भारत में नई राष्ट्रीय जनसँख्या नीति कब घोषित की गई थी?... Show चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। नमस्कार आप उसने कहा कि नहीं राष्ट्रीय जनसंख्या नीति कब घोषित की गई थी तो देखी सच बात है भारत की नई जनसंख्या नीति घोषित की गई थी वह की की थी 1976 में नई राष्ट्रीय जनसंख्या नीति घोषित की गई थी Romanized Version 1 जवाब Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! भारत में जनसंख्या संबंधी समस्याओं के समाधान और जनसंख्या नियंत्रण को प्रभावशाली तरीके से निर्मित करने के लिए प्रयास प्रारंभ हो गया था। 1948 में ही भारत सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय प्रतिबद्धता की घोषणा की और 1951 में इसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों में शामिल कर लिया गया। प्रथम पंचवर्षीय योजना में परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत 65,00,000 रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा गया था, जो 10वीं योजना
में बढ़कर 26126 करोड रुपए हो गया। भारत की जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रमों के अंतर्गत बहु-स्तरीय नीति अपनाई गई, इसमें जागरूकता कार्यक्रम, परिवार कल्याण केंद्र द्वारा निशुल्क गर्भनिरोधक की आपूर्ति, शल्य क्रियाओं के उपयोग द्वारा जनसंख्या नियंत्रण तथा गरीब दंपत्ति को वित्तीय प्रोत्साहन एवं सहायता और इसके लिए WHO & यूनिसेफ जैसी संस्थाओं का सहयोग लिया गया। इसके अंतर्गत तीन मुख्य उद्देश्य हैं :
इस नीति के अंतर्गत 16 प्रोत्साहन के कार्यक्रम भी सम्मानित किए गए तथा राष्ट्रीय सामाजिक जनांकिकी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कई उपाय सुझाए गए। निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा जैसे सुझाव भी दिए गए। योजना आयोग के अनुसार ही देश का लगभग 1.9 प्रतिशत जनसंख्या भुखमरी की शिकार है। इस तरह जनसंख्या से संबंधित कई समस्याएं भारत में व्यापक स्तर पर बनी हुई है, जो एक और जनसंख्या विस्फोटक का परिणाम है, वही साथ ही इतनी बड़ी जनसंख्या को संसाधन के रूप में परिवर्तित न कर पाने की असफलता का प्रतीक है। इन समस्याओं के साथ ही सामाजिक पिछड़ापन, रूढ़िवादिता, अंधविश्वास, निरक्षरता, जागरूकता का अभाव आदि समस्याएं बनी हुई है, जो एक बड़ी चुनौती है। एक कुशल बड़ी जनसंख्या पर्यावरण निम्नीकरण का भी कारण होती है। क्योंकि बड़ी जनसंख्या के लिए विभिन्न सुविधाओं का विकास जैसे आवासीय समस्या का समाधान, परिवहन सुविधाएं, औद्योगिक विकास जैसे कार्यों के लिए प्राकृतिक संसाधनों का उचित एवं अनुचित दोहन किया जाता है जो पर्यावरणीय समस्या उत्पन्न करती है। इस तरह भारत की जनसंख्या कई समस्याओं से ग्रसित है। अतः जनसंख्या नियंत्रण के प्रभावशाली उपायों के साथ ही वर्तमान जनसंख्या का उचित प्रबंधन एवं समाधान के रूप में परिवर्तन आवश्यक है।
भारत में प्रथम राष्ट्रीय जनसंख्या नीति कब लागू हुई?साल 1976 में देश की पहली जनसंख्या नीति की घोषणा की गई, बाद में 1981 में इस जनसंख्या नीति में कुछ संशोधन भी किए गए। इस जनसंख्या नीति के तहत जन्म दर तथा जनसंख्या वृद्धि में कमी लाना, विवाह की न्यूनतम आयु में वृद्धि करना, परिवार नियोजन को प्रोत्साहित करना और महिला शिक्षा पर विशेष जोर देने का लक्ष्य रखा गया था।
राष्ट्रीय जनसंख्या नीति कब घोषित की गई?Rashtriya Jansankhya Neeti Ki Ghoshna Kab Hui
फरवरी 2000 में सरकार ने राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 की घोषणा की।
भारत की दूसरी राष्ट्रीय जनसंख्या नीति कब लागू हुई?7.8 राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर वर्ष 2041 तक की जनसंख्या और उसकी आयु संरचना का अनुमान किया गया है। इसकी प्रविधि को बॉक्स 1 में दर्शाया गया है। ऐसा किए जाने का उद्देश्य 22 मुख्य राज्यों जिनमें वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या का 98.4 प्रतिशत निवास करता है, का विश्लेषण किया जाना है।
राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 क्या है?राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, 2000:
इस नीति का उद्देश्य कुल प्रजनकता को प्रतिस्थापन स्तर यानी 2 बच्चे प्रति जोड़ा तक लाना है जो इसका मध्य-सत्रीय लक्ष्य है। वर्ष 2045 तक जनसंख्या को स्थिर करना इसका दूरवर्ती लक्ष्य था।
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