Question 1. Answer: (c) छाती पर जख्मों के निशान थे। Question 2. Answer: (b) बाज ने चीख मारी। Question 3. Answer: (c) उससे बहुत डरता था Question 4. Answer: (a) पूरी तरह नष्ट होना। Question 5. Answer: (c) नदी में जा
गिरा। Question 6. Answer: (b) साँप। Question 7. Answer: (d) गाने की आवाज। Question 8. Answer: (d) बाज अपने जीवन से संतुष्ट था। Question 9. Answer: (c) बाज को अँधेरी गुफा की सीलन और दुर्गन्ध पसन्द नहीं थी। Question 10. Answer: (b) आकाश में रखे खजाने का रहस्य जानने के लिए। Question 11. Answer: (a) बाज साहसी, प्राणों की बाजी लगाने वाला बहादुर, निडर था Question 12. Answer: (c) बाज साँप का शत्रु है। घायल होने के कारण| वह उसे हानि नहीं पहुँचा सकता था। Question 13. Answer: (c) अंधेरी गुफा में रहता था। Question 14. Answer: (a) खून से लथपथ गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (1) बाज में एक नयी आशा जग उठी। वह दूने उत्साह से अपने घायल शरीर को घसीटता हुआ चट्टान के किनारे तक खींच लाया। खुले आकाश को देखकर उसकी आँखें चमक उठीं। उसने एक गहरी, लंबी सांस ली। और अपने पंख फैलाकर हवा में कूद पड़ा। किंतु उसके टूटे पंखों में इतनी शक्ति नहीं थी कि उसके शरीर का बोझ सँभाल सके। पत्थर-सा उसका शरीर लुढ़कता हुआ नदी में जा गिरा। एक लहर ने उठकर उसके पंखों पर जमे खून को धो दिया, उसके थके-माँदे शरीर को सफेद फेन से ढक दिया, फिर अपनी गोद में समेटकर उसे अपने साथ सागर की ओर ले चली । Question 1. Answer: (c) वाज अपने घायल शरीर को घसीटता हुआ चट्टान के किनारे तक ले आया। Question 2. Answer: (a) बाज की आँखों में चमक जाग उटी। Question 3. Answer: (d) पंख टूटे होने के कारण बाज शरीर का बोझ नहीं सँभाल सका और हवा में कूदने पर शरीर लुढ़कता हुआ नदी में जा गिरा। Question 4. Answer: (b) लहर ने वाज के पंखों पर जमा खून धोकर उसके थके-माँद शरीर को सफेद फेन से ढका और उसे गोद में समेटकर सागर तक पहुँचा दिया। Question 5. Answer: (c) विशेषण। (2) पक्षी भी कितने मूर्ख हैं! धरती के सुख से अनजान रहकर आकाश की ऊँचाइयों को नापना चाहते थे। किंतु अब मैंने जान लिया कि आकाश में कुछ नहीं रखा। केवल ढेर-सी रोशनी के सिवा वहाँ कुछ भी नहीं, शरीर को सँभालने के लिए कोई स्थान नहीं, कोई सहारा नहीं। फिर वे पक्षी किस बूते पर इतनी डींगें हॉकते हैं, किसलिए धरती के प्राणियों को इतना छोटा समझते हैं। अब मैं कभी धोखा नहीं खाऊँगा, मैंने आकाश देख लिया और खूब देख लिया। बाज तो बड़ी-बड़ी बातें बनाता था, आकाश के गुण गाते थकता नहीं था। उसी की बातों में आकर मैं आकाश में कूदा था। ईश्वर भला करे, मरते-मरते वच गया। अब तो मेरी यह बात और भी पक्की हो गई है कि अपनी खोखल से बड़ा सुख और कहीं नहीं है। धरती पर रेंग लेता हूँ, मेरे लिए यह बहुत कुछ है। मुझे आकाश की स्वच्छंदता से क्या लेना-देना? न वहाँ छत है, न दीवारें हैं, न रेंगने के लिए जमीन है। मेरा तो सिर चकराने लगता है। दिल कॉप-काँप जाता है। अपने प्राणों को खतरे में डालना कहाँ की चतुराई है?” Question 1. Answer: (d) आकाश में ढेर सारी रोशना है, पर शरीर को सँभालने के लिए स्थान या सहारा नहीं है। Question 2. Answer: (c) साँप बाज की बातों में आकर कूदा था Question 3. Answer: (a) अपनी खोखल से बड़ा सुख कहीं भी नहीं। Question 4. Answer: (c) क्योंकि वहाँ रेंगने के लिए न छत है, न दीवारें। Question 5. Answer: (b) अपने जीवन को खतरे में डालना। (3) हमारा यह गीत उन साहसी लोगों के लिए है ,जो अपने प्राणों को हथेली पर रखे हुए घूमते हैं। चतुर वही है जो प्राणों की बाजी लगाकर जिन्दगी के हर खतरे का बहादुरी से सामना करे। ओ निडर बाज! शत्रुओं से लड़ते हुए तुमने अपना कीमती रक्त बहाया है। पर वह समय दूर नहीं है, जब तुम्हारे खून की एक-एक बूंद जिन्दगी के अँधेरे में प्रकाश फैलाएगी और साहसी, बहादुर दिलों में स्वतंत्रता और प्रकाश के लिए प्रेम पैदा करेगी। तुमने अपना जीवन वलिदान कर दिया किन्तु फिर भी तुम अमर हो। जब कभी साहस और वीरता के गीत गाए जाएँगे, तुम्हारा नाम बड़े गर्व और श्रद्धा से लिया जाएगा। Question 1. Answer: (b) बाज को। Question 2. Answer: (d) उसने शत्रुओं से लड़ते हुए अपना कीमती रक्त बहाया था। Question 3. Answer: (a) क्योंकि उसने साहस और वीरता का काम किया। Question 4. Answer: (c) जो मृत्यु से भी नहीं डरते। Question 5. Answer: (b) मन में जरा-सा भी डर न होना। बाज को निडर क्यों कहा गया है?बाज में एक नयी आशा जग उठी। वह दूने उत्साह से अपने घायल शरीर को घसीटता हुआ चट्टान के किनारे तक खींच लाया। खुले आकाश को देखकर उसकी आँखें चमक उठीं।
बाज के मरने के बाद साँप बेचैन क्यों हो गया?प्रश्न 6: बाज के मरने के बाद साँप बेचैन क्यों हो गया? उत्तर: बाज के मरने के बाद साँप यह सोचकर बेचैन हो गया कि आखिर आकाश की असीम शून्यता में ऐसा कौन-सा आकर्षण छिपा है, जिसके लिए बाज ने अपने प्राण गँवा दिए? वहाँ कौन-सा खजाना रखा है? प्रश्न 7: लहरों द्वारा गाया जाने वाला गीत किसके लिए था?
ख बाज अपने जीवन से क्यों संतुष्ट था?घायल होने के बाद भी बाज ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उसने अपनी ज़िंदगी को भरपूर भोगा। वह असीम आकाश में जी भरकर उड़ान भर चुका था। जब तक उसके शरीर में ताकत रही तब तक ऐसा कोई सुख नहीं बचा जिसे उसने न भोगा हो। वह अपने जीवन से पूर्णतः संतुष्ट था।
बाज की चीख में क्या छिपी थी?एक दिन एकाएक आकाश में उड़ता हुआ खून से लथपथ एक बाज साँप की उस गुफा में आ गिरा। उसकी छाती पर कितने ही ज़ख्मों के निशान थे, पंख खून से सने थे और वह अधमरा-सा ज़ोर-शोर से हाँफ रहा था। ज़मीन पर गिरते ही उसने एक दर्द भरी चीख मारी और पंखों को फड़फड़ाता हुआ धरती पर लोटने लगा। डर से साँप अपने कोने में सिकुड़ गया।
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