आंख में नाखूना का क्या इलाज है? - aankh mein naakhoona ka kya ilaaj hai?

आंखों से जुड़ी ऐसी कई समस्याएं हैं जो शुरुआत में तकलीफ नहीं देतीं लेकिन धीरे-धीरे गंभीर रोगों का कारण बनती हैं। ऐसा ही एक रोग है नाखूना (टेरिजियम)। इसमें आंख के सफेद हिस्से और पारदर्शी पुतली के बीच में एक झिल्लीनुमा त्रिकोणाकार धब्बा बनने लगता है जो धीरे-धीरे बढ़ता है। जानते हैं इसके बारे में-

एमबीएस अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में एक मरीज का नई तकनीक से आंख के नाखूना (देरिजियम) का ऑपरेशन किया गया। असल में इस मरीज की दोनों आंखों के 4 ऑपरेशन पहले हो चुके थे, दोनों आंखों के मोतियाबिंद व नाखूना के ऑपरेशन के बावजूद इसे फिर से नाखूना की दिक्कत हुई और दृष्टि कमजोर होने लगी। मरीज को डायबिटिक रेटिनोपैथी भी है।

कंसुआ निवासी रामस्वरूप (50) ने गत दिनों एमबीएस अस्पताल में नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ. अशोक मीणा को दिखाया। जांच से पता चला कि दोनों ही आंखों में फिर से नाखूना की समस्या पैदा होने लगी है और एक आंख में तो री करंट डबल देरिजियम था। यानी इस आंख में नाखूना का फैलाव नाक और कान दोनों तरफ था, ऐसा लाखों में एक केस में होता है। सामान्य तौर पर नाखूना के ऑपरेशन में पर्दे पर आए मांस को हटा दिया जाता है और दोबारा नहीं हो, इसलिए आंख से ही टिश्यू लेकर ग्राफ्टिंग कर दी जाती है। इसमें एक बार ऐसा किया जा चुका था, दोबारा आंख से टिश्यू लेने जैसी अवस्था नहीं थी। ऐसे में इस मरीज का एमनियोटिक मेम्ब्रेन ग्राफ्टिंग तकनीक से ऑपरेशन किया गया। इसके लिए जयपुर से एमनियोटिक मेम्ब्रेन मंगवाई गई, यह मेम्ब्रेन इंसान के प्लैसेंटा से ही बनती है। एक आंख की सर्जरी के बाद मरीज को फिलहाल मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया है, अब कुछ समय बाद उसकी दूसरी आंख का ऑपरेशन होगा। इस तकनीक का उपयोग आम तौर पर केमिकल इंजरी, आंख के हीरे का घाव नहीं भरने जैसी स्थिति में ही किया जाता है। एमबीएस अस्पताल में पहली बार इस पद्धति से सर्जरी की गई है, क्योंकि यह प्रोसीजर सामान्य से महंगा होता है।

नाखूना एक गंभीर बीमारी है अगर आपको नहीं बताया तो यह आंखों का एक ऐसा रोग है जिसमें सफेद दिल्ली हमारे कोरिया की तरफ बढ़ने लगती है जिसकी वजह से आंखों में बहुत ज्यादा प्रॉब्लम होती है और आंखों में हमेशा दर्द रहने लगता है. इस आर्टिकल में हम आपको नाखूना दूर करने के लिए घरेलू उपाय बता रहे है, जिनको फॉलो करके आप नाखुना को दूर कर सकते है.

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Dr Pratyush Ranjan is a postgraduate in Ophthalmology from Vardhaman Mahavir Medical College and Safdarjung Hospital, New Delhi. He has been trained at Freeman Hospital, Newcastle, United Kingdom, All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), New Delhi and Sitapur Eye Hospital, Sitapur, Uttar Pradesh. He worked as Consultant Ophthalmologist & Medical Superintendent at National Society for the Prevention of Blindness - NSPB's Shaheed Bhagat Singh Eye Hospital for more than 2.5 years, under his leadership the hospital became the center which is doing highest number of cataract surgery in whole of western Uttar Pradesh (more than 15,000 cataract surgery annually).

आंखों में नाखूना रोग कैसे होता है?

यानी इस आंख में नाखूना का फैलाव नाक और कान दोनों तरफ था, ऐसा लाखों में एक केस में होता है। सामान्य तौर पर नाखूना के ऑपरेशन में पर्दे पर आए मांस को हटा दिया जाता है और दोबारा नहीं हो, इसलिए आंख से ही टिश्यू लेकर ग्राफ्टिंग कर दी जाती है। इसमें एक बार ऐसा किया जा चुका था, दोबारा आंख से टिश्यू लेने जैसी अवस्था नहीं थी।

नाखूना क्या होता है?

नाखून मनुष्यों के हाथ तथा पांव की अंगुलियों के आख़िरी हिस्से के ऊपरी भाग में एक ठोस कवचनुमा आवरण होता है। यह वानरों और कुछ अन्य स्तनपाइयों में भी विद्यमान होता है। अनेक जीवों में नाखून पंजों के समान होता है। यह एक कठोर प्रोटीन कॅराटिन से बना होता है पशुओं के सींग भी इसी पदार्थ के होते हैं।

आंखों पर मांस बढ़ने का क्या कारण है?

यह समस्या आंख की मांसपेशियों पर खराब नियंत्रण के कारण होती है, क्योंकि इन्हें तंत्रिकाओं के दोषपूर्ण संकेत मिलते हैं।

आंखों की गंदगी कैसे साफ करें?

दिन में हर थोड़ी देर के अंतराल पर आंखों को ठंडे पानी से धोना अच्छा रहता है. इससे आंखों में जमी धूल-मिट्टी भी निकल जाती है और उन्हें ठंडक भी मिलती है. आप चाहे तो ठंडे पानी का छिड़काव भी सीधा आंखों पर कर सकते हैं या फिर रूई को ठंडे पानी में डुबाकर आंखों को पौंछ सकते हैं.