समाजीकरण से आप क्या समझते हैं समाजीकरण की एजेंसियों की व्याख्या करें? - samaajeekaran se aap kya samajhate hain samaajeekaran kee ejensiyon kee vyaakhya karen?

विषयसूची

  • 1 समाजीकरण के तत्व कौन से हैं?
  • 2 समाजीकरण के क्या माध्यम हैं?
  • 3 समाजीकरण के प्रमुख अभिकरण क्या है?
  • 4 प्राथमिक समाजीकरण का माध्यम क्या है?
  • 5 समाजीकरण से आप क्या समझते हैं समाजीकरण की मुख्य एजेंसियों का वर्णन करें describe?

समाजीकरण के तत्व कौन से हैं?

समाजीकरण की परिभाषा मार्गरेट मीड और लिण्टन जैसे मानव-विज्ञानियों के अनुसार किसी समूह की संस्कृति को ग्रहण करने की प्रक्रिया को समाजीकरण कहा जाता है।

  • समाजीकरण करने वाले तत्व (समाजीकरण के तत्व)
  • परिवार-
  • उत्सव-
  • विद्यालय-
  • खेल-
  • स्काउटिंग तथा गर्लगाइडिंग-
  • बाल-गोष्ठियां-
  • समाजीकरण के क्या माध्यम हैं?

    इसे सुनेंरोकेंसमाजीकरण के कुछ महत्वपूर्ण अभिकर्ता, माता-पिता, समवयस्क सूमह, विद्यालय, धार्मिक संस्थाएँ और जनसंचार माध्यम जैसे-दूरदर्शन इत्यादि। वे प्रत्यक्ष रूप से बच्चों को पालने की प्रक्रिया में प्रभाव डालते हैं साथ-ही-साथ अप्रत्यक्ष रूप से सांस्कृतिक उचित तरीके के विचार और व्यवहार को बल देते हैं।

    समाजीकरण की प्रकृति क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंसमाजीकरण एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा मानव शिशु आवश्यक कौशल हासिल कर सके ताकी वह अपने समाज मे एक सदस्य के रूप में शामिल हो सके। यह सीखने की सबसे प्रभावशाली प्रक्रिया है जो एक मानव अनुभव कर सकता हैं।

    समाजीकरण के प्रमुख अभिकरण कौन कौन से हैं?

    समाजीकरण के अभिकरण की प्राथमिक संस्थाएं

    • (1) परिवार(Family)
    • (2) पड़ोस
    • (3) क्रीड़ा-समूह
    • (4) नातेदारी समूह
    • (5) विवाह
    • (1) शैक्षणिक संस्था
    • (2) धार्मिक संस्थाएँ
    • (3) सांस्कृतिक संस्थाएँ

    समाजीकरण के प्रमुख अभिकरण क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंबच्चे का समाजीकरण करने में अनेक प्राथमिक संस्थाओं , जैसे परिवार , पड़ोस, मित्र मंडली, विवाह एवं नातेदारी समूह एवं द्वितीयक संस्थाओं, जैसे विद्यालय, धार्मिक, आर्थिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं व्यवसायिक संगठनों आदि का योगदान होता है ।

    प्राथमिक समाजीकरण का माध्यम क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंपरिवार के माध्यम से प्राथमिक समाजीकरण बच्चों को प्यार, विश्वास और एकजुटता सहित महत्वपूर्ण अवधारणाओं को बंधन, संबंध बनाना और समझना सिखाता है। प्राथमिक समाजीकरण के कई एजेंटों में परिवार, बचपन के दोस्त, शैक्षिक प्रणाली और सोशल मीडिया जैसे संस्थान शामिल हैं।

    समाजीकरण क्या है इसके प्रमुख साधनों की व्याख्या कीजिए?

    इसे सुनेंरोकेंसमाजीकरण की प्रक्रिया में विभिन्न संस्थाएँ और समूह अपनी प्रमुख भूमिका निभाते हैं जिनके माध्यम से व्यक्ति एक जैविकीय प्राणी से सामाजिक प्राणी बनता है। व्यक्ति इन विभिन्न साधनों से अनुकूलन करके अनेक सामाजिक गुणों को प्राप्त करता है तथा समाजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहन मिलता है।

    क्या आप समाजीकरण मतलब समाजीकरण की एजेंसियों की व्याख्या?

    इसे सुनेंरोकेंकिम्बाल यंग के अनुसार,” समाजीकरण वह प्रक्रिया है, जिसके द्वारा व्यक्ति सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में प्रवेश करता है तथा समाज के विभिन्न समूहों का सदस्‍य बनता हैं।” अकोलकर के अनुसार,” व्यक्ति द्वारा व्यवहार के परम्परागत प्रतिमानों को ग्रहण करने की प्रक्रिया उसका समाजीकरण कहलाती हैं।

    समाजीकरण से आप क्या समझते हैं समाजीकरण की मुख्य एजेंसियों का वर्णन करें describe?

    इसे सुनेंरोकेंसामाजीकरण (Socialization) वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से मनुष्य समाज के विभिन्न व्यवहार, रीति-रिवाज़, गतिविधियाँ इत्यादि सीखता है। जैविक अस्तित्व से सामाजिक अस्तित्व में मनुष्य का रूपांतरण भी सामाजीकरण के माध्यम से ही होता है। सामाजीकरण के माध्यम से ही वह संस्कृति को आत्मसात् करता है।

    इसे सुनेंरोकेंबालक ने वंशानुक्रम से प्राप्त कुछ अनुवांशिक गुण होते हैं। जैसे- मूलभाव, संवेग, सहज क्रिया तथा क्षमताए इत्यादि। इसके अतिरिक्त उनके अनुकरण एवं सहानुभूति जैसे गुणों में भी वंशानुक्रम की प्रमुख भूमिका होती है। यह सभी तत्व बालक के समाजीकरण के लिए उत्तरदाई होते हैं।

    समाजीकरण से आप क्या समझते हैं...

    प्रत्येक शिशु जन्म के समय एक संगठित शारीरिक ढांचा मात्र होता है। वह न तो अपने बारे में जानता है, न ही समाज के बारे में। घर में, समाज में उसे किस प्रकार का व्यवहार करना चाहिए, यह सब उसे घर-परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों-परिचितों के आचरण और उनके बताने से सीखने को मिलता है। इस प्रकार समाज में वह अपनी भूमिका निभाने लायक बनता है। सीखने की यह प्रक्रिया समाज विज्ञान में और मनोविज्ञान में समाजीकरण कहलाती है।

    ...........................................................................................

    समाजीकरण पर एचएम जानसन की परिभाषा बताइए... 

    एचएम जानसन के शब्दों में: समाजीकरण सीखने की प्रक्रिया है जो सीखने वाले को सामाजिक भूमिकाओं को निभाने योग्य बनाती है।

    परिभाषा के निहितार्थ:यहां जानसन की परिभाषा से स्पष्ट है कि हर चीज सीखना मात्र समाजीकरण नहीं है। सीखने की उसी प्रक्रिया को उन्होंने समाजीकरण कहा है जिसकी मदद से व्यक्ति की भागीदारी समाज में संभव हो पाती है। समाज को विध्वंस करने के बारे में सीखना समाजीकरण नहीं है। दरअसल सीखने का उद्देश्य सामाजिक प्रक्रियाआें में भाग लेना एवं सामाजिक नियमों तथा मूल्यों के अनुरूप अनुसरण करना होता है।

    ...........................................................................................

    समाजीकरण का समाज के निर्माण एवं उसकी निरंतरता में क्या योगदान होता है ...

    समाजीकरण के अंतर्गत व्यक्ति समाज की संस्कृति के बारे में सीखता है और उसी के अनुरूप व्यवहार करने की अपेक्षा की जाती है। इसी समाजीकरण के माध्यम से ही समाज में संस्कृति एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में अंतरित होती रहती है। इस प्रकार समाज एवं संस्कृति अनवरत रूप से थोड़े-बहुत परिवर्तनों के साथ जीवन्त व्यवस्था की तरह चलते रहते हैं।

    ...........................................................................................

    समाजीकरण पर किम्बाल यंग की परिभाषा बताइए...

    किम्बाल यंग ने इसके मनोवैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में लिखा है

    -समाजीकरण वह प्रक्रिया है, जिसके द्वारा  व्यक्ति सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में प्रवेश करता है, समाज के विभिन्न समूहों का सदस्य बनता है। इसी प्रक्रिया के माध्यम से उसे समाज के मूल्यों एवं मानकों को स्वीकारने की प्रेरणा मिलती है।

    ...........................................................................................

    समाजीकरण की उपक्रियाएं कौन सी होती हैं...

    समाजीकरण सीखने की प्रक्रिया का नाम है, लेकिन कोई बालक अपनी संस्कृति को क्यों और कैसे सीखता है यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। जेएच फिक्टर ने बताया है कि सीखने की प्रक्रिया में तीन उपक्रियाएं शामिल होती हैं, जो इस प्रकार हैं।

    -नकल

    -सुझाव

    -प्रतियोगिता

    ...........................................................................................

    समाजीकरण के प्रमुख अभिकरण कौन कौन से हैं...

    बीयरस्टेट ने लिखा है: व्यक्तित्व कभी बना-बनाया नहीं आता। व्यक्ति के व्यक्तित्व के विकास में समाजीकरण की सबसे प्रमुख भूमिका होती है। व्यक्ति जन्म से ही अपने गुणों को प्राप्त नहीं करता है, बल्कि समाज के सदस्य के रूप में वह धीरे-धीरे अर्जित करता है। जीवनचक्र की इस प्रक्रिया में समाजीकरण के विभिन्न अभिकरणों की भूमिका होती है। 

    प्रमुख अभिकरण: कुछ प्रमुख अभिकरण निम्नलिखित हैं।

    -परिवार

    -मित्रों का समूह

    -पड़ोस

    -शिक्षा

    -राज्य

    -जनसंपर्क के साधन

    जे एच फिक्टर के अनुसार*सम्पूर्ण समाज समाजीकरण के लिए अभिकरण का काम करता है। प्रत्येक व्यक्ति जिसके साथ वह संपर्क में आता है, वह किसी न किसी रूप में समाजीकरण का एक अभिकर्ता या एजेंट होता है।

    ..........................................................................................

    समाजीकरण की विशेषताएं

    -सीखने की प्रक्रिया

    -आजीवन प्रक्रिया

    -संस्कृति को आत्मसात करने की प्रक्रिया

    -गत्यात्मक प्रक्रिया

    ..........................................................................................

    समाजीकरण के जैविक आधार

    -सहज प्रवृत्तियों की कमी

    -अंत:क्रियात्मक आवश्यकताएं

    -बाल्यावस्था की निर्भरताएं

    -सीखने की क्षमता

    -भाषा

    ..........................................................................................

    समाजीकरण के उद्देश्य

    -समाजीकरण अनुशासन का पाठ पढ़ाता है।

    -समाजीकरण प्रेरणा का स्रोत होता है।

    -समाजीकरण सामाजिक भूमिका का पाठ पढ़ाता है।

    -समाजीकरण कुशलता प्रदान करता है। 

    -समाजीकरण के द्वारा व्यवहारों में अनुरूपता आती है।

    ..........................................................................................

    समाजीकरण से आप क्या समझते हैं इसकी प्रमुख एजेंसियों की चर्चा कीजिए?

    सामाजीकरण (Socialization) वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से मनुष्य समाज के विभिन्न व्यवहार, रीति-रिवाज़, गतिविधियाँ इत्यादि सीखता है। जैविक अस्तित्व से सामाजिक अस्तित्व में मनुष्य का रूपांतरण भी सामाजीकरण के माध्यम से ही होता है। सामाजीकरण के माध्यम से ही वह संस्कृति को आत्मसात् करता है।

    समाजीकरण से आप क्या समझते हैं इसकी विशेषताओं की व्याख्या करें?

    समाजीकरण सीखने एक सीखने की प्रक्रिया हैं। इसके द्वारा व्यक्ति समाज मे , संस्कृति, आदर्श, मूल्य और परम्परा के अनुरूप व्यवहार करना सीखता है। चलना, बोलना, खाना तथा कपड़ा पहनना, पढ़ना लिखना आदि क्रियाएं व्यक्ति समाज मे सीखता है। किन्तु समाज मे सभी प्रकार की क्रियाओं को सीखना समाजीकरण नही है।

    समाजीकरण क्या है समाजीकरण के प्रमुख अभिकरण क्या है व्याख्या कीजिए?

    (अ) समाजीकरण के प्राथमिक अभिकरण अथवा संस्थायें परिवार मे ही उसे समाज के रीति-रिवाज, मूल्य, रूढ़ियों, प्रथाओं आदि से परिचित कराया जाता हैं। परिवार से ही वह स्नेह, प्रेम, त्याग, बलिदान, सहयोग, दया, क्षमा, परोपकार, सहिष्णुता, आज्ञापालन आदि उच्च-कोटी के गुण सीखता हैं।

    समाजीकरण से आप क्या समझते हैं समाजीकरण को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन करें?

    समाजीकरण की परिभाषा (Definition of Socialization) "समाजीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति अपने सामाजिक पर्यावरण के साथ अनुकूलन करता है और इस प्रकार वह उस समाज का मान्य, सहयोगी और कुशल सदस्य बनता है." जॉनसन के मतानुसार, “समाजीकरण एक प्रकार का सीखना है जो सीखने वाले को सामाजिक कार्य करने योग्य बनाता है ।"