भारत में सरसों का सबसे बड़ा उत्पादक कौन सा है? - bhaarat mein sarason ka sabase bada utpaadak kaun sa hai?

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।

भारत में सबसे बड़ा सरसों उत्पादक राज्य राजस्थान है उसके बाद मध्य प्रदेश और हरियाणा राजस्थान और मध्य प्रदेश हरियाणा

bharat mein sabse bada sarso utpadak rajya rajasthan hai uske baad madhya pradesh aur haryana rajasthan aur madhya pradesh haryana

भारत में सबसे बड़ा सरसों उत्पादक राज्य राजस्थान है उसके बाद मध्य प्रदेश और हरियाणा राजस्था

  146      

भारत में सरसों का सबसे बड़ा उत्पादक कौन सा है? - bhaarat mein sarason ka sabase bada utpaadak kaun sa hai?
 4947

भारत में सरसों का सबसे बड़ा उत्पादक कौन सा है? - bhaarat mein sarason ka sabase bada utpaadak kaun sa hai?

भारत में सरसों का सबसे बड़ा उत्पादक कौन सा है? - bhaarat mein sarason ka sabase bada utpaadak kaun sa hai?

भारत में सरसों का सबसे बड़ा उत्पादक कौन सा है? - bhaarat mein sarason ka sabase bada utpaadak kaun sa hai?

भारत में सरसों का सबसे बड़ा उत्पादक कौन सा है? - bhaarat mein sarason ka sabase bada utpaadak kaun sa hai?

This Question Also Answers:

Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!

Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc.  

नई दिल्ली: सरसों का तेल (Mustard Oil) तो आप यूज करते ही होंगे। उत्तर भारत (North India) और पूर्वी एवं पूर्वोत्तर भारत (East & Northeast India) में खाना बनाने के लिए अधिकतर सरसों तेल का ही उपयोग होता है। सरसों तेल खाने में भले ही उत्तर भारतीय और पूर्वी भारत के लोग आग हैं, लेकिन आपको पता है कि सरसों उगाने (Mustard Cultivation) में कहां के किसान आगे हैं?

गुजरात के किसान हैं सबसे आगे
यूं तो सरसों की खेती में देश के सभी राज्यों से आगे राजस्थान है। वहां देश का करीब 40 फीसदी सरसों पैदा किया जाता है। लेकिन जब बात प्रति हैक्टेअर उत्पादन की होती है तो इसमें गुजरात आगे है। सेंट्रल आर्गनाइजेशन फोर ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड (COOIT) से मिले आंकड़े के मुताबिक गुजरात के किसान हर हैक्टेअर 1910 किलो सरसों उगाते हैं। राजस्थान में प्रति हैक्टेअर औसत उत्पादन 1461 किलो का है।

सबसे ज्यादा रकबा राजस्थान में
राजस्थान में सरसों का सबसे ज्यादा उत्पादन इसलिए होता है, क्योंकि वहां सबसे ज्यादा रकबे में सरसों की खेती की जाती है। सरसों के फसल वर्ष 2021—22 के दौरान राजस्थान के 33.87 लाख हैक्टेअर क्षेत्र में सरसों की खेती की गई। इतन क्षेत्र में वहां इस साल 49.50 लाख टन सरसों का उत्पादन हो रहा है।

सरसों पैदा करने में तीसरे नंबर पर है यूपी
मतदाताओं के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी सरसों का खूब उत्पादन होता है। इस साल यूपी के 10.17 लाख हैक्टेअर क्षेत्र में सरसों की खेती हुई। इस राज्य में सरसों का प्रति हैक्टेअर औसत उत्पादन 1461 किलो है। इस हिसाब से चालू फसल वर्ष के दौरान यूपी में 15 लाख टन सरसों का उत्पादन हो रहा है।

मध्य प्रदेश है तीसरे स्थान पर
सरसों पैदा करने में मध्य प्रदेश भी कोई पीछे नहीं है। इस साल मध्य प्रदेश में 12.50 लाख टन सरसों की पैदावार हो रही है। एमपी में इस साल 11.72 लाख हैक्टेअर रकबे में सरसों की खेती हो रही है। इस रकबे में औसतन प्रति हैक्टेअर 1070 किलो सरसों की उपज होगी। उत्पादन के हिसाब से यूपी का स्थान तीसरा है।

पंजाब और हरियाणा में भी खूब पैदा होता है सरसों
गेहू के उत्पादन में रेकार्ड बनाने वाले पंजाब और हरियाणा में सरसों भी खूब पैदा होता है। वहां प्रति हैक्टेअर औसतन 1400 किलो सरसों पैदा होता है। इस साल दोनों राज्यों को मिला कर 8.21 लाख हैक्टेअर क्षेत्र में सरसों की बुवाई हुई है। इसमें 11.50 लाख टन सरसों पैदा होने की उम्मीद है।

इस साल हो रहा है सरसों का रिकार्ड उत्पादन
COOIT के अध्यक्ष सुरेश नागपाल के मुताबिक रबी फसल में इस साल कुल 111 लाख टन सरसों का उत्पादन हो रहा है। यह अब तक का रिकार्ड उत्पादन है। इसमें रेपसीड या तोरिया के दो लाख टन के उत्पादन को शामिल नहीं किया गया है। पिछले साल इसी रबी सीजन में 85 लाख टन सरसों का उत्पादन हुआ था। मतलब इस साल 26 लाख टन सरसों ज्यादा पैदा हो रहा है। इससे न सिर्फ किसानों की आमदनी बढ़ेगी बल्कि सरसों के तेल का दाम भी घटना तय है।

Explanation : भारत का सबसे बड़ा सरसों उत्पादक राज्य राजस्थान है। यहां वर्ष 2021 में 35 लाख टन सरसों उत्पादन की उम्मीद है। जबकि उत्तर प्रदेश में 15 लाख टन, पश्चिम बंगाल में 5 लाख टन, गुजरात में 4 लाख टन उत्पादन की उम्मीद है। पंजाब एवं हरियाणा में 10.5 लाख टन उत्पादन का अनुमान है। सेंटल ऑर्गेनाइजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड (सीओओआईटी) के मुताबिक, यह 2019-20 के रबी सीजन के 75 लाख टन उत्पादन से 20% ज्यादा है।....अगला सवाल पढ़े

Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams

भारत का सबसे बड़ा सरसों उत्पादक राज्य कौन सा है?

वर्तमान में राजस्थान सरसों उत्पादन में भारत में प्रथम स्थान प्राप्त कर रहा है। भारत में सरसों के कुल उत्पादन में हिस्सेदारी 46.06% है। राजस्थान में 2019-2020 में लगभग 4202 हजार टन सरसों का उत्पादन होता है।

सरसों तेल का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन सा है?

राजस्थान है देश का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य सरसों राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है. राजस्थान देश का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है. वर्ष 2021-22 के रबी सत्र के दौरान सरसों का उत्पादन बढ़कर 49.50 लाख टन होने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष 35 लाख टन था.

सरसों उत्पादन में कौन सा राज्य प्रथम है?

देश के पांच प्रमुख सरसों उत्पादक राज्यों में राजस्थान का स्थान प्रथम हैं, जिसकी देश के कुल सरसों उत्पादन में 46.06 प्रतिशत भागीदारी है। वर्ष 2021-22 के लिए भारत सरकार द्वारा सरसों का एमएसपी 4650 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था।

सरसों की खेती सबसे ज्यादा कहाँ होती है?

भारत वर्ष में क्षेत्रफल की दृष्टि से इसकी खेती प्रमुखता से राजस्थान, मध्यप्रदेश, यूपी, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, आसाम, झारखंड़, बिहार एवं पंजाब में की जाती है। जबकि उत्पादकता (1721 किलो प्रति हे.) की दृष्टि से हरियाणा प्रथम स्थान पर है।