सीए में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं? - seee mein kaun kaun se sabjekt hote hain?

सीए का काम वित्तीय लेखा-जोखा तैयार करना, वित्तीय सलाह देना, ऑडिट अकाउंट का विश्लेषण करना और टैक्स से संबंधित काम करना होता है। टैक्स के भुगतान का हिसाब-किताब भी सीए के जिम्मे होता है। .

योग्यता एवं पाठ्यक्रम.
बारहवीं के बाद छात्र सीए की प्रवेश परीक्षा में बैठ सकते हंै। किसी भी स्ट्रीम (आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स) से बारहवीं करने वाले छात्र इस प्रवेश परीक्षा को दे सकते हैं। इसे फाउंडेशन परीक्षा बोला जाता है। इसके लिए सबसे पहले छात्रों को एंट्री लेवल कोर्स सीपीटी में प्रवेश लेना होता है। सीपीटी के बाद आईपीसीसी एवं अंत में एफसी कोर्स करना होता है। इसके बाद आईसीएआई में मेंबरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं।.

फाउंडेशन परीक्षा 
चार्टर्ड अकाउंटेंट की प्रवेश परीक्षा ही फाउंडेशन परीक्षा होती है। यह एक तरह की एंट्री लेवल परीक्षा है, जिसका आयोजन साल में दो बार किया जाता है। एक बार मई और दूसरी बार नवंबर महीने में। इस टेस्ट को देने के लिए द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। .

परीक्षा का प्रारूप.
- फाउंडेशन परीक्षा में कुल चार पेपर होते हैं, जिसमें दो पेपर सब्जेक्टिव और दो पेपर ऑब्जेक्टिव हैं।.

-  परीक्षा कुल 400 अंकों के लिए होती है।.

- फाउंडेशन परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए छात्रों को कुल 50 फीसदी अंक लाने आवश्यक हैं। वहीं प्रत्येक विषय में 40 अंक होने चाहिए। चार विषयों में से किसी भी एक विषय में 40 से कम अंक आने पर छात्र को अनुत्तीर्ण माना जाएगा। .

- इस परीक्षा को पास करने के बाद छात्र चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) कोर्स में एडमिशन पा लेते हैं।.

इंटरमीडिएट परीक्षा .
- इंटरमीडिएट कोर्स में एडमिशन के लिए छात्रों को सीए की इंटरमीडिएट परीक्षा पास करनी होती है।.

- इंटरमीडिएट में दो ग्रुप्स और आठ विषय होते हैं। सीए में दाखिला लेने के नौ महीने बाद छात्र सीए की इंटरमीडिएट परीक्षा देने के लिए योग्य माने जाते हैं। इसमें छात्र एक ग्रुप या दोनों ग्रुप ले सकते हैं।.

- इस परीक्षा में भी पास करने के लिए कुल 50 फीसदी और प्रत्येक विषय में 40 अंक का होना जरूरी है।.

- इस परीक्षा को पास करने के बाद छात्र को आर्टिकलशिप की ट्रेनिंग लेनी होती है। यह ट्रेनिंग तीन साल तक चलती है।.

- कोई भी एक ग्रुप पास करने के बाद छात्र आर्टिकलशिप ट्रेनिंग के लिए योग्य बन जाता है। यह ट्रेनिंग छात्रों को प्रैक्टिसिंग चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास लेनी होती है।.

- इस ट्रेनिंग के अंतिम छह महीने में छात्र सीए की फाइनल परीक्षा देने का हकदार बन जाता है।.

फाइनल परीक्षा 
- फाइनल परीक्षा में भी दो ग्रुप और आठ विषय होते हैं। इस परीक्षा में छात्र सभी पेपर एक साथ या फिर अलग-अलग दे सकते हैं।.

- सीए की फाइनल परीक्षा को पास करने के लिए कुल 50 फीसदी और हर विषय में 40 अंक का होना आवश्यक है।

कितने साल में बनेंगे सीए
सीए बनने में छात्र को बारहवीं के बाद लगभग चार साल लग जाते हैं। इसमें ग्रेजुएट छात्रों को सीधा एडमिशन मिलता है। ग्रेजुएशन के बाद सीए बनने की इच्छा रखने वाले छात्रों को प्रवेश परीक्षा पास नहीं करनी होती है, वे सीधे सीए कोर्स में एडमिशन ले सकते हंै। इसके लिएउन्हें न्यूनतम 55 फीसदी अंकों और कॉमर्स विषय के साथ ग्रेजुएशन की परीक्षा पास करनी होगी। कोर्सके साथ ही वे आर्टिकलशिप भी कर सकते हैं। वहीं अन्य विषय के छात्रों को सीए कोर्स में एडमिशन के लिए 60 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेजुएट होना जरूरी है। ऐसे छात्र आर्टिकलशिप ट्रेनिंग के साथ इंटरमीडिएट परीक्षा भी दे सकते हैं।.

कौन लेता है परीक्षा
सीए बनना है तो 12वीं के आधार पर सीपीटी यानी कॉमन प्रोफिशिएंसी टेस्ट और आईपीसीसी यानी इंटिग्रेटेड प्रोफेशनल कॉम्पिटेंस कोर्स में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। सीपीटी और आईपीसीसी में पूरे साल में कभी भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, लेकिन ये रजिस्ट्रेशन परीक्षा से दस महीने पहले कराना जरूरी है।.

अवसर
सीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद आपको आसानी से मल्टीनेशनल कंपनी में चार्टर्ड अकाउंटेंट की जॉब मिल जाती है। वहीं देश-विदेश की कंपनियों में फाइनेंस, अकाउंट्स एवं टैक्स डिपार्टमेंट में फाइनेंस मैनेजर, अकाउंट्स मैनेजर, फाइनेंशियल बिजनेस एनालिस्ट, ऑडिटिंग/इंटरनल ऑडिटिंग, स्पेशल ऑडिट्स सहित चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर, सीईओ, फाइनेंस डायरेक्टर, फाइनेंशियल कंट्रोलर, चीफ अकाउंटेंट, चीफ इंटरनल ऑडिटर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम कर सकते हैं। यही नहीं, सीए के लिए खुद की प्रैक्टिस की जा सकती है।.

जहां तक नौकरी का सवाल है तो देश में जितने भी फाइनेंशियल सेक्टर हैं, वहां सीए के लिए संभावनाएं हैं। एक चार्टर्ड एकाउंटेंट को काम की कभी कमी नहीं पड़ती। .

आकर्षक वेतन
सीए का काम बहुत मेहनत और जिम्मेदारी वाला होता है। इसी वजह से उसे दिन के 9 से 10 घंटे काम करना पड़ता है। सीए को जूनियर लेवल पर 15 से 30 हजार रुपए प्रतिमाह और सीनियर लेवल पर 40 से 50 हजार रुपए प्रतिमाह मिलते हैं। दो-तीन वर्ष का अनुभव रखने वाले सीए को 70 से 80 हजार रुपए प्रतिमाह के करीब मिल सकते हैं। .

एक्सपर्ट्स व्यू करें कड़ी मेहनत
-जितिन चावला, करियर काउंसलर.

सीए की आईपीसी की परीक्षा पास करना थोड़ा कठिन होता है। ऐसे में छात्रों को कोचिंग और गाइडेंस की जरूरत पड़ती है। चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए मेहनत ज्यादा चाहिए, इसीलिएछात्र इसे मुश्किल करियर मानते हैं। जहां तक इसमें संभावनाओं का सवाल है तो सबसे ज्यादा अवसर और पैसा प्राइवेट सेक्टर और मल्टीनेशनल कंपनियों में है। .

-कुंदन कुमार, चार्टर्ड अकाउंटेंट
ध्यान रहे किसी भी स्थिति में आप नकारात्मक न हों। पढ़ाई के दौरान आप रोल मॉडल भी बना सकते हैं। इससे आपको तैयारी में जरूरी हिम्मत मिलेगी। इसकी पढ़ाई में एक लंबा वक्त लग जाता है, ऐसे में कभी-कभी अपनी हॉबी को भी समय दें। हल्का-फुल्का मनोरंजन आपको तरोताजा रखेगा। आपको शुरू से अंत तक यानी जब तक मनचाहा परिणाम नहीं मिलता, फोकस रहना होगा। और गलतियों से सीखना होगा।.

CA में कितने सब्जेक्ट होते हैं?

सीए आईपीसीसी: परीक्षा पैटर्न CA IPCC में 7 सब्जेक्ट होते हैं जिन्हें 2 ग्रुप में बांटा गया है।

सीए बनने के लिए कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

सीए में करियर बनाने के लिए इसकी शुरूआत कॉमन प्रोफिसिएंसी टेस्ट सीपीटी से होती है जिसे पास करने के बाद ही छात्र अपने लक्ष्य के पहले पड़ाव को पार कर दूसरे पड़ाव पर पहुंच सकता है. इसमें चार विषयों जैसे अकाउंटिंग, मर्केटाइल लॉ, जनरल इकोनॉमिक्स एवं क्वांटिटेटिव एप्टीटयूड को शामिल किया जाता है.

सीए की पढ़ाई में कितना खर्चा होता है?

भारत में सीए कोर्स की कुल फीस 87,300 रुपये है। यह सीए फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल परीक्षाओं के 5 साल के लिए कुल सीए कोर्स फीस है। इसके अलावा, ग्रेजुएशन के बाद सीए कोर्स की फीस 76 200 रुपये है।