दिव्य श्रवण शक्ति योग से हम दूर से दूर, पास से पास और धीमी से धीमी आवाज को आसानी से सुन और समझ पाते हैं। वह ध्वनि या आवाज किसी भी पशु, पक्षी या अन्य भाषी लोगों की हो, तो भी हम उसके अर्थ निकालने में सक्षम हो सकते हैं। अर्थात हम पशु-पाक्षियों की भाषा भी समझ सकते हैं। Show
समस्त स्रोत और शब्दों को आकाश ग्रहण कर लेता है, वे सारी ध्वनियां आकाश में विद्यमान हैं। कर्ण-इंद्रियां
और आकाश के संबंध पर संयम करने से योगी दिव्य श्रवण को प्राप्त होता है। विषयसूची सुनने की शक्ति बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए?सुनने की क्षमता विकसित करने के उपाय – Sunne Ki Shakti Kaise Badhaye
अगर कम सुनाई दे तो क्या करना चाहिए? इसे सुनेंरोकें* सोंठ, गुड़ और घी खाने से कम सुनने में लाभ होता है और कान की सांय-सांय की आवाज़ भी बंद होती है. * 4-5 बूंद सरसों का तेल कान में डालनेे से कम सुनाई पड़ने की शिकायत दूर हो जाती है. * अदरक के रस और शहद में थोड़ा-सानमक मिलाकर 2-4 बूंद कान में डालें, अवश्य फ़ायदा करेगा. क्या गूंगा आदमी सुन सकता है?इसे सुनेंरोकेंगूंगा इंसान बहरा भी हो बिल्कुल जरूरी नहीं है। हां जन्म से बहरा इंसान बोलना नहीं सीख पाता क्यूंकि उसके लिए सुनाई देना जरूरी होता है। लोग ऐसा क्यों कहते कि जो भी होता है अच्छे के लिए ही होता है? बहरापन कैसे ठीक करें? इसे सुनेंरोकेंजब हम महसूस करते हैं कि हम बहरेपन से पीड़ित हैं, तो हमें एक ऑडियोलॉजिस्ट से परामर्श करना चाहिए। चूंकि उम्र से संबंधित बहरेपन को ठीक करने के लिए कोई दवा नहीं है, हमें कान की मशीन का उपयोग करना चाहिए। एक कान की मशीन, अभिसरण को आरामदायक बना देगी और तनाव से बचाएगी। बहरापन बढ़ने का एक मुख्य कारण तनाव भी है। बहरा हमेशा गूंगा होता है क्या?इसे सुनेंरोकेंजन्म से बहरा बच्चा सुन नहीं सकता तो वो भाषा भी नहीं सीख सकता। वो गूँगा नहीं होता पर भाषा का जानकर नहीं होता। इसलिए अगर आप बच्चे से तुतलाकर बात करते हैं तो बच्चा बड़ा होने पर भी तुतलाकर ही बात करेगा। बहरा हमेशा गूंगा क्यों होता है? इसे सुनेंरोकेंकाली खांसी, निमोनिया तेज दिमागी बुखार शिशु अवस्था में आक्सीजन की कमी इत्यादि कारणों से बच्चा गूंगा बहरा या हकलाना तुतलाना आदि रोग से ग्रसित हो जाते हैं। नसों की कमजोरी कैसे दूर करें?एक ग्लास दूध में 1.5 चम्मच मिश्रण को मिलाकर इसका सेवन करें. इसके सेवन से बहुत जल्द ही आपके नसों में नई जान आ जाएगी और कमजोरी की समस्या भी दूर हो जाएगी….
कान की सुनने की क्षमता कैसे बढ़ाएं?सुनने की क्षमता विकसित करने के उपाय – Sunne Ki Shakti Kaise Badhaye. कान की सुनने की शक्ति बढ़ाने के लिए योग कान के सुनने की शक्ति बढ़ाने के उपाय में योग का नाम भी शामिल है। ... . कानों को साफ रखें ... . सरसों का तेल का इस्तेमाल करें ... . धूम्रपान से दूर रहें ... . कम सुनाई देने के कारणों पर ध्यान दें. सुनने की क्षमता बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?सुनने की शक्ति को बढ़ाने के लिए खाद्य पदार्थ के बारे मे जाने. सब्जियां: आलू, पालक , टमाटर, बीन्स (राजमा). फल: केला, संतरा, खरबूजे. अन्य स्रोत: दूध और दही।. सब्जियां: आलू, पालक और हरी सब्जियां, टमाटर, बीन्स (राजमा). फल: केला. अन्य स्रोत: ब्राउन राइस, बादाम।. सब्जियाँ: बीन्स (राजमा), मसूर दाल, चना दाल, उड़द दाल (दाल), चना. श्रवण शक्ति बढ़ाने के लिए क्या करें?सुनने की क्षमता बरकरार रखने में अनुलोम विलोम, कपालभाति, भस्त्रिकाऔर भ्रामरी प्राणायाम बहुत लाभकारी हैं। इनमें से भी भ्रामरी खासतौर परउपयोगी है। इसे करने के लिए किसी आसन में बैठ जाएं। पूरा सांस भरें।
कम सुनाई देने लगे तो क्या करें?1. सुनाई ना दे पाना जब व्यक्ति को किसी अन्य की आवाज कम सुनाई देती है, टीवी पर चल रहे कार्यक्रम को तेज आवाज में सुनना आदि यह सभी लक्ष्ण सामने आते है तो यह बहरापन के लक्ष्ण है।. कानों की सफाई ... . सर्जरी द्वारा उपचार ... . कान की मशीन का प्रयोग. |