टीवी में कौन सी दवा लेनी चाहिए? - teevee mein kaun see dava lenee chaahie?

परिचय

टीबी (

) के इलाज में आमतौर पर छः महीने का एन्टीबायोटिक (antibiotic) कोर्स शामिल होता है। एन्टीबायोटिक बैक्टीरिया को मारने का काम करते हैं।

टीबी एक गम्भीर समस्या है लेकिन ज्यादातर मामलों में सही इलाज से इसे ठीक किया जा सकता है।

यदि आपको फेफड़ों को प्रभावित करने वाली सक्रिय टीबी है तो आप तीन हफ़्तों तक संक्रमित रह सकते हैं। सक्रिय टीबी दूसरों में फैल सकता है। लैटेन्ट टीबी एक से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकता और ना ही उसके लक्षण दिखाई देते हैं। लेकिन यह सक्रिय टीबी में विकसित हो सकता है।

टीबी के इलाज के लिए ये चार एंटीबायोटिक आवश्यक हैं:

  • आइसोनायाज़िड (isoniazid)
  • रिफैम्पिसिन (rifampicin)
  • इथाम्बुटोल (ethambutol)
  • पाइरैजिनेमाइड (pyrazinamide)

अपने डॉक्टर के बताये अनुसार ही इन दवाओं को लीजिए। यदि आपको कोई परेशानी है या आप दवा की खुराक लेना भूल गए तो अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें। अगर आपने बहुत ज्यादा मात्रा में खुराक ले ली है तो तुरंत अस्पताल के आपातकालीन सेवा में जाइए।

एलर्जी और प्रतिक्रिया (Allergies and Reactions)

एंटीबायोटिक (antibiotics) से अनचाही प्रतिक्रिया का होना सम्भव है।यदि आपको किसी प्रकार के एलर्जी की प्रतिक्रिया का अनुभव होता है तो आपातकालीन सेवा में जाइए:

  • हीव्स (hives)
  • सांस लेने में समस्या
  • चेहरे या गले में सूजन

यदि आप त्वचा में किसी प्रतिक्रिया का अनुभव करते हैं तोआपातकालीन सेवा में तुरंत जाइए, इसके संभावित लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं।

  • तेज़ बुखार
  • गले में खराश
  • आंखों में जलन
  • त्वचा में दर्द
  • त्वचा पर लाल और बैंगनी चकत्ते जो फैलते हैं और फफोले और छिलने का कारण बनते हैं

अगर आप दवा की प्रतिक्रिया के किसी लक्षण का अनुभव करते हैं तो तुरंत आपातकालीन सेवा में जाइए, जैसे:

  • त्वचा पर चकत्ते
  • बुखार
  • गले में सूजन
  • फ्लू जैसे लक्षण
  • मांसपेशी में दर्द
  • गम्भीर कमज़ोरी
  • असमान्य चोट
  • आंख या त्वचा का पीला होना (jaundice)

इन एंटीबायोटिक (antibiotics) को लेने के कई हफ्ते बाद दवा की प्रतिक्रिया शरीर के कई हिस्सों पर असर डाल सकती है।

इथाम्बुटोल (ethambutol)

इथाम्बुटोल (ethambutol) टीबी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं में से एक है। यह सामान्य रूप से शुरुआती दो महीने के इलाज के दौरान दी जाती है। अगर आपको दृष्टि की कोई समस्या होती है तो सीधे अपने डॉक्टर को दिखाएं।

इथाम्बुटोल (ethambutol) लेने से पहले क्या जानना चाहिए

जब आप इथाम्बुटोल ले रहे हों तब आपके डॉक्टर ये देखने के लिए कि दवा की सही मात्रा आपके शरीर में है, कभी-कभार आपको खून की जांच लिख सकते हैं । इथाम्बुटोल लेने से पहले अपने डॉक्टर को यह बताना ज़रूरी है अगर आप :

  • गर्भवती हों या स्तनपान कराती हों
  • देखने में कोई समस्या होती हो
  • पहले रही हो
  • कोई अन्य दवा ले रहे हों जिसमें प्रिस्क्रिप्शन और बिना प्रिस्क्रिप्शन वाली दवा या हर्बल दवाएं शामिल हों
  • किसी दवा से एलर्जी हो
  • कोई अन्य मेडिकल समस्या हो

इस बात के कोई प्रमाण नहीं हैं कि इथाम्बुटोल गर्भावस्था के दौरान नुकसान पहुंचाता है, लेकिन यह ज़रूरी है कि आप अपने डॉक्टर को जरूर बताएं।

इथाम्बुटोल (ethambutol) के दुष्प्रभाव

इथाम्बुटोल से निम्न हो सकता है:

  • देखने में समस्या (वर्णान्धता, धुंधला दिखाई देना, हल्का-हल्का दिखाई देना)
  • जोड़ों की समस्या
  • नर्व की समस्या
  • गुर्दे की समस्या

अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाइए। यह संभावित दुष्प्रभावों की पूरी सूची नहीं है। यदि आपको लगता है यह दवाई किसी अन्य लक्षण का कारण बन रही है तो अपने डॉक्टर को दिखाएं।

आइसोनायाज़िड (Isoniazid)

आइसोनायाज़िड (isoniazid) एक एंटीबायोटिक है जिसका इस्तेमाल टीबी के इलाज में और असक्रिय TB (latent TB) को सक्रिय होने से रोकने के लिए किया जाता है। जब आइसोनायाज़िड को सक्रिय टीबी के इलाज के लिए इस्तेमाल करते हैं तब इसे अन्य दवाईयों के मिश्रण के साथ देते हैं।

आइसोनायाज़िड लेने से पहले क्या जानना चाहिए (What to know before taking isoniazid)

नर्व डैमेज (पेरिफेरल न्यूरोपैथी) को रोकने के लिए आइसोनियाजिड के साथ आपको

(पाइरिडोक्सीन) की खुराक दी जा सकती है।

कई बार आइसोनियाजिड लिवर समस्या का कारण बन सकता है। डॉक्टर आपका इलाज शुरू करने से पहले ये सुनिश्चित करने के लिए कि दवाई आपके लिए पूरी तरह सुरक्षित है, आपके लिवर फंक्शन की जांच कर सकता है और आपकी जांच आइसोनियाजिड लेते हुए भी हर महीने जारी रखी जा सकती है।

जब आप आइसोनियाजिड का सेवन कर रहे हों तब आपको शराब का सेवन बन्द कर देना चाहिए, यह आपके लिवर खराब होने के खतरे को बढ़ा सकता है।

आपको ऐसे किसी भी खाने की चीज़ से भी बचना चाहिए, जिसमें टेरमाइन (Tyramine) या हिस्टामाइन (Histamine) मिला हो। जिनमें ये शामिल हैं:

  • बियर या शराब (मुख्य रूप से रेड वाइन)
  • पनीर (मुख्य रूप से मैच्योर, एज्ड या प्रोसेस्ड चीज़)
  • फर्मेंटेड सोया उत्पाद (सोया सॉस, मीसो सूप) (fermented soya products)
  • फर्मेंटेड यीस्ट उत्पाद जैसे बोरिल, ओएक्सओ या मैर्मैट (fermented yeast products)
  • बाकला या फावा बीन्स (fava beans)
  • अचार
  • स्मोक्ड मछली, हेरिंग, टूना, स्किपजैक या अन्य ट्रॉपिकल मछली
  • क्योर्ड सलामी और सॉसेज (cured salami and sausages)

यदि आप किसी भी खाद्य पदार्थ के सेवन को लेकर अनिश्चित हैं, तो अपने डॉक्टर से जाँच करवाएं।

अपने डॉक्टर से तुरंत सम्पर्क करें यदि आपको इनमें से कुछ भी अनुभव होता है:

  • लगातार (उबकाई)
  • अचानक बीमार या कमज़ोर पड़ना या तीन दिन या उससे ज़्यादा बुखार का आना
  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द का होना जो पीछे तक फैल सकता है
  • भूख ना लगना
  • गहरे रंग का पेशाब या मिट्टी के रंग का मल
  • दिखाई देने में फर्क पड़ना या आंखों के पीछे दर्द होना
  • भ्रम, मेमोरी समस्याएं या असामान्य विचार या व्यवहार
  • सिज़र (दौरे)
  • पीली त्वचा, इजी ब्रूसिंग या रक्तस्राव (जिसमें नाक या मसूड़ों से खून आना शामिल है
  • पीलिया ()

यह संभावित दुष्प्रभावों की पूरी सूची नहीं है। यदि आप दवाई लेते समय परेशान हैं तो आपको अपने डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए। अधिक संभावित दुष्प्रभाव नीचे दिए गए हैं।

आपमें आइसोनियाजिड के सेवन से लिवर समस्या के होने का अधिक खतरा है अगर:

  • आपकी उम्र 35 से 65 साल के बीच हो
  • एक महिला हैं, खासकर यदि आप हिस्पैनिक या अफ्रीकी अमेरिकी वंश की हैं या तुरंत बच्चे को जन्म दिया है

आइसोनियाजिड उन लोगों के लिए उपयुक्त नहीं होती है; जिनमें निम्नलिखित बीमारियां हों और इन्हें कुछ लोगों को ही सावधानीपूर्वक देना चाहिए। आइसोनियाजिड लेने से पहले अपने डॉक्टर को ज़रूर बताएं।

  • पहले रही हो
  • से पीड़ित हैं
  • काफी समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित हैं
  • से पीड़ित
  • नर्व समस्या जो दर्द, कमज़ोरी और सुन्नता की वजह बने
  • मिर्गी () या मधुमेह () हो
  • अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हों
  • हो
  • हों
  • पोर्फिया (porphyria) नामक खास तरह की खून की समस्या
  • कोई अन्य दवा ले रहे हों जिसमें चिकित्सीय सलाह या बिना सलाह वाली दवा या हर्बल दवाएं शामिल हों
  • किसी दवा से एलर्जी हो
  • कोई अन्य मेडिकल समस्या हो

यह आपके डॉक्टर को यह तय करने में मदद करेगा कि क्या यह दवा आपके लिए सुरक्षित है।

यदि आप गर्भवती हैं या बच्चे के लिए प्रयास कर रही हैं तो आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए। आइसोनियाज़िड (isoniazid) लेने से गर्भावस्था में नुकसान नहीं पहुँचता है, लेकिन आपके डॉक्टर द्वारा आपको विटामिन सप्लीमेंट देने की ज़रूरत पड़ सकती है।

आइसोनियाज़िड के दुष्प्रभाव (Side effects of isoniazid)

आइसोनियाजिड (isoniazid) लेने के सामान्य दुष्प्रभाव ये हो सकते हैं

  • सुन्न होना, मांशपेशी में कमज़ोरी
  • या होना

अगर आप किसी भी तरह के सुन्न होने या झनझनाहट महसूस करते हैं तो जितनी जल्दी हो सके अपने डॉक्टर को दिखाएं। इनमें से कोई भी लक्षण होने पर डॉक्टर को दिखाएं

  • बुखार
  • त्वचा में चकत्ते
  • सुनने में समस्या होना
  • मन बार-बार बदलते रहना
  • पेशाब करने में समस्या

आइसोनियाज़िड (Isoniazid) कभी-कभी लिवर की परेशानी का कारण बन सकता है। यदि आपको निम्न लक्षणों में से किसी भी लक्षण का अनुभव होता है तो तुरंत मेडिकल सहायता लें:

  • या
  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द जो पीछे तक फैल सकता है
  • थकान और कमज़ोरी का महसूस होना
  • भूख की कमी
  • पीलिया ()

यदि आपको लगता है कि ये दवा किसी अन्य लक्षण का कारण बन सकती है जिसे लेकर आप चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को दिखाएं।

पिराजिनामाइड (Pyrazinamide)

पिराजिनामाइड (Pyrazinamide) को ज़िनामाइड (zinamide) के नाम से भी जानते हैं। पिराजिनामाइड एक एंटीबायोटिक है जो कभी-कभी लिवर समस्या की वजह बन सकता है। आपका लिवर ठीक से काम कर रहा है या नहीं यह सुनिश्चित करने के लिए आपके डॉक्टर इलाज के दौरान कभी-कभार आपके खून की जांच कर सकते हैं ।

टीबी के इलाज के लिए पिराजिनामाइड अन्य दवाईयों के मिश्रण के साथ लिया जा सकता हैं। पिराजिनामाइड शुरुआती दो महीने के इलाज के दौरान लिया जाता है।

पिराजिनामाइड लेने से पहले जान लें (What to know before taking Pyrazinamide)

जब आप पिराजिनामाइड ले रहे हों तब यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका लिवर ठीक से काम कर रहा है या नहीं, उसकी नियमित जांच की जरूरत हो सकती है।

पिराजिनामाइड लेने से पहले अपने डॉक्टर को यह बताना ज़रूरी है अगर आप:

  • गर्भवती हैं या स्तनपान कराती हैं
  • पहले रही हो
  • पहले लिवर से जुड़ी समस्याएं हो
  • या हो
  • शराब का अत्यधिक सेवन करते हों
  • एक खास तरह की खून से जुड़ी वंशानुगत समस्या जिसे पोरफाइरिया (porphyria) कहते हैं।
  • कोई अन्य दवा ले रहे हों जिसमें प्रिस्क्रिप्शन और बिना प्रिस्क्रिप्शन की दवा या हर्बल दवाएं शामिल हों
  • किसी दवा से एलर्जी हो
  • कोई अन्य मेडिकल समस्या

पिराजिनामाइड ओरल टायफाइड (oral typhoid) के वैक्सीन को कार्य करने से रोक सकता है इसलिए अगर आप किसी भी तरह का टीका लगवा रहे हैं तो आपका इलाज करने वाले को ये जरूर बतायें कि आप पिराजिनामाइड ले रहे हैं।

पिराजिनामाइड के दुष्प्रभाव (Side effects of Pyrazinamide)

यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण को अनुभव करते हैं तो पिराजिनामाइड लेना बंद कर दें और तुरंत आपातकालीन सेवा में पहुँचे:

  • या
  • भूख ना लगना
  • बुखार
  • सामान्य रूप से बीमार पड़ना
  • पेट दर्द
  • पीलिया ()
  • त्वचा रिएक्शन

यह संभावित दुष्प्रभावों की पूरी सूची नहीं है। यदि आपको लगता है यह दवाई किसी अन्य लक्षण का कारण बन रही है तो अपने डॉक्टर को दिखाएं।

रिफैम्पिसिन (rifampicin)

रिफैम्पिसिन (rifampicin) एक एंटीबायोटिक है जिसका उपयोग गंभीर संक्रमणों में करते हैं, जिसमें टीबी भी शामिल है। यह उन दवाओं में से एक है जो संक्रमण के इलाज में टीबी के लिए निर्धारित की जाती है।

अगर आप लम्बे समय तक किसी संक्रमित इंसान के निकट या उसके सम्पर्क में रहे हों तो यह टीबी संक्रमण से आपका बचाव करती है।

रिफैम्पिसिन लेने से पहले क्या जानना चाहिए? (What to know before taking Rifampicin)

जब आप रिफैम्पिसिन ले रहे हों तब, आपका डॉक्टर यह देखने के लिए कि आपका लिवर ठीक से काम कर रहा है, आपसे समय-समय पर खून की जांच के लिए कह सकता है।

रिफैम्पिसिन अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है इसलिए अगर आप किसी चिकित्सीय सलाह या बिना सलाह के ड्रग्स या हर्बल दवाएं ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से ज़रूर बताएं।

रिफैम्पिसिन कुछ प्रकार के गर्भनिरोधक दवाओं जैसे कि संयुक्त गर्भनिरोधक गोली के असर को कम कर सकती है। आपको इलाज के दौरान गर्भनिरोधक के वैकल्पिक उपाय के रूप में कॉन्डम का इस्तेमाल करना चाहिए।

रिफैम्पिसिन लेना शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर को यह बताना ज़रूरी है अगर आप:

  • गर्भवती हों या स्तनपान कराती हों
  • पहले लिवर से जुड़ी समस्याएं रही हो
  • पहले हो
  • हो
  • एक खास तरह की खून से जुड़ी वंशानुगत समस्या जिसे पोरफाइरिया (porphyria) कहते हैं।
  • कोई अन्य दवा ले रहे हों जिसमें प्रिस्क्रिप्शन या बिना प्रिस्क्रिप्शन के ड्रग्स या हर्बल दवाएं शामिल हों
  • किसी दवा से एलर्जी हो
  • कोई अन्य मेडिकल समस्या हो
  • गठिया ()
  • मधुमेह ()

रिफैम्पिसिन के दुष्प्रभाव (Side effects of Rifampicin)

रिफैम्पिसिन के कारण आपका पेशाब, आँसू, थूक और पसीने का रंग नारंगी हो सकता है लेकिन यह परेशान होने की बात नहीं है। इस दवा को लेते समय आप सॉफ्ट कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से बचें क्योंकि वे हमेशा के लिए दागदार हो सकते हैं।

अन्य सामान्य दुष्प्रभाव में शामिल हैं:

  • , या

अगर आपका डायरिया (diarrhoea) 24 घण्टे से ज़्यादा रहता है और खूनी हो जाता है तो तुरंत मेडिकल सहायता लें।

अगर सिरदर्द है तो खूब पानी पीजिए और फार्मासिस्ट से दर्द निवारक दवा लें। अगर सिरदर्द बना रहता है तो डॉक्टर के पास जाएं।

अगर आप निम्न में से किसी भी फ्लू संबंधी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं तो डॉक्टर को दिखाएं:

  • बुखार (Fever)
  • , घरघराहट (Wheezing)
  • फ्लशिंग (flushing)
  • त्वचा पर चकत्ते (Skin rashes)
  • खुजली (itching)
  • थकावट
  • चक्कर आना (Dizziness)

अगर आपको इनमें से लिवर डैमज के किसी भी लक्षण का अनुभव होता है तो डॉक्टर को तुरंत दिखाएं:

  • और
  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द जो पीछे तक फैल सकता है
  • अचानक कमज़ोरी या थकावट का होना
  • भूख ना लगना
  • पीलिया ()

यह संभावित दुष्प्रभावों की पूरी सूची नहीं है। यदि आपको लगता है यह दवाई किसी अन्य लक्षण की वजह बन रही है तो अपने डॉक्टर को दिखाएं।

टीवी की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

टीबी के लिए मानक उपचार में आइसोनियाज़िड, रिफाम्पिसिन (इसे संयुक्त राज्य अमेरिका में रिफाम्पिन के नाम से भी जाना जाता है), पायराज़ीनामाईड और एथेमब्युटोल का उपयोग दो महीने के लिए किया जाता है, इसके बाद केवल आइसोनियाज़िड और रिफाम्पिसिन का उपयोग चार महीने के लिए किया जाता है।

TB को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?

तपेदिक के इलाज के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है. ऐसे में तपेदिक और इसके लक्षणों के इलाज में काफी सहायक होता है. हालांकि कुछ रोगियों को दूध या दूध उत्पादों से बचने की सलाह भी दी जाती है. ग्रीन टी- ग्रीन टी को एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर माना जाता है.

टीवी की बीमारी में कौन सी दवा लेनी चाहिए?

टीबी के इलाज के लिए ये चार एंटीबायोटिक आवश्यक हैं:.
आइसोनायाज़िड (isoniazid).
रिफैम्पिसिन (rifampicin).
इथाम्बुटोल (ethambutol).
पाइरैजिनेमाइड (pyrazinamide).

क्या TV की बीमारी जड़ से खत्म हो सकती है?

इस साल यानी 2022 में वर्ल्ड टीबी डे की थीम 'Invest to End TB. Save Lives' है। तपेदिक या क्षय रोग के नाम से मशहूर इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को लगातार और गंभीर खांसी होना सबसे बड़ा लक्षण है।