तताँरा को दूसरे गाँव के पर्व त्योहारों में क्यों आमंत्रित किया जाता था - tataanra ko doosare gaanv ke parv tyohaaron mein kyon aamantrit kiya jaata tha

Short Note

तताँरा को पर्व-त्योहारों में विशेष रूप से क्यों बुलाया जाता था?

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Solution

तताँरा बेहद नेक और मददगार युवक था, जिसे निकोबारी बेहद प्रेम करते थे। वह सदैव दूसरों की मदद के लिए तैयार रहता था। द्वीपवासियों की सेवा करना वह अपना कर्तव्य समझता था। अपने त्यागमयी स्वभाव के कारण वह सभी के आदर का पात्र था। इसी कारण उसे पर्व-त्योहारों में विशेष रूप से बुलाया जाता था।

Concept: गद्य (Prose) (Class 10 B)

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Chapter 2.3: तताँरा-वामीरो कथा - अतिरिक्त प्रश्न

Q 3Q 2Q 4

APPEARS IN

NCERT Class 10 Hindi - Sparsh Part 2

Chapter 2.3 तताँरा-वामीरो कथा
अतिरिक्त प्रश्न | Q 3

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तताँरा को दूसरे गाँव के पर्व त्योहारों में क्यों आमंत्रित किया जाता था *?

Answer: निकोबार के लोग तताँरा को उसके आत्मीय स्वभाव के कारण पसन्द करते थे, उससे बेहद प्रेम करते थे। वह नेक ईमानदार और साहसी था। वह मुसीबत के समय भाग भागकर सबकी मदद करता था

तताँरा के पर्व त्योहार पर क्यों आमंत्रित किया जाता था?

यह पर्व बैसाख की दोज को मनाया जाता है।

तताँरा बार बार लपाती के रास्ते पर नज़रें क्यों दौड़ा रहा था?

इसका एक कारण था कि तताँरा एक भला और सबकी मदद करने वाला व्यक्ति था। जब भी कोई मुसीबत में होता तो हर कोई उसी को याद करता था और वह भी भागा -भागा वहाँ उनकी मदद करने के लिए पहुँच जाता था

तताँरा और वामीरो के हृदय क्यों व्यथित थे?

उत्तर: वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में यह परिवर्तन आया कि उसका हृदय वामीरो के लिए व्यथित रहने लगा। उसने किसी तरह दिन व्यतीत किया और वह शाम की प्रतीक्षा करने लगा। उसके पूरे जीवन में यह अकेली प्रतीक्षा थी, यह उसके शांत-गम्भीर जीवन में ऐसा पहली बार हुआ था। वह अचम्भित और रोमांचित था।