गर्भावस्था के दौरान अखरोट कैसे लें? - garbhaavastha ke dauraan akharot kaise len?

गर्भावस्‍था के नौ महीनों के दौरान शिशु के सही विकास के लिए मां को संतुलित और पौष्टिक आहार लेने की जरूरत होती है। इस समय महिलाओं को सूखे मेवे भी खाने के लिए कहा जाता है जिसमें अखरोट का नाम भी शामिल है।
हालांकि, गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी डायट में अखरोट को शामिल करने से पहले यह जान लेना चाहिए कि प्रेगनेंसी में अखरोट खाना चाहिए कि नहीं।

​प्रेगनेंसी में अखरोट खाना चाहिए या नहीं

गर्भावस्था के दौरान अखरोट कैसे लें? - garbhaavastha ke dauraan akharot kaise len?

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जी हां, गर्भवती महिला अखरोट का सेवन कर सकती है। अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड से युक्‍त होते हैं जाे मस्तिष्‍क के कार्यों में मदद करते हैं और नसों को स्‍वस्‍थ रखते हैं। अखरोट में कई तरह के पोषक तत्‍व जैसे कि प्रोटीन, विटामिन, खनिज पदार्थ और एंटीऑक्‍सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं। ये सभी पोषक तत्‍व गर्भवती महिला के स्‍वास्‍थ्‍य और शिशु के विकास के लिए बहुत जरूरी होते हैं।

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​प्रेगनेंसी में अखरोट खाने के फायदे

गर्भावस्था के दौरान अखरोट कैसे लें? - garbhaavastha ke dauraan akharot kaise len?

प्रेगनेंसी में अखरोट खाने के फायदे इस प्रकार हैं :

  • अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोटीन गर्भस्‍थ शिशु के मस्तिष्‍क और आंखों के विकास में मदद करते हैं। इनमें स्‍टेरोल होता है जो ब्‍लड कोलेस्‍ट्रोल लेवल को कंट्रोल करता है और शरीर में गुड कोलेस्‍ट्रोल को बढ़ाता है।
  • अखरोट रक्‍त वाहिकाओं को आराम देता हैऔर हाई ब्‍लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकता है। इस सूखे मेवे में मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट प्रेगनेंट महिला के इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत करते हैं। इसमें कॉपर भी होता है जो शिशु के विकास में मदद करता है।
  • डिलीवरी के बाद पोस्‍टपार्टम डिप्रेशन से बचने के लिए महिलाएं अखरोट खा सकती हैं। इसमें मेलाटोनिन के स्‍तर को नियंत्रित करने की भी शक्‍ति होती है जिससे प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में अच्‍छी नींद आने में मदद मिलती है।
  • इनमें मैंगनीज होता है जो शिशु की हड्डियों और कार्टिलेज के विकास के लिए जरूरी होता है। रोजाना की जरूरत का आधा मैंगनीज एक बार अखरोट खाने से पूरी हो सकती है।

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​अखरोट कितने खाने चाहिए

गर्भावस्था के दौरान अखरोट कैसे लें? - garbhaavastha ke dauraan akharot kaise len?

प्रेगनेंट महिला रोज लगभग 30 ग्राम तक अखरोट खा सकती है। ये एक तिहाई कप या 10 साबुत अखरोट जितना है। अगर आप इससे अधिक मात्रा में अखरोट खाती हैं तो वजन बढ़ने और पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।

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​ज्यादा अखरोट खाने के नुकसान

गर्भावस्था के दौरान अखरोट कैसे लें? - garbhaavastha ke dauraan akharot kaise len?

प्रेगनेंट महिला के निर्धारित मात्रा से अधिक अखरोट खाने की वजह से निम्‍न समस्‍याएं हो सकती हैं :

  • पाचन संबंधी परेशानियां जैसे कि दस्‍त और पेट फूलने की दिक्‍कत हो सकती है। अगर आपको किसी फूड से एलर्जी है तो अखरोट का सेवन सावधानीपूर्वक करें क्‍योंकि ये एलर्जी के लक्षणों को ट्रिगर कर सकता है।
  • अखरोट आयरन के अवशोषण में भी बाधा पैदा कर सकता है जिससे एनीमिया की शिकायत हो सकती है। अखरोट में कैलोरी अधिक होती है इसलिए ज्‍यादा अखरोट खाने से मोटापा हो सकता है।

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​अखरोट खाने का सही तरीका क्या है

गर्भावस्था के दौरान अखरोट कैसे लें? - garbhaavastha ke dauraan akharot kaise len?

3 से 4 अखरोट लें और उन्‍हें काटकर एक चम्‍मच शहद मिलाकर एक गिलास पानी के साथ खा लें। इससे सिरदर्द, अनिद्रा और तनाव से राहत मिलती है।

आप दिन में स्‍नैक के तौर पर भी अखरोट खा सकती हैं। अखरोट के ज्‍यादा से ज्‍यादा लाभ पाने के लिए इन्‍हें भिगोकर खाएं।

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गर्भावस्था के दौरान ज्यादातर महिलाएं अपनी डायट यानी खानपान को लेकर बेहद सतर्क हो जाती हैं ताकि वे ऐसी किसी भी चीज का सेवन न करें जो उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचाए। प्रेगनेंसी के दौरान सिर्फ हेल्दी चीजें ही खाने की सलाह दी जाती है। इन्हीं में एक सबसे हेल्दी फूड ग्रुप है नट्स यानी ड्राई फ्रूट्स या सूखे मेवे। 

कई स्टडीज में यह बात सामने आयी है कि प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में नट्स का सेवन करने से गर्भ में पल रहे बच्चे का तंत्रिका मनोविज्ञान संबंधी विकास बेहतर तरीके से होता है। एक स्टडी के मुताबिक अगर गर्भावस्था के दौरान खासकर प्रेगनेंसी की पहली तिमाही (1 से 3 महीने का समय) में मांएं हर सप्ताह करीब 75 ग्राम नट्स का सेवन करें तो उनके बच्चे का आईक्यू, याददाश्त (मेमोरी) और एकाग्रता की क्षमता उन बच्चों की तुलना में बेहतर होती है जिनकी मांएं प्रेगनेंसी के दौरान नट्स का सेवन नहीं करतीं।

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नट्स में तो कई तरह के चीजें शामिल हैं जैसे- बादाम, अखरोट, ऐप्रिकॉट या खूबानी, हेजलनट, चिलगोजा, मूंगफली आदि जिनमें पॉलिअनसैचुरेटेड फैटी एसिड जैसे- ओमेगा-3 और ओमेगा-6, फोलिक एसिड और कई दूसरे पोषक तत्व जैसे- फाइबर, विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। आम लोगों के लिए तो ये सभी तरह के नट्स बेहद फायदेमंद हैं लेकिन क्या गर्भावस्था के दौरान नट्स खाते वक्त किसी तरह की सावधानी रखनी चाहिए? आज हम आपको बताएंगे अखरोट यानी वॉलनट्स के बारे में कि क्या प्रेगनेंसी के दौरान अखरोट खाना फायदेमंद है या नहीं।

गर्भावस्था में अखरोट खाने के फायदे - Benefits of walnuts during pregnancy in hindi

ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड, विटामिन ई, एंटीऑक्सिडेंट्स, एंटी-इन्फ्लेमेटरी तत्व, कैल्शियम, आयरन, जिंक, फाइबर और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर अखरोट प्रेगनेंसी के दौरान सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद माना जाता है।

ब्लड प्रेशर मेनटेन करने में मदद करता है अखरोट - Blood pressure control

अखरोट, ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में मदद करता है जो प्रेगनेंसी के दौरान बेहद जरूरी है। दरअसल, अखरोट रक्त धमनियों को रिलैक्स कर उन्हें लचीला बनाने में मदद करता है जिससे हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही के दौरान हाई ब्लड प्रेशर की आशंका बनी रहती है जिस कारण मिसकैरेज, समय से पहले बच्चे का जन्म, जन्म के समय वजन कम जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। ऐसे में रोजाना अखरोट का सेवन करने से पूरी प्रेगनेंसी के दौरान ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है।

कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखता है अखरोट - Cholesterol level control

अखरोट का सेवन करने से आपके शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल में रहता है और जब कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है तो हृदय रोग होने का खतरा भी कम हो जाता है। अखरोट में प्लांट स्टेरॉल नाम का तत्व पाया जाता है जो खून में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल में मदद करता है जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और गुड कोलेस्ट्रॉल का लेवल शरीर में बढ़ता है। गर्भावस्था के दौरान कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी नियंत्रित करना बेहद जरूरी है।

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इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है अखरोट - Immune system strong

अखरोट में पाया जाने वाला एंटीऑक्सिडेंट्स गर्भवती महिला के इम्यून सिस्टम यानी रोगों से लड़ने की क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करता है। हालांकि अखरोट खाते वक्त उसके ऊपर की भूरे रंग की स्किन को न हटाएं क्योंकि 90 प्रतिशत एंटीऑक्सिडेंट्स अखरोट के इसी स्किन में मौजूद रहता है।

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अच्छी नींद में मदद करता है अखरोट - Induces good sleep

अखरोट खाने से शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का लेवल नियंत्रित होता है। मेलाटोनिन को स्लीप हार्मोन भी कहते हैं क्योंकि यह नींद को प्रेरित करता है जिससे अच्छी नींद हासिल करने में मदद मिलती है। गर्भावस्था के दौरान अक्सर नींद आने में दिक्कतें होती हैं खासकर तीसरी तिमाही के दौरान। ऐसे में अखरोट का सेवन करने से गर्भवती महिला को अच्छी नींद आती है।

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बच्चे के ब्रेन, आंख और हड्डियों के लिए फायदेमंद है अखरोट - Good for fetus brain, eyes, bones

ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोटीन से भरपूर अखरोट गर्भ में पल रहे बच्चे के ब्रेन और आंखों के विकास में मदद करता है। इसके अलावा अखरोट में मौजूद मैग्नीज बच्चे की हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। लिहाजा गर्भ में पल रहे बच्चे की अच्छी सेहत को ध्यान में रखते हुए भी गर्भवती महिला को अखरोट का सेवन जरूर करना चाहिए।

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पेट की समस्याएं भी दूर करता है अखरोट - Keeps stomach problems away

अपच, पेट में गैस और एसिड रिफ्लक्स की समस्या भी अक्सर गर्भवती महिलाओं में देखने को मिलती है। ऐसे में फाइबर से भरपूर अखरोट का सेवन करने से पेट और पाचन से जुड़ी सभी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं और गर्भवती महिला की सेहत भी अच्छी बनी रहती है।

गर्भवती महिला को अखरोट कैसे खाना चाहिए?

अखरोट कितने खाने चाहिए प्रेगनेंट महिला रोज लगभग 30 ग्राम तक अखरोट खा सकती है। ये एक तिहाई कप या 10 साबुत अखरोट जितना है। अगर आप इससे अधिक मात्रा में अखरोट खाती हैं तो वजन बढ़ने और पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।

प्रेगनेंसी में कितने अखरोट खाने चाहिए?

इस आधार पर कहा जा सकता है कि एक गर्भवती महिला भी रोजाना 30 ग्राम अखरोट का सेवन कर सकती है, लेकिन सभी की गर्भावस्था अलग-अलग होती है, इसलिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। अखरोट की सुरक्षित मात्रा के बाद अब हम गर्भावस्था में इसे खाने के सबसे उपयुक्त समय पर बात करेंगे।

दूध में अखरोट मिलाकर पीने से क्या होता है?

दूध के साथ अखरोट का सेवन करने से दिमाग तेज होता है। दिमाग को तेज करने के लिए दूध के साथ अखरोट का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि दूध और अखरोट के अंदर मौजूद पोषक तत्व के गुण दिमाग को तेज बनाए रखने में मदद करते है। साथ ही मेमोरी पावर भी बढ़ाने में मदद करते हैं।

अखरोट खाने का सही तरीका क्या है?

भीगे हुए अखरोट से सूखे अखरोट से ज्यादा पोषण शरीर को मिलता है. इन अखरोट को रात में भिगोकर रखें और सुबह उठकर खा लें. आप रोजाना 2 से 4 भीगे हुए अखरोट खा सकते हैं. इन भीगे हुए अखरोट को खाने पर शरीर को अनेक फायदे मिलते हैं.