गुजरात में यादव को क्या कहते है? - gujaraat mein yaadav ko kya kahate hai?

चोरवाड़. माडिया हाटी तहसील के चोरवाड़ के पास स्थित एक छोटे से गांव काणेक के किसान की बेटी ने मिस गुजरात बनने का गौरव प्राप्त किया है। अंकलेश्वर में आयोजित सौंदर्य स्पर्धा में उसने यह खिताब हासिल किया। इस स्पर्धा में 32 युवतियों ने हिस्सा लिया था।

यादव शब्द का प्रयोग परंपरागत रूप से किसान-चरवाहे समूह और जातियों के लिए किया जाता है. 19वीं और 20वीं शताब्दी के बाद एक सामाजिक और राजनीतिक पुनरुत्थान आंदोलन के तहत यह खुद को प्रतापी पौराणिक राजा यदु के वंशज होने का दावा करते हैं.

यादव की उत्पत्ति और इतिहास

राजा यदु का उल्लेख हिंदू ग्रंथों जैसे महाभारत, हरिवंश, पुराणों जैसे विष्णु पुराण, भागवत पुराण और गरुड़ पुराण आदि में मिलता है. इन ग्रंथों में राजा यदु को राजा ययाति और रानी देवयानी का जेष्ठ पुत्र के रूप में वर्णन किया गया है. ऐसी मान्यता है कि राजा यदु ने आदेश दिया था कि उनकी आने वाली पीढ़ियों को यादवों के रूम में जाना जाएगा और उनके वंश को यदुवंश के रूप में जाना जाएगा. इसीलिए राजा यदु के वंशज यादव या अहीर के रूप में जाने जाते हैं.

यादव किस वर्ण में आते हैं? क्या यादव क्षत्रिय हैं?

परंपरागत रूप से यादवों को पशुपालन से जोड़ा जाता था और इस कारण ये औपचारिक जाति व्यवस्था से बाहर थे. 19वीं और 20वीं सदी के अंत में इन्होंने यादव आंदोलन के माध्यम से अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा सुधारने का काम शुरू किया जिसमें भारतीय और ब्रिटिश सशस्त्र बलों में सक्रिय भागीदारी, अधिक प्रतिष्ठित पेशा या व्यवसाय में शामिल होना तथा राजनीति में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना शामिल है. यादव समाज के नेता और बुद्धिजीवी महाराजा यदु और गोपालक योद्धा भगवान कृष्ण के वंशज होने का दावा करते हैं जो कि क्षत्रिय थे. इन्हीं तर्कों के आधार पर यादव समुदाय के अधिकांश सदस्य खुद को क्षत्रिय होने का दावा करते हैं.

19वीं शताब्दी के अंत में विट्ठल कृष्णजी सचिन खेडकर नाम के एक एक स्कूली शिक्षक हुए, जिन्होंने यादवों के इतिहास के बारे में दावा किया है कि यादव अभीर जनजाति के वंशज थे और आधुनिक यादव वही समुदाय है जिन्हें महाभारत और पुराणों में राजवंशों के रूप में जाना जाता है.

अंतिम अभीर राजवंश के वंशज राव बहादुर बलवीर सिंह के नेतृत्व में 1910 में अहीर यादव क्षत्रिय महासभा की स्थापना की थी. अहीर यादव क्षत्रिय महासभा ने दावा किया था कि महाराज यदु और और भगवान कृष्ण के वंशज होने होने के नाते यादव वर्ण व्यवस्था में क्षत्रीय हैं.

यादवों की उपजातियां

यादव एक व्यापक शब्द है जिसमें कई उपजातियां शामिल हैं जो विभिन्न प्रदेशों में अलग -अलग नाम से जानी जाती है, जिनका सामान्य पारंपरिक कार्य चरवाहे, गोपालक और दुग्ध विक्रेता का था.

पंजाब और गुजरात में अहीर, गोवा और महाराष्ट्र में गवली, दक्षिण भारत की बात करें तो कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में गल्ला, तमिलनाडु में कोनर और केरल में मनियार के नाम से जाने जाते हैं.

एक बात यहां बताना जरूरी है कि यादवों को पारंपरिक रूप से चरवाहा, गोपालक और दुग्ध विक्रेता माना जाता है लेकिन बदलते दौर में आज कोई भी जाति अपने परंपरागत पेशे तक ही सीमित नहीं है. यादव समुदाय के लोग आज सभी क्षेत्रों जैसे शिक्षा, कला, प्रशासनिक सेवा, फिल्म और टेलीविजन, खेल, साहित्य, राजनीति, आदि में सक्रिय हैं तथा सफलता की कहानी लिख रहे हैं.

यादव किस श्रेणी में आता है?

यादवों को भारत के राज्यों जैसे बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में अति पिछड़ा वर्ग यानी कि other backward class OBCs श्रेणी में शामिल किया गया है.

यादवों की आबादी 

ज्यादातर यादव उत्तर भारत विशेष रुप से उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में रहते हैं. अन्य देशों की बात करें तो नेपाल और मॉरीशस में भी यादवों की आबादी है. पंजाब, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, झारखंड, दिल्ली हिमाचल प्रदेश आदि में भी यादवों की ठीक-ठाक आबादी है.

2011 के जनगणना के अनुसार बिहार में यादवों का आबादी 12% है. उत्तर प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी 40% है. 40% हिस्सेदारी के साथ यादव ओबीसी वर्ग का सबसे बड़ा समूह बनाते हैं. उत्तर प्रदेश में यादव राज्य की आबादी का 15% हैं.

प्रसिद्ध यादव

फिल्म और टेलीविजन: राजकुमार यादव, रघुवीर यादव, राजपाल यादव, दिनेश लाल यादव निरहुआ और खेसारी लाल यादव.

सेना

योगेंद्र सिंह यादव-कारगिल युद्ध में वीरता का परिचय देने वाले योगेंद्र सिंह यादव को मात्र 19 साल की उम्र में परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था. वह सबसे कम उम्र के सैनिक हैं जिन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया है.

राजनीति

राजनीति की दुनिया में यादवों का बड़ा नाम है. मुलायम सिंह यादव (भारत के पूर्व रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री), लालू प्रसाद यादव (भारत के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री), अखिलेश यादव (उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री) और तेजस्वी यादव (बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री).

यदुवंश अथवा यदुवंशी क्षत्रिय शब्द भारत के उस जन-समुदाय के लिए प्रयुक्त होता है जो स्वयं को प्राचीन राजा यदु का वंशज बताते हैं। यदुवंशी क्षत्रिय मूलतः अहीर थे।[1] भारतीय मानव वैज्ञानिक कुमार सुरेश सिंह के अनुसार माधुरीपुत्र, ईश्वरसेन व शिवदत्त नामक कई विख्यात अहीर राजा कालांतर में राजपूतों मे सम्मिलित होकर यदुवंशी राजपूत कहलाए।[2] तिजारा के खानजादा मुस्लिम भी अपनी उत्पत्ति यदुवंशी राजपूतों से बताते हैं।[3] मैसूर साम्राज्य के हिन्दू राजवंश को भी यादव कुल का वंशज बताया गया है।[4][5] चूड़ासमा राजपूतों को भी विभिन्न ऐतिहासिक स्रोतों मे मूल रूप से सिंध प्रांत का आभीर,[6][7][8] या सिंध का यादव माना गया है, जो कि 9वीं शताब्दी में गुजरात में आए थे।[9]

जाहल, सोनल बाई के साथ देवत बोदार नामक अहीर सामंत का चूड़ासम राजकुमार नवघन की रक्षा हेतु स्वयं के पुत्र का वध करते हुये का ऐतिहासिक चित्र [10]

यदुवंश पौराणिक कथा

यदु ऋग्वेद में वर्णित पाँच भारतीय आर्य जनों (पंचजन, पंचक्षत्रिय या पंचमानुष) में से एक है।[11]

हिन्दू महाकाव्य महाभारत, हरिवंश व पुराण में यदु को राजा ययाति व रानी देवयानी का पुत्र बताया गया है। राजकुमार यदु एक स्वाभिमानी व सुसंस्थापित शासक थे। विष्णु पुराण, भगवत पुराण व गरुण पुराण के अनुसार यदु के चार पुत्र थे, जबकि बाकी के पुराणो के अनुसार उनके पाँच पुत्र थे।[12] बुध व ययाति के मध्य के सभी राजाओं को सोमवंशी या चंद्रवंशी कहा गया है। महाभारत व विष्णु पुराण के अनुसार यदु ने पिता ययाति को अपनी युवावस्था प्रदान करना स्वीकार नहीं किया था जिसके कारण ययाति ने यदु के किसी भी वंशज को अपने वंश व साम्राज्य मे शामिल न हो पाने का श्राप दिया था।[13] इस कारण से यदु के वंशज सोमवंश से प्रथक हो गए व मात्र राजा पुरू के वंशज ही कालांतर में सोमवंशी कहे गए। इसके बाद महाराज यदु ने यह घोषणा की कि उनके वंशज भविष्य में यादव या यदुवंशी कहलएंगे।[14] यदु के वंशजों ने अभूतपूर्व उन्नति की परंतु बाद मे वे दो भागों मे विभाजित हो गए।

उत्पत्ति

यदुवंशी अहीर कृष्ण के प्राचीन यादव जनजाति के वंशज माने जाते हैं।[15] यदुवंशियो की उत्पत्ति पौराणिक राजा यदु से मानी जाती है।

वे टॉड की 36 राजवंशो की सूची में भी शामिल हैं। [16]

विभिन्न हिंदू धर्मग्रंथों और पुराने लेखों से संकेत मिलता है कि भारत में उनकी मौजूदगी 6000 ई.पू. से भी पहले प्राचीन काल से है।[17]

वंशज जातियाँ

राजा सहस्रजीत के वंश को हैहय वंश कहा गया व उनके पौत्र का नाम भी हैहय था।[18] राजा क्रोष्टा के वंशजों को कोई विशेष नाम नही दिया गया वे समान्यतः यादव कहलाए।,[18] पी॰ एल॰ भार्गव के अनुसार जब राज्य का विभाजन हुआ तो सिंधु नदी के पश्चिम का राज्य सहस्रजीत को मिला व पूर्व का भाग क्रोष्टा को दिया गया।[19]

आधुनिक भारत की अनेक जातियाँ जैसे कि यादव,[20] पंजाबी सैनी,[21] आयर,[22][23] जडेजा, भाटी राजपूत,[24] जादौन,[24] तथा अहीर[25][26][27][28] इत्यादि स्वयं को यदु वंशज मानते हैं।

कुछ विद्वान चूड़ासमा, जाडेजा व देवगिरि के यादवो को आभीर ही मानते हैं।[29]

राजपूत, पांचवीं और छठी शताब्दीमें पहली बार चित्र में आये थे। इसलिए यह किसी की कल्पना और समझ से परे है कि कैसे करौली के यादव (अलवर जिले में), रतलाम (मध्य प्रदेश में) और बीकानेर के भाटी (राजस्थान) खुद को राजपूत जाति के साथ कैसे जोड़ते हैं। हालाँकि, यह संभव है कि विदेशी "मनगढ़ंत खानाबदोशों" द्वारा आक्रमण के दौरान और उनके द्वारा प्राप्त की गई लगातार जीत के चलते, छोटे यादव राज्योंने अन्य रियासतों के साथ गठन करते समय, अपनी पहचान विलय कर दी हो।[30]

गुजरात में यादव को क्या बोलते हैं?

यादव/अहीर जाति भारत, बर्मा, पाकिस्तान नेपाल और श्रीलंका के विभिन्न हिस्सों में पाई जाती है और पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में यादव (अहीर) के रूप में जानी जाती है; बंगाल और उड़ीसा में गोला और सदगोप, या गौड़ा; महाराष्ट्र में गवली; आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में यादव ...

यादव कितने नाम से जाने जाते हैं?

[52] यादव मुख्यतः यदुवंशी, नंदवंशी व ग्वालवंशी उपजातीय नामों से जाने जाते है,[53] यादव समुदाय के अंतर्गत 20 से भी अधिक उपजातियाँ सम्मिलित हैं

यादव के कुल देवता कौन है?

समस्त यदुवंशियों की कुलदेवी हैं आदि शक्ति माँ भवानी की अंश माँ योगमाया । माँ योगमाया ने बाबा वसुदेव के चचेरे भाई बाबा नंदराय के यहाँ उनकी पुत्री के रूप में अवतार लिया था। इन्हीं माँ योगमाया को जब दुष्ट कंस ने मारने की कोशिश करी थी तब आदिशक्ति ने अपना विकराल रूप दिखाया था।

यादव को क्या बोलते हैं?

1. यदु के वंशज युदुवशी, यदुवशी क्षत्रिय । 4.