्त्र काम करते हैं
(घ) कोई नहीं

प्रश्न 24 – कबीर के अनुसार कौन ज्ञानी नहीं बन पाया ?

(क) मोटा व्यक्ति
(ख) मोटी पुस्तके पढ़ने वाला
(ग) दूसरों को ज्ञान देने वाला
(घ) अज्ञानी

प्रश्न 25 – राम वियोगी क्यों नहीं जी पाता ?      

(क) क्योंकि वह जीना नहीं चाहता।

(ख) क्योकि वह राम के साथ ही परधाम जाना चाहता है।

(ग) क्योकि वह राम नाम के महत्त्व और सत्य को समझ जाता है।

(घ) क्योकि वह राम क़ा प्रिय हो गया है

प्रश्न 26 – ‘भुवंगमशब्द का अर्थ है

(क) धरती

(ख) बिच्छू

(ग) जानवर

(घ) साँप

प्रश्न 27 – व्यक्ति बौरा क्यों जाता है ?

(क) सर्पदंश के असर से

(ख) राम के विरह में व्याकुल होकर

(ग) मंत्र न लगने के कारण

(घ) डर के कारण

प्रश्न 28 निर्मल करे सुभाई का आशय है –

(क) सुबह को निर्मल करना

(ख) भाई की निर्मलता

(ग) स्वभाव की निर्मलता

(घ) सुबह ही निर्मल है

प्रश्न 29 – मुराड़ा शब्द का अर्थ है –

(क) लड़ाई – झगड़ा

(ख) जलती हुई लकड़ी

(ग) आग

(घ) विषय – वासना

प्रश्न 30 – घर जलाने से कवि का क्या तात्पर्य है?

(क) धन -दौलत को जलाना

(ख) परमात्मा के मार्ग को प्रकाशित करना

(ग) हमेशा त्याग के लिए तत्पर रहना

(घ) लोभ, मोह,माया,घृणा को जलाना अर्थात् समाप्त करना

समाधान

उत्तर  1 – (ग) उसे पता नहीं कि वह उसकी नाभि में है।   

उत्तर  2 – (ख) औरों को सुख और अपने तन को शीतलता

उत्तर  3 – (क) अहंकार रहित मीठे बोल सबके ह्रदय को छूते हैं

उत्तर  4 – (ख) अहंकार

उत्तर  5 – (ख) साक्ष्य

उत्तर  6 – (क) प्रत्यक्ष ज्ञान

उत्तर  7 – (ग) सुगंधित पदार्थ, मृग की नाभि में 

उत्तर  8 – (ख) कण-कण में राम बसते हैं।

उत्तर  9 – (क) मन में छुपे अहंकार के कारण

उत्तर 10 – (घ) सभी

उत्तर 11 – (क) १३९८ में काशी में

उत्तर 12 – (ग) गुरु रामानंद

उत्तर 13 – (ग) निंदक को पास रखना चाहिए

उत्तर 14 – (घ) अहम् भाव

उत्तर 15 – (ख) अहंकार मिट गया

उत्तर 16 – (क) सांसारिक लोग जो सोते और खाते हैं

उत्तर 17 – (ग) जो ज्ञानी है

उत्तर 18 – (ख) अहंकार रुपी माया दूर होती है जब ज्ञान रुपी दीपक दिखाई देता है

उत्तर 19 – (ग) ज्ञान और अज्ञान का

उत्तर 20 – (ग) कोई मंत्र ऐसा नहीं जो ईश्वर के विरह को दूर कर सके।

उत्तर 21 – (ग) ज्ञानी , विद्वान

उत्तर 22 – (क) जीवन जीने के सही ढंग का ज्ञान देना

उत्तर 23 – (क) किसी से बिछुड़ने का दुःख हो तो कोई दवा या मन्त्र काम नहीं करती

उत्तर 24 – (ख) मोटी पुस्तके पढ़ने वाला

उत्तर 25 – (ग) क्योकि वह राम नाम के महत्त्व और सत्य को समझ जाता है।

उत्तर 26 – (घ) साँप

उत्तर 27 – (ख) राम के विरह में व्याकुल होकर

उत्तर 28 – (ग) स्वभाव की निर्मलता

उत्तर 29 – (ख) जलती हुई लकड़ी       

उत्तर 30 – (घ) लोभ, मोह,माया,घृणा को जलाना अर्थात् समाप्त करना

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ईश्वर कण कण में व्याप्त है पर हम उसे क्यों नहीं देख पाते हैं?

प्रश्न 3: ईश्वर कण-कण में व्याप्त है, पर हम उसे क्यों नहीं देख पाते? उत्तर: ईश्वर कण-कण में व्याप्त है फिर भी हम उसे देख नहीं पाते क्योंकि हम उसे उचित जगह पर तलाशते ही नहीं हैं। ईश्वर तो हमारे भीतर है लेकिन हम उसे अपने भीतर ढ़ूँढ़ने की बजाय अन्य स्थानों; जैसे तीर्थ स्थल, मंदिर, मस्जिद आदि में ढ़ूँढ़ते हैं।

ईश्वर कण कण में व्याप्त है पर हम उसे क्यों नहीं देख पाते 4 संसार में सुखी व्यक्ति कौन है और दुखी कौन यहाँ सोना और?

वह निराकार है। हमारा मन अज्ञानता, अहंकार, विलासिताओं में डूबा है। इसलिए हम उसे नहीं देख पाते हैं। हम उसे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा सब जगह ढूँढने की कोशिश करते हैं लेकिन जब हमारी अज्ञानता समाप्त होती है हम अंतरात्मा का दीपक जलाते हैं तो अपने ही अंदर समाया ईश्वर हम देख पाते हैं।

कस्तूरी क्या है Class 10 MCQ?

(क) अहंकार त्यागकर मीठी वाणी बोलने की प्रेरणा देते हैं। (ख) अभिमान भरी वाणी बोलने की प्रेरणा देते हैं। (ग) अहंकार भरी सत्य वाणी बोलने की प्रेरणा देते हैं। (घ) अहंकार त्यागकर कटु बोलने की प्रेरणा देते हैं।

मीठी वाणी बोलने से औरों को सुख और अपने तन को शीतलता कैसे प्राप्त होती है MCQ?

मीठी वाणी बोलने से सुनने वाले के मन से क्रोध और घृणा की भावना सम्पात हो जाती हैं। इसके साथ ही हमारा अंतःकरण प्रसन्न होने लगता हैं प्रभावस्वरूप औरों को सुख और तन को शीतलता प्राप्त होती है।