हिंदी न्यूज़Home remedies: फोड़े-फुंसी से परेशान हैं तो 7 देसी उपाय दिलाएंगे आसानी से छुटकारा Show
Home remedies: त्वचा साफ सुथरी हो तो सभी को अच्छा महसूस होता है, लेकिन थोड़े भी दाग-धब्बे तनाव का कारण बन जाते हैं। प्रदूषण, संक्रमण के कारण शरीर पर फोड़े-फुंसी हो जाते हैं और कई बार दर्द, जलन व...AnuradhaTue, 04 Feb 2020 10:45 AM Home remedies: त्वचा साफ सुथरी हो तो सभी को अच्छा महसूस होता है, लेकिन थोड़े भी दाग-धब्बे तनाव का कारण बन जाते हैं। प्रदूषण, संक्रमण के कारण शरीर पर फोड़े-फुंसी हो जाते हैं और कई बार दर्द, जलन व खुजली भी होती है। फोड़ा या फुंसी त्वचा पर गांठ की तरह होता है जो कि पिम्पल जैसा दिखता है।www.myUpchar.com के एम्स के डॉ. उमर अफरोज का कहना है कि आमतौर पर फोड़े-फुंसी बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होता है। बैक्टीरिया जब शरीर के अंदर जाता है तो इम्यून सिस्टम संक्रमण से लड़ने वाली सफेद रक्त कोशिकाओं को प्रभावित क्षेत्र में भेजती हैं। जैसे ही सफेद रक्त कोशिकाएं बैक्टीरिया पर हमला करती हैं, उसके आसपास के ऊतक नष्ट हो जाते हैं। इससे वहां खाली जगह बन जाती है और पस से भर जाती है। www.myUpchar.com के डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का कहना है कि गुलाबी या लाल रंग के फोड़े-फुंसी में पस भी पड़ जाता है और इसमें दर्द भी होने लगता है। इनका इलाज जितना जल्दी किया जाए उतना अच्छा है। ऐसे कई घरेलू उपचार हैं, जिनसे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। हल्दी : हल्दी में औषधीय गुण होते हैं। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं जो फोड़े-फुंसी के उपचार यह कारगर साबित होती है। इसके लिए एक से डेढ़ चम्मच हल्दी का पाउडर लेकर उसमें पानी या दूध मिलाकर पेस्ट बनाएं और उसे संक्रमित जगह पर लगाएं। इस पेस्ट को करीब 30 मिनट रखें फिर पानी से धो लें। कुछ ही दिन में फायदा नजर आएगा। नारियल का तेल : नारियल के तेल में भी एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो फोड़े-फुंसी से छुटकारा दिला सकते हैं। इसके साथ टी ट्री ऑयल में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीसेप्टीक गुण होते हैं। दोनों को मिलाकर मिश्रण बनाएं और दिन में तीन-चार बार प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। इस प्रक्रिया को सप्ताह भर दोहराएंगे तो फायदा मिलेगा। एलोवेरा : एलोवेरा काफी फायदेमंद हो सकता है। एलोवेरा को पीसकर उसमें हल्दी मिलाएं और इस पेस्ट को प्रभावित त्वचा पर लगाएं। इसे दिन में दो बार दोहराएं। बेकिंग सोडा : बेकिंग सोडा के साथ नमक मिलाकर मिश्रण बनाकर फोड़े फुंसी को पकाने और उसका पस निकालने में मदद मिलती है। इन्हें मिलाकर पानी के साथ पेस्ट बनाएं और करीब 20 मिनट रहने दें। फिर पेस्ट हटाने से पहले हल्का सा दबाकर पस को निकालें। दिन में एक बार ही इस प्रक्रिया को करें। बेकिंग सोडा एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण संक्रमण से बचाता है। तुलसी : एंटीबैक्टीरियल गुण वाली तुलसी फोड़े-फुंसी से छुटकारा दिला सकती है। तुलसी की पत्तियों को पीसकर लेप तैयार कर लें और इसे फोड़े-फुंसी पर लगाएं। नीम : नीम का एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण फोड़े-फुंसी सही करने में मदद करता है। इसके लिए नीम की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बनाएं और इसे फोड़े-फुंसी पर लगाकर 20 मिनट रहने दें और फिर साफ पानी से धो दें। इस उपाय को दिन में तीन-चार बार कर सकते हैं। सेंधा नमक : सेंधा नमक में गर्म पानी मिलाकर प्रभावित त्वचा को करीब 20 से 30 मिनट उसमें रखें। यह प्रक्रिया फोड़े फुंसी से होने वाले दर्द में भी राहत देती है। अधिक जानकारी के लिए देखें: https://www.myupchar.com/disease/heart-attack स्वास्थ्य आलेख www.myUpchar.com द्वारा लिखे गए हैं, प्रदूषित वातावरण व अन्य कई कारणों की वजह से शरीर में अलग-अलग प्रकार के फोड़े फुंसी हो जाते हैं। त्वचा पर गुलाबी व लाल रंग के दिखने वाले फोड़े फुंसी में कई बार पस भी हो जाता है, जिसकी वजह से इनमें दर्द होने लगता है। चेहरे पर फोड़े फुंसी होते ही लड़कियों को अपनी खूबसूरती को लेकर चिंता सताने लगती है। फोड़े फुंसियों का इलाज जितना जल्द कर लिया जाए उतना ही बेहतर होता है। यदि आप भी फोड़े फुंसियों के कारण अक्सर परेशान रहते हैं तो आपको बता दें कि ऐसे कई घरेलू उपाय मौजूद हैं जिनको अपनाकर आप इस समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। इस लेख में फोड़े फुंसी के घरेलू उपाय और नुस्खे के बारे में विस्तार से बताया गया है। साथ ही आपको फोड़े फुंसी होने के कारण, फोड़े फुंसी होने पर क्या करें, फोड़े फुंसी को हटाने के तरीके, घरेलू उपाय और नुस्खों के बारे में भी बताने का प्रयास किया गया है। (और पढ़ें - बालतोड़ का घरेलू उपाय) परिचय: फोड़ा फुंसी दर्दनाक व पस से भरा बंद घाव होता है, जो आमतौर पर बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होता है। फोड़े फुन्सी शरीर में कहीं भी विकसित हो सकते हैं। कई प्रकार के बैक्टीरिया हैं, जो फोड़े फुन्सी होने का कारण बन सकते हैं। एक ही इन्फेक्शन में कई प्रकार के बैक्टीरिया मौजूद हो सकते हैं। फोड़े फुंसी होने पर लालिमा, खुजली, सूजन और दर्द जैसे लक्षण होने लग जाते हैं। यदि फुंसी या फोड़े का मुंह खुल जाए तो इससे द्रव भी बह सकता है। यदि आपकी त्वचा पर फोड़े फुंसी हो गए हैं, तो उनको छुएं, दबाएं या नोचें नहीं। यदि फुंसी का मुंह अपने आप फुट कर उससे द्रव बहने लगता है, तो यह संक्रमण साफ होने की प्रक्रिया हो सकती है। ऐसे में फोड़ा कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो सकता है। यदि यह फूटने के बाद भी ठीक न हो, तो फिर इसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए। फोड़े फुंसी आदि से बचाव के लिए त्वचा पर लगी चोट, कट व नील पड़ने वाली जगह को स्वच्छ रखना चाहिए। सिर्फ एंटीबायोटिक दवाओं की मदद से ही फोड़े फुंसी को ठीक नहीं किया जा सकता है। फोड़े के अंदर से मवाद निकालने के लिए डॉक्टर उसमें छोटा सा चीरा लगा सकते हैं। यदि इनका इलाज ना किया जाए तो कुछ मामलों में फोड़े फुंसी गंभीर और जीवन के लिए घातक जटिलताएं पैदा कर सकते हैं। (और पढ़ें - घाव भरने के उपाय)
फोड़े फुंसी क्या है - What is Abscess in Hindiफोड़े फुंसी क्या है? फोड़ा या फुंसी त्वचा पर बनने वाली एक गांठ होती है, जिसके चारों तरफ का क्षेत्र गुलाबी या गहरे लाल रंग का हो जाता है। फोड़े फुंसी को अक्सर छूने से आसानी से पता चल जाता है। ज्यादातर मामलों में फोड़े फुंसी बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होते हैं। (और पढ़ें - गले की गांठ की दवा) फोड़े फुंसी के प्रकार - Types of Abscess in Hindiफोड़े फुंसी कितने प्रकार के होते हैं? फोड़े व फुंसी के कई अलग-अलग प्रकार होते हैं, जैसे:
(और पढ़ें - योनी में फुंसी का इलाज) फोड़े फुंसी के लक्षण - Abscess Symptoms in Hindiफोड़े फुंसी के लक्षण क्या हैं? फोड़ा या फुंसी त्वचा पर आमतौर पर एक उभार या गांठ की तरह होता है, जो पिम्पल के जैसा दिखता है। हालांकि यह समय के साथ-साथ बढ़ता रहता है और मवाद से भरी एक सिस्ट बन जाता है। शरीर के अंदर फोड़े फुंसी से होने वाले कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
(और पढ़ें - कब्ज से छुटकारा पाने का तरीका) फोड़े फुंसी के कारण के आधार पर इसके कुछ अन्य लक्षण भी विकसित हो सकते हैं, जैसे:
(और पढ़ें - बुखार में क्या खाना चाहिए) डॉक्टर को कब दिखाएं? निम्नलिखित स्थितियों में जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए:
(और पढ़ें - पैरों में सूजन के घरेलू उपाय) फोड़े फुंसी के कारण व जोखिम कारक - Abscess Causes & Risk Factors in Hindiफोड़े फुंसी क्यों होते है? ज्यादातर प्रकार के फोड़े व फुंसी बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होते हैं। जब बैक्टीरिया आपके शरीर के अंदर जाता है, तो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण से लड़ने वाली सफेद रक्त कोशिकाओं को प्रभावित क्षेत्र में भेजती हैं। जैसे ही सफेद रक्त कोशिकाएं बैक्टीरिया पर अटैक करती हैं तो उनके साथ-साथ आस पास के कुछ ऊतक भी नष्ट हो जाते हैं। जहां से ऊतक नष्ट होते हैं वहां पर खाली जगह बन जाती है और पस से भर जाती है। पस में नष्ट हुए ऊतक, सफेद रक्त कोशिकाएं और बैक्टीरिया होते हैं। यदि संक्रमण लगातार बढ़ता रहता है तो पस भी लगातार बढ़ता रहता है। ऐसे में फोड़े फुंसी का आकार बढ़ जाता है और दर्द भी अधिक होता है। पेट के अंदर विकसित होने वाला फोड़ा या फुंसी किसी ऐसे इन्फेक्शन के कारण होता है जो ऊतकों की गहराई तक पहुंच जाता है। ऐसा आमतौर पर निम्नलिखित कारणों से होता है:
इसके अलावा कुछ प्रकार के वायरस, फंगी व अन्य परजीवियों के कारण भी फोड़े फुंसी हो सकते हैं। फोड़े फुंसी होने का खतरा कब बढ़ता है? कुछ स्थितियों में आपको फोड़े फुंसी होने का खतरा बढ़ जाता है, जैसे:
(और पढ़ें - एचआईवी टेस्ट क्या है) फोड़े फुंसी से बचाव - Prevention of Abscess in Hindiफोड़े फुंसी से बचाव कैसे करें? फोड़ा या फुंसी न हो इसके लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
(और पढ़ें - धूम्रपान छोड़ने के उपाय) फोड़े फुंसी का परीक्षण - Diagnosis of Abscess in Hindiफोड़े फुंसी की जांच कैसे करें? यदि आपको फुंसी या फोड़ा हो गया है, तो आपको डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए। यदि आपकी त्वचा पर कोई फोड़ा बना है, तो डॉक्टर सबसे पहले प्रभावित क्षेत्र की जांच करेंगे। फोड़े फुंसी की जगह के अनुसार जांच के लिए आपके निम्नलिखित टेस्ट किए जा सकते हैं:
(और पढ़ें - लैब टेस्ट क्या है) फोड़े फुंसी का इलाज - Abscess Treatment in Hindiफोड़े फुंसी का इलाज कैसे करें? छोटे मोटे फोड़े व फुंसी आदि का इलाज करवाने की आवश्यकता नहीं पड़ती, कुछ निश्चित समय के बाद उनका मवाद निकल जाता है और वे अपने आप ठीक होने लग जाते हैं। गर्म सिकाई करने से इनके ठीक होने की गति और बढ़ जाती है। चीरा देकर पस निकालना: (और पढ़ें - चोट की सूजन का इलाज) प्रभावित क्षेत्र पर किसी एंटीसेप्टिक घोल को लगाया जाता है और उसे किसी स्वच्छ तौलिए से ढक कर रखा जाता है। जिन लोगों को काफी बड़े आकार का फोड़ा होता है या उससे अत्यधिक दर्द हो रहा है, तो ऐसे में पस निकालने के दौरान मरीज को बेहोशी की दवा दी जाती है। फोड़े फुंसी से पस निकालने के लिए डॉक्टर सिर्फ छोटा सा चीरा या छेद करते हैं। जब सारा मवाद निकल जाता है तो डॉक्टर दस्ताने पहन कर उंगली के साथ फोड़े को धीरे-धीरे चारों तरफ से दबाते हैं जिससे फोड़े के अंदर की सारी सामग्री निकल जाती है। उसके बाद फोड़े को स्टेराइल (किटाणु रहित) द्रव से धोया जाता है। उसके बाद खाली फोड़े में रुई का टुकड़ा भर दिया जाता है। इस रुई के टुकड़े को 24 से 48 घंटों के बाद निकाल दिया जाता है। प्रभावित क्षेत्र की गर्म सिकाई करने से सूजन जल्दी ठीक होने लग जाती है। फोड़े से द्रव निकाल देने के तुरंत बाद ही ज्यादातर लोगों को अच्छा महसूस होने लगता है। दवाएं:
कुछ प्रतिरोधी मामलों में निम्न दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है:
(और पढ़ें - सिकाई करने के फायदे) फोड़े फुंसी की जटिलताएं - Abscess Complications in Hindiफोड़े फुंसी से क्या समस्याएं होती हैं? पहले 2 दिन के बाद फोड़े फुंसी से थोड़ा बहुत मवाद आता है या बिलकुल नहीं आता। आमतौर पर सभी प्रकार के फोड़े फुंसी 10 से 14 दिनों तक ठीक हो जाते हैं। यदि फोड़े फुंसी का समय पर इलाज ना किया जाए, तो फोड़ा बढ़ सकता है और गहरे ऊतकों तक पहुंच सकता है। ऐसे में सिस्टमिक इन्फेक्शन या अन्य जीवन के लिए घातक स्थितियां पैदा हो जाती है। फोड़े फुंसी से निम्नलिखित जटिलताएं हो सकती हैं:
(और पढ़ें - घाव का उपचार) क्या फोड़े फुंसी अपने आप ठीक हो जाते हैं? - Do Abscesses Go Away by Themselves in Hindi?ज्यादातर फोड़े-फुंसियां हानिकारक नहीं होती हैं और बिना उपचार के ठीक हो जाती हैं। मामूली फोड़े को ठीक करने के लिए क्रीम और दवाइयों का इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, कभी-कभी इन्हें ठीक करना मुश्किल हो जाता है, जिसके लिए इन्हें सूखना जरूरी हो जाता है। क्या फोड़े फुंसी को बिना इलाज के छोड़ा जा सकता है? - Can an Abscess be Left Untreated in Hindi?अगर शरीर पर मौजूद किसी भी फोड़े-फुंसी को बिना इलाज के छोड़ दिया जाए, तो ये कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। यहां तक कि जीवन के लिए गंभीर खतरा तक पैदा कर सकता है। संदर्भ
फोड़े फुंसी की दवा - Medicines for Abscess in Hindiफोड़े फुंसी के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है। Showing 1 to 10 of 257 entries फोड़े फुंसी की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Abscess in Hindiफोड़े फुंसी के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है। Showing 1 to 0 of 8 entries
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फोड़ा सुखाने की टेबलेट कौन सी है?क्लेफ्ट 10एमजी टैबलेट (Cleft 10Mg Tablet) के विकल्प क्या हैं?. रुमालेफ 10एमजी टैबलेट (Rumalef 10Mg Tablet) ... . लेफरोन 10एमजी टैबलेट (Lefron 10Mg Tablet) ... . लेफ्नो 10एमजी टैबलेट (Lefno 10Mg Tablet) ... . लेफूमीड 10एमजी टैबलेट (Lefumide 10Mg Tablet) ... . लेफ्रा 10एमजी टैबलेट (Lefra 10Mg Tablet) ... . अरावा 10एमजी टैबलेट (Arava 10Mg Tablet). फोड़ा कितने दिन में ठीक हो जाता है?ज्यादातर मामलों में, फोड़ा अपने आप फट जाता है और मवाद निकल जाता है। ऐसा होने में दो दिन से तीन सप्ताह तक लग सकते हैं। नासूर - फोड़े का एक संग्रह है जो त्वचा के नीचे बाल कूप के एक समूह में विकसित होता है। यदि आपको नासूर हो गया है, तो आपको उच्च तापमान जैसे दूसरे लक्षण हो सकते हैं और आप कमजोरी और थकावट महसूस कर सकते हैं।
फोड़ा होने पर क्या लगाना चाहिए?फोड़े-फुंसी का इलाज करने के लिए एलोवेरा जेल काफी प्रभावी हो सकता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जो फोड़े-फुंसी में होने वाली सूजन को कम कर सकता है. इसका इस्तेमाल करने के लिए एलोवेरा जेल में हल्दी मिक्स करके पीस लें. इससे फोड़े-फुंसी का इलाज किया जा सकता है.
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