Best 5 Five Career Option for Home Science Student: आप अमूमन देखते हैं कि लोग होम साइंस को तवज्जों नहीं देते हैं। अक्सर सब साइंस, कॉमर्स और मैथमेटिक्स को ही बेहतर मानते हैं। लोगों का अक्सर मानना होता है कि साइंस, कॉमर्स और मैथमेटिक्स से पढाई करो, इसमें नौकरी के
ऑप्शन ज्यादा हैं। होम साइंस कर के क्या करोगे इसमें नौकरी की ऑप्शन नहीं हैं। दोस्तों इसीलिए आज में इस वीडियो में यही बताऊंगा कि होम साइंस भी साइंस, कॉमर्स, ह्यूमेनिटीज और मैथमेटिक्स की तरह ही एक ऐसा प्रमुख विषय है। जिसमें करियर के कई बेहतरीन ऑप्शन्स उपलब्ध हैं। होम साइंस में ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करके आप इस फील्ड में अपना मनचाहा करियर अपना सकते हैं। THIS BLOG INCLUDES: होम साइंस क्या है (What is Home Science)?होमसाइंस 2 शब्दों से मिलकर बना है- होम+साइंस अर्थात घर से संबंधित विज्ञान। होम साइंस विषय में घर, व्यक्ति, परिवार से संबंधित पहलु आते हैं। सीधे-सीधे कहें तो होम साइंस हरेक व्यक्ति, घर, परिवार और घर से जुड़े सभी पहलूओं के बेटर मैनेजमेंट के जरिये बेटर लिविंग के लिए माहौल बनाता है। हालांकि ये सब एक साइंटिफिक नज़रिये के मुताबिक होता है। अब हम बताएगें की आप होम साइंस के स्टूडेंट लिए कौन-कौन से करियर ऑप्शन हैं। 1- डायटीशियन/ न्यूट्रीशनिस्ट-यह होम साइंस की फील्ड से रिलेटेड एक प्रमुख करियर ऑप्शन है। इस प्रोफेशन के लिए स्टूडेंट ने होमसाइंस/ फ़ूड एंड न्यूट्रीशन में बैचलर डिग्री या न्यूट्रीशन एंड डायटेटिक्स में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा किया हो। इस प्रोफेशन के स्टूडेंट विभिन्न सरकारी दफ्तरों, सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स, एनजीओज, फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट्स और फ़ूड प्रोडक्ट्स से रिलेटेड कई मल्टीनेशनल कंपनियों में जॉब कर सकते हैं। Also read:FULL STACK DEVELOPER KAISE BANE: Best career option in 2020 इस फील्ड में फ्रेशर हर महीने रु. 15000/- – 20000/- कमा सकता है और कुछ सालों के एक्सपीरियन्स के बाद हर महीने रु. 30000/- कमा सकते हैं। और हां एक अनुमान के मुताबिक साल 2019 से साल 2026 तक इस फील्ड में 15% जॉब्स बढ़ेंगी। 2- इंटीरियर डिजाइनर-होम साइंस की फील्ड से रिलेटेड अत्तारक्टिवे करियर ऑप्शन है। इस प्रोफेशन के लिए इंटीरियर डिजाइनिंग में बैचलर डिग्री प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट्स को नेशनल काउंसिल फॉर इंटीरियर डिजाइन क्वालिफिकेशन एग्जाम पास करना होता है और लाइसेंस्ड इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के लिए इस फील्ड में कम से कम 2 साल का वर्क होना चाहिए। Also read: How to Become a Translator/Interpreter अगर सैलरी की बात करें तो इसमें हर महीने रु. 30 हजार से रु. 40 हजार तक कमा सकते हैं और कुछ सालों के एक्सपीरियन्स के बाद एक सीनियर इंटीरियर डिज़ाइनर रु. 8 लाख से रु.30 लाख तक सालाना कमा सकता है। 3- काउंसलर/ फैमिली काउंसलर-काउंसलर का काम लोगों को अलग-अलग व्यक्तिगत, पारीवारिक, सामाजिक, आर्थिक, शिक्षा. जॉब और करियर से रिलेटेड समस्याओं से बेहतर तरीके से निपटने के लिए जरुरी सलाह और गाइडेंस देना होता है और फैमिली काउंसलर फैमिली से रिलेटेड इश्यूज से अच्छी तरह निपटाए के लिए अपने क्लाइंट्स और पेशेंट्स की मदद करते हैं। Also read: How to become a data scientist इस प्रॉफिशन के लिए साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन/ पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री या काउंसलिंग में सर्टिफिकेशन कोर्सेज के साथ प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस होना चाहिए। हमारे देश में इस फील्ड में शुरू में लगभग 1.5 लाख रु. से 4.5 लाख रु. सालाना तक सैलरी पैकेज है। 4- टीचर/ लेक्चरर/ प्रोफेसर-इस प्रोफिसिओं के लिए होम साइंस में ग्रेजुएशन/ पोस्टग्रेजुएशन और पीएचडी की डिग्री हासिल करने के साथ बीएड/ एमएड की डिग्री प्राप्त करके और टेट और नेट एग्जाम्स पास होना जरूरी है। इस कोर्स को करने के बाद देश के विभिन्न सरकारी और प्राइवेट स्कूलों, कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में टीजीटी/ पीजीटी/ लेक्चरर और प्रोफेसर आदि की टीचिंग जॉब्स कर सकते हैं। टीजीटी/ पीजीटी का पे स्केल रु.9300 – 34,800/ प्रति माह है और असिस्टेंट कॉलेज प्रोफेसर लगभग रु 60 हजार महीने कमाता है। 5- फैशन डिज़ाइनर्स-इस प्रोफेशन के लिए फैशन डिजाइनिंग में ग्रेजुएशन/ पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। भारत में फैशन डिज़ाइनर की एवरेज सैलरी रु.364,815 सालाना है और स्किल्ड और फेमस फैशन डिज़ाइनर्स 10 लाख रु. सालाना तक कमा सकते हैं। इसके अलावा अगर अपना काम करते हैं तो बहुत ज्यादा पैसा कमा सकते हैं। इन कोर्सेज के अलावा होम साइंस स्ट्रीम के तहत अन्य करियर ऑप्शन्स भी हैं। • अपैरल इंडस्ट्री प्रोडक्शन मैनेजर गृह विज्ञान में कोर्स के बाद करियर ऑप्शन | तस्वीर साभार: Representative Image मुख्य बातें
Career In Home Science: गृह विज्ञान सब्जेक्ट असल में घर और अन्य संसाधनों के प्रबंधन की कला है। इसमें संसाधनों के प्रबंधन, परिवार के पोषण, मानव पर्यावरण और बाल विकास की जानकारी दी जाती है। बारहवीं पास करने के बाद गृह विज्ञान छात्राओं के पसंदीदा करियर में से एक है। इस कोर्स को करने के लिए छात्र गृह विज्ञान के पांच प्रमुख धाराओं में से किसी एक में सिलेबस का विकल्प चुन सकते हैं। अगर आप इस फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं तो यहां आपको इसकी पूरी जानकारी मिलेगी। कोर्स एवं योग्यता अगर आप 12वीं के बाद गृह विज्ञान में अपना करियर बनाना चाहते हैं और बीएमसी करने की सोच रहे हैं, तो आपको फिजिक्स, कैमिस्ट्री, बायोलॉजी में 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा पास करनी होगी। कई ऐसे संस्थान हैं जो होम साइंस, नेचुरल साइंसेज, फिजिकल साइंसेज में वोकेशनल कोर्सेज वालों को भी दाखिला देते हैं। यहां पर छात्र डिप्लोमा इन गृह विज्ञान, बीएससी इन गृह विज्ञान, बीएससी (ऑनर्स) गृह विज्ञान, बीएचएससी व बीएससी (ऑनर्स) खाद्य एवं पोषण, बीएससी (ऑनर्स) मानव विकास, एमएससी गृह विज्ञान व पीएचडी कर सकते हैं। इसके अलावा गृह विज्ञान में ग्रेजुएशन के बाद फैशन डिजाइनिंग, समाज कार्य, डाइटिटिक्स, परामर्श, विकास अध्ययन, आंत्रप्रन्यॉरशिप आदि विषयों में भी मास्टरकिया जा सकता है। NEET MDS 2022 Result Declared: जारी हो गया नीट एमडीएस का रिजल्ट, natboard.edu.in पर करें चेक यहां बना सकते हैं करियर प्रोडक्शन जॉब इस सेक्टर में फूड प्रिजरवेशन, कुकिंग, ड्रेस मेकिंग आदि आते हैं तथा इसमें ग्रेजुएट छात्र होटल एवं फूड इंडस्ट्री, टेक्सटाइल बिजनेस के फैशन डिजाइनिंग में काम कर सकते हैं। इसके अलावा रिसर्च के क्षेत्र में यहां से संबंधित प्रयोगशालाओं में रिसर्चर, साइंटिस्ट के रूप में काम किया जा सकता है। RRB NTPC CBAT date 2022: आरआरबी एनटीपीसी सीबीएटी की तारीख जारी, यहां देखें जरूरी नोटिस सेल्स व सर्विस जॉब सेल्स के फील्ड में फूड आइटम्स का सेल्स प्रमोशन से संबंधित कार्य होता है, खासकर बेबी फूड से। इसमें अनुभव और जानकारी की दृष्टि से होम साइंस के ग्रेजुएट उपयुक्त होते हैं। वहीं सर्विस के फील्ड में ग्रेजुएट छात्र किसी होटल, टूरिस्ट रिजॉर्ट, रेस्तरां, कैटरिंग सेंटर में हाउस कीपिंग डिपार्टमेंट में एवं देखरेख संबंधी कार्य कर सकते हैं। टीचिंग जॉब होम साइंस में पीजी डिग्री वालों के पास टीचिंग के लाइन में भी अच्छा ऑप्शन होता है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्र किसी भी प्राइमरी स्कूल या सीनियर सेकेंडरी स्कूल में टीचर बन सकते हैं। वहीं पीएचडी की डिग्री होने पर कॉलेज में प्रोफेसर की जॉब मिल सकती है। होम साइंस से हम क्या कर सकते हैं?होम साइंस कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स को कूकिंग, केटरिंग, हाउस कीपिंग इंडस्ट्री में अच्छे कैरियर के विकल्प मिलते हैं। आप इस क्षेत्र में फ़ूड विशेषज्ञ, ड्रेस मेकिंग फैशन डिजाइनिंग, ट्रेवल एंड टूरिजम इंडस्ट्री, होटल मैनेजमेंट सेक्टर आदि में जॉब कर सकते हैं।
गृह विज्ञान पढ़ने से क्या होता है?जीवन को सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण तथा पहले से अच्छा बनाने में गृह विज्ञान महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। यह उचित रहन-सहन, स्वास्थ्य, आर्थिक व्यवस्था, गृह प्रबन्ध, कर्तव्यपरायणता एवं नैतिक मूल्यों की शिक्षा देता है। इसमें व्यक्ति, परिवार, समाज एवं राष्ट्र सभी को सम्मिलित किया जाता है।
होम साइंस कितने प्रकार के होते हैं?होम साइंस के पाठ्यक्रमों के तहत पांच मुख्य क्षेत्र हैं - फूड एंड न्यूट्रीशन, रिसोर्स मैनेजमेंट, ह्यूमन डेवलपमेंट, फैब्रिक एंड अपेरल डिजाइनिंग और कम्युनिकेशन। ग्रेजुएशन कोर्स के पहले वर्ष में सभी विषयों की पढ़ाई होती है, जबकि बाद में विद्यार्थियों द्वारा किसी विषय में विशेषज्ञता हासिल की जा सकती है।
होम साइंस का दूसरा नाम क्या है?उत्तर: भारत में गृह विज्ञान विषय का विकास (प्रादुर्भाव) 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध में हुआ। सन् 1920 से 1940 में ब्रिटिश शासन काल में ही स्कूलों एवं कुछ कॉलेजों में गृह शिल्प (House Craft), घरेलू विज्ञान (Domestic Science), घरेलू अर्थव्यवस्था (Household Economics) आदि नामों से इस विषय को पढ़ाया जाने लगा।
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