भाषा की सुदृढ़ता, भावों की गम्भीरता और चुस्त शैली के लिए यह आवश्यक है कि लेखक शब्दों (पदों) के प्रयोग में संयम से काम ले, ताकि वह विस्तृत विचारों या भावों को थोड़े-से-थोड़े शब्दों में व्यक्त कर सके। समास, तद्धित और कृदन्त वाक्यांश या वाक्य एक शब्द या पद के रूप में संक्षिप्त किये जा सकते है। ऐसी हालत में मूल वाक्यांश या वाक्य के शब्दों के अनुसार ही एक शब्द या पद का निर्माण होना चाहिए।
दूसरी बात यह कि वाक्यांश को संक्षेप में सामासिक पद का भी रूप दिया जाता है। कुछ ऐसे लाक्षणिक पद या शब्द भी है, जो अपने में पूरे एक वाक्य या वाक्यांश का अर्थ रखते है। भाषा में कई शब्दों के स्थान पर एक शब्द बोल कर हम भाषा को प्रभावशाली एवं आकर्षक बनाते है।
जैसे- राम कविता लिखता है, अनेक शब्दों के स्थान पर हम एक ही शब्द 'कवि' का प्रयोग कर सकते है।
दूसरा उदाहरण- 'जिस स्त्री का पति मर चुका हो' शब्द-समूह के स्थान पर 'विधवा' शब्द अच्छा लगेगा।
इसी प्रकार, अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग कर सकते है।
यहाँ पर अनेक शब्दों के लिए एक शब्द के कुछ उदाहरण दिए जा रहे है:-
अनुचित बात के लिए आग्रह- (दुराग्रह)
अण्डे से जन्म लेने वाला- (अण्डज)
आकाश को चूमनेवाला- (आकाशचुंबी)
अपने देश से दुसरे देश में समान जाना- (निर्यात)
अपनी हत्या स्वयं करना- (आत्महत्या)
अवसर के अनुसार बदल जाने वाला- (अवसरवादी)
अच्छे चरित्र वाला- (सच्चरित्र)
आज्ञा का पालन करने वाला- (आज्ञाकारी)
अपने देश से दुसरे देश में समान जाना- (निर्यात)
अपनी हत्या स्वयं करना- (आत्महत्या)
अत्यंत सुन्दर स्त्री- (रूपसी)
आकाश को चूमने वाला- (गगनचुंबी)
आकाश में उड़ने वाला- (नभचर)
आलोचना करने वाला- (आलोचक)
आँखों के सामने- (प्रत्यक्ष)
अपने परिवार के साथ- (सपरिवार)
आशा से अतीत (अधिक)- (आशातीत)
आकाश या गगन चुमनेवाला- (आकाशचुम्बी, गगनचुम्बी)
आलोचना के योग्य- (आलोच्य)
अवश्य होनेवाला- (अवश्यम्भावी)
अत्यधिक वृष्टि- (अतिवृष्टि)
अपने बल पर निर्भर रहने वाला- (स्वावलम्बी)
अचानक हो जाने वाला- (आकस्मिक)
आदि से अन्त तक- (आद्योपान्त)
आगे का विचार करने वाला- (अग्रसोची)
आढ़त का व्यापर करने वाला- (आढ़तिया)
आवश्यकता से अधिक वर्षा- (अतिवृष्टि)
अधिकार या कब्जे में आया हुआ- (अधिकृत)
अन्य से सम्बन्ध न रखने वाला- (अनन्य)
अभिनय करने वाला पुरुष- (अभिनेता)
अभिनय करने वाली स्त्री- (अभिनेत्री)
अच्छा-बुरा समझने की शक्ति का अभाव- (अविवेक)
अपने हिस्से या अंश के रूप में कुछ देना- (अंशदान)
अनुकरण करने योग्य- (अनुकरणीय)
आत्मा व परमात्मा का द्वैत (अलग-अलग होना) न माननेवाला-(अद्वैतवादी)
अल्प (कम) वेतन भोगनेवाला (पानेवाला)- (अल्पवेतनभोगी)
अध्ययन (पढ़ना) का काम करनेवाला- (अध्येता)
अध्यापन (पढ़ाने) का काम करनेवाला- (अध्यापक)
आग से झुलसा हुआ- (अनलदग्ध)
अपने प्राण आप लेने वाला- (आत्मघाती)
अर्थ या धन से सम्बन्ध रखने वाला- (आर्थिक)
आदि से अन्त तक- (आद्योपान्त)
आशा से अतीत (परे)- (आशातीत)
आयोजन करने वाला व्यक्ति- (आयोजक)
आशुलिपि (शार्ट हैण्ड) जाननेवाला लिपिक- (आशुलिपिक)
अपनी इच्छा के अनुसार काम करनेवाला- (इच्छाचारी)
आड़ या परदे के लिये रथ या पालकी को ढकनेवाला कपड़ा-(ओहार)
अपनी विवाहित पत्नी से उत्पत्र (पुत्र)- (औरस (पुत्र)
अपने कर्तव्य का निर्णय न कर सकने वाला- (किंकर्तव्यविमूढ़)
अधिक दिनों तक जीने वाला- (चिरंजीवी)
अन्न को पचाने वाली जठर (पेट) की अग्नि- (जठराग्नि)
अपनी झक (धुन) में मस्त रहने वाला- (झक्की)
आँवला, हर्र व बहेड़ा- (त्रिफला)
अनुचित या बुरा आचरण करने वाला- (दुराचारी)
अपराध और उन पर दण्ड देने के नियम निर्धारित करने वाला प्रश्न - (दण्डसंहिता)
अभी-अभी जन्म लेने वाला- (नवजात)
आधे से अधिक लोगों की सम्मिलित एक राय- (बहुमत)
अपना हित चाहने वाला- (स्वार्थी)
अपनी इच्छा से दूसरों की सेवा करने वाला- (स्वयंसेवक)
अपने देश से प्यार करने वाला- (देशभक्त)
अपने देश के साथ विश्वासघात करने वाला- (देशद्रोही)
अनुचित बात के लिये आग्रह- (दुराग्रह)
आँख की बीमारी- (दृष्टिदोष)
अपने पति के प्रति अनन्य अनुराग रखने वाली- (पतिव्रता)
अपने पद से हटाया हुआ- (पदच्युत)
अपने को पंडित माननेवाला- (पंडितम्मन्य)
आटा पीसने वाली स्त्री-(पिसनहारी)
आँखों के समक्ष- (प्रत्यक्ष)
आय से अधिक व्यर्थ खर्च करने वाला- (फिजूलखर्ची)
आय-व्यय, लेन-देन का लेखा करने वाला- (लेखाकार)
अपने परिवार के साथ है जो- (सपरिवार)
अपने ही बल पर निर्भर रहने वाला- (स्वावलम्बी)
अगहन और पूस में पड़ने वाली ऋतु- (हेमन्त)
ऊपर आने वाला श्वास- (उच्छवास)
ऊपर की ओर जानेवाला-(ऊध्र्वगामी)
ऊपर की ओर बढ़ती हुई साँस- (उध्र्वश्वास)
उपचार या ऊपरी दिखावे के रूप में होने वाला- (औपचारिक)
उच्च न्यायालय का न्यायाधीश- (न्यायमूर्ति)
उपकार के प्रति किया गया उपकार- (प्रत्युपकार)
ऊपर लिखा गया- (उपरिलिखित)
ईश्वर में आस्था रखने वाला- (आस्तिक)
ईश्वर पर विश्वास न रखने वाला- (नास्तिक)
इतिहास का ज्ञाता- (अतिहासज्ञ)
इन्द्रियों को जीतनेवाला- (जितेन्द्रिय)
इन्द्रियों की पहुँच से बाहर- (अतीन्द्रिय)
इतिहास से सम्बन्ध रखने वाला- (ऐतिहासिक)
ईश्वर में विश्वास रखने वाला- (आस्तिक)
इन्द्रियों को वश में करने वाला- (इन्द्रियजित)
इंद्रियों पर किया जानेवाला वश- (इंद्रियाविग्रह)
इतिहास को जानने वाला- (इतिहासज्ञ)
इस लोक से सम्बन्धित- (ऐहिक)
इन्द्रजाल करने वाला- (ऐन्द्रजालिक)
इंद्रियों से संबंधित- (ऐंद्रिक)
इस लोक से संबंध रखनेवाला- (ऐहलौकिक)
इतिहास से संबंधित- (ऐतिहासिक)
एक ही समय में वर्तमान- (समसामयिक)
एक स्थान से दूसरे स्थान को हटाया हुआ- (स्थानान्तरित)
एक भाषा की लिखी हुई बात को दूसरी भाषा में लिखना या कहना- (अनुवाद)
ऐसा व्रत, जो मरने पर ही समाप्त हो-(आमरणव्रत)
ऐसा ग्रहण जिसमें सूर्य या चन्द्र का पूरा बिम्ब ढँक जाय- (खग्रास)
ऐसा जो अंदर से खाली हो- (खोखला)
ऐसा तर्क जो देखने पर ठीक प्रतीत होता हो, किन्तु वैसा न हो- (तर्काभास)
एक व्यक्ति द्वारा चलायी जाने वाली शासन प्रणाली- (तानाशाही)
एक राजनीतिक दल को छोड़कर दूसरे दल में शामिल होने वाला- (दलबदलू)
एक देश से माल दूसरे देश में जाने की क्रिया- (निर्यात)
ऐतिहासिक युग के पूर्व का- (प्रागैतिहासिक)
एक महीने में होने वाला- (मासिक)
एक ही समय में उत्पन्न होने वाला- (समकालीन)
एक ही समय में वर्तमान- (समसामयिक)
एक सप्ताह में होने वाला- (साप्ताहिक)
किसी पद का उम्मीदवार- (प्रत्याशी)
कम खर्च करने वाला- (मितव्ययी)
कठिनाई से समझने योग्य- (दुर्बोध)
कल्पना से परे हो- (कल्पनातीत)
किसी की हँसी उड़ाना- (उपहास)
कुछ दिनों तक बने रहने वाला- (टिकाऊ)
किसी बात को बढ़ा-चढ़ाकर कहना- (अतिशयोक्ति)
कठिनता से प्राप्त होने वाला- (दुर्लभ)
किसी पद का उम्मीदवार- (प्रत्याशी)
किसी विषय को विशेषरूप से जाननेवाला- (विशेषज्ञ)
किसी काम में दूसरे से बढ़ने की इच्छा या उद्योग- (स्पर्द्धा)
क्रम के अनुसार- (यथाक्रम)
कार्य करनेवाला- (कार्यकर्त्ता)
करने योग्य- (करणीय, कर्तव्य)
किसी कथा के अंतर्गत आने वाली दूसरी कथा- (अन्तःकथा)
कर या शुल्क का वह अंश जो किसी कारणवश अधिक से अधिक लिया जाता है- (अधिभार)
किसी पक्ष का समर्थन करने वाला- (अधिवक्ता)
किसी कार्यालय या विभाग का वह अधिकारी जो अपने अधीन कार्य करने वाले कर्मचारियों की निगरानी रखे- (अधीक्षक)