सहारा का भुगतान कब से शुरू होगा? - sahaara ka bhugataan kab se shuroo hoga?

नई दिल्ली: सहारा इंडिया (Sahara India) में देशभर के लाखों निवेशकों के पैसे फंसे हैं। सहारा का कहना है कि वह निवेशकों का पैसा लौटाना चाहती है लेकिन मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) ने ये पैसे अपने पास रख लिए हैं। सहारा की योजनाओं में लाखों लोगों ने जमकर पैसा लगाया था लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी उन्हें अपनी रकम का इंतजार है। सरकार के मुताबिक सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (SIRECL) ने 232.85 लाख निवेशकों से 19400.87 करोड़ रुपये और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 75.14 लाख निवेशकों से 6380.50 करोड़ रुपये एकत्र‍ित किए थे। लेकिन सेबी सहारा के न‍िवेशकों को ब्याज समेत कुल 138.07 करोड़ रुपये ही वापस कर पाया है। साफ है कि निवेशकों को अरबों रुपये अब भी फंसे हुए हैं।

सरकार की तरफ से संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक सेबी को 81.70 करोड़ रुपये की कुल मूल राशि के लिए 53,642 ओरिजिनल बॉन्ड सर्टिफिकेट/पास बुक से जुड़े 19,644 आवेदन मिले हैं। सेबी ने इनमें से 138.07 करोड़ रुपये की कुल राशि 48,326 ओरिजिनल बॉन्ड सर्टिफिकेट/पासबुक वाले 17,526 एलिजिबल बॉन्डहोल्डर्स को रिफंड किया है। इसमें 70.09 करोड़ रुपये मूलधन और 67.98 करोड़ रुपये का ब्याज शामिल है। बाकी आवेदन बंद कर दिए गए हैं। इसकी वजह यह है कि SIRECL और SHICL की तरह से जो दस्तावेज दिए गए थे, उनमें उनका रेकॉर्ड नहीं मिल पाया। साथ ही कई बॉन्डहोल्डर्स ने सेबी के सवालों का जवाब नहीं दिया, इसलिए उनके आवेदन को बंद कर दिया गया।

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क्या है मामला
सुप्रीम कोर्ट के 2012 के आदेश के मुताबिक सहारा इंडिया ने निवेशकों से जमा की गई 25,781.37 करोड़ की मूल राशि के बदले 31 दिसंबर, 2021 तक ‘सेबी-सहारा रिफंड’ खाते में 15,503.69 करोड़ रुपये जमा किए थे। दरअसल, 25 दिसंबर 2009 और 4 जनवरी 2010 को सेबी को दो शिकायतें मिलीं। इनमें कहा गया कि सहारा की कंपनियां वैकल्पिक पूर्ण परिवर्तनीय डिबेंचर (OFCDs) जारी कर रही है और गलत तरीके से धन जुटा रही है। इन शिकायतों से सेबी की शंका सही साबित हुई। इसके बाद सेबी ने इन दोनों कंपनियों की जांच शुरू कर दी।

सेबी ने पाया कि SIRECL और SHICL ने ओएफसीडी के जरिए दो से ढ़ाई करोड़ निवेशकों से करीब 24,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। सेबी ने सहारा की इन दोनों कंपनियों को पैसा जुटाना बंद करने का आदेश दिया और कहा कि वह निवेशकों को 15 फीसदी ब्याज के साथ उनका पैसा लौटाए। समय के साथ, सुप्रीम कोर्ट और सेबी दोनों ही इस मामले को मनी लॉन्ड्रिंग की तरह लेने लगे। उन्होंने सहारा इंडिया के बैंक अकाउंट और संपत्ति को फ्रीज करना शुरू कर दिया।

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सहारा का आरोप
26 जनवरी, 2014 को सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार हुए। नवंबर 2017 में ईडी ने सहारा ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला चार्ज किया। इस तरह सहारा ग्रुप पूरी तरह कानून के शिकंजे में आ गया। सेबी निवेशकों का पता नहीं लगा सका और जब सहारा समूह की कंपनियां भुगतान करने में विफल रहीं, तो अदालत ने राय को जेल भेज दिया। वह लगभग दो साल से अधिक का समय जेल में काट चुके हैं। छह मई 2017 से वह पेरोल पर हैं। पहली बार उन्हें परोल मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के नाम पर मिला था, जिसे बाद में तब बढ़ा दिया गया था।

सहारा ने सेबी पर उसके निवेशकों के 25,000 करोड़ रुपये रखने का आरोप लगाया है। अप्रैल 2018 में सेबी ने कहा था कि जुलाई 2018 के बाद किसी दावे पर विचार नहीं करेगा। सेबी (SEBI) ने हाल में सहारा ग्रुप की दो कंपनियों, सुब्रत रॉय और तीन अन्य लोगों पर 12 करोड़ रुपये का भारी भरकम जुर्माना लगाया था। इस मामले में सेबी अब तक 22 स्टेटस रिपोर्ट दायर कर चुका है। पिछले साल अक्टूबर में उसने सुप्रीम कोर्ट में इंटरलॉक्युटरी एप्लिकेशन दायर करके अदालत से डायरेक्शन मांगा था। यानी निवेशकों को अपना पैसा पाने के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।

सहारा इंडिया फाइनेंशियल कार्पोरेशन लिमिटेड के ऑफिस में निवेशकों ने मंगलवार को हंगामा किया। ऑफिस के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। बाद में खाता धारकों के लाखों रुपए अटकने पर उन्होंने मैनेजर का घेराव करते हुए पूछा आखिर हमारा पैसा कब मिलेगा? साथ ही चेतावनी देते हुए कहा जल्द ही पैसा नहीं मिला तो आंदोलन करेंगे। सहारा इंडिया में जिले के सैकड़ों लोगों ने निवेश किया है, लेकिन उन्हें पिछले एक साल से राशि का भुगतान नहीं हो रहा है। इसके चलते मंगलवार दोपहर 12.30 बजे निवेशक घंटाघर स्थित ऑफिस पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। निवेशकों का कहना है उन्होंने भविष्य की आस में निवेश किया था, लेकिन जब उन्हें आज पैसों की जरूरत है, तो कंपनी उन्हें भुगतान नहीं कर रही है। इससे कोई बेटी की शादी नहीं कर पा रहा है, तो मकान की रजिस्ट्री नहीं करवा पा रहा हैं।

40 लाख अटके हैं सहारा इंडिया फायनेंशियल कार्पोरेशन लि में करीब एक हजार उपभोक्ताओं के खाते हैं। इनमें से 300 खाताधारकों को करीब एक साल से निवेश की राशि का भुगतान नहीं हो रहा है। 40 लाख रुपए से अधिक की राशि अटकी हुई है। इसके चलते निवेशक अपने जरूरी काम नहीं कर पा रहे हैं। निवेशक वैभव जैन ने कहा अगर भुगतान नहीं होता है तो पुतला दहन करते हुए उग्र आंदोलन करेंगे।

मैनेजर मुकेश खंडेलवाल ने बताया पर से राशि नहीं आ रही है। 5 से 6 माह से राशि रुकी हुई है। किश्तों में भुगतान कर रहे हैं। निवेशकों को मार्च में पैसा मिल जाएगा।

सहारा इंडिया का भुगतान कब से शुरू होगा?

सहारा इंडिया में पैसा पैसा सभी के बैंक खाते में आना शुरू हो चुका है जो कि सभी के बैंक खाते में और आप ऑनलाइन आवेदन करते हैं तो आप सभी के बैंक खाते में सिर्फ 2 से 3 दिनों के अंदर पैसे भेजे जाएंगे। जिसमें आप सभी का पैसा दिया जाएगा।

सहारा इंडिया का पैसा कब मिलेगा 2022 में?

Sahara india New News 2022 : अगर आप का भी पैसा सहारा इंडिया में फंसा हुआ है तो आप सभी के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है क्योंकि सहारा इंडिया में जितने भी लोग अपना सहारा इंडिया में निवेश करते थे तो उन सभी का पैसा निकलना शुरू हो चुका है Sahara India Refund Payment 2022-23 जिसके लिए आप सभी के पास इन कागजातों का होना अनिवार्य है ...

क्या सहारा का पैसा मिलेगा?

सहारा से क्लेम लेने के लिए क्या करें इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे मोबाइल से शिकायत दर्ज करा सकते हैं और सेबी से क्लेम कर सकते हैं। बता दें सेबी (SEBI) ने एक दशक के दौरान सहारा इंडिया परिवार (Sahara India) की दो कंपनियों के निवेशकों को 138 करोड़ रुपये का रिफंड किया है।

सहारा इंडिया की शिकायत कहाँ करें?

सहारा निवेशकों के लिए पुलिस हेल्पलाइन नंबर क्या है? सहारा निवेशकों के लिए पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 है।