Top 7 श्री सूक्त के कितने पाठ करना चाहिए 2022

ऋग्वेदोक्त श्रीसूक्त-पाठ (एक साधना, धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी जी की शीघ्र कृपा प्राप्ति के लिए)यह साधना ऋग्वेद में है । धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी जी की शीग्र कृपा प्राप्ति के लिए ऋग्वेद में वर्णित श्रीसूक्त का पाठ एक ऐसी साधना है जो कभी व्यर्थ नहीं जाती है ल महालक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए ही शास्त्रों में नवरात्रि, दीपावली, शुक्रवार या सामान्य दिनों में भी श्रीसूक्त के पाठ का महत्व और विधान बताया गया है। दरिद्रता और आर्थिंक तंगी से. छुटकारे के लिए यह अचूक प्रभावकारी माना जाता है

Top 1: श्री सूक्त पाठ कब व क्यों करें? - Speaking Tree Hindi

लेखक: hindi.speakingtree.in - 358 रेटिंग
विवरण: ऋग्वेदोक्त श्रीसूक्त-पाठ (एक साधना, धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी जी की शीघ्र कृपा प्राप्ति के लिए)यह साधना ऋग्वेद में है । धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी जी की शीग्र कृपा प्राप्ति के लिए ऋग्वेद में वर्णित श्रीसूक्त का पाठ एक ऐसी साधना है जो कभी व्यर्थ नहीं जाती है ल महालक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए ही शास्त्रों में नवरात्रि, दीपावली, शुक्रवार या सामान्य दिनों में भी श्रीसूक्त के पाठ का महत्व और विधान बताया गया है। दरिद्रता और आर्थिंक तंगी से. छुटकारे के लिए यह अचूक प्रभावकारी माना जाता है
मिलान खोज परिणाम: 22 नव॰ 2020 · अतः इसे शुद्ध पाठ के रुप में सीख लेना चाहिए। पुरश्चरण विधानः- श्रीसूक्त के पाठ ...22 नव॰ 2020 · अतः इसे शुद्ध पाठ के रुप में सीख लेना चाहिए। पुरश्चरण विधानः- श्रीसूक्त के पाठ ... ...

Top 2: श्रीसूक्त पाठ: जानें धन-सुख और एश्वर्य की प्राप्ति के लिए श्री सूक्त पाठ ...

लेखक: radheradheje.com - 264 रेटिंग
विवरण: श्रीसूक्त पाठ: जानें धन-सुख और एश्वर्य की प्राप्ति के लिए श्री सूक्त पाठ करने की विधि Skip to content. HOMEABOUT KRISHNAQUOTESGood MorningSuvicharBhagavad Gita QuotesMotivational QuotesHare Krishna QuotesShree Shani DevLord HanumanVastu Tips In HindiLord VishnuShree KrishnaLord GaneshaLord. RamaMaa DurgaNAVRATRIGooddes BrahmachariniGooddes ChandraghantaGooddes KaalratriGooddes KatyayaniGooddes KushmandaGooddes MahagauriGooddes ShailputriGooddes SiddhidaatriGooddes SkandmataEKADASHIAJA EKADASHIA
मिलान खोज परिणाम: 7 अप्रैल 2022 · यह साधना ऋग्वेद में है । धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी जी की शीग्र कृपा ...7 अप्रैल 2022 · यह साधना ऋग्वेद में है । धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी जी की शीग्र कृपा ... ...

Top 3: शुक्रवार की शाम इस तरह करें महालक्ष्मी श्री सूक्त का पाठ, कभी खाली नहीं ...

लेखक: abplive.com - 325 रेटिंग
विवरण: Friday Laxmi ji Path: शुक्रवार का दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित है. ये दिन मां काली और दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य का दिन भी माना जाता है. मान्यता है कि जिस घर में मां लक्ष्मी विराजमान होती हैं दरिद्रता कभी नहीं आती. देवी लक्ष्मी को मनाने के लिए जातक कई तरह के उपाय, पूजा-पाठ, टोटके करता है लेकिन कहते हैं जो व्यक्ति शुक्रवार के दिन अगर मां लक्ष्मी का श्री सूक्त पाठ कर लें तो दूर्भाग्य उससे कोसों दूर रहता है. आइए जानते हैं इस पाठ के लाभ और विधि.श्री. सूक्त पाठ के लाभधन की अधिष्ठात्री देवी म
मिलान खोज परिणाम: 15 जुल॰ 2022 · ऋग्वेद के अनुसार विधि विधान से श्री लक्ष्मी सूक्त का पाठ करने से इसका पूर्ण फल ...15 जुल॰ 2022 · ऋग्वेद के अनुसार विधि विधान से श्री लक्ष्मी सूक्त का पाठ करने से इसका पूर्ण फल ... ...

Top 4: श्री सूक्त का पाठ इस दिन करने से माता लक्ष्मी आयेंगी आपके घर || Shree ...

लेखक: newsheights.com - 226 रेटिंग
विवरण: श्री सूक्त का पाठ कैसे करें? जानिए… Shree Suktam Ka Paath Kaise Karen?. श्री सूक्त से लाभ॥ Benefits of Shree Sukta श्री लक्ष्मी की अराधना के लिए सर्वश्रेष्ण स्त्रोत्र ऋग्वेद में लिखित श्रीसूक्त है। यह श्री सूक्त (Shree Suktam in Hindi Arth Sahit) माता लक्ष्मी जी को अतिप्रिय है। जो नियमित रूप से श्रीसूक्त का पाठ करता है माता लक्ष्मी उस पर सदैन प्रसन्न रहती है और गरीबी को दूर करके धन, सम्पत्ति और वैभव प्रदान करती है।  श्री सूक्त के मंगलकारी मंत्रों का पाठ लक्ष्मी प्रप्ति के लिए अत्यन्त शुभ म
मिलान खोज परिणाम: 10 जन॰ 2022 · श्री सूक्त का पाठ हमेशा श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से लक्ष्मी जी बहुत जल्दी ...श्री सूक्त ॥ Shree... · श्री सूक्त का पाठ कैसे...10 जन॰ 2022 · श्री सूक्त का पाठ हमेशा श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से लक्ष्मी जी बहुत जल्दी ...श्री सूक्त ॥ Shree... · श्री सूक्त का पाठ कैसे... ...

Top 5: श्री सूक्त का पाठ कैसे करे ? सूक्त हिंदी अनुवाद सहित | Shri Suktam with ...

लेखक: karmkandbyanandpathak.com - 238 रेटिंग
विवरण: ॐ छत्रं चामरं मुकुट पादुके परिकल्पयामि |  यह मानसिकपूजा करने के बाद श्रीसूक्त का आरम्भ करे |  || श्री सूक्तम || ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्ण रजतस्रजाम् | | चंद्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह || 1 ||  हे देवो के प्रतिनिधि अग्निदेव, सुवर्ण जैसे वर्णवाली, दरिद्रता के विनाश करने में हरिणी के जैसी गतिवाली और. चपल, , सुवर्ण और चांदी की माला धारक चंद्र जैसे शीतल, पुष्टिकरी, सुवर्णस्वरूप, तेजस्वी, लक्ष्मीजी को मेरे यहाँ मेरे अभ्युदय के लिए लेके आईये | ॐ तां म आवह
मिलान खोज परिणाम: ... गाय के घी से यज्ञ करना चाहिए |. || श्रीसूक्त सम्पूर्णं ||. श्री सूक्त के कितने पाठ करे ?... गाय के घी से यज्ञ करना चाहिए |. || श्रीसूक्त सम्पूर्णं ||. श्री सूक्त के कितने पाठ करे ? ...

Top 6: श्री सूक्त - विकिपीडिया

लेखक: hi.wikipedia.org - 173 रेटिंग
विवरण: इन्हें भी देखें[संपादित करें]. बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें] राजा रवि वर्मा द्वारा चित्रित देवी लक्ष्मी का चित्रश्री सूक्तम् देवी लक्ष्मी की आराधना करने हेतु उनको समर्पित मंत्र हैं। इसे 'लक्ष्मी. सूक्तम्' भी कहते हैं। यह सूक्त, ऋग्वेद के खिलानि के अन्तर्गत आता है। इस सूक्त का पाठ धन-धान्य की अधिष्ठात्री, देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए किया जाता है। आन्ध्र प्रदेश के तिरुमल. वेंकटेश्वर मंदिर में 'वेंकटेश्वर के तिरुमंजनम्' के समय जो पञ्चसूक्तम का पाठ किया जाता है, उसमें श्रीसूक्तम भी सम्मिलित है
मिलान खोज परिणाम: इस सूक्त का पाठ धन-धान्य की अधिष्ठात्री, देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए किया जाता ...इस सूक्त का पाठ धन-धान्य की अधिष्ठात्री, देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए किया जाता ... ...

Top 7: श्रीसूक्तः साधना के आयाम— – "विनायक वास्तु टाईम्स"

लेखक: vinayakvaastutimes.wordpress.com - 377 रेटिंग
विवरण: श्रीसूक्तः साधना के आयाम—‘श्री-सूक्त’ में 15 ऋचाएँ है । यह सूक्त ऋग्वेद संहिता के अष्टक 4, अध्याय 4, वर्ण के अन्तिम मण्डल 5 के अन्त में ‘परिशिष्ट’ के रुप में आया है । इसी को ‘खिल-सूक्त’ भी कहते हैं । निरुक्त एवं शौनक आदि ने भी इसका उल्लेख किया है । ‘खिल′ शब्द का अर्थ है – ‘अन्य शाखा में अपेक्षावश पढ़े जाने वाला पाठ‘ । कहीं इस सूक्त को पदशिष्ट भी कहा गया है, जिसका तात्पर्य है – शौनक ने जिन मन्त्रों का पदपाठ नहीं किया है वह नीलकण्ठ ने अपनी व्याख्या में इस सूक्त के बारे में इसके. वेद-मूलक होने का वि
मिलान खोज परिणाम: 26 अप्रैल 2011 · अनेक आचार्यों ने श्रीसूक्त के नित्य 28,108 अथवा 1000 पाठ के विधान बतलाये हैं। एक दिन ...26 अप्रैल 2011 · अनेक आचार्यों ने श्रीसूक्त के नित्य 28,108 अथवा 1000 पाठ के विधान बतलाये हैं। एक दिन ... ...