गले में चिंगम फस जाए तो क्या करना चाहिए? - gale mein chingam phas jae to kya karana chaahie?

गले में चिंगम फस जाए तो क्या करना चाहिए? - gale mein chingam phas jae to kya karana chaahie?

जब आप कुछ खा रहे हो या पी रहे हो और वह आपके गले में अटक जाए तो बहुत बुरा महसूस होता है। गले में कुछ अटक जाए या फँस जाए तो खाने, पीने और साँस लेने में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हम कितनी भी कोशिश कर लें वह बाहर नहीं निकलता है।

इसे बाहर निकालने के लिए आप गरारा करते हैं और खांसते हैं लेकिन, इतना कुछ करने के बाद भी आपको कोई लाभ नहीं होता है। अगर आपको नीचे बताए गए कुछ लक्षण नजर आते हैं तो आपको तुरंत ही डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। अगर-

  • आप बोलने में असमर्थ हैं
  • सांस लेने में कठिनाई होती है
  • खर्राटे आए 
  • साँस लेते समय आवाज आए
  • लगातार खांसी हो
  • आपका चेहरा पीला या नीला पड़ जाता है
  • रोगी बेहोश हो जाए

अगर ये लक्षण नहीं नजर आते हैं तो आप नीचे बताए गए साधारण घरेलू उपायों की मदद से गले में फँसी चीजों को आसानी से बाहर निकाल सकते हैं। 

  • मुझे अपने गले में कुछ फँसे होने का एहसास क्यों होता है? Why do I have a feeling of something stuck in my throat in Hindi?
    • डिस्फेजिया (dysphegia)
    • ग्लोबल ग्रिनेजेस (Globus pharyngis)
  • गले में कुछ फँसा होने के अन्य कारण
    • गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (gastroesophageal reflux disease)
    • मूड में बदलाव या डिप्रेशन
    • टॉन्सिलाइटिस (Tonsilitis)
    • सर्दी या बुखार
    • इसिनोफिलिया एसोफैगिटिस (Eosinophilic esophagitis)
  • गले में कुछ फँस या अटक जाने का इलाज
    • 1. सोडा या नींबू पानी
    • 2. पानी पिएं
    • 3. केला खाएं
    • 4. इंतजार करें
    • 5. बटर

मुझे अपने गले में कुछ फँसे होने का एहसास क्यों होता है? Why do I have a feeling of something stuck in my throat in Hindi?

गलें में कुछ फँसा या अटका हुआ महसूस होने के दो कारण हैं:

डिस्फेजिया (dysphegia)

जब गले में या फूड पाइप में कोई भोजन या अन्य चीज फँस जाती है तो उस स्थिति को डिस्फेजिया के नाम से जाना जाता है। यह एक आम समस्या है जो लगभग हमेशा होती ही रहती है। इस समस्या से राहत पाने के लिए  कुछ घरेलू उपचार हैं लेकिन, अगर फिर भी आराम नहीं मिलता है तो डॉक्टर से सलाह लें। क्योंकि, यह जानलेवा हो सकता है।

पढ़ेें- गले में इनफेक्‍शन का इलाज

ग्लोबल ग्रिनेजेस (Globus pharyngis)

जब व्यक्ति को महसूस होता है कि उसके गले में कुछ अटक या फँस गया है जबकि, उसके गले में कुछ भी नहीं फँसा होता है, इस अवस्था को ग्लोबस ग्रिनेजेस कहते हैं।

इस अवस्था में लोगों को साँस लेने या बात करने में कोई समस्या नहीं होती है। ग्लोबल ग्रिनेजेस होने की वजह तनाव और चिंता है।

जब रोगी पानी पी लेता है या कुछ खा लेता है तब उसे आराम मिल जाता है।

गले में कुछ फँसा होने के अन्य कारण

गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (gastroesophageal reflux disease)

जब आपके पेट कि एसिड आपके फूड पाइप तक आ जाती है तो उसे गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज कहते हैं। पेट कि एसिड फूड पाइप तक आ जाने से फूड पाइप मे हल्का सूजन आ जाता है इसलिए, कुछ फँसे होने की आशंका होती है। इसे एंटी-एसिड टेबलेट की मदद से ठीक किया जा सकता है।

मूड में बदलाव या डिप्रेशन

जब व्यक्ति बहुत थका होता है और तनाव या चिंता में होता है तो उसे यह वहम हो सकता है कि उसके गले में कुछ फँसा हुआ है। ऐसी स्थिति में पानी पीने या कुछ खा लेने से आराम हो जाता है।

पढ़ें- गले में खराश का इलाज

टॉन्सिलाइटिस (Tonsilitis)

टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन कि वजह से भी डिस्फेजिया का अनुभव हो सकता है। टॉन्सिल्स इन्फेक्शन को एंटी-बायोटिक से ठीक किया जा सकता है। वहीं, अगर टॉन्सिलाइटिस में टॉन्सिल्स बहुत ज्यादा बड़े हो गए हैं तो टॉन्सिलेक्टमी की प्रक्रिया की जाती है। टॉन्सिलेक्टमी टॉन्सिल्स को हटाने की आम सर्जरी है जो कुछ एक घंटे के भीतर हो जाती है।

सर्दी या बुखार

सर्दी या बुखार से गले में खराश हो सकता है। इससे गले में दर्द और जलन होता है और भोजन को निगलने में कठिनाई होती है। इसका इलाज गर्म पानी पीकर या नमक के पानी से गरारा करके किया जा सकता है।

इसिनोफिलिया एसोफैगिटिस (Eosinophilic esophagitis)

यह एक ऐसी अवस्था है जिसमें किसी ख़ास प्रकार का आहार लेने से फूड पाइप में सूजन आ जाता है। यह फूड एलर्जी की वजह से हो सकता है।

गले में कुछ फँस या अटक जाने का इलाज

सबसे बड़ी बात- जब आपके गले में कुछ अटक जाए तो उसे उँगलियों की मदद से नीचे भेजने या निकलने का प्रयास न करें। क्योंकि, अगर वह और नीचे जाकर अटक गई तो परेशानी बढ़ सकती है।

1. सोडा या नींबू पानी

गले में कुछ फँस जाने की स्थिति में नीबू या सोडा पानी पीना बेहतर साबित होता है। यह फूड पाइप को पेट की तरफ फैलाता है जिससे गले में चिपका हुआ खाना पानी के साथ आसानी से नीचे चला जाता है। इसके अलावा इससे निकलने वाली गैस फँसे हुए पार्टिकल को उसकी जगह से अव्यवस्थित कर सकती है जिससे वह पेट तक आसानी से पहुँच सकता है।

2. पानी पिएं

यह सबसे अच्छा और कामयाब नुस्खा है। पानी या कोई अन्य तरल पदार्थ पीने से फँसा हुआ खाना आसानी से नीचे चला जाता है।

3. केला खाएं

केला चिकना होता है जिसे साथ फँसा हुआ खाना आसानी से गले से नीचे उतर जाएगा। आप एक या दो केले खा सकते हैं।

4. इंतजार करें

कई बार खाना या खुद ही निकल जाता है। इसके लिए आप एक दो दिन का इंतजार कर सकते हैं। लेकिन, इससे खाने के गले में मौजूद होने का आभास होता है जो बहुत ही बुरा होता है।

5. बटर

कई बार खाना को निकालने के लिए फूड पाइप को चिकना करना पड़ता है। इसके लिए आप एक चम्मच बटर या घी का सेवन करें। इससे फूड पाइप चिकनी हो जाएगी और फँसा हुआ खाना आसानी से निकल जाएगा।

निष्कर्ष

अगर खाना के अलावा कोई ठोस वस्तु गले में फँस गई है तो आपको तुरंत ही डॉक्टर से मिलना चाहिए। इसके अलावा अगर आप कुछ निगल पाने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं तब भी डॉक्टर से सलाह लेना ही उचित होगा।

अगर गले में कुछ फँसे होने का कारण टॉन्सिलाइटिस  है तो आप Pristyn Care से बात कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

गले में चिंगम फस जाए तो क्या करे?

इस प्रक्रिया में च्यूइंगम में मौजूद चीनी ग्लिसरीन और मिठास लाने के लिए इस्तेमाल हुए पेपरमिंट ऑयल जैसे सॉफ्टनर अलग होकर शरीर से बाहर निकल जाते हैं.

गले में खाना क्यों भटकता है?

गले में खाना अटकने और दर्द होने पर नजरअन्दाज न करें। यह गले की नली में होने वाले कैंसर का मुख्य लक्षण हो सकता है। कुछ भी खाने पर अटकना, गले से कड़वा पानी निकलना, बार-बार उल्टी का अहसास होना, दर्द, सूजन और धीरे-धीरे इस समस्या के बढ़ने पर एक समय बाद पानी पीना भी बेहद मुश्किल हो जाता है।

गले में इन्फेक्शन के क्या लक्षण होते हैं?

गले में इंफेक्शन के लक्षण — Symptoms of Throat Infection in Hindi.
भूख न लगना।.
अधिक ठंड लगना।.
मुंह के अंदर फफोले बनना।.
अचानक से शरीर का तापमान बढ़ जाना।.
छाती की त्वचा में लाल-लाल चकत्ते बनना।.
खाना निगलने में कठिनाई और पानी पीते समय गले में दर्द होना।.
खांसी आना और गले का लाल हो जाना। गले पर सफेद धब्बे भी आने लगते हैं।.