सामाजिक विज्ञानQue : 262. शिक्षित माता-पिता अपने बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य में अधिक निवेश क्यों करते है? Show Answer:
UP Board Class-9 सामाजिक विज्ञान IMP Notes If Error Please Whatsapp @9300930012 हाल में एचएसबीसी वैल्यू ने एक सर्वे किया. इससे पता चला है कि भारतीय अभिभावक अपने बच्चों की अंडरग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट की पढ़ार्इ पर औसतन 3.62 लाख रुपये खर्च करते हैं. इस अध्ययन में 505 अभिभावकों और 100 छात्रों को शामिल किया गया. यहां सर्वे के कुछ और निष्कर्षों के बारे में बताया गया है. इसे भी पढ़ें : 300 दवाओं पर लग सकता है बैन, जानिए कौन-कौन सी मेडिसिन हैं शामिल माता-पिता अपने बच्चे की विश्वविद्यालय की शिक्षा पर कितना खर्च कर रहे हैं? क्या छात्र अपनी पढ़ाई
का खर्च निकालने के लिए नौकरी कर रहे हैं? माता-पिता ने अपने बच्चों की विश्वविद्यालय की पढ़ार्इ के लिए क्या कर्ज लिया है? क्या यह पूरी लागत को कवर करता है? इसे भी पढ़ें : क्यों महंगे हो सकते हैं टीवी, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर? अपने बच्चे की पढ़ार्इ के लिए क्या कुछ कर रहे हैं माता-पिता? अगर मौका मिलता, तो क्या माता-पिता इसे लेकर दूसरा नजरिया अपनाते? पूरे पाठ्यक्रम की अवधि में क्या खर्च हैं जो इसे 7.77 लाख रुपये तक पहुंचा देते हैं? इसे भी पढ़ें : अप्रैल से आसान हो जाएगा आधार में अपना पता अपडेट करना बच्चों की शिक्षा के लिए प्लानिंग करते वक्त माता-पिता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें. शिक्षित माता पिता अपने बच्चों की शिक्षा पर भारी निवेश क्यों करते हैं तीन कारण बताइए?यूनिसेफ बच्चों के लिए आवश्यक सेवाओं, जैसे अच्छा स्वास्थ्य, पोषण, प्रारंभिक शिक्षा, शुरूआती हस्तक्षेप का समर्थन करने पर ध्यान केंद्रित करता है और माता-पिता / परिवार के सहयोग को प्रोत्साहित करता है।
शिक्षित माता पिता का बच्चों के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है?बच्चे माता पिता और साथियों की अपेक्षा शिक्षकों के विचार और व्यवहार को जल्दी अनुसरण करते हैं। जब जब अभिभावक यह कहता रहेगा कि बच्चों के लिए उनके पास समय नहीं है तब तब बच्चों के प्रति हम अपनी जिम्मेदारी से दूर भाग रहे हैं। ऐसे में बच्चों को उनके दायित्व के प्रति केवल पढ़ाने मात्र से काम नहीं चलेगा।
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