2022 हस्त नक्षत्रहस्त नक्षत्रहस्त को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। यह पृष्ठ वर्ष 2022 में हस्त नक्षत्र के सभी दिनों को प्रारम्भ और अन्त समय के साथ सूचीबद्ध करता है। Show हस्त नक्षत्र के निम्नलिखित गुण हैं -
जनवरी 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 01:39 पी एम, जनवरी 23 अन्त: 01:45 पी एम, जनवरी 24 फरवरी 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 07:21 पी एम, फरवरी 19 अन्त: 07:12 पी एम, फरवरी 20 मार्च 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 02:48 ए एम, मार्च 19 अन्त: 02:08 ए एम, मार्च 20 अप्रैल 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 12:05 पी एम, अप्रैल 15 अन्त: 11:10 ए एम, अप्रैल 16 मई 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 10:00 पी एम, मई 12 अन्त: 09:18 पी एम, मई 13 जून 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 07:01 ए एम, जून 09 अन्त: 06:56 ए एम, जून 10 जुलाई 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 02:14 पी एम, जुलाई 06 अन्त: 02:50 पी एम, जुलाई 07 अगस्त 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 07:59 पी एम, अगस्त 02 अन्त: 08:54 पी एम, अगस्त 03 अगस्त 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 01:34 ए एम, अगस्त 30 अन्त: 02:20 ए एम, अगस्त 31 सितम्बर 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 08:25 ए एम, सितम्बर 26 अन्त: 08:46 ए एम, सितम्बर 27 अक्टूबर 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 05:04 पी एम, अक्टूबर 23 अन्त: 05:12 पी एम, अक्टूबर 24 नवम्बर 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 02:44 ए एम, नवम्बर 20 अन्त: 03:06 ए एम, नवम्बर 21 दिसम्बर 2022हस्त नक्षत्र आरम्भ: 11:48 ए एम, दिसम्बर 17 अन्त: 12:48 पी एम, दिसम्बर 18 टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में सिंगापुर, सिंगापुर के स्थानीय समय और डी.एस.टी
समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं। हस्त नक्षत्र 2022 में कब है?पंचांग के अनुसार 27 सितम्बर, मंगलवार के दिन हस्त नक्षत्र रहेगा जो आकाश मंडल 13वां नक्षत्र है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस नक्षत्र का स्वामी ग्रह चन्द्रमा है और चन्द्रमा मन का कारक हैं।
हाथी नक्षत्र कब से कब तक है?27 सितंबर को प्रातः 6:42 पर सूर्य हस्त नक्षत्र में आएंगे जो 10 अक्टूबर को 19:30 बजे तक रहेंगे। अक्टूबर में भी कुछ दिन बारिश के योग बन रहे हैं।
हस्त नक्षत्र कितने दिन का होता है?पंडित रामगोविंद शास्त्री के मुताबिक इस बार सभी नौ दिन की तिथियां पूरी हैं। पंचमी पाचवें दिन, अष्टमी आठवें दिन और नवमीं नौंवे दिन ही होगी।
अभी कौन सा नक्षत्र चल रहा है 2022?4 अक्टूबर 2022 को पंचांग के अनुसार उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा. उत्तराषाढ़ा नक्षत्र आकाश मंडल का 21वां नक्षत्र है. इस नक्षत्र का स्वामी सूर्य ग्रह है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है.
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