अपनी पसंद के खाने पीने की चीज़ें देखकर हमेशा हमारी जीभ लपलपाती रहती है. पेट भरा होने पर भी मन ललचाता रहता है और हम सामने रखा खाना तुरंत खा लेते हैं. हमारे मुंह में जो खाना हम डालते हैं वह हमारे भूख आखिर मिटाता कैसे है? मुंह में एक कौर डालते ही उसके साथ क्या क्या होता है? हमारा पाचन तंत्र बड़े गज़ब तरीके से डिज़ाइन हुआ तंत्र है जो खाने को
पोषक तत्वों में बदलने में माहिर है. हमारा शरीर इन्ही पोषक तत्वों से एनर्जी लेकर अपना काम करता है. मुंह गला एसोफेगस पेट से जुड़ने से ठीक पहले एक हाई प्रेशर वाल्व होता है जिसे स्पिन्क्टर कहते हैं. यह वाल्व बिलकुल किसी मशीन में लगे वाल्व जैसा होता है. यह पेट तक खाना पहुँचाने में तोह मदद करता ही है बल्कि यह भी ध्यान रखता है की खाना वापस ना आ जाए. पेट
छोटी आंत छोटी आंत में बाइल नाम का तत्व हमारे खाने से एक्स्ट्रा फैट निकाल बहार करता है और खून से कचरा भी अलग कर देता है. डुडेनम अभी भी कहानी को बारीक करने का काम करता रहता है और जेजुनम और ईलम से उसमें मौजूद पोषक तत्व खून के ज़रिये शरीर को मिलते हैं. पेट और छोटी आंत अकेले ही खाना नहीं पचा पाते हैं. उनकी मदद करते हैं ये तीन छोटे लेकिन बेहद ज़रूरी ऑर्गन - पैंक्रियास - यह छोटी आंत मैं कुछ एंजाइम छोड़ता है. यह एंजाइम खाने से प्रोटीन, फैट और कार्बोहायड्रेट खींचकर शरीर को देने में मदद करते हैं. लीवर- लीवर के बहुत सारे काम हैं लेकिन दो सबसे बड़े और ज़रूरी काम जो यह शरीर के लिए करता है वह हैं - बाइल छोड़ना और उस खून को साफ़ करना जो सब पोषक तत्व लेने के बाद छोटी आंत से निकलता है. गॉलब्लैडर- यह ऑर्गन लिवर के ठीक नीचे लगा एक छोटा सा टैंक है जो बाइल इकठ्ठा करता है. बाइल लिवर में बनता है और उसके बाद अगर उसे इकठ्ठा करने की ज़रूरत पड़े तो सिस्टिक डक्ट के ज़रिये गारब्लैडर तक पहुंच जाता है. खाना खाने वक़्त, गॉलब्लेडर सिकुड़ता है और छोटी आंत में बाइल पहुंचता रहता है. एक बार जब पोषक तत्व खाने से निकाल लिए जाते हैं तो बाकी बचा हुआ तरल और ठोस छोटी आंत से बड़ी आंत में पहुंच जाता है.
बड़ी आंत सिकुड़ते- बढ़ते हुए बड़ी आंत छोटी आंत से छोड़े गए कचरे को पहले पानी के रूप में और फिर ठोस रूप में अलग करती है. इसके बाद यह पूरा ठोस एस कोलोन में जमा होता है जब तक कि दिन में एक या दो बार यह खली न हो जाए. आम तौर पर खाने को कोलोन तक पहुंचने में 36 घंटे लगते हैं. जो कुछ बैक्टीरिया या कचरा बचता है वह जब बड़ी आंत भर जाती है तब वह यह सब रेक्टम में शिफ्ट कर देती है. रेक्टम में इस ठोस कचरे को बाहर निकालने का काम होता है. रेक्टम ऐनस ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| FIRST PUBLISHED : July 11, 2019, 13:13 IST |