तीसरी कसम फ़िल्म को कौन कौन से पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है 2 शैलेंद्र ने कितनी फ़िल्में बनाई? - teesaree kasam film ko kaun kaun se puraskaaron se sammaanit kiya gaya hai 2 shailendr ne kitanee filmen banaee?

तीसरी कसम फ़िल्म को कौन कौन से पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है 2 शैलेंद्र ने कितनी फ़िल्में बनाई? - teesaree kasam film ko kaun kaun se puraskaaron se sammaanit kiya gaya hai 2 shailendr ne kitanee filmen banaee?

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Chapter 2: तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र

मौखिकलिखित (क)लिखित (ख)लिखित (ग)भाषा अध्ययनयोग्यता विस्तारपरियोजना कार्यअतिरिक्त प्रश्न

NCERT solutions for Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 Chapter 2 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र मौखिक [Page 94]

मौखिक | Q 1 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

'तीसरी कसम' फ़िल्म को कौन-कौन से पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है?

मौखिक | Q 2 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

शैलेंद्र ने कितनी फ़िल्में बनाईं?

मौखिक | Q 3 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

राजकपूर द्वारा निर्देशित कुछ फ़िल्मों के नाम बताइए।

मौखिक | Q 4 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

'तीसरी कसम' फ़िल्म के नायक व नायिकाओं के नाम बताइए और फ़िल्म में इन्होंने किन पात्रों का अभिनय किया है?

मौखिक | Q 5 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

फ़िल्म 'तीसरी कसम' का निर्माण किसने किया था?

मौखिक | Q 6 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

राजकपूर ने 'मेरा नाम जोकर' के निर्माण के समय किस बात की कल्पना भी नहीं की थी?

मौखिक | Q 7 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

राजकपूर की किस बात पर शैलेंद्र का चेहरा मुरझा गया?

मौखिक | Q 8 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

फ़िल्म समीक्षक राजकपूर को किस तरह का कलाकार मानते थे?

NCERT solutions for Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 Chapter 2 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र लिखित (क) [Page 94]

लिखित (क) | Q 1 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों मेंलिखिए 

'तीसरी कसम' फ़िल्म को सेल्यूलाइड पर लिखी कविता क्यों कहा गया है?

लिखित (क) | Q 2 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों मेंलिखिए 

'तीसरी कसम' फ़िल्म को खरीददार क्यों नहीं मिल रहे थे?

लिखित (क) | Q 3 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों मेंलिखिए 

शैलेन्द्र के अनुसार कलाकार का कर्तव्य क्या है?

लिखित (क) | Q 4 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों मेंलिखिए 

फ़िल्मों में त्रासद स्थितियों का चित्रांकन ग्लोरिफ़ाई क्यों कर दिया जाता है।

लिखित (क) | Q 5 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों मेंलिखिए 

'शैलेन्द्र ने राजकपूर की भावनाओं को शब्द दिए हैं' − इस कथन से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।

लिखित (क) | Q 6 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों मेंलिखिए 

लेखक ने राजकपूर को एशिया का सबसे बड़ा शोमैन कहा है। शोमैन से आप क्या समझते हैं?

लिखित (क) | Q 7 | Page 94

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों मेंलिखिए 

फ़िल्म 'श्री 420' के गीत 'रातों दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियाँ' पर संगीतकार जयकिशन ने आपत्ति क्यों की?

NCERT solutions for Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 Chapter 2 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र लिखित (ख) [Page 95]

लिखित (ख) | Q 1 | Page 95

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों मेंलिखिए -

राजकपूर द्वारा फ़िल्म की असफलता के खतरों से आगाह करने पर भी शैलेन्द्र ने यह फ़िल्म क्यों बनाई?

लिखित (ख) | Q 2 | Page 95

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों मेंलिखिए -

'तीसरी कसम' में राजकपूर का महिमामय व्यक्तित्व किस तरह हीरामन की आत्मा में उतर गया। स्पष्ट कीजिए।

लिखित (ख) | Q 3 | Page 95

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों मेंलिखिए -

लेखक ने ऐसा क्यों लिखा है कि तीसरी कसम ने साहित्य-रचना के साथ शत-प्रतिशत न्याय किया है?

लिखित (ख) | Q 4 | Page 95

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों मेंलिखिए -

शैलेन्द्र के गीतों की क्या विशेषताएँ हैं। अपने शब्दों में लिखिए।

लिखित (ख) | Q 5 | Page 95

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों मेंलिखिए -

फ़िल्म निर्माता के रूप में शैलेन्द्र की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए?

लिखित (ख) | Q 6 | Page 95

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों मेंलिखिए -

शैलेंद्र के निजी जीवन की छाप उनकी फ़िल्म में झलकती है−कैसे? स्पष्ट कीजिए।

लिखित (ख) | Q 7 | Page 95

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों मेंलिखिए -

लेखक के इस कथन से कि 'तीसरी कसम' फ़िल्म कोई सच्चा कवि-हृदय ही बना सकता था, आप कहाँ तक सहमत हैं? स्पष्ट कीजिए।

NCERT solutions for Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 Chapter 2 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र लिखित (ग) [Page 95]

लिखित (ग) | Q 1 | Page 95

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए -

..... वह तो एक आदर्शवादी भावुक कवि था, जिसे अपार संपत्ति और यश तक की इतनी कामना नहीं थी जितनी आत्म-संतुष्टि के सुख की अभिलाषा थी।

लिखित (ग) | Q 2 | Page 95

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए -

उनका यह दृढ़ मतंव्य था कि दर्शकों की रूचि की आड़ में हमें उथलेपन को उन पर नहीं थोपना चाहिए। कलाकार का यह कर्त्तव्य भी है कि वह उपभोक्ता की रूचियों का परिष्कार करने का प्रयत्न करे।

लिखित (ग) | Q 3 | Page 95

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए -

व्यथा आदमी को पराजित नहीं करती, उसे आगे बढ़ने का संदेश देती है।

लिखित (ग) | Q 4 | Page 95

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए -

दरअसल इस फ़िल्म की संवेदना किसी दो से चार बनाने वाले की समझ से परे है।

लिखित (ग) | Q 5 | Page 95

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए -

उनके गीत भाव-प्रवण थे − दुरूह नहीं।

NCERT solutions for Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 Chapter 2 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र भाषा अध्ययन [Pages 95 - 96]

भाषा अध्ययन | Q 1 | Page 95

पाठ में आए ‘से’ के विभिन्न प्रयोगों से वाक्य की संरचना को समझिए।

(क) राजकपूर ने एक अच्छे और सच्चे मित्र की हैसियत से शैलेंद्र को फ़िल्म की असफलता के खतरों से आगाह भी किया।

(ख) रातें दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियाँ।

(ग) फ़िल्म इंडस्ट्री में रहते हुए भी वहाँ के तौर-तरीकों से नावाकिफ़ थे।

(घ) दरअसल इस फ़िल्म की संवेदना किसी दो से चार बनाने के गणित जानने वाले की समझ से परे थी।

(ङ) शैलेंद्र राजकपूर की इस याराना दोस्ती से परिचित तो थे।

भाषा अध्ययन | Q 2 | Page 95

इस पाठ में आए निम्नलिखित वाक्यों की संरचना पर ध्यान दीजिए-

(क) ‘तीसरी कसम’ फ़िल्म नहीं, सैल्यूलाइड पर लिखी कविता थी।

(ख) उन्होंने ऐसी फ़िल्म बनाई थी जिसे सच्चा कवि-हृदय ही बना सकता था।

(ग) फ़िल्म कब आई, कब चली गई, मालूम ही नहीं पड़ा।

(घ) खालिस देहाती भुच्चे गाड़ीवान जो सिर्फ दिल की जुबान समझता है, दिमाग की नहीं।

भाषा अध्ययन | Q 3 | Page 96

पाठ में आए निम्नलिखित मुहावरों से वाक्य बनाइए-
चेहरा मुरझाना, चक्कर खा जाना, दो से चार बनाना, आँखों से बोलना

भाषा अध्ययन | Q 4 | Page 96

निम्नलिखित शब्दों के हिंदी पर्याय दीजिए-

(क) शिद्दत – ______

(ख) याराना – ______

(ग) बमुश्किल – ______

(घ) खालिस – ______

(ङ) नावाकिफ़ – ______

(च) यकीन – ______

(छ) हावी – ______

(ज) रेशा – ______

भाषा अध्ययन | Q 5 | Page 96

निम्नलिखित का संधि विच्छेद कीजिए-

(क) चित्रांकन – ______ + ______

(ख) सर्वोत्कृष्ट – ______  + ______

(ग) चर्मोत्कर्ष – ______  + ______

(घ) रूपांतरण – ______  + ______

(ङ) घनानंद – ______ + ______

भाषा अध्ययन | Q 6 | Page 96

निम्नलिखित का समास विग्रह कीजिए और समास का नाम भी लिखिए-

(क) कला-मर्मज्ञ ______
(ख) लोकप्रिय ______
(ग) राष्ट्रपति ______

NCERT solutions for Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 Chapter 2 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र योग्यता विस्तार [Page 96]

योग्यता विस्तार | Q 1 | Page 96

फणीश्वरनाथ रेणु की किस कहानी पर ‘तीसरी कसम’ फ़िल्म आधारित है, जानकारी प्राप्त कीजिए और मूल रचना पढ़िए।

योग्यता विस्तार | Q 2 | Page 96

समाचार पत्रों में फ़िल्मों की समीक्षा दी जाती है। किन्हीं तीन फ़िल्मों की समीक्षा पढ़िए और तीसरी कसम’ फ़िल्म को देखकर इस फ़िल्म की समीक्षा स्वयं लिखने का प्रयास कीजिए।

NCERT solutions for Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 Chapter 2 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र परियोजना कार्य [Pages 96 - 97]

परियोजना कार्य | Q 1 | Page 96

फ़िल्मों के संदर्भ में आपने अकसर यह सुना होगा-‘जो बात पहले की फ़िल्मों में थी, वह अब कहाँ’। वतर्ममान दौर की फ़िल्मों और पहले की फ़िल्मों में क्या समानता और अंतर है? कक्षा में चर्चा कीजिए।

परियोजना कार्य | Q 2 | Page 97

‘तीसरी कसम’ जैसी और भी फ़िल्में हैं, जो किसी न किसी भाषा की साहित्यिक रचना पर बनी हैं। ऐसी फ़िल्मों की सूची निम्नांकित प्रपत्र के आधार पर तैयार करें।

क्र. सं फिल्म का नाम साहित्यिक रचना भाषा रचनाकार
1. देवदास देवदास बंगला शरतचंद्र
2. ______ ______ ______ ______
3. ______ ______ ______ ______

परियोजना कार्य | Q 3 | Page 97

लोकगीत हमें अपनी संस्कृति से जोड़ते हैं। तीसरी कसम’ फ़िल्म में लोकगीतों का प्रयोग किया गया है। आप भी अपने क्षेत्र के प्रचलित दो-तीन लोकगीतों को एकत्र कर परियोजना कॉपी पर लिखिए।

NCERT solutions for Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 Chapter 2 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र अतिरिक्त प्रश्न

अतिरिक्त प्रश्न | Q 1

संगम की सफलता से उत्साहित राजकपूर ने कन-सा कदम उठाया?

अतिरिक्त प्रश्न | Q 2

राजकपूर ने शैलेंद्र के साथ अपनी मित्रता? निर्वाह कैसे किया?

अतिरिक्त प्रश्न | Q 3

एक निर्माता के रूप में बड़े व्यावसायिक सा- युवा भी चकर क्यों खा जाते हैं?

अतिरिक्त प्रश्न | Q 4

राजकपूर ने शैलेंद्र के साथ किस तरह यारउन्ना मस्ती की?

अतिरिक्त प्रश्न | Q 5

शैलेंद्र ने अच्छी फ़िल्म बनाने के लिए दवा किया?

अतिरिक्त प्रश्न | Q 6

‘तीसरी कसम’ जैसी फ़िल्म बनाने के पीछे शैलेंद्र की मंशा क्या थी?

अतिरिक्त प्रश्न | Q 7

शैलेंद्र द्वारा बनाई गई फ़िल्म चल रहीं, इसके कारण क्या थे?

अतिरिक्त प्रश्न | Q 8

‘रातें दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी नयाँ’ इस पंक्ति के रेखांकित अंश पर किसे आपत्ति थी और क्यों?

अतिरिक्त प्रश्न | Q 9

‘तीसरी कसम’ में राजकपूर और वहीदा रहमान का अभिनय लाजवाब था। स्पष्ट कीजिए।

अतिरिक्त प्रश्न | Q 10

हिंदी फ़िल्म जगत में एक सार्थक और उद्देश्यपरक फ़िल्म बनाना कठिन और जोखिम का काम है।’ स्पष्ट कीजिए।

अतिरिक्त प्रश्न | Q 11

‘राजकपूर जिन्हें समीक्षक और कलामर्मज्ञ आँखों से बात करने वाला मानते हैं’ के आधार पर राजकपूर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए।

Chapter 2: तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र

मौखिकलिखित (क)लिखित (ख)लिखित (ग)भाषा अध्ययनयोग्यता विस्तारपरियोजना कार्यअतिरिक्त प्रश्न

तीसरी कसम फ़िल्म को कौन कौन से पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है 2 शैलेंद्र ने कितनी फ़िल्में बनाई? - teesaree kasam film ko kaun kaun se puraskaaron se sammaanit kiya gaya hai 2 shailendr ne kitanee filmen banaee?

NCERT solutions for Class 10 Hindi - Sparsh Part 2 chapter 2 - तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र

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1 तीसरी कसम फ़िल्म को कौन कौन से पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है?

'तीसरी कसम' फ़िल्म भारत तथा विदेशों में भी सम्मानित हुई। इस फिल्म को राष्ट्रपति द्वारा स्वर्णपदक मिला तथा बंगाल फ़िल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा यह सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म चुनी गई। फ़िल्म फेस्टिवल में भी इसे पुरस्कार मिला।

2 शैलेंद्र ने कितनी फिल्में बनाई?

प्रश्न 2. शैलेंद्र ने कितनी फ़िल्में बनाई? शैलेंद्र मूलतः गीतकार थे, फ़िल्म निर्माता नहीं। उन्होंने अपने जीवन में केवल एक ही फ़िल्म बनाई वह थी-तीसरी कसम।

1 तीसरी कसम फ़िल्म को सैल्यूलाइड पर लिखी कविता क्यों कहा गया है?

तीसरी कसम फ़िल्म की कथा फणीश्वरनाथ रेणु की लिखी साहित्यिक रचना है। सेल्यूलाइड का अर्थ है- 'कैमरे की रील'। यह फ़िल्म भी कविता के समान भावुकता, संवेदना, मार्मिकता से भरी हुई कैमरे की रील पर उतरी हुई फ़िल्म है। इसलिए इसे सेल्यूलाइड पर लिखी कविता (रील पर उतरी हुई फ़िल्म) कहा गया है।

तीसरी कसम किसकी रचना है?

तीसरी कसम 1966 में बनी हिन्दी भाषा की नाट्य फिल्म है। फ़िल्म का निर्देशन बासु भट्टाचार्य ने और निर्माण प्रसिद्ध गीतकार शैलेन्द्र ने किया था। यह हिन्दी लेखक फणीश्वर नाथ "रेणु" की प्रसिद्ध कहानी मारे गए ग़ुलफ़ाम पर आधारित है।